शुक्र का कन्या राशि में गोचर, एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में आपको शुक्र के गोचर से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त होंगी। क्या यह गोचर आपके लिए सौभाग्य लेकर आएगा? प्रेम जीवन में मिलेगी सफलता? इस गोचर के दौरान कैसा रहेगा आपका पेशेवर जीवन? क्या मिलेगी आपको मनपसंद नौकरी? इस ब्लॉग में मिलेंगे आपको इन सभी सवालों के सही जवाब। साथ ही आप शुक्र ग्रह से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में भी जानेंगे।
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शुक्र ग्रह ने 7 अगस्त, 2022 को मिथुन से कर्क राशि में और 31 अगस्त 2022 को कर्क से सिंह राशि में प्रवेश किया था। अब यह सिंह राशि से कन्या में गोचर करेगा। आइये आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि प्रेम, विलासिता और भौतिक सुखों के प्रदाता शुक्र किस समय कन्या राशि में गोचर करेंगे।
शुक्र का कन्या राशि में गोचर: तिथि और समय
वैदिक ज्योतिष में शुक्र को प्रमुख स्थान प्राप्त है। शुक्र वृषभ और तुला राशि के स्वामी हैं और इन्हें सभी ग्रहों में सबसे फलदायी ग्रह माना गया है। लेकिन अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र प्रतिकूल स्थिति में हो, तो यह व्यक्ति को अशुभ फल प्रदान करता है। शुक्र 24 सितंबर, 2022 की रात 9 बजकर 14 मिनट पर कन्या राशि में प्रवेश करेगा। यह गोचर सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन में कई तरह के बदलाव लेकर आने वाला है। आइये नज़र डालते हैं शुक्र ग्रह से जुड़े ज्योतिषीय तथ्यों पर।
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शुक्र से जुड़े ज्योतिषीय तथ्य
- शुक्र को नवग्रहों का मंत्री माना जाता है।
- शुक्र ग्रह के वर्ण में अनेक रंग शामिल हैं।
- तुला, शुक्र की मूलत्रिकोण राशि है।
- शुक्र ग्रह मीन राशि में 27 अंश पर उच्च के होते हैं।
- शुक्र स्त्री ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- यह चंद्रमा के एक पक्ष यानी कि पखवाड़े का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- बुध और शनि, शुक्र के मित्र ग्रह हैं।
- जिन जातकों पर शुक्र का प्रभाव होता है, वे आमतौर पर आकर्षक व्यक्तित्व, सुंदर आंखें, घुंघराले बाल, कवि और बेहद हंसमुख होते हैं।
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कन्या राशि में शुक्र का गोचर: राशि अनुसार राशिफल और उपाय
यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें:
चंद्र राशि कैलकुलेटर
मेष
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी होते हैं और अब वे इस अवधि में आपकी राशि से षष्टम भाव में…(विस्तार से पढ़ें)
वृषभ
वृषभ राशि के स्वामी ग्रह स्वयं शुक्र होते हैं। इसके अलावा शुक्र को आपके छठे भाव का स्वामित्व भी प्राप्त है और अब वर्तमान में…(विस्तार से पढ़ें)
मिथुन
मिथुन राशि के स्वामी बुध है और शुक्र, बुध के मित्र ग्रह माने गए हैं। शुक्र मिथुन राशि के जातकों के लिए पांचवें…(विस्तार से पढ़ें)
कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके चौथे व ग्यारहवें भाव के स्वामी होते हैं और अब आपकी राशि से…(विस्तार से पढ़ें)
सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके भाई-बहनों के तीसरे भाव व करियर के…(विस्तार से पढ़ें)
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके दूसरे और नौवें भाव के स्वामी होते हैं और यह अब आपकी ही राशि में…(विस्तार से पढ़ें)
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तुला
शुक्र देव आपके राशि स्वामी होने के साथ-साथ आपके अष्टम भाव पर भी स्वामित्व रखते हैं और अब शुक्र आपकी राशि से द्वादश भाव में…(विस्तार से पढ़ें)
वृश्चिक
शुक्र आपके बारहवें भाव व सप्तम भाव को नियंत्रित करते हैं और अब वे आपकी राशि से एकादश भाव में स्थित होंगे। कुंडली में…(विस्तार से पढ़ें)
धनु
शुक्र आपके छठे भाव और ग्यारहवें भाव पर शासन करते हैं और अब इस दौरान शुक्र आपकी राशि से दशम…(विस्तार से पढ़ें)
मकर
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके पांचवें भाव व दसवें भाव के स्वामी होते हैं और अब वे आपकी राशि से…(विस्तार से पढ़ें)
कुंभ
कुंभ राशि वालों के लिए शुक्र उनके चौथे व नौवें भाव पर शासन करते हैं और इस समय शुक्र आपकी राशि से अष्टम भाव में स्थित…(विस्तार से पढ़ें)
मीन
मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके तीसरे व आठवें भाव को नियंत्रित करते हैं और अब शुक्र आपकी राशि से सप्तम भाव में प्रवेश…(विस्तार से पढ़ें)
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