हिन्दू धर्म के महापर्वों में से एक दिवाली 2022 बेहद नजदीक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जब भगवान श्री राम बुराई पर अच्छाई की जीत हासिल करके अपने राज्य वापस आए थे तो उनके आने की ख़ुशी में पूरे राज्य में घी के दीये जलाए गए थे, जिसे एक परंपरा के रूप में बड़े ही धूम-शाम से आज तक मनाया जाता है। यह त्योहार सिर्फ़ एक धर्म और देश तक ही सीमित नहीं है बल्कि सिख, बौद्ध और जैन धर्म के लोग भी इसे हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। भारत के अलावा दिवाली का त्योहार नेपाल, मलेशिया, श्रीलंका, इंडोनेशिया, फिजी, सिंगापुर और मॉरीशस में भी मनाया जाता है।
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इस दिवाली 2022 विशेष ब्लॉग में आपको दिवाली के अलग-अलग पहलुओं के बारे में जानकारियां मिलेंगी, जैसे कि दिवाली में किन-किन देवताओं की पूजा की जाती है, पूजा में किन-किन चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए? इसी के साथ हम यह भी जानेंगे कि दिवाली के दिन राशि अनुसार पूजा करने के क्या फायदे हैं?
दिवाली को प्रकाश का पर्व कहा जाता है क्योंकि इस दिन लोग अपने घरों, दफ्तरों और अलग-अलग जगहों पर तेल/घी के दीये और रंग-बिरंगी लाइट्स लगाते हैं। वैसे तो दिवाली धार्मिक विरासत की पहचान है, लेकिन भारत में इस त्योहार को एक धर्मनिरपेक्ष आयोजन के तौर पर भी देखा जाता है। कई लोग इसे नई फसल के आने की खुशी में मनाते हैं, तो वहीं कई लोग इसे नए साल की तरह मनाते हैं।
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दिवाली 2022
आमतौर पर दिवाली 5 दिनों का त्योहार होता है, लेकिन इस बार दुर्लभ संयोगों में दिवाली का त्योहार इस तरह मनाया जाएगा-
धनतेरस | 23 अक्टूबर 2022 | रविवार |
नरक चतुर्दशी, दिवाली | 24 अक्टूबर, 2022 | सोमवार |
गोवर्धन पूजा, भाई दूज | 26 अक्टूबर, 2022 | बुधवार |
दिवाली 2022 के लिए पूजा अनुष्ठान
अमावस्या की रात को सूर्यास्त से पहले दिवाली की पूजा की जाती है। इसके लिए आपको भगवान गणेश और माँ लक्ष्मी की मूर्तियों की जरूरत होगी। इसी के साथ कलश, रोली, मौली, सिक्के, चावल, कुमकुम, सुपारी, अगरबत्ती, कपूर, फूल और माला की जरूरत होती है। प्रसाद में आप फल और मिठाइयां लें।
माँ लक्ष्मी का घर में स्वागत करने और सारी बुरी शक्तियों को घर से दूर रखने के लिए घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई करके अलग-अलग जगहों पर दीये और मोमबत्तियां जलाई जाती हैं। माँ लक्ष्मी के आगमन के लिए चावल, सिंदूर के साथ अलग-अलग रंगों का इस्तेमाल करके घर के बाहर रंगोली बनाई जाती है। साथ ही घर के दरवाजे पर छोटे पैरों के निशान भी लगाए जाते हैं। रात के वक्त माँ लक्ष्मी के गुप्त आगमन के लिए रात भर दीये जलते रहते हैं।
“वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥”
जिसका अर्थ है
मावदार सूंड वाले, विशाल शरीर काय, करोड़ सूर्य के समान महान प्रतिभाशाली, मेरे प्रभु, हमेशा मेरे सारे कार्य बिना विघ्न के पूरे करने की कृपा करें।
हिंदू रिवाजों के अनुसार किसी भी पूजा की शुरुआत में सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है और लक्ष्मी पूजन में भी यही नियम लागू होता है। सबसे पहले भगवान गणेश और माँ लक्ष्मी की मूर्तियों को एक आसन पर रखा जाता है। इसके बाद दोनों को स्नान कराया जाता है। फिर अलग-अलग भजन और आरती की जाती हैं। भगवान की आरती करने के बाद सभी लोगों को प्रसाद दिया जाता है। हर कोई भगवान गणेश और माँ लक्ष्मी से अपने लिए धन और ऐश्वर्य की कामना करता है। पूजा-पाठ और प्रसाद बांटने के बाद पटाखे भी फोड़े जाते हैं।
दिवाली के पूजन में एक बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि पूजा में पांच देवी-देवताओं की पूजा एक साथ की जाती है। सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा होती है। उसके बाद माँ लक्ष्मी के तीन अलग-अलग रूपों की पूजा होती है। धन और समृद्धि की देवी महालक्ष्मी, विद्या और ज्ञान की देवी महासरस्वती और महाकाली, इन तीनों रूपों की पूजा होती है। इसी के साथ धन के देवता भगवान कुबेर की भी पूजा करने का प्रावधान है।
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दिवाली 2022: माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय
- अगर लगातार आपके सारे काम खराब हो रहे हैं तो आपको दिवाली वाले दिन यह उपाय ज़रूर करना चाहिए। एक रोटी बनाएं और उसे चार बराबर हिस्सों में बांट लें, पहला हिस्सा गाय को खिला दें, दूसरा हिस्सा काले कुत्ते को खिला दें और तीसरा हिस्सा कौवे को खिला दें। इसके बाद जो चौथा हिस्सा बचा है, उसे चौराहे पर रख दें। इस उपाय से आप अपने कामों को आसानी से कर पाएंगे और आपको पुरस्कार मिलने की भी संभावनाएं बढ़ेंगी।
- दिवाली वाले दिन आपको किसी विवाहित महिला को घर पर खाना खिलाना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से माँ लक्ष्मी प्रसन्न होंगी और आपको धन, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होगी।
- दिवाली वाले दिन आपको माँ लक्ष्मी को कच्चे चने चढ़ाने चाहिए। उसके बाद इन्हें पीपल के पेड़ पर चढ़ा दें। इससे माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आप पर कृपा बरसाती हैं।
- दिवाली के दिन माँ लक्ष्मी को काली हल्दी चढ़ाएं और माँ लक्ष्मी पर इसे चढ़ाने के बाद अपने घर या दफ्तर की तिजोरी में रख दें। इससे धन लाभ होता है।
- इसके अलावा दिवाली के दिन आप किसी चांदी, तांबे या स्टील के बर्तन में पानी भर कर घर के ईशान कोण में रख दें। इससे घर में आने वाले सारे आर्थिक संकट दूर होंगे और माँ लक्ष्मी की कृपा होगी।
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दिवाली 2022: राशि अनुसार लक्ष्मी पूजन
दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन बहुत ही अहम माना जाता है। लेकिन यदि आप अपनी राशि के अनुसार माँ लक्ष्मी की पूजा करते हैं तो आपके परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहेगी, साथ ही आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
मेष- इस राशि के स्वामी होते हैं मंगल और इसके अनुसार अगर जातक माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो पूजा में माँ लक्ष्मी पर लाल रंग के फूल चढ़ाएं और इसके साथ लक्ष्मी स्त्रोत का पाठ करें। अगर आप इसके साथ हनुमान जी की भी पूजा करते हैं, तो ये आपके लिए बहुत लाभदायक होगा।
वृषभ- इस राशि के स्वामी होते हैं शुक्र, इसलिए आपको को पूरे विधि-विधान से माँ लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। साथ ही ॐ महालक्ष्म्यै नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।
मिथुन- बुध का राज मिथुन राशि पर होता है। ऐसे में इस राशि के जातकों को दिवाली के दिन माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश के पूजन में प्रसाद के रूप में मोदक चढ़ाने चाहिए। इससे आपको धन की प्राप्ति होगी।
कर्क- कर्क राशि पर चंद्रमा का शासन होता है। ऐसे में अपने लिए सफलता के रास्ते खोलने के लिए दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन में कमल के फूल चढ़ाएं।
सिंह- इस राशि के स्वामी होते हैं सूर्य। इसलिए आपको दिवाली के दिन एक साफ चौकी पर भगवान गणेश और माँ लक्ष्मी की मूर्तियां रख कर विधिवत पूजन करना चाहिए।
कन्या- कन्या राशि के जातक यदि कोई नया काम करने की सोच रहे हैं तो माँ लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए उन्हें माँ लक्ष्मी को कमल के फूल और खीर चढ़ाना चाहिए।
तुला- इस राशि के जातकों का स्वामी शुक्र ग्रह को माना जाता है। आपको माँ लक्ष्मी को लाल रंग के कपड़े अर्पण करने चाहिए। इसी के साथ लाल रंग के फूल भी चढ़ाने चाहिए। इस उपाय से आपको धन कमाने में बहुत आसानी होगी। साथ ही आपका वैवाहिक जीवन भी बहुत बेहतर होगा।
वृश्चिक- मंगल ग्रह इस राशि पर शासन करते हैं। आपको लक्ष्मी पूजन के दिन देवी पर लाल सिंदूर चढ़ाना चाहिए। इससे आपका जीवन समृद्ध बनेगा।
धनु- इसके स्वामी होते हैं बृहस्पति। ऐसे में आपको दिवाली के दिन माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सफेद रंग के कमल अर्पित करने चाहिए। इससे आपको धन लाभ होना निश्चित है।
मकर- शनि देव को मकर राशि का स्वामी माना जाता है, इसलिए दिवाली के दिन आप शनि देव के सामने तेल के दीये जलाकर उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं। इसके प्रभाव से आपको जीवन में सौभाग्य और सफलता की प्राप्ति होगी।
कुंभ- माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कुंभ राशि वालों को माँ लक्ष्मी को सफेद धातु की चीज जैसे कि चांदी चढ़ाना चाहिए। इससे आपके जीवन में कई अनुकूल बदलाव होंगे।
मीन- बृहस्पति मीन राशि पर शासन करते हैं। इसलिए आपको दिवाली के दिन माँ लक्ष्मी को लाल रंग की चुनरी चढ़ाना चाहिए। इससे आपका वैवाहिक जीवन काफी सुखमय होगा।
दिवाली 2022 के लिए वास्तु उपाय
- वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में या दफ्तर में ईशान कोण सबसे ज्यादा अहम माना जाता है। मान्यता है कि इस कोण में भगवान का वास होता है। इसलिए दिवाली की सफाई करते वक्त घर के इस हिस्से को सबसे पहले और बहुत अच्छे से साफ करें।
- इस बात का खास ख्याल रखें कि ईशान कोण में कोई भी गंदी या बिना काम की कोई भी चीज न रखें क्योंकि ऐसा करने से माँ लक्ष्मी का आगमन नहीं होता है। इसलिए ईशान कोण में साफ-सफाई का बेहद खास ध्यान रखें।
- वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर के ब्रह्म क्षेत्र का भी बहुत महत्व होता है क्योंकि इस स्थान को बहुत फलदायी माना जाता है। इसलिए दिवाली के त्योहार पर ब्रह्म स्थान को अच्छे से साफ करें और इस बात का विशेष ध्यान रखें कि यहां कोई बड़ा फर्नीचर और बिना काम का सामान न रखा हो।
- घर की पूर्व दिशा को भी साफ रखना भी बहुत अहम माना जाता है क्योंकि इस दिशा में साफ-सफाई होने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। धनतेरस के दिन भी पूजा के वक्त इस दिशा की सफाई अच्छे से करनी चाहिए। इससे माँ लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं।
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