बुध गोचर 2023: बुद्धि के ग्रह करेंगे मकर राशि में प्रवेश, जानें प्रभाव!

बुध गोचर 2023: वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को विशेष स्थान प्राप्त है। इस ग्रह का वर्णन कई हिंदू  एवं पौराणिक ग्रंथों में मिलता है। आपको बता दें कि बुध ग्रह का वर्णन 5वीं शताब्दी के संस्कृत भाषा में लिखे गये ग्रंथ “आर्यभटीय” में भी किया गया है जिसकी रचना आर्यभट्ट ने की थी। बुध देव को संचार, भाषा और बुद्धि का कारक माना गया है और इन्हें हरे वर्ण का दर्शाया गया है। अब कन्या और मिथुन राशि के स्वामी मकर राशि में प्रवेश करेंगे। एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको बुध के मकर राशि में गोचर से जुड़ी समस्त जानकारी प्रदान करेगा जैसे तिथि, समय आदि। साथ ही जानेंगे, बुध गोचर का कैसा होगा सभी 12 राशियों पर असर। तो आइये जानते हैं बुध गोचर के बारे में विस्तार से।         

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बुध का ज्योतिषीय महत्व 

ज्योतिष में वाणी और बुद्धि के कारक बुध को एक लाभकारी ग्रह का दर्जा प्राप्त है। ग्रीस की पौराणिक कथाओं में हेमीज़ बुध ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। वहीं, कुंडली में बुध देव तीसरे और छठे भाव पर शासन करते हैं और प्रत्येक राशि में ये 24 दिनों तक रहते हैं। अगर नक्षत्रों की बात करें तो, ये अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती नक्षत्र के स्वामी हैं। हालांकि, इस ग्रह के सूर्य और शुक्र के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध है, तो दूसरी तरफ, चंद्रमा और केतु इनके शत्रु हैं जबकि मंगल, बृहस्पति और शनि के साथ बुध ग्रह के संबंध तटस्थ है। इसके अलावा, बुधवार का दिन बुध देव को समर्पित होता है और रंगों में हरा रंग इन्हें अति प्रिय हैं। अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इस गोचर के बारे में।  

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बुध का मकर राशि में गोचर: तिथि और समय 

ग्रहों के राजकुमार के नाम से प्रसिद्ध बुध 07 फरवरी 2023 की सुबह 07 बजकर 11 मिनट पर राशिचक्र की दसवीं राशि मकर में गोचर करेंगे। बुध ग्रह के राशि परिवर्तन का प्रभाव मकर समेत सभी राशियों पर पड़ना निश्चित है। तो आइये अब नज़र डालते हैं बुध गोचर के प्रभावों पर।

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बुध का मनुष्य जीवन पर प्रभाव 

बुध ग्रह को जिज्ञासा और संवाद का ग्रह माना गया है और इस ग्रह के अनुकूल प्रभाव जातकों के जीवन के लिए फलदायी साबित होते हैं। जिन जातकों की कुंडली में बुध अच्छी स्थिति में होता है, तो ये लोगों में तेज़ बुद्धि और बातचीत करने की बेहतरीन क्षमता को बढ़ावा देता है। ऐसे लोग अपने विचारों को बहुत अच्छे से दूसरे के सामने रखने में सक्षम होते हैं और चीज़ों को जानने की जिज्ञासा इनको ऊंचाइयों पर ले जाती है। वहीं, जिन लोगों की कुंडली में बुध कमज़ोर होता है, ऐसे जातक चालाक, धोखेबाज और मतलबी हो सकते हैं। इन लोगों को अपनी बातें दूसरों के सामने रखने में समस्याओं और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, ये लोग मूडी भी हो सकते हैं।

बुध ग्रह का वैज्ञानिक महत्व  

हमारे सौरमंडल में बुध ग्रह को सबसे छोटा और तीव्र गति से चलने वाला ग्रह माना गया है। साथ ही, यह सूर्य के सबसे निकट स्थित होता है। बुध की सतह चट्टान की तरह ठोस है और इसका वायुमंडल हीलियम, हाइड्रोजन, सोडियम पोटेशियम और ऑक्सीजन से बना है। हालांकि, बुध ग्रह का अपना कोई चंद्रमा नहीं है और ऐसे में, इस ग्रह पर जीवन की कल्पना करना असंभव है। 

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बुध का मकर राशि में गोचर: राशि अनुसार राशिफल और उपाय  

मेष

मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके दसवें भाव में…(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ

वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे तथा पांचवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन

मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले तथा चौथे भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान…(विस्तार से पढ़ें)

कर्क

कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे तथा बारहवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके सातवें…(विस्तार से पढ़ें)

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सिंह

सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे तथा ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके छठे भाव…(विस्तार से पढ़ें)

कन्या

कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले तथा दसवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके पांचवें…(विस्तार से पढ़ें)

तुला

तुला राशि के जातकों के लिए बुध नौवें तथा बारहवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके चौथे भाव यानी कि सुख…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध आठवें तथा ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके तीसरे भाव यानी कि…(विस्तार से पढ़ें)

धनु

धनु राशि के जातकों के लिए बुध सातवें तथा दसवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपकी वाणी, धन…(विस्तार से पढ़ें)

मकर

मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे तथा नौवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके पहले भाव…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ

कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पांचवें तथा आठवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान…(विस्तार से पढ़ें)

मीन

मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे तथा सातवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके ग्यारहवें भाव यानी कि आमदनी…(विस्तार से पढ़ें)

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