जानिए क्या सर्बानंद सोनोवाल के सितारों के दम पर बनेगी भाजपा सरकार

सर्बानंद सोनोवाल भाजपा के दमदार नेताओं में से एक हैं। असम राज्य के 14वें मुख्यमंत्री रह चुके सर्बानन्द सोनोवाल भाजपा के उन नेताओं की कतार में खड़े हैं जिन्होंने अभी तक विवाह नहीं किया है। डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय से स्नातक सोनोवाल ने गुवाहाटी विश्वविद्यालय से एलएलबी भी किया है। तेज वाहन के शौक़ीन सोनोवाल जी को मछलियां पकड़ने का भी शौक है और पार्टी में वे एक ऐसे नेता के तौर पर देखे जाते हैं जिन्हें विवाद सुलझाने का बढ़िया तजुर्बा है। आइये सोनोवाल जी के भविष्य पर एक नज़र डालते हैं और देखते हैं कि आने वाले समय में क्या कह रहे हैं उनके सितारे।

सर्बानंद सोनोवाल: भविष्य क्या कहता है?

सर्बानंद सोनोवाल का जन्म 31-10-1961 को हुआ था। आप नीचे उनकी कुंडली देख सकते हैं।

सर्बानंद सोनोवाल की कुंडली के अनुसार उनका जन्म कुंभ लग्न में केतु के साथ हुआ है। कुंडली में सातवें भाव का उप नक्षत्र स्वामी राहु है। यह केतु के तारे में है। सोनोवाल जी की कुंडली में विवाह का कोई खंडन नहीं है, ऐसे में हम यह मान कर चलते हैं कि उन्होंने कई कारणों से शादी न करने का फैसला किया होगा। फिलहाल यह बात यहाँ इस वक़्त हमारी चिंता का विषय भी नहीं है।

इस वक़्त सर्बानंद सोनोवाल पर चंद्रमा की महादशा चल रही है और अंतरा शनि का है। उनकी कुंडली में स्पष्ट ‘पुनर्फू’ हैं जो कि उनके अभी तक अविवाहित रहने का एक कारण भी हो सकता है। फिलहाल सोनोवाल जी उन्हीं ग्रहों की दशा से गुजर रहे हैं।

24 मई 2016 को जब सोनोवाल जी असम के मुख्यमंत्री बने थे तब वे मून-मून की अवधि से गुजर रहे थे। उनकी कुंडली में चंद्रमा, शनि के तारे और राहु के उप में स्थित है। चंद्रमा और राहु छठे भाव में हैं जो सोनोवाल जी को दूसरों पर बढ़त दिलाता दिख रहा है और फिलहाल चंद्रमा भी अपने स्वयं की राशि में ही स्थित है। अंतरा स्वामी शनि को प्लेसीडस चार्ट में ग्यारहवें भाव में रखा गया है और यह सूर्य के तारे में और राहु के उप में है। यहां लग्न से 12-1-6-7-11 घरों की कनेक्टिविटी है।

असम में बहुत जल्द ही दोबारा चुनाव हो सकते हैं। इस स्थिति में फिलहाल जिस तरह के भावों का संयोजन सोनोवाल जी की कुंडली में दिख रहा है, ऐसी उम्मीद है कि उन्हें एक आसान जीत मिल सकती है। कुंडली की दशा तो यही कहती है कि असं के लोग उन्हें इस बार ढेर सारा प्यार देने वाले हैं।

हालांकि, यह वास्तव में एक मजेदार पहलू है कि चाहे वह गुजरात हो, मध्य प्रदेश हो या फिर छत्तीसगढ़, जहां भी भाजपा की सरकार बनती है वहां आमतौर पर भाजपा 2-3 बार शासन करती है। असमिया लोग बहुत स्नेही और सरल लोग हैं। वे धूर्तता नहीं करते हैं क्योंकि मैंने असम में अपनी ज़िन्दगी का लगभग एक साल गुजारा है और इस दौरान मैंने वहां के लोगों को बेहद करीब से जाना और देखा है।

सोनोवाल जी की कुंडली में एक और ध्यान देने वाली बात यह है कि उनके शनि और गुरु के ऊपर ही अभी शनि और गुरु गोचर कर रहे हैं। 7 अप्रैल, 2021 को बृहस्पति उनके लग्न में चला जाएगा और इसकी वजह से आगामी चुनाव में सोनोवाल जी की जीत को ईश्वरीय सहायता प्राप्त हो सकती है। सोनोवाल जी की कुंडली के अनुसार उन पर साल 2025 के दिसंबर महीने तक चन्द्रमा की महादशा रहने वाली है। ऐसी स्थिति में आप सोनोवाल जी को कम से कम साल 2025 तक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान देख सकते हैं।

इलेक्शन कमीशन ऑफ़ इंडिया के अनुसार, अंतिम चरण के मतदान निम्नानुसार होंगे:

चरण 3

सीटों की संख्या- 40

अधिसूचना जारी- 12 मार्च

नामांकन की अंतिम तिथि- 19 मार्च

नामांकन की जांच- 20 मार्च

नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि- 22 मार्च

मतदान की तारीख- 6 अप्रैल (मंगलवार)

आपको बताते चलें कि इस मतदान में भाजपा पहले की दो मतदान तारीखों से बेहतर परिणाम हासिल करेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि बृहस्पति सोनोवाल जी के लिए बदल जाएगा।

अंत में सभी उम्मीदवारों और पार्टियों को मतदान के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.