एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम वक्री बुध के धनु राशि में गोचर से जुड़े समस्त पहलुओं के बारे में विस्तार से बात करेंगे। साल के आखिरी दिन यह गोचर होगा और इसके प्रभाव से सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन में अलग-अलग बदलाव आने निश्चित हैं। तो आइए बिना देर किए शुरुआत करते हैं और इस गोचर की तिथि, समय, प्रभावों और इससे बचने के उपायों के बारे में जानते हैं।
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ज्योतिष में बुध का महत्व
सौरमंडल में बुध सबसे छोटा और सबसे तेज चलने वाला ग्रह है। इसके अलावा, ज्योतिष शास्त्र में बुध बुद्धि, याददाश्त और सीखने की कला को दर्शाता है। साथ ही, बुध संवाद, शरीर की नसें, भाषा, तार्किक शक्ति आदि को भी काबू करता है। इसके अलावा बुध एक अत्यंत लाभकारी ग्रह माना जाता है और इसे मिथुन और कन्या राशि का स्वामित्व हासिल है। सप्ताह का दिन बुधवार बुध ग्रह को समर्पित है और बुध से जुड़ा हुआ रत्न पन्ना है।
वक्री बुध का धनु राशि में गोचर: तिथि और समय
वक्री बुध धनु राशि में 31 दिसंबर 2022 को देर रात 12 बजकर 51 मिनट पर गोचर करेंगे। असल में कोई भी ग्रह वास्तव में उल्टी गति में नहीं चलता है। इसके पीछे का स्पष्ट कारण है धरती और उस ग्रह के बीच की दूरी। लेकिन वैदिक ज्योतिष में इसका काफी अधिक महत्व माना जाता है जो हर किसी के जीवन को प्रभावित करता है। ऐसे में, यह बात पूरी तरह से साफ है कि साल 2022 के आखिरी दिन होने वाला यह गोचर हमारे जीवन में कई बदलावों के साथ आने वाला है। तो आइए जानते हैं कि वक्री बुध के धनु राशि में गोचर से दुनिया पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
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वक्री बुध का धनु राशि में गोचर, होंगे कई बदलाव
बातचीत में गलतफहमी बढ़ेगी- हम सभी जानते हैं कि बुध बातचीत यानी कि संवाद का कारक ग्रह है। इसका वक्री अवस्था में होना बातचीत पर सबसे ज्यादा प्रभाव डालेगा। इस वक्त जातकों को गलतफ़हमियों और उसके कारण पैदा होने वाले विवादों का सामना करना पड़ सकता है। जो लोग लेखन के काम में हैं उनके लिए यह वक्त मुश्किल साबित हो सकता है। आपको कई बार अपनी ही लिखी हुई चीजों को दोबारा लिखना पड़ सकता है और संभव है कि आप अपने काम से संतुष्ट न हो।
गैजेट्स और संवाद में होंगी परेशानियां- संवाद की तरह ही बुध मोबाइल, लैपटॉप, कैमरा, स्पीकर जैसी आधुनिक चीजों का भी कारक माना जाता है। बुध के वक्री अवस्था में होने से जातकों को तकनीकी और आधुनिक चीजों को लेकर परेशानी हो सकती है। इसलिए आपको इन चीजों को लेकर काफी सावधान रहने की जरूरत होगी। कोशिश करें कि अपनी सारी अहम जानकारी और कागजों को ऑनलाइन सुरक्षित रख लें।
कागजी कार्रवाई में दिक्कत और देरी- अगर आप किसी खास डील या समझौते की तैयारी कर रहे हैं, तो बेहतर होगा कि आप उसे कुछ वक्त के लिए टाल दें क्योंकि आपको कागजी कार्रवाई में समस्या का सामना करना पड़ सकता है। पेपर में कुछ गलतियों के कारण आप परेशान हो सकते हैं, इसी कारण आप चिड़चिड़े भी हो सकते हैं। इस रवैये का प्रभाव आपकी डील पर भी पड़ सकता है, इसलिए सतर्क रहें।
थकाने वाली यात्राएं- इस दौरान संभावना है कि आप लंबी दूरी वाली यात्राएं करें, लेकिन आपके लिए यह काफी थकाने वाले सफर होंगे। इसके अलावा इस बात की भी संभावना है कि आप जिस काम से यात्रा कर रहे हैं, वे भी पूरे न हों। एक ही काम के लिए आपको कई बार भागदौड़ करनी पड़ सकती है।
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निर्णय लेने में आ सकती है दिक्कत- हम सभी जानते हैं कि बुध बुद्धि, ज्ञान और निर्णय लेने में अहम भूमिका निभाते हैं। इनके वक्री अवस्था में जाने से इस बात की संभावना है कि आपको निर्णय लेने में दिक्कत हो। कई बार आपको अपने लिए हुए फैसलों के बारे में दोबारा सोचने की जरूरत पड़ सकती है।
नेता और धर्मगुरु दे सकते हैं विवादित बयान- चूंकि धर्म की राशि धनु में बुध वक्री अवस्था में गोचर करने जा रहे हैं। इसके प्रभाव से नेता और धर्मगुरु कुछ विवादित बयान दे सकते हैं। इन बयानों से लोगों की आस्था को ठेस पहुंच सकती है।
बुध ग्रह को मज़बूत करने के लिए करें ये सरल उपाय
- गाय को हरा चारा खिलाएं।
- भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा (घास) अर्पित करें।
- बुध ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें।
- ट्रांसजेंडर समाज का सम्मान करें और हो सके तो उन्हें कुछ भेंट करें।
- घर और दफ्तर में बुद्ध यंत्र रखें।
- रोजाना माता तुलसी की पूजा करें और तेल के दिये जलाएं।
- बुधवार के दिन कन्याओं को हरे रंग की चूड़ियां दें।
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