चैत्र नवरात्रि 2023: करें ये आसान वास्तु उपाय, जीवन के हर क्षेत्र में होंगे कामयाब!

Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है और 9 दिनों तक माता रानी के अलग-अलग रूपों की पूजा विधि-विधान से की जाएगी। लेकिन क्या आप जानते हैं, पूजा-पाठ के साथ ही इन 9 दिनों में वास्तु के कुछ ख़ास उपायों की मदद से आपके जीवन में कितने अहम बदलाव आ सकते हैं? दरअसल वास्तु शास्त्र में नवरात्रि पूजा से संबंधित कई नियमों के बारे में बताया गया है, जैसे कलश रखने की सही दिशा, मूर्ति स्थापना की सही जगह, घर के मुख्य द्वार पर क्या रखना चाहिए और अन्य चीजें आदि। इन सभी कार्यों का प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है और इस ख़ास ब्लॉग में हम इन्हीं उपायों से जुड़ी अहम बातों के बारे में जानेंगे। 

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नवरात्रि में ऐसे करें वास्तु शास्त्र के अनुसार पूजन

हम सभी लोग घर में पूजा के समय कलश की स्थापना तो करते हैं लेकिन काफी कम लोग ही इसके पीछे की वजह जानते हैं। दरअसल, पुराणों के अनुसार कलश को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है और यही कारण है कि पूजा से ठीक पहले इसकी स्थापना करने का विधान है।

किस दिशा में रखें कलश और माता की मूर्ति (फोटो)?

घर के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में कलश और माता की मूर्ति या फोटो की स्थापना करनी चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार इसे देवताओं का स्थान माना जाता है। ईशान कोण में मूर्ति और कलश की स्थापना करने से घर में सकारात्मकता का संचार होता है।

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घर के मुख्य द्वार के लिए करें यह ख़ास उपाय

घर के मेन गेट पर माता लक्ष्मी के चरण चिन्ह लगाना बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता के अनुसार ऐसा करने से आपके घर पर माता लक्ष्मी की कृपा हमेशा ही बनी रहती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।

मेन गेट पर लगाएं यह चिन्ह

घर में नकारात्मकता खत्म करने के लिए आप यह आसान उपाय कर सकते हैं। अपने घर के मुख्य द्वार पर आप “ऊँ” का चिन्ह लगा सकते हैं और इसके प्रभाव स्वरूप आपके घर से सारी नेगेटिविटी खत्म हो जाएगी।

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करियर और नौकरी में सफलता के लिए करें यह उपाय

अपना व्यवसाय करने वाले जातक ऑफिस के मेन गेट पर एक बर्तन में जल भरकर उत्तर या पूर्व की दिशा में रखें। आप इसमें पीले और लाल रंग के फूल भी डाल सकते हैं और इसके प्रभाव से आपको करियर में कामयाबी मिलती है। वहीं अगर आपको कुछ बाधाएं महसूस हो रही है, तो उसका भी निवारण होता है।

किस दिशा में रखें अखंड ज्योत

हम सभी लोग जानते हैं नवरात्रि में नौ दिनों तक अखंड ज्योत रखी जाती है। पूजा स्थान पर अखंड ज्योत को दक्षिण-पूर्व की दिशा में रखना बेहद शुभ माना जाता है। वास्तु के अनुसार इस दिशा में अखंड ज्योत रखने से आपके घर के लोगों का स्वास्थ्य अच्छा होता है और आपको जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों में विजय प्राप्त होती है।

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