ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, वाणिज्य, संचार, और व्यापार आदि से जोड़कर देखा जाता है। माना जाता है जिन जातकों की कुंडली में बुध ग्रह मजबूत स्थिति में होते हैं ऐसे जातकों का संवाद कौशल बेहद ही शानदार होता है और यह अपनी बातों से ही लोगों का मन मोहने की काबिलियत रखते हैं। वहीं इसके विपरीत जिन जातकों के जीवन में बुध की शुभ स्थिति ना हो या बुध किसी पापी ग्रह से पीड़ित हो ऐसे जातकों के जीवन में तमाम नकारात्मक परिणाम जैसे दिमागी रूप से कमजोर होना, चीजों को समझने में तमाम तरह की मुश्किलें उठाना, आदि झेलनी पड़ती है।
तमाम विशेषताओं वाला यह बुध ग्रह अब जल्द ही वृषभ राशि में मार्गी होने जा रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें बुध ग्रह का वृषभ राशि में गोचर 25 अप्रैल को हुआ था। इसके बाद इसी राशि में बुध पहले वक्री अवस्था में आया, फिर अस्त हुआ और अब 3 जून को मार्गी होने जा रहा है।
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ऐसे में बुध का यह एक ही राशि में तीसरा अहम परिवर्तन बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है और स्वाभाविक है कि इसका सभी 12 राशियों के जातकों पर सकारात्मक और नकारात्मक परिणाम अवश्य पड़ेगा। अपने इस ब्लॉग में हम आपको इसी बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं कि सभी 12 राशियों पर मार्गी बुध का क्या प्रभाव पड़ेगा। साथ ही हम आपको बताएंगे बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को दूर करने के कुछ राशि अनुसार ज्योतिषीय उपायों की भी जानकारी।
बुध वृषभ राशि में मार्गी: 3 जून, 2022: समय
बुध देव अब 3 जून 2022, शुक्रवार को दोपहर 1 बजकर 07 मिनट पर अपनी वक्री गति समाप्त करते हुए पुनः मार्गी अवस्था में आ जाएंगे।
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बुध वृषभ में मार्गी (3 जून 2022): जानें गोचरफल और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों की कुंडली में बुध को उनके तीसरे व छठे भाव का स्वामी माना जाता है और इस अवधि में यह मेष राशि के दूसरे भाव यानी कि कुटुंब भाव में मार्गी होगा। ऐसे में इस अवधि के दौरान ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध उनके दूसरे और पंचम भाव के स्वामी होते हैं और इस अवधि में यह आपकी ही राशि यानी आपके प्रथम भाव में मार्गी होंगे। ऐसे में इस राशि के जातकों को बुध वृषभ में मार्गी की अवधि में….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों की कुंडली में बुध उनके लग्न भाव और चौथे भाव के स्वामी माने जाते हैं और इस अवधि में बुध उनके द्वादश भाव यानी कि मोक्ष, व्यय और विदेश यात्रा के भाव में मार्गी होंगे। ऐसे में बुध की इस स्थिति के दौरान….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह बारहवें और तृतीय भाव के स्वामी होते हैं और अब बुध आपकी राशि से एकादश भाव में मार्गी हो रहे हैं। कुंडली में एकादश भाव को आमदनी का भाव कहा जाता है। इस भाव से ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
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सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध उनके ग्यारहवें और दूसरे भाव के शासक हैं और अब वे आपकी राशि से दशम भाव में मार्गी होंगे। ज्योतिष में दशम भाव करियर, पिता की स्थिति, रुतबा, राजनीति एवं ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले और दसवें भाव के स्वामी होते हैं और अब बुध आपकी राशि से नवम भाव में मार्गी होंगे। ज्योतिष में नवम भाव को भाग्य भाव कहते हैं। इस भाव से व्यक्ति….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए बुध उनके बारहवें और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब वर्तमान में ये बुध देव आपकी राशि से अष्टम भाव में मार्गी होंगे। वैदिक ज्योतिष में कुंडली के अष्टम भाव को आयुर्भाव कहा जाता है। जिससे हम….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध अष्टम और एकादश भाव के स्वामी हैं और अब वे आपकी राशि से सप्तम भाव में मार्गी होंगे। ज्योतिष में कुंडली के सातवें भाव से हम व्यक्ति के वैवाहिक जीवन, जीवनसाथी एवं ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
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धनु राशि
धनु राशि के जातकों लिए बुध सातवें और दसवें भाव के स्वामी होते हैं और अब बुध आपकी चंद्र राशि से षष्टम भाव में मार्गी हो रहे हैं। ज्योतिष में इस भाव को शत्रु भाव कहा जाता है। इस भाव से….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह उनके छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं और यह अब आपकी राशि से पंचम भाव में मार्गी होंगे। कुंडली में इस भाव को संतान भाव के नाम से भी जाना जाता है जिससे हम….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
कुम्भ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध आपकी राशि से पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं और अब वे आपकी राशि से चतुर्थ भाव में मार्गी होंगे। कुंडली के चौथे भाव को सुख भाव कहा जाता है। इस भाव से….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
मीन राशि
मीन राशि के लिए बुध आपके चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं और अब बुध ग्रह अपनी इस अवस्था में आपकी राशि से तृतीय भाव में मार्गी हो रहे हैं। कुंडली में तीसरे भाव को सहज भाव कहा जाता है। जिससे हम….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल और उपाय)
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