सोचिए ऐसा कौन होगा भला, जो धन की देवी लक्ष्मी जी को साथ रखना नहीं चाहता होगा! लोग मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए भी कई तरह के उपाय करते हैं। लेकिन अगर आप सोचते हैं, कि बहुत तपस्या और कर्म-काण्ड के बाद ही लक्ष्मी जी का आशीर्वाद मिलता है, तो यह आपकी भूल है। हमारे आचरण और रोज के कार्यों से भी लक्ष्मी जी का आशीर्वाद हमें प्राप्त हो सकता है। वहीँ व्यक्ति द्वारा किए कुछ दैनिक अनैतिक कार्यों से भी लक्ष्मी जी साथ छोड़ देती हैं। तो चलिए इस लेख में आपको बताते हैं, कि आखिर वह कौन से अनैतिक कार्य हैं, जिन्हें करने से धन की देवी लक्ष्मी जी दूर चली जाती है –
मैले कपड़े ना करें धारण
यदि कोई व्यक्ति मैले कपड़ों को धारण करता है, तो माँ लक्ष्मी उससे दूर हो जाती हैं। इतना ही नहीं गंदे कपडे इंसान के रहन-सहन को भी प्रदर्शित करता है, इस वजह से सामाजिक जीवन में भी उसे अपमानित होना पड़ता है।
क्रोध और अपशब्दों का प्रयोग
धर्मों में साफ़ लिखा है कि क्रोध करने से व्यक्ति नर्क का भागी बनता है। क्रोध और अपशब्दों का प्रयोग करने वाले व्यक्ति की गिनती शास्त्रों में कायर के समान होती है। निरंतर घर में या अपनों पर क्रोध करते रहने से या कलेश का माहौल बने रहने से, धन की देवी लक्ष्मी जी उस व्यक्ति और उस घर से दूर चली जाती हैं।
सुबह और शाम घर पर दीया ना जलाने से
आज के समय में घर के आँगन या दहलीज पर दीया जलाने की परंपरा मानो खत्म ही होती जा रही है। प्रातःकाल और शाम के समय में अगर घर में दीया ना जलाया जाए, तो इससे लक्ष्मी जी क्रोधित हो जाती हैं, और उस व्यक्ति को और उसके घर का त्याग कर देती हैं।
साधू-संतों और शास्त्रों का अनादर
कई बार हम अपने घर में या जीवन में शास्त्रों का अनादर कर देते हैं। ऐसा करने से हम किसी और का नहीं, बल्कि अपना ही नुकसान कर रहे होते हैं। साधू-संतों और शास्त्रों के अनादर से, लक्ष्मी जी उस व्यक्ति से दूर हो जाती हैं।
सूर्योदय और सूर्यास्त के समय भूलकर भी न सोये
अक्सर आपने बड़े-बुजुर्गों को यह कहते हुए सुना होगा कि सूर्योदय के बाद उठना और सूर्यास्त के समय सोने से धन की देवी लक्ष्मी जी रूठ जाती हैं। हमारे धर्मों में भी यह साफ़ लिखा है कि सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त के समय राक्षस प्रवृति के लोग ही सोते हैं। आप स्वयं भी देख सकते हैं कि इस आचरण के लोगों का जीवन हमेशा अव्यवस्थित होता है, और वो किसी ना किसी बीमारी से ग्रसित रहते हैं।
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