बुध का धनु राशि में गोचर: जानें बुध देव किन-किन राशियों पर बनाएंगे अपनी कृपा!

बुध का धनु राशि में गोचर: एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको बुध का धनु राशि में गोचर के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करेंगे। बता दें कि बुध 27 नवंबर, 2023 को बृहस्पति द्वारा शासित राशि धनु में गोचर करने जा रहे हैं। बुध का आपके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव डालेगा। तो आइए जानते हैं बुध का गोचर किस राशि के जातकों के लिए शुभ व किस राशि के जातकों के लिए अशुभ साबित होने वाला है। साथ ही, जानेंगे शेयर मार्केट व देश-दुनिया में इसका अनुकूल व प्रतिकूल प्रभाव।

Varta Astrologers

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके 

नवग्रहों में बुध को सबसे छोटा और तेज़ गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है। यह सूर्य के बहुत ही नजदीक है। बुध लगभग 23-28 दिनों बाद एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं यानी एक राशि में वह 23-28 दिनों तक विराजमान रहते हैं। इसके बाद दूसरी राशि में प्रवेश कर जाते हैं। बुध ग्रह को सूर्य के साथ ज्यादातर देखा गया है। यह सूर्य से या तो एक भाव आगे या एक भाव पीछे ही रहते हैं। सूर्य के करीब होने के कारण बुध तेज़ी से अस्त होते हैं लेकिन अस्त होने पर इनके प्रभाव में कोई ज्यादा विशेष अंतर नहीं होता है।

इस बार बुध 27 नवंबर 2023 को धनु राशि में गोचर करेंगे। आइए देखें कि बुध के गोचर का प्रभाव किस राशि में किस प्रकार से पड़ेगा। साथ ही जानेंगे, देश-दुनिया सहित शेयर मार्केट पर इसके सकारात्मक व नकारात्मक प्रभाव के बारे में। लेकिन इससे पहले जान लेते हैं धनु राशि में बुध के प्रभाव के बारे में।

बुध का धनु राशि में प्रभाव 

ज्योतिष में धनु दोहरी प्रकृति की व अग्नि तत्व की राशि है, जिस पर बृहस्पति का शासन है और बृहस्पति सूर्य से पांचवां और हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा व शुभ ग्रह है। बुध और बृहस्पति के बीच शत्रुतापूर्ण संबंध है, हालांकि यह स्थिति जातक को अनुकूल परिणाम प्रदान करती है क्योंकि दोनों ग्रह का स्वभाव दयालु है। बुध का धनु राशि के प्रभाव से व्यक्ति उदार दृष्टिकोण रखता है। साथ ही, बुध ग्रह व्यक्ति के जीवन में अंतर्दृष्टि, याददाश्त और सीखने की क्षमता को दर्शाता है। ऐसे जातक आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ अधिक झुकाव रखते हैं।

बुध के प्रभाव से जातक साहित्य पढ़ने और पूजा स्थलों में जाने की इच्छा रखते हैं। जो तार्किक होकर बात करते है ये जातक उनकी सराहना करने से पीछे नहीं हटते हैं। इनकी रुचि फिलोस्फी की तरफ अधिक होती है। साथ ही, धर्म और मनोविज्ञान का अध्ययन की इच्छा इन जातकों के अंदर रहती है। बुध के प्रभाव से जातक की बातचीत करने की क्षमता में सुधार आता है। ऐसे जातक बेहतरीन लेखक और वक्ता बन सकते हैं।  ये व्यक्ति अक्सर विदेशी भाषाओं और संस्कृतियों से आकर्षित होते हैं।

बुध का धनु राशि में गोचर: तिथि व समय

बुद्धि, तर्क, वाणी और मित्र के कारक ग्रह बुध बृहस्पति द्वारा शासित धनु राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, बुध ग्रह को एक तटस्थ ग्रह माना गया है और अब यह 27 नवंबर 2023 की सुबह 05 बजकर 41 मिनट पर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। अब हम बुध का धनु राशि में गोचर का देश-दुनिया में प्रभाव के बारे में जानेंगे।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर: विश्वव्यापी प्रभाव

रिसर्च और डेवलपमेंट

  • बुध के गोचर के प्रभाव से कई क्षेत्रों में रिसर्च और डेवलपमेंट को बढ़ावा मिल सकता है, विशेषकर इंजीनियरिंग क्षेत्र में।
  • यह गोचर निश्चित रूप से रिसर्च और डेवलपमेंट में सहायक होंगे और वैज्ञानिकों को उनके आविष्कार में बेहतर करने में मदद करेगा।
  • दुनिया भर के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और शोधकर्ताओं आदि को इस गोचर से लाभ होगा।

उपचार, मेडिसिन, बिज़नेस और काउंसलिंग

  • बुध के गोचर के परिणामस्वरूप जो लोग चिकित्सक, डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, टैरो रीडर आदि के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं उन्हें सफलता प्राप्त होगी क्योंकि बुध याद रखने की क्षमता को मजबूत करता है और ज्ञान के कारक ग्रह बृहस्पति इन व्यवसायों को बढ़ावा देते हैं।
  • इस दौरान डॉक्टर, चिकित्सा कर्मचारी आदि अपने क्षेत्र में तेजी से वृद्धि करेंगे।
  • चिकित्सा क्षेत्र में हो रहे नए रिसर्च से चिकित्सा क्षेत्र को लाभ होगा।
  • उच्च अध्ययन जैसे पीएचडी की पढ़ाई कर रहे लोगों को इस दौरान शानदार परिणाम प्राप्त होंगे।
  • काउंसलिंग से जुड़े लोगों को भी इस गोचर से लाभ होगा।
  • बुध के गोचर से उन व्यापारियों को लाभदायक परिणाम प्राप्त होंगे जो पूजा की सामग्री जैसे- अगरबत्ती, हवन आदि का निर्यात करते हैं।

बुध का धनु राशि में गोचर: शेयर बाजार की भविष्यवाणी

बुध ग्रह 27 नवंबर 2023 से धनु राशि में गोचर करेंगे। बुध का गोचर शेयर बाजार को काफी हद तक प्रभावित करता है। आइए देखते हैं कि सूर्य का वृश्चिक राशि में गोचर के दौरान शेयर बाजार में किस तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। शेयर बाजार भविष्यवाणी 2023 के अनुसार,

  • हॉस्पिटल मैनेजमेंट, टेलीकम्युनिकेशन, मीडिया और ब्रॉडकास्टिंग इंडस्ट्री शानदार तेज़ी दिखाई देने की संभावना है।
  • ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन भी अच्छा प्रदर्शन करती दिखेगी।
  • इस अवधि के दौरान इंपोर्ट, एक्सपोर्ट और इंस्टीट्यूशनल कॉर्पोरेशन अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
  • पब्लिक सेक्टर और फार्मा सेक्टर भी अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है।
  • रिसर्च और डेवलपमेंट आदि क्षेत्र तेज़ी आने के योग बन सकते हैं।

बुध का धनु राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा सकारात्मक प्रभाव

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैंं जो आपके नौवें भाव में गोचर कर जाएंगे। कुंडली में नौवां भाव धर्म, पिता, लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थ स्थल, संचार और भाग्य के भाव को दर्शाता है। ऐसे में, मेष राशि के जो जातक फिलोसोफर, कंसलटेंट, मेंटर और टीचर के रूप में काम कर रहे हैं, वह इस समय आसानी से दूसरों को प्रभावित करने में सक्षम होंगे क्योंकि इस अवधि में आपकी वाणी बेहद प्रभावशाली रहेगी। वहीं, जो छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करने की योजना बना रहे हैं, वह बुध का धनु राशि में गोचर की अवधि में ऐसा कर सकते हैं क्योंकि यह समय उपयुक्त होगा। इसके अलावा, जो लोग उच्च शिक्षा प्राप्त करने की योजना बना रहे हैं, उन्हें इस दौरान शानदार अवसर प्राप्त होगा। वहीं जो छात्र सरकारी नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं वह इस अवधि में सफल हो सकते हैं।

पाएं अपनी कुंडली आधारित सटीक शनि रिपोर्ट

मिथुन राशि

बुध का गोचर आपके सातवें भाव में होने जा रहा है, जो जीवनसाथी और बिज़नेस पार्टनरशिप का भाव है। इसके परिणामस्वरूप जिन जातकों का विवाह हो चुका है उनका पार्टनर के साथ रिश्ता मज़बूत होगा। आप जीवनसाथी के नाम पर घर खरीद सकते है या उन्हें कोई उपहार दे सकते हैं। वहीं सातवां भाव बिज़नेस पार्टनरशिप का भाव भी है। ऐसे में, जिन जातकों का अपना व्यापार है और पार्टनरशिप में बिज़नेस करना चाहता हैं, उनके लिए यह समय बेहद फलदायी साबित होगा।

हालांकि, सातवें भाव में बैठे बुध की दृष्टि अपनी ही राशि मिथुन के लग्न भाव पर होगी। इसके परिणामस्वरूप, बुध का धनु राशि में गोचर सौंदर्य, यौवन, स्वास्थ्य और फिटनेस आदि की प्राप्ति के लिए अच्छा रहेगा। ऐसे में, आपको स्वस्थ जीवन शैली अपनाते हुए पौष्टिक आहार का सेवन करना होगा और दिनचर्या में योग, व्यायाम शामिल करना होगा।

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके पांचवें भाव में गोचर करेंगे। कुंडली में पांचवां भाव शिक्षा, प्रेम संबंध, संतान, सट्टेबाजी आदि का प्रतिनिधित्व करता है। बुध का गोचर दर्शाता है कि इस अवधि आप अपने बच्चों की शिक्षा पर या संतान की जरूरतों और विकास पर अत्यधिक धन ख़र्च कर सकते हैं।  पांचवां भाव सट्टेबाजी और शेयर बाजार का भी भाव होता है। ऐसे में, इस बात की प्रबल संभावना है कि आप सट्टेबाजी और शेयर मार्केट में हाथ आज़माएं। इस दौरान आपको सतर्क किया जाता है कि सामान की खरीदारी करते वक्त और निवेश करते समय अत्यधिक सावधानी बरतें।

बुध ग्रह को बुद्धि का कारक ग्रह माना जाता है और ऐसे में, यह समय छात्रों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा। बुध का धनु राशि में गोचर आपकी सीखने की क्षमता को बढ़ाएगा, विशेष रूप से उन छात्रों की जिनका संबध बुध से जुड़े विषयों जैसे गणित, मास कम्युनिकेशन, लेखन और भाषा के कोर्स आदि से है। हालांकि, बुध का यह गोचर सिंह राशि के प्रेमी जोड़ों के लिए अच्छा रहेगा क्योंकि आप बेहतरीन संचार कौशल के दम पर अपने रिश्ते को मज़बूत बनाएंगे।

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध आपके दसवें और लग्न भाव के स्वामी हैं। बुध का गोचर आपके चौथे भाव में होगा। इस गोचर के परिणामस्वरूप रियल एस्टेट से जुड़े लोगों को लाभ होगा। नौकरी करने वाले जातकों को कार्यस्थल पर अपने वरिष्ठों से सराहना प्राप्त होगी। बुध अपनी ही राशि मिथुन से आपके दसवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं, जो आपके करियर के लिए उत्कृष्ट साबित होगा। खासकर उन लोगों के लिए जो रियल एस्टेट कंपनियों से जुड़े हैं या प्रॉपर्टी एजेंट हैं। इस दौरान आपको अपनी टीम के सदस्य का भरपूर साथ मिलेगा।

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए बुध आपके बारहवें और नौवें भाव के स्वामी हैं जो यह अब आपके तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। बुध का गोचर तुला राशि वालों के लिए बेहद अनुकूल साबित होगा। जो लोग मीडिया, पब्लिकेशन, लेखन, फिल्म डायरेक्शन, कंसल्टेशन, मार्केटिंग आदि से हैं, उनके लिए यह गोचर शानदार परिणाम लेकर आएगा। इसके अलावा, आपके बातचीत करने का तरीका भी आकर्षक होगा और ऐसे में, वह आपकी बातों से जल्द ही प्रभावित हो जाएंगे। संभावना है कि आपको कुछ छोटी यात्राओं पर जाना पड़ें या फिर विदेश यात्रा के भी योग बनेंगे। विदेश से आपका कोई दोस्त या रिश्तेदार आपसे मिलने आ सकता है।

तीसरे घर में मौजूद बुध देव की दृष्टि अपनी स्वयं की राशि मिथुन के नौवें भाव पर होगी जो कि धर्म, पिता और गुरु का भाव है। ऐसे में, हम कह सकते हैं कि बुध का धनु राशि में गोचर की अवधि में आपको अपने पिता और गुरु का हर कदम पर साथ मिलेगा। इन जातकों के बेहतरीन संचार कौशल की वजह से पिता के साथ आपका रिश्ता मजबूत होगा और वह आपके द्वारा किये गए काम की सराहना करते हुए नज़र आएंगे।

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए बुध सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे। बुध गोचर का समय धनु राशि के उन जातकों के लिए शानदार रहेगा जो व्यापार करते हैं या ट्रेडिंग से जुड़े हैं या एक नए व्यापार की शुरुआत करना चाहते हैं या फिर पार्टनरशिप में आने के इच्छुक हैं। जो जातक मीडिया, टीचर, वित्त, बैंकिंग, इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट या डेटा विज्ञान क्षेत्रों आदि से संबंध रखते हैं, उनके लिए यह समय बहुत अच्छा रहने वाला है। बुध देव की दृष्टि पहले भाव से अपनी राशि मिथुन और आपके सातवें भाव पर पड़ रही होगी। इसके परिणामस्वरूप, धनु राशि वालों का वैवाहिक जीवन काफ़ी आनंदमय रहेगा। साथ ही, आपकी निजी और पेशेवर जीवन की साझेदारियों में सुधार देखने को मिलेगा। ऐसे में, आपको जीवनसाथी के साथ-साथ बिजनेस पार्टनर का भी हर कदम पर सहयोग मिलेगा।

कुंभ राशि

बुध आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी है और यह गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होने जा रहा है। सामान्यतौर पर ग्यारहवें भाव में बुध की मौजूदगी को पेशेवर और सामाजिक जीवन का दायरा बढ़ाने के लिए अच्छा माना जाता है। इसके परिणामस्वरूप आप अपने लिए एक मज़बूत और उपयोगी नेटवर्क का निर्माण करने में सक्षम होंगे।

इसके अलावा, यदि बात करें आर्थिक जीवन की तो, बुध का धनु राशि में गोचर आपके लिए काफ़ी लाभदायक साबित होगा, लेकिन ऐसा तभी होगा जब कुंडली में दशा इस गोचर का समर्थन करेगी। ऐसे में, आप सट्टेबाजी और शेयर बाजार के माध्यम से पैसा कमाने में सक्षम होंगे। इसके विपरीत, यदि आपकी दशा समर्थन नहीं कर रही होगी, तो आपको धन से जुड़े मामलों में सावधान रहने की सलाह दी जाती है और इस दौरान किसी भी तरह का बड़ा निवेश करने से बचना होगा। साथ ही, इस अवधि में आप अपने पार्टनर के साथ मिलकर या संतान के नाम पर संयुक्त निवेश कर सकते हैं जो कि आपके लिए फलदायी साबित होगा।  

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे भाव और सातवें भाव के स्वामी हैं और अब ये आपके दसवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। दसवें भाव में गोचर आपके लिए शानदार परिणाम लेकर आएंगे। विशेष रूप से व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े जातकों के लिए। बुध का गोचर उन जातकों के लिए अनुकूल रहेगा जो राजनेता, धार्मिक गुरु, टीचर, लेक्चर, मोटिवेशनल स्पीकर, लाइफ कोच, ज्योतिषी आदि हैं क्योंकि बुध का धनु राशि में गोचर के दौरान आप दूसरों को अपनी तरफ आकर्षित करने और अपनी बातें मनवाने में सक्षम होंगे।

इसके अलावा, सातवें भाव के स्वामी के रूप में बुध का दसवें भाव में गोचर दर्शाता है कि जो जातक विवाह योग्य हैं वह कार्यस्थल पर या काम के सिलसिले में की गई यात्रा के दौरान या सहकर्मियों के माध्यम से जीवनसाथी से मिल सकते हैं। 

दसवें भाव में गोचर दर्शाता है कि जो जातक विवाह योग्य हैं वह कार्यस्थल पर या काम के सिलसिले में की गई यात्रा के दौरान या सहकर्मियों के माध्यम से जीवनसाथी से मिल सकते हैं। जो जातक पहले से शादीशुदा हैं वह नया व्यापार करने के बारे में सोच सकते हैं। मीन राशि के जो जातक मीन राशि के जो लोग व्यापार करते हैं और लंबे अर्से से अपने व्यापार के लिए पार्टनर की तलाश कर रहे हैं उन्हें कोई नया पार्टनर मिल सकता है। इसका अलावा, दसवें भाव में बैठे बुध की दृष्टि अपनी ही राशि मिथुन के साथ-साथ आपके चौथे भाव पर भी पड़ रही है। ऐसे में, यह समय घर-परिवार के लिए कोई नया वाहन लेने या फिर कोई लग्जरी वस्तु खरीदने के लिए अच्छा रहेगा। इस अवधि में यह जातक अपने घर में कोई पूजा आदि करने में काफ़ी धन खर्च कर सकते हैं।

अब घर बैठे विशेषज्ञ पुरोहित से कराएं इच्छानुसार ऑनलाइन पूजा और पाएं उत्तम परिणाम!

बुध का धनु राशि में गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे भाव और पांचवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके आठवें भाव में गोचर करेंगे। आठवें भाव में बुध की मौजूदगी अच्छी नहीं मानी जाती है। बुध की इस स्थिति के परिणामस्वरूप आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। संभावना है कि आपको एलर्जी, त्वचा संक्रमण, यूटीआई, कीड़े के काटने और निजी क्षेत्रों में संक्रमण जैसी समस्याएं परेशान करें। बुध के धनु राशि में गोचर के दौरान, आप अपने संचार उपकरणों में कुछ तकनीकी कठिनाइयों का भी अनुभव कर सकते हैं।

इसके अलावा, दूसरे भाव के स्वामी का आठवें भाव में गोचर परिवार के साथ समस्याओं को जन्म दे सकता है जो कि आपकी वाणी के कारण उत्पन्न हो सकती है। साथ ही, आपकी बचत भी खतरे में पड़ सकती है। हालांकि, बुध की दृष्टि अपनी ही राशि के दूसरे भाव पर पड़ रही होगी और ऐसे में, यह कोशिश करेंगे कि आपको ज्यादा नुकसान न हो।

कर्क राशि

धनु राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे भाव और बारहवें भाव के स्वामी हैं और यह अब आपके छठे भाव में गोचर करेंगे। ऐसे में, कर्क राशि वालों के लिए बुध का धनु राशि में गोचर अच्छा नहीं कहा जा सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि इस दौरान अपनी सेहत का विशेष ध्यान दें। किसी भी प्रकार की बुरी लतों से दूर रहें और संतुलित आहार का सेवन करें क्योंकि आपको डायबिटीज, लीवर या पाचन आदि से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आशंका है कि आपको इस अवधि में अस्पतालों के कई चक्कर काटने पड़ें या फिर किसी से कहासुनी हो जाए। इन जातकों की अपने छोटे भाई-बहनों के साथ बहस होने की संभावना है।

हालांकि, गोचर उन छात्रों के लिए अनुकूल रहेगा जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि वह इस दौरान परीक्षा में सफलता प्राप्त करने में सक्षम होंगे। वहीं, कर्क राशि के जो जातक डाटा साइंटिस्ट, ट्रेड, बैंकर आदि क्षेत्रों से संबंध रखते हैं वह लोग पेशेवर जीवन में तरक्की हासिल करने के लिए बुध गोचर की अवधि का अच्छे से उपयोग कर सकेंगे।

बुध का धनु राशि में गोचर: प्रभावशाली उपाय

  • बुध की सकारात्मकता पाने के लिए सबसे अच्छा तरीका भगवान बुद्ध के मंत्रों का जाप करना है।
  • बुध ग्रह को शांत करने के लिए तोते को खाना खिलाना चाहिए।
  • खाने से पहले दिन में कम से कम एक बार गाय को खाना खिलाना चाहिए। ऐसा करने से बुध शुभ परिणाम प्रदान करते हैं।
  • हरी सब्जियां जैसे पालक और अन्य पत्तेदार सब्जियां, विशेष रूप से गरीब बच्चों को दान या खिलाई जानी चाहिए।
  • पक्षियों को भीगे हुए हरे चने खिलाने से भी कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होते हैं।
  • बुध के हानिकारक प्रभावों को कम करने के लिए वाणी में मधुरता लानी चाहिए और दूसरों से प्रेम से बातचीत करना चाहिए।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख ज़रूर पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इसे अपने अन्य शुभचिंतकों के साथ ज़रूर साझा करें। धन्यवाद!

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.