दिसंबर महीने का आखिरी गोचर बृहस्पति का गोचर होने वाला है जो 31 दिसंबर को होगा। इस दौरान बृहस्पति राशि चक्र की पहली राशि मेष में मार्गी हो जाएंगे। अपने इस खास ब्लॉग में आज हम बृहस्पति के इसी गोचर के बारे में बात करेंगे, साथ ही जानेंगे बृहस्पति के मेष राशि में गोचर का सभी 12 राशियों के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
इसके अलावा कुंडली में पीड़ित और बली बृहस्पति का व्यक्ति के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है और किन उपायों को करके आप अपनी कुंडली में बृहस्पति ग्रह को मजबूत कर सकते हैं इन उपायों की जानकारी भी आपको इस ब्लॉग के माध्यम से हम प्रदान करेंगे। आगे बढ़ने से पहले सबसे पहले जान लेते हैं बृहस्पति का मेष राशि में मार्गी परिवर्तन कब होने वाला है।
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बृहस्पति मेष राशि में मार्गी: क्या रहेगा समय?
इस साल के अंतिम दिन अर्थात 31 दिसंबर को सुबह 7 बजकर 08 मिनट पर बृहस्पति मार्गी होने जा रहे हैं। इस दौरान गुरु मेष राशि में रहेंगे। माना जा रहा है कि गुरु की मार्गी स्थिति व्यक्ति को उन सभी समस्याओं और बाधाओं से मुक्ति दिला सकती है जिसका जातक गुरु के वक्री अवस्था के दौरान सामना कर रहे थे।
ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह और मेष राशि
बात करें बृहस्पति ग्रह की तो इसे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह माना जाता है। गुरु ग्रह सभी राशि चक्र का पूरा भ्रमण पूरा करने में 12 वर्षों का समय लगाते हैं। वैदिक ज्योतिष में गुरु ग्रह को सत्गुण प्रदान करने वाला ग्रह माना गया है और यह व्यक्ति का भाग्य भी निर्धारित करता है। इसके अलावा बृहस्पति ग्रह को गुरु का दर्जा दिया गया है।
जहां धनु और मीन राशि का स्वामित्व गुरु या बृहस्पति ग्रह के पास होता है वहीं कर्क इसकी उच्च राशि है और मकर इसकी नीच राशि मानी जाती है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार बृहस्पति धर्म, दर्शन और ज्ञान का कारक ग्रह है। इसके अलावा शेयर मार्केट, किताबों का व्यवसाय, शिक्षा, आदि का संचालन बृहस्पति के प्रतीक रूप व्यवसाय माने गए हैं।
जिन व्यक्तियों की कुंडली में बृहस्पति मजबूत स्थिति में नहीं होता है उन्हें गुरु के नकारात्मक प्रभाव के स्वरूप शरीर में कफ और चर्बी की परेशानी उठानी पड़ती है। इसके अलावा ऐसे लोगों को डायबिटीज, हर्निया, पीलिया, बेहोशी, आदि रोग भी होने का खतरा बना रहता है। ऐसी स्थिति में ज्योतिष के जानकार बृहस्पति से संबंधित कुछ सरल उपाय करने की सलाह देते हैं।
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कमजोर बृहस्पति के लक्षण
- अगर व्यक्ति के सिर के बीचो-बीच से बाल गायब होने लगे तो यह कमजोर बृहस्पति का लक्षण माना जाता है।
- लाख चाहते हुए भी अगर आपकी पढ़ाई में रुकावट उत्पन्न होने लगे तो यह भी कमजोर बृहस्पति की निशानी है।
- आंखों में पीड़ा कमजोर बृहस्पति की ओर संकेत देती है।
- सपने में सांप का नजर आना कमजोर बृहस्पति के लक्षण हैं।
- गले में दर्द और फेफड़ों की बीमारी होना भी बृहस्पति से संबंधित बुरे प्रभाव के लक्षण माने गए हैं। हालांकि अगर आप व्यक्तिगत रूप से जानना चाहते हैं कि आपकी कुंडली में बृहस्पति की स्थिति क्या है तो आप इसके लिए विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात कर सकते हैं।
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बृहस्पति को मजबूत बनाएंगे ये ज्योतिषीय उपाय
- अपनी बाई भुजा में हल्दी की गांठ पीले रंग के धागे में बांधकर बांध लें।
- 27 गुरुवार तक केसर का तिलक लगाएँ और केसर की पुड़िया पीले रंग के कपड़े या कागज में बांधकर अपने पास रखें।
- पीले रंग के वस्त्र धारण करें।
- घर में पीले रंग के परदे लगाएँ।
- सूरजमुखी का पौधा लगाएँ।
- सोने की चेन और बृहस्पति यंत्र धारण करें।
- अपने माता-पिता, गुरुओं और पूजनीय लोगों का आदर और सम्मान करें।
- मंदिर या धार्मिक स्थल पर जाकर निशुल्क सेवा करें।
- बुद्धिजीवियों और गुरुजनों का सम्मान करें।
- मुमकिन हो तो गुरुवार का व्रत करें।
- गुरुवार के दिन आटे की लोई में चने की दाल, गुड और हल्दी डालकर गाय को खिलाएं।
बृहस्पति के गुण और अवगुण जानते हैं आप? जैसे हर व्यक्ति में अंदर गुण और अवगुण दोनों होते हैं वैसे ही बृहस्पति में भी यह दोनों ही मौजूद होते हैं। बात करें बृहस्पति के गुण की तो यह मान, प्रतिष्ठा और उत्पत्ति का कारक माना गया है। वहीं अगर कुंडली में बृहस्पति निर्बल है या पीड़ित अवस्था में है तो यह सभी गुण देखते ही देखते खत्म भी हो जाते हैं।
बृहस्पति मेष राशि में मार्गी
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए गुरु ग्रह आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपके….(विस्तार से जानें गोचरफल और उपाय)
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों की कुंडली में बृहस्पति महाराज को आठवें और ग्यारहवें भाव का स्वामित्व प्राप्त है जो अब 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपके….(विस्तार से जानें गोचरफल और उपाय)
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए बृहस्पति देव आपके दसवें भाव और सातवें भाव के स्वामी हैं और अब यह 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपके….(विस्तार से जानें गोचरफल और उपाय)
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए गुरु ग्रह आपके छठे भाव और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपके….(विस्तार से जानें गोचरफल और उपाय)
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों की कुंडली में बृहस्पति महाराज को पांचवें और आठवें भाव का आधिपत्य प्राप्त है। 31 दिसंबर 2023 को अब यह….(विस्तार से जानें गोचरफल और उपाय)
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए गुरु ग्रह आपके चौथे भाव और सातवें भाव के स्वामी हैं जो अब 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और ….(विस्तार से जानें गोचरफल और उपाय)
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए गुरु ग्रह को आपके तीसरे और छठे भाव का स्वामित्व प्राप्त है। अब यह 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और ….(विस्तार से जानें गोचरफल और उपाय)
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में बृहस्पति देव दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं जो 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और ….(विस्तार से जानें गोचरफल और उपाय)
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए बृहस्पति ग्रह आपके लग्न भाव और चौथे भाव के स्वामी हैं और अब यह 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपके….(विस्तार से जानें गोचरफल और उपाय)
मकर राशि
मकर राशि वालों की कुंडली में बृहस्पति देव को बारहवें भाव और तीसरे भाव का स्वामित्व प्राप्त है। अब 31 दिसंबर 2023 को यह मेष राशि में ….(विस्तार से जानें गोचरफल और उपाय)
कुम्भ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए बृहस्पति महाराज आपके ग्यारहवें और दूसरे भाव के स्वामी हैं जो कि 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और ….(विस्तार से जानें गोचरफल और उपाय)
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए गुरु ग्रह आपके दसवें भाव और लग्न भाव के स्वामी हैं। अब बृहस्पति महाराज 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपके….(विस्तार से जानें गोचरफल और उपाय)
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