बुध के गोचर से होगी बुध-शनि की युति; जानें देश और दुनिया पर इसका प्रभाव!

बुध का कुंभ राशि में गोचर 2023: बुध का कुंभ राशि में गोचर आपके जीवन में विभिन्न प्रकार के बदलाव लाने में सक्षम है। बुध ग्रह कुंडली में जिस ग्रह के साथ या जिस राशि में उपस्थित होते हैं, उसी के स्वामी के अनुसार फल देते हैं। बुध शनि के मित्र ग्रह हैं इसलिए शनि की राशि कुंभ में बुध का यह गोचर मुख्य रूप से अच्छे परिणाम देने वाला माना जा सकता है। ख़ास बात यह है कि कुंभ राशि में इन दोनों मित्र ग्रहों की युति 30 साल के बाद बन रही है। एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको बुध का कुंभ राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी जानेंगे कि बुध गोचर जातकों के जीवन और देश-दुनिया को कैसे प्रभावित करेगा और उन प्रभावों से कैसे बचा जा सकता है।

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ज्योतिष में बुध ग्रह का महत्व

ज्योतिष में बुध ग्रह का बहुत महत्व है जो कि बुद्धि, संचार, भाषण और तर्क शक्ति के कारक माने जाते हैं। ये व्यक्ति के गुणों और अवगुणों को नियंत्रित करते हैं और यह हमारे निर्णय लेने की क्षमता को भी प्रभावित करते हैं। यह ग्रह त्वचा, जीभ, चेहरा, हाथ, तंत्रिका तंत्र, पित्ताशय आदि से संबंधित रोगों के लिए ज़िम्मेदार होते हैं। साथ ही, ये मानसिक विकारों और कान की समस्या भी उत्पन्न कर सकते हैं। शनि और शुक्र ग्रह बुध के मित्र हैं जबकि मंगल ग्रह से इनकी शत्रुता है। इसके अलावा, अन्य सभी ग्रह जैसे बृहस्पति, सूर्य और चंद्रमा के साथ इनके तटस्थ संबंध हैं। ये मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं और 27 नक्षत्रों में बुध को अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्र का स्वामित्व प्राप्त है। बुध सफल व्यापार करने की क्षमता प्रदान करते हैं। व्यवसाय करने वाले जातक की कुंडली में बुध का विशेष महत्व होता है क्योंकि ये व्यापार, शेयर बाजार, परिवहन जैसे रेलवे, जहाज, विमान आदि का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसके अलावा बुध ग्रह का संबंध ज्योतिष और रहस्य विज्ञान से संबंधित व्यवसायों से भी है।

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बुध का कुंभ राशि में गोचर: तिथि व समय

बुध 27 फरवरी 2023 को कुंभ राशि में शाम 4 बजकर 33 मिनट पर गोचर करेंगे। कुंभ वायु तत्व की राशि है और इस राशि के जातक बुद्धिमान स्वभाव के होते हैं। बुध कुंभ राशि में अनुकूल स्थिति में रहेंगे क्योंकि इनकी युति मित्र ग्रह शनि के साथ होगी। ऐसे में बुध का कुंभ राशि में गोचर के दौरान जातकों को जिस प्रकार के (सकारात्मक/ नकारात्मक) परिणाम प्राप्त होंगे उन पर शनि की स्थिति का प्रभाव देखने को मिल सकता है। आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि हमारे जीवन पर इसका क्या प्रभाव पड़ने वाला है।

बुध का कुंभ राशि में गोचर: वैश्विक प्रभाव 

  • काल पुरुष कुंडली के ग्यारहवें भाव में बुध और शनि की युति के दौरान चमड़ा उद्योग (बेल्ट, पर्स, जैकेट, आदि) से जुड़े लोगों को बढ़ावा मिल सकता है।
  • वेब डिजाइनिंग, टीचिंग, ऑनलाइन काउंसलिंग, पब्लिशिंग, जर्नलिज्म जैसे पेशे में वृद्धि देखने को मिलेगी। यह भी संभव है कि दुनिया भर में लोग इन व्यवसायों में अधिक रुचि लेने लगे।
  • बुध का कुंभ राशि में गोचर होने के परिणामस्वरूप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एआर/वीआर और मेटावर्स आदि टेक्नोलॉजी में नए आविष्कार होने की संभावना है क्योंकि शनि ग्रह तकनीक से संबंध रखते हैं।
  • रेलवे, जलमार्ग और वायुमार्ग जैसे परिवहन क्षेत्रों की सेल बढ़ सकती है और दुनिया भर में यात्रा करने वाले लोगों की संख्या में इजाफ़ा हो सकता है।
  • इस गोचर के दौरान शेयर मार्केट और सट्टा कारोबार में उछाल आ सकता है।
  • भारत अपने पड़ोसी देशों सहित अन्य देशों के साथ स्पष्ट व पेशेवर तरीके से संवाद करने में सक्षम होंगे।
  • इस गोचर के दौरान नेता और बड़े व्यवसायी अपने बयान देते वक्त सावधानी बरतते हुए नज़र आएंगे। साथ ही अहम मुद्दों पर चर्चा भी कर सकते हैं।
  • दुनियाभर में नेटवर्क से जुड़े व्यवसाय और संचार के क्षेत्र से संबंध रखने वाले लोग जैसे लेखक, कवि, काउंसलर आदि में तेजी देखने को मिल सकती है।
  • बुध के कुंभ राशि में गोचर के दौरान भारत में कॉमर्स और फाइनेंस सेक्टर कुछ हद तक बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम होगा।

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लोगों पर किस तरह से पड़ेगा बुध के गोचर का प्रभाव

  • इस गोचर के दौरान जो लोग बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े हैं उन्हें लाभ प्राप्त हो सकता है।
  • लेदर के क्षेत्र से जुड़े लोगों के व्यापार में वृद्धि देखने को मिल सकती है।
  • काउंसलर, बैंकर, शेयर बाजार से जुड़े लोगों को लाभ हो सकता है।
  • न्यायपालिका से जुड़े लोगों के लिए भी यह समय अनुकूल साबित हो सकता है।

बुध का कुंभ राशि में गोचर: सामान्य उपाय

  • किन्नरों का आशीर्वाद लें।
  • बुधवार के दिन बुध ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
  • मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों में गायों का दान करें।
  • बुध ग्रह से शुभ फल प्राप्ति हेतु बुध बीज मंत्र का जाप करें।
  • शनि को प्रसन्न करने के लिए शनि के बीज मंत्र का जाप करें।
  •  गरीब व्यक्ति को जूते चप्पल का दान करें।

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