बुध के गोचर से बना नीचभंग राजयोग; 31 मार्च तक वृषभ सहित ये 3 राशियां कमाएंगी खूब सारा पैसा!

ग्रहों के राजकुमार बुध सूर्य के सर्वाधिक निकट है और इन्हें बुद्धि का देवता कहा गया है। काल पुरुष कुंडली में मिथुन व कन्या राशि पर बुध ग्रह का अधिकार है। यह कन्या राशि में उच्च के व मीन राशि में नीच के होते हैं। दिशाओं की बात करें तो बुध उत्तर दिशा के स्वामी हैं। सूर्य व शुक्र इनके मित्र हैं लेकिन मंगल और चंद्रमा से शत्रुता रखते हैं। बृहस्पति और शनि इसके सम ग्रह है। बुध महादशा 17 वर्ष की होती है। बुध प्रभावित व्यक्ति हंसना, बोलना व मजाक करना पसंद करते हैं। ये सफल व्यापार करने की क्षमता प्रदान करते हैं। बुध त्वचा का प्रतिनिधित्व करते हैं। यदि किसी कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत हो तो यह व्यक्ति को तेज बुद्धि प्रदान करता है और साथ ही जातक को व्यापार, संचार और शिक्षा में उन्नति मिलती है। वहीं यदि कुंडली में बुध की स्थिति कमज़ोर हो तो त्वचा संबंधी समस्या और शिक्षा में एकाग्रता की कमी महसूस होती है।

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बता दें कि बुध 16 मार्च 2023 की सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश कर चुके हैं और यह 31 मार्च 2023 तक इसी राशि में विराजमान रहेंगे। बुध के गोचर के कारण नीचभंग राजयोग का निर्माण हुआ है और इस राजयोग का सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव सभी 12 राशियों में देखने को मिलेगा लेकिन तीन राशियां ऐसी हैं जिन्हें नीचभंग राजयोग से लाभ मिलेगा। तो आइये बिना देर किये जानते हैं किन राशियों के लिए यह योग फलदायी साबित होगा लेकिन उससे पहले जान लेते हैं कि क्या है नीचभंग राजयोग।

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नीचभंग राजयोग

ज्योतिष के अनुसार, यदि किसी कुंडली में नीच ग्रह के स्वामी की दृष्टि भी किसी नीच ग्रह पर हो तो ऐसी स्थिति में नीचभंग राजयोग का निर्माण होता है। जैसे कि बुध देव की नीच राशि मीन राशि है और मीन राशि के स्वामी गुरु हैं। जब बृहस्पति (गुरु) की दृष्टि बुध पर होती है तो ऐसे में नीच भंग राजयोग बनता है। किसी भी जातक की कुंडली में यह योग बनने पर वह राजा के समान जीवन जीता है।

नीचभंग राजयोग से इन तीन राशियों को मिलेगा बंपर लाभ!

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। इस गोचर काल के दौरान यह आपके एकादश भाव यानी ग्यारहवें भाव में गोचर कर चुके हैं। इस गोचर के कारण बन रहे नीचभंग राजयोग 31 मार्च तक आपके लिए बेहद शुभ साबित होगा। इस अवधि में आय में बढ़ोतरी होगी और सभी आर्थिक समस्याएं दूर हो जाएंगी। घर में मांगलिक कार्य होने की संभावना है। नौकरी करने वाले जातकों के लिए पदोन्नति के योग भी बन सकते हैं। 

शिक्षा की दृष्टिकोण से देखें तो वृषभ राशि के छात्रों के लिए यह अवधि काफी अनुकूल साबित होगी। विशेष रूप से उन छात्रों के लिए जो किसी लैंगुएज कोर्स, गणित या अकाउंटिंग जैसे विषयों की पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं प्रेम जीवन की बात करें तो जो जातक सिंगल है वह इस अवधि के दौरान रिलेशनशिप में आ सकते हैं। जो दंपत्ति विवाह के उपरांत संतान सुख प्राप्ति के लिए कामना कर रहे हैं, उन्हें इस दौरान कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध लग्न तथा चतुर्थ भाव के स्वामी हैं। इस गोचर काल के दौरान यह आपके दशम भाव में गोचर कर चुके हैं। मिथुन राशि के जातकों के लिए इस गोचर से बन रहा नीचभंग राजयोग बेहद लाभदायक रहने वाला है। नौकरीपेशा और व्यवसाय से जुड़े जातकों को इस अवधि में लाभ होगा। पदोन्नति या आय में बढ़ोतरी हो सकती है। काम के सिलसिले से विदेश यात्रा भी करनी पड़ सकती है जो आपके लिए बेहद फलदायी साबित होगी।

इस गोचर काल में आपको अपने परिवार, विशेष रूप से अपनी माता जी का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा। आपका पारिवारिक जीवन और घरेलू वातावरण सुखद और सौहार्दपूर्ण रहेगा और इस कारण आप तनाव मुक्त रहेंगे।

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कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध लग्न तथा दशम भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके सप्तम भाव में गोचर कर चुके हैं। इस गोचर से बनने वाला नीचभंग राजयोग आपको अच्छे परिणाम देगा। आय में वृद्धि के साथ-साथ मान-सम्मान में भी बढ़ोतरी होगी। जो लोग लेखनी, साहित्य और जनसंपर्क के क्षेत्र से जुड़े हैं उनके लिए यह समय अधिक लाभदायक रहेगा। इस दौरान आप सभी समस्याओं का सामना करने तथा उन्हें अपनी बौद्धिक क्षमता से हल करने में सक्षम होंगे। इसके साथ ही आपको अपने पिता व गुरुओं का सहयोग और आशीर्वाद प्राप्त होगा। प्रेम जीवन की बात करें तो कन्या राशि के जो जातक सिंगल हैं उनकी मुलाकात इस दौरान किसी ख़ास व्यक्ति से हो सकती है।

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बुध ग्रह के ज्योतिषीय उपाय

  • कुंडली में बुध ग्रह की शुभता पाना चाहते हैं तो बुधवार के दिन तुलसी का पौधा घर में जरूर लगाएं। पौधे की नियमित रूप से पूजा करें और जल अवश्य चढ़ाएं।
  • कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति को मजबूत करने के लिए प्रत्येक बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं। 
  • इसके अलावा गरीबों व जरूरतमंदों को हरी चीजों का दान भी अवश्य करें।
  • बुधवार के दिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और बुध ग्रह की मजबूती के लिए मां से प्रार्थना करें।
  • बुध ग्रह से जुड़े दोष को दूर करने के लिए हर बुधवार के दिन 5 या 11 कौड़ियों को बहते हुए जल में प्रवाहित करें। इससे जीवन में सुख- समृद्धि भी बनी रहती है।

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