बेहद ही खास होता है नीम का पेड़, नहीं जानते तो आज जान लीजिये इसका धार्मिक महत्व

नीम का पेड़ बीमारी फ़ैलाने वाले कीटाणुओं को दूर करने के लिए जाना जाता है। असल में पेड़ नहीं नीम की पत्तियां। जब भी घर में किसी को थोड़ा सा भी संक्रमण हो जाता है तो दादी नानी के नुस्खे के अनुसार नीम के पेड़ की पत्तियों का इस्तेमाल करके उस संक्रमण को बेहद ही आसानी से दूर करना तो हमने अपने घरों में बचपन से देखा है। आज जानते हैं नीम के पेड़ का हिंदू धर्म में धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व इतना ज्यादा क्यों माना गया है। साथ ही जानते हैं कोरोनावायरस समय में नीम की पत्तियां कैसे उपयोग में लाई जा सकती हैं। 

नीम के पेड़ का महत्व

यह समय बेहद ही मुश्किल चल रहा है। हमारा देश एक बार फिर से कोरोना महामारी की चपेट में है। ऐसे में नीम के पेड़ के पत्ते इस दौरान किसी वरदान से कम नहीं है। आप चाहें तो नीम के ताजे पत्तों को स्नान के पानी में डालकर इससे स्नान कर सकते हैं। ऐसा करने से कीटाणु आदि दूर होते हैं। नीम के पत्तों में इतनी शक्ति होती है कि यह संक्रमण को हमारे जीवन से दूर रखता है।

नीम के पेड़ का ज्योतिष और धार्मिक महत्व

हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जानकार बताते हैं और मानते हैं कि नीम के पेड़ का संबंध शनिदेव से होता है। वहीं बहुत से लोग इसे केतु से भी जोड़ कर देखते हैं। ऐसे में नियमित रूप से नीम के पेड़ की पूजा करने से कुंडली से शनि और केतु के दुष्प्रभावों को कम या दूर किया जा सकता है। इसके अलावा देवी और शक्ति की पूजा उपासना में भी नीम का उपयोग किया जाता है। मां शीतला और मां काली की पूजा में भी नीम का प्रयोग किया जाना बेहद शुभ माना जाता है। बहुत सी जगहों पर नीम के पेड़ को निमाड़ी देवी कहते हैं जिन्हें मां दुर्गा का स्वरूप माना जाता है। ऐसे में नीम के पेड़ यानी निमाड़ी पेड़ की पूजा का विधान भी बताया गया है।

जिन व्यक्तियों के जीवन में शनि दोष मौजूद होता है उन्हें शनि की शांति के लिए नीम के पेड़ की लकड़ी से हवन कराने की सलाह दी जाती है। ऐसा करना शनि की दशा से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए बेहद फलदाई साबित होता है। इसके अलावा यदि शनि जीवन में ज्यादा पीड़ा दे रहा हो तो नीम की लकड़ी की माला धारण करना भी फलदाई होता है। इसके साथ ही नीम की लकड़ी पर बने हुए यंत्र बेहद ही प्रभावशाली और शुभ माने जाते हैं। इसके अलावा जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया कि नीम के पत्तों को स्नान के पानी में डालकर उस से नहाने से कीटाणु आदि दूर होते हैं साथ ही ऐसा करने से एक केतु से संबंधित समस्याएं भी जीवन से दूर होती हैं।

तो मानते हैं ना कि, नीम का पेड़ वाकई में बेहद ही चमत्कारी और लाभदायक होता है।

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