हिन्दुओं के आस्था के केंद्र रहे अयोध्या में इस बार की होली ख़ास होने वाली है। वजह हम सब जानते हैं। वजह यही कि लगभग तीन दशक से न्यायिक प्रक्रिया से गुजरने के बाद यह पहली दफा है कि अयोध्या में होली के वक़्त रामलला किसी तम्बू में नहीं बल्कि एक मंदिर में स्थापित हैं। ऐसे में 500 सालों बाद रामलला को अपना दरबार वापस मिलने पर अयोध्या में होली को लेकर अलग ही ख़ुशी की लहर है। आपको बता दें कि साल 2020 में 05 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आनंदीबेन पटेल और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जैसे गणमान्य सदस्यों की मौजूदगी के बीच राम मंदिर की नींव रखी थी।
होलिका दहन
होलिका दहन मुहूर्त :18:36:38 से 20:56:23 तक
अवधि : 2 घंटे 19 मिनट
भद्रा पुँछा : 10:27:50 से 11:30:34 तक
भद्रा मुखा : 11:30:34 से 13:15:08 तक
क्या है तैयारियां?
अयोध्या में राम मंदिर में होली को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है। होली को लेकर राम मंदिर के हर हिस्से को देश के विभिन्न स्थानों से मंगवाए गए पुष्पों से सजाया जा रहा है। राम मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक़ होली के दौरान शुद्ध व साधारण रंग और सुगन्धित अबीर का उपयोग कर के होली खेली जायेगी। मंदिर में रामलला की विशेष पूजा अर्चना की तैयारियों को लेकर मंदिर के पुजारी लगातार बैठक कर चर्चा कर रहे हैं।
मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि साल 1528 में मंदिर पर मुग़ल बादशाह बाबर के सेनापति मीर बाकी के हमले के बाद से अयोध्या में कभी भी होली धूमधाम और पारम्परिक ढंग से नहीं खेली गयी। उन्होंने आगे कहा कि अब लगभग 500 सालों बाद हम लोग रामलला के दरबार में पारंपरिक तरीके व धूमधाम से होली मनाने वाले हैं। यह एक नए युग की शुरुआत है।
जाहिर है कि अयोध्या में इस बार होली विशेष रहने वाली है। अयोध्या वासियों के लिए इस साल राम मंदिर के निर्माण को लेकर होली का जश्न दोगुना होने वाला है। ख़ास तौर से वे लोग जो भगवान राम में बेहद आस्था रखते हैं उनके लिए यह होली तो काफी ही भावनात्मक साबित होने वाली है।
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