बुध का मेष राशि में गोचर: व्यापारियों को रहना होगा सतर्क; दुर्घटना होने का भी है डर!

वैदिक ज्योतिष में बुध को राजकुमार की उपाधि दी गई है। यह बुद्धि, बेहतर तर्क क्षमता और अच्छे संचार कौशल का प्रतिनिधित्व करते हैं। चंद्रमा के बाद बुध सबसे छोटे और सबसे तेज गति से चलने वाले ग्रह हैं। यह जातक की बुद्धि, सीखने की क्षमता, सजगता, भाषण और भाषा आदि को प्रभावित करते हैं। वैदिक ज्योतिष में बुध को दो राशियों कन्या राशि और मिथुन राशि का स्वामित्व प्राप्त है। ये कन्या राशि में उच्च और मीन राशि में नीच के होते हैं।

Varta Astrologers

बता दें कि बुध 31 मार्च 2023 की दोपहर 02 बजकर 44 मिनट पर मेष राशि में गोचर करने जा रहे हैं। बुध के गोचर से सभी 12 राशि के जातकों के जीवन में कई  बदलाव देखने को मिलेंगे। कुछ राशियों के लिए बुध का गोचर सकारात्मक परिणाम लेकर आएंगे तो वहीं कुछ राशियों के लिए यह नकारात्मक परिणाम भी लेकर आ सकते हैं। अब चलिए आगे बढ़ते हैं और एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में विस्तार से जानते हैं कि बुध का मेष राशि में गोचर मेष राशि के जातकों के जीवन के हर पहलुओं में क्या शुभ व अशुभ बदलाव लेकर आएगा। 

बुध के गोचर से संबंधित अन्य चीजों को जानने के लिए, करें विद्वान ज्योतिषियों से बात करके

बुध का मेष राशि में गोचर: मेष राशि में प्रभाव

सारांश

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं और यह आपके लग्न भाव (पहले भाव) में गोचर करेंगे। यह गोचर आपके लिए शुभ-अशुभ दोनों तरह के परिणाम लेकर आने वाला है। सामान्य तौर पर लग्न भाव में बुध का गोचर फलदायी होता है क्योंकि यह लाभकारी ग्रह है। इसके परिणामस्वरूप आपको योजना के तहत काम करने पर सफलता हासिल होगी। अनावश्यक क्रोध और छोटी-छोटी बातों को तूल देने से बचना होगा। व्यापारियों को सतर्क रहना होगा और सोच संभलकर हर सौदा करना होगा अन्यथा नुकसान होने की संभावना है। यात्रा करते समय या वाहन चलाते समय अपना विशेष ध्यान रखें क्योंकि दुर्घटना होने की आशंका है। साथ ही बिजली का काम करते समय भी सावधानी बरतनी होगी और धारदार सामान का इस्तेमाल करते समय भी सजग रहना होगा। इसके अलावा तीसरे भाव के स्वामी आपके लग्न भाव में गोचर कर रहे हैं जिसके फलस्वरूप आप अपने व्यक्तित्व और रंग-रूप को बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे, जो आपको और अधिक आकर्षक व खुशनुमा बनाएगी और आप अपने अंदर आत्मविश्वास और साहस की वृद्धि महसूस करेंगे।

स्वास्थ्य

हालांकि छठे भाव के स्वामी होने के कारण स्वास्थ्य के लिहाज से यह समय आपके लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है। इस दौरान आपको अपनी सेहत का अधिक ध्यान देना होगा क्योंकि पाचन तथा त्वचा संबंधी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। इस बात का ध्यान दें कि अपने ऊपर किसी भी प्रकार का तनाव हावी न होने दें। संभव हो तो प्रतिदिन सुबह व शाम को सैर पर जाएं। यह आपकी सेहत के लिए अच्छी साबित होगी। आपके द्वारा की गई थोड़ी सी मेहनत आपके स्वास्थ्य को बेहतरी की तरफ ले जा सकती है।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

पेशेवर व व्यावसायिक जीवन 

बुध का मेष राशि में गोचर काल के दौरान कार्यक्षेत्र में आपके विरोधी/ शत्रु आपकी छवि खराब करने की कोशिश भी कर सकते हैं लेकिन आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि अपने तेज दिमाग, बुद्धि और संचार कौशल से आप उनसे निपटने में सक्षम होंगे। साथ ही आप अपने काम की वजह से चर्चा में रहेंगे। पेशेवर जीवन के लिहाज से यह गोचर आपके लिए अनुकूल साबित होगा। जो जातक मीडिया, बैंकिंग, डेटा साइंटिस्ट या एमएनसी कंपनी के साथ काम कर रहे हैं उन्हें इस दौरान कई नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। हालांकि व्यापारियों को इस दौरान थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है। किसी भी व्यक्ति पर आंख मूंदकर विश्वास न करें। यह समय व्यापार के प्रचार-प्रसार का है, इस पर आपको ध्यान देना होगा। प्रचार-प्रसार के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म का सहारा लेना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

शिक्षा

बैंकिंग की तैयारी कर रहे छात्रों को पढ़ाई के लिए स्ट्रेटजी बनानी होगी, ताकि आपको सफलता प्राप्त हो सके। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र इस दौरान अच्छा प्रदर्शन देते हुए अपनी परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने में सफल रहेंगे। वहीं खेल जगत से जुड़े युवाओं को अपनी प्रतिभा का जलवा बिखेरने का अवसर मिल सकता है। मन लगाकर खेलेंगे तो जीत आपकी ही होगी।

नये साल में करियर की कोई भी दुविधा कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट से करें दूर

पारिवारिक जीवन

इस दौरान आपको अपने पार्टनर व परिवार के सदस्यों का भरपूर साथ मिलेगा। आप अपने रिश्ते में ईमानदार रहेंगे और अपने प्रियतम के साथ अपना जीवन बिताने के लिए तत्पर नजर आएंगे। यदि आप सिंगल हैं तो इस अवधि के दौरान किसी ख़ास व्यक्ति से आपकी मुलाकात हो सकती है।

उपाय

  • प्रतिदिन बुध बीज मंत्र का जाप करें। मंत्र- ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः।
  • भगवान गणेश की पूजा करते समय उन्हें दूर्वा (दूब घास) अर्पित करें।
  • बुधवार के दिन 5-6 कैरेट का पन्ना चांदी या सोने की अंगूठी में धारण करें लेकिन इसके लिए ज्योतिषी से सलाह जरूर ले लें।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि आपको यह ब्लॉग भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.