दिल्ली की जनता को लुभाने के लिए जैसे ही केजरीवाल ने महिलाओं के लिए मुफ्त मेट्रो प्लान का ऐलान किया वैसे ही इसपर बहस शुरु हो गयी थी। कुछ लोग इसके पक्ष में दिखे तो कुछ इसके खिलाफ। खैर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के इस प्लान पर दिल्ली मेट्रो ने एक्शन लेना तो शुरु कर दिया लेकिन साथ ही यह संकेत भी दे दिये कि इस योजना को लागू करने में कम से कम 8 महीने का समय लगेगा। डीएमआरसी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आठ महीने से कम समय में यह कर पाना संभव नहीं है। जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दिल्ली के लोगों से वादा किया था कि यह सेवा इस साल अक्टूबर तक शुरु कर दी जाएगी।
डीएमआरसी ने कही यह बात
महिलाओं के लिए मेट्रो में मुफ्त सफर की बात को लेकर डीएमआरसी ने कहा कि अगर वो सॉफ्टवेयर अपडेशन में जाते हैं तो उन्हें एक साल से ज्यादा का वक्त लग सकता है। इस प्लान को यदि जल्दी लागू करना है तो महिलाओं के लिए पिंक टोकन जारी करने का एक शॉर्टकट अपनाया जा सकता है। महिलाओं को मेट्रो स्टेशन में घुसने के लिए अलग एंट्री पॉइंट दिया जाए और जाते वक्त सबके लिए सार्वजनिक एग्जिट पॉइंट हो।
योजना को लागू करने के लिए करने होंगे यह काम
डीएमआरसी को महिलाओं के मुफ्त सफर की योजना को लागू करने के लिए 150 नई टिकट खिड़कियां बनवानी होंगी। इसके साथ ही डीएमआरसी ने संभावना जताई है कि यात्रा मुफ्त होने पर मेट्रो में सफर करने वाली महिलाओं की संख्या 50 प्रतिशत तक बढ़ सकती है। इस दबाव को झेलने के लिए भी डीएमआरसी को पहले से ही तैयारियां करनी होंगी।