विकास दुबे का एनकाउंटर, ज्योतिष की मदद से जानें आखिर कैसे हुआ ये संभव!

यूपी के कानपुर में 2 जुलाई की रात 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर, देशभर में सुर्खियों में आया मोस्टवांटेड गैंगस्टर विकास दुबे 9 जुलाई, गुरुवार सुबह उज्जैन के महाकाल मंदिर के परिसर में सात दिन की तलाश के बाद मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया। हालांकि, जिस कुख्यात अपराधी को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस की करीब 100 टीमें अलर्ट पर थी, उसकी गिरफ्तारी बेहद नाटकीय ढंग से हुई, और गिरफ्तारी के अगले ही दिन 10 जुलाई, शुक्रवार को वो पुलिस द्वारा एनकाउंटर में मार भी गिराया गया। यूपी पुलिस की इस कार्रवाई पर और उसके एनकाउंटर को लेकर अब कई सवाल उठ रहे हैं। परंतु विकास दुबे की गिरफ़्तारी और फिर उसका एनकाउंटर कैसे मुमकिन हुआ, इस बात पर हमारे विद्वान ज्योतिषी आचार्य रमन जी ने प्रश्न चार्ट के जरिए प्रकाश डालने की कोशिश की।

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सच हुई एस्ट्रोसेज की 2 बड़ी भविष्यवाणी 

आचार्य रमन जी, विकास दुबे केस पर शुरुआत से ही अपनी नज़र बनाए हुए थे, और उन्होंने अपनी ज्योतिष की दिव्य विद्या की मदद से विकास दुबे की गिरफ़्तारी और उसके एनकाउंटर को लेकर, अपने 2 लेख में भविष्यवाणी भी की थी। जहाँ उन्होंने गिरफ्तारी के लिए 9 जुलाई का समय बताया था तो वहीं, उसके एनकाउंटर को लेकर भी आचार्य जी ने भविष्यवाणी करते हुए संभावना जताई थी कि, आने वाले कुछ सप्ताह विकास दुबे के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकते हैं। क्योंकि उसके साथ इस दौरान कुछ ऐसा घटित होने के योग हैं, जो चौंकाने वाले होंगे। 

इससे साफ़ है कि ज्योतिषी आचार्य रमन जी ने पहले ही उसकी गिरफ्तारी और एनकाउंटर का, ज्योतिषीय आकलन कर लिया था। जो 100 फीसदी सटीक साबित भी हुआ। आप रमन जी के इन दोनों ही लेखों को नीचे दिए लिंक पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं। 

कैसे की जाती है गिरफ्तारी और एनकाउंटर की भविष्यवाणी?

यदि अब आप भी ये सोच रहे हैं कि आखिर कैसे किसी की गिरफ्तारी और एनकाउंटर की भविष्यवाणी की जा सकती है? तो आज रमन जी प्रश्न चार्ट के माध्यम से, आपके इसी सवाल का जवाब देने का प्रयास करेंगे।  

आचार्य रमन जी के अनुसार, 12वां भाव कई अन्य चीजों के साथ, कारावास का भी भाव होता है और साथ ही मृत्यु का भी  है। जबकि कुंडली में भाव 1, 3, 8 दीर्घायु के लिए देखे जाते हैं और इस प्रकार इन घरों से 12वां भाव आयु का विपरीत घर हैं, जो 12, 2 और 7 है। यही कारण है कि 2 और 7 को मारक भाव कहा जाता है।

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विकास  दुबे की गिरफ्तारी की भविष्यवाणी

विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर के पी प्रश्न अंक 200 था। जिसके अनुसार चंद्रमा केतु के नक्षत्र और शनि के उप नक्षत्र में गोचर कर रहा था। जुलाई के 9 वें दिन पर चंद्रमा मंगल की राशि में था, मंगल बृहस्पति और शनि 12 वें भाव के कार्येष गृह थे। विकास दुबे की गिरफ़्तारी को लेकर अपनी भविष्यवाणी करते समय, आचार्य रमन जी ने ये तर्क दिया था कि, चूँकि इतना पुलिस बल विकास दुबे के पीछे है, उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और इस प्रकार चंद्रमा का गोचर देखना सबसे महत्वपूर्ण था और जब चन्द्रमा 12 वें भाव के करेश ग्रहों में से अपना गोचर करेगा, तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाना चाहिए और उसकी गिरफ़्तारी में भी ठीक वही हुआ।

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विकास दुबे को तब गिरफ्तार किया गया था, जब चंद्रमा मंगल ग्रह के नक्षत्र में था। जो कि जन्मकुंडली के 12वें भाव का एक कार्येष गृह था। इस समय चंद्रमा शनि की राशि और मंगल के नक्षत्र के में था, जबकि शनि चार्ट में 12 वें भाव में ही था |

अन्य संकेत, यह समझने के लिए कि चीजें जल्द ही होंगी, निर्णय के समय के रूलिंग ग्रह थे। चंद्रमा रूलिंग ग्रह में था, जो एक बहुत तेज गति से चलने वाला ग्रह है। जिससे ये संकेत मिला कि उसकी गिरफ्तारी जल्द ही हो जाएंगी। इस दौरान शनि और बृहस्पति भी थे, लेकिन निर्णय के समय वे वक्री थे। इसलिए ये बात तो साफ़ थी कि जो भी होना था, वह जल्द ही होने वाला था। और इस सिद्धांत ने आचार्य रमन जी को भविष्यवाणी करने के लिए, सटीक परिणाम दिए। 

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एनकाउंटर इतनी जल्दी कैसे हुआ?

इस सवाल का भी जवाब देते हुए, आचार्य जी ने अपने दूसरे लेख में पहले ही कह दिया था कि उसकी आयु के लिए दीर्घायु की भविष्यवाणी करना नैतिक नहीं है। लेकिन जब हम कुंडली देखते हैं तो पाते हैं कि, चंद्रमा 5 वें भाव में है। जहाँ वो मंगल के नक्षत्र और शुक्र के उप नक्षत्र में है। शुक्र मारक ग्रह है और मंगल ग्रह 8 वें भाव का स्वामी है, जो चार्ट में 6 वें घर में मौजूद हैं। 

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यहां बुध और चंद्रमा रूलिंग में थे और बस रमन जी ने इसी मुख्य तथ्य को नज़रअंदाज़ करते हुए उन्होंने सही तारीख़ की जगह ये तर्क दिया कि, “आने वाले कुछ सप्ताह उसके लिए घातक सिद्ध होंगे। जिसमें काफी हद तक मुमकिन है कि उसकी मृत्यु भी हो जाएं।” लेकिन यूपी पुलिस ने उसे 10 जुलाई को ही अंजाम दे दिया। 

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इससे पता चलता है कि इस कुंडली में आने से चंद्रमा स्पष्ट रूप से  मौत और क्रूर मौत से जुड़ा हुआ है। वह क्रूर मौत से मिला और साफ़ तौर पर कहें तो हमें वास्तव में मुठभेड़ के समय का पता नहीं है कि आखिर वहां क्या हुआ होगा। क्योंकि काफी हद तक तय है कि पुलिस ने उसके सीने में अंतिम गोली मारने से पहले, उसे जानलेवा दर्द दिया होगा।

इस संदर्भ में देखें तो पुनः बृहस्पति और शनि रूलिंग में थे, लेकिन वे वक्री थे। जिसके बारे में रमन जी ने अपने दूसरे लेख में ही संकेत दे दिया था कि, “उनकी लंबी उम्र ज्यादा नहीं है और वह अगस्त का महीना नहीं देख पाएगा।” हुआ भी ठीक ऐसा ही और विकास दुबे को अगस्त का महीना देखने को नहीं मिला। 

इससे स्पष्ट है कि दुष्ट घरों और तीव्रगामी ग्रहों के कनेक्शन ने, अचानक उसकी मृत्यु का संकेत दिया था। जो रमन जी ने पहले ही देख लिया था, तभी उन्होंने कहा था कि, उसके साथ अचानक ही सब कुछ होगा और ठीक वही हुआ भी। 

तो इस तरह आचार्य रमन जी ने दोनों कुंडलियों को देखा और अपनी भविष्यवाणी की, जो  दोनों ही काफी हद तक सत्य साबित हुई। हाँ इस बात में संदेह नहीं है कि, दूसरी भविष्यवाणी में समय का कुछ अंतर रह गया, लेकिन अगर ठीक से देखें तो उसमें भी आचार्य जी ने काफी हद तक एनकाउंटर की आशंका पहले ही जता दी थी। इन भविष्यवाणियों की सत्यता को लेकर आचार्य जी अपना पूरा श्रेय केवल और केवल अपने आराध्य ईश्वर और गुरुओं को देते हैं। 

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