सूर्य का मिथुन राशि में गोचर : जानें, कैसा रहेगा इसका आप पर प्रभाव !

सूर्य को न केवल ब्रह्मांड की आत्मा माना गया है, बल्कि सूर्य सभी प्राणियों में जीवन का संचार भी करता है। यह ग्रह अच्छे स्वास्थ्य, प्रसिद्धि, नाम, प्रतिष्ठा, सरकारी नौकरी, सम्मान, सफलता, पद आदि का कारक है। इसके अलावा, यह कार्य करने की क्षमता, साहसी दृष्टिकोण, निडरता आदि का भी प्रतिनिधित्व करता है।

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सूर्य के मिथुन राशि में गोचर से जीवन के लगभग सभी पहलुओं में कई बदलाव आने की संभावना है। इस गोचर के कारण आपको स्वास्थ्य के मामले में सावधान रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि तेज गति से फैल रहे वायरस का आप पर प्रभाव पड़ने की भी संभावना है। इस अवधि के दौरान अर्थव्यवस्था में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं और राष्ट्रों के बीच संचार अंतराल हो सकता है।

यदि किसी की कुंडली में सूर्य नीच अवस्था में हो तो उसे स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, विशेष रूप से, आंखों की समस्याएं, अपनी इच्छा की नौकरी पाने में चुनौतियों आदि का सामना करना पड़ता है। वहीं, यदि सूर्य उच्च अवस्था में है, तो व्यक्ति को समाज में सम्मान प्राप्त होता है, वह जीवन में आने वाली बाधाओं को निडरता से अवसरों में परिवर्तित करता है,  और राजनीतिक विषयों में रुचि लेता है, आदि।

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सूर्य का गोचर 15 जून 2021 को सुबह 5 बजकर 49 मिनट पर मिथुन राशि में होगा और यह इस स्थिति में 16 जुलाई 2021, शाम 4 बजकर 41 मिनट तक रहेगा और इसके बाद यह कर्क राशि में प्रवेश कर जाएगा।

सूर्य का मिथुन राशि में गोचर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मानव जीवन पर प्रभाव डालने वाला है, तो आइए जानते है, इस गोचर काल की अवधि के दौरान जातक के जीवन पर कैसा प्रभाव देखने को मिलेगा।

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