साल 2020 का अंत होने को है लेकिन अभी भी ऐसा लग रहा है मानो ये साल कभी शुरू ही नहीं हुआ हो। साल की शुरुआत से ही हम सभी अपने घरों में रहने को मजबूर हैं, और कोरोना की मार ऐसी कि साल 2020 के ग्यारहवें महीने में भी हम घरों में ही कैद रहने को मजबूर हैं। हालाँकि इस मुश्किल घड़ी में भी त्यौहार इत्यादि हमारे जीवन में थोड़ी बहुत ख़ुशियों लेकर आते हैं। तो आइये हर महीने की तरह जानते हैं कि इस महीने कौन सी तारीख़ को कौन से त्यौहार, कौन से गोचर इत्यादि होने वाले हैं।
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अपने इस नवम्बर 2020 पर एक नज़र विशेष आर्टिकल में हम आपको बताएँगे नवंबर के महीने में जन्मे लोगों की विशेषताएँ, साथ ही इस महीने में आने वाले व्रत-त्यौहार और ग्रहण की संपूर्ण जानकारी के साथ जानिए नवंबर के महीने से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण भविष्यवाणी जो आपका जीवन बदल सकती हैं। आपके जीवन को सरल-सुगम बनाने के लिए हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषी सदैव आपकी सेवा के लिए तैयार बैठे हैं। यदि आप उनसे कोई परामर्श चाहते हैं, या किसी सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो अभी ज्योतिषियों से प्रश्न पूछें और अपने जीवन के लिए उचित मार्गदर्शन प्राप्त करें।
नवंबर के महीने में जन्मे लोगों के बारे में कुछ ख़ास बातें
नवंबर में जन्मे लोगों का व्यक्तित्व : नवंबर के महीने में जन्मे लोग आमतौर पर बेहद ही शांत-स्वभाव के और खुद तक सीमित रहने वाले लोग होते हैं। यूँ तो इन्हें ज्यादा लोगों से घुलना-मिलना पसंद नहीं होता है लेकिन अगर ज़रूरत पड़े तो ये हमेशा अन्य लोगों के साथ खड़े नज़र आते हैं। इस महीने में जन्मे लोग सीक्रेटिव और प्राइवेट नेचर के होते हैं।
नवंबर में जन्मे लोगों का रोमांस : शांत स्वभाव के होने के साथ-साथ इस महीने पैदा होने वाले लोग बेहद ही वफ़ादार और रोमांटिक किस्म के होने के लिए जाने जाते हैं। प्यार में पड़े इस महीने पैदा होने वाले लोग वफादार और प्यार लुटाने वाले होते हैं। ये कभी भी प्यार में अपने साथी को धोखा नहीं देते हैं। इन लोगों पर आँख बंद कर के भरोसा किया जा सकता है।
नवंबर में जन्मे लोगों का करियर : अपने करियर के प्रति बेहद ही सजग और जागरूक होते हैं। इन्हें कोई भी काम बेहद ही परफेक्शन से करना पसंद होता है। जिस भी काम को ये लोग पूरा करने की ठानते हैं उसमें ये अपना 200 प्रतिशत देने से कभी नहीं चूकते हैं।
नवंबर में जन्मे लोगों का आर्थिक पक्ष : कहते हैं ना अगर आप मेहनत करते हैं तो यकीनन सफ़लता और शौहरत आपको मिलेगी ही मिलेगी। ठीक उसी तर्ज पर नवंबर के महीने में पैदा हुए लोग क्योंकि मेहनत जी-तोड़ करते हैं इसलिए उन्हें धन-और शोहरत भी अपार मिलती है। इन्हें कभी आर्थिक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है। इस महीने पैदा होने वाले लोग पैसा कमाने के साथ-साथ नाम और शोहरत भी भरपूर हासिल करते हैं।
नवंबर में जन्मे लोगों का स्वास्थ्य : खाने-पीने के मामले में इस महीने जन्मे लोग बेहद ही जागरूक होते हैं। ऐसे में इनका स्वास्थ्य भी अति-उत्तम रहता है। हालाँकि अगर किसी परिस्थिति में इनके स्वास्थ्य में कुछ उतार-चढ़ाव भी आये तो ये उसके लिए तत्पर रहते हैं और समय रहते सभी नियम पालन कर के खुद को वापिस स्वास्थ्य और तंदरुस्त बना लेते हैं।
नवंबर में जन्मे लोगों का समाज में मान-सम्मान : नवंबर में जन्मे लोग बेहद ही अलग और स्पेशल होते हैं। अपनी कड़ी मेहनत और लगन के दम पर ये समाज में अलग ही पहचान बनाते हैं। अपनी कड़ी मेहनत और लगन के बुनियाद पर ये लोग लोगों को बेहद ही प्रभावित करते हैं।
नवंबर में जन्मे लोगों का लकी नंबर : नवंबर में पैदा होने वालों के जातकों का लकी नंबर 3, 5 और 7 होता है।
नवंबर में जन्मे लोगों का लकी रंग: इन लोगों के लिए गुलाबी, सफेद और चॉकलेटी रंग अत्यंत शुभ माना जाता है।
नवंबर में जन्मे लोगों का लकी रत्न : पर्ल और मून स्टोन
नवंबर में आने वाले व्रत/त्यौहार-गोचर-ग्रहण की संपूर्ण जानकारी
1 नवंबर 2020- रविवार
इष्टि, कार्तिक प्रारंभ
2 नवंबर 2020 – सोमवार
मासिक कर्तिगायी
3 नवंबर 2020- मंगलवार
अटल तद्दी, रोहिणी व्रत, संकष्टी चतुर्थी
(इस साल की सभी संकष्टी चतुर्थी की सूची देखने के लिए यहाँ क्लिक करें)
- रोहिणी व्रत, जैन समुदाय के लिए रोहिणी व्रत का बेहद महत्व बताया गया है। रोहिणी व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए रखती हैं। इस दिन का व्रत घर और जीवन में सुख शांति की कामना के लिए भी रखा जाता है।
- किसी भी शुभ काम को करने से पहले हम भगवान गणेश की पूजा अवश्य करते हैं। भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए उनकी एक खास पूजा-व्रत का विधान बताया गया है जिसे संकष्टी चतुर्थी कहते हैं।
4 नवंबर 2020-बुधवार
करवा चौथ
- करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बेहद ही खास माना जाता है। इस दिन सभी सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखमय दांपत्य जीवन के लिए व्रत रखती हैं। करवा चौथ के व्रत में महिलाएं दिन-भर निर्जला व्रत रखती हैं, और रात में चंद्रोदय के बाद पूजा करने के बाद ही अपना व्रत पूरा करती हैं।
8 नवंबर 2020-रविवार
भानु सप्तमी, कालाष्टमी, अहोई अष्टमी, राधा कुण्ड स्नान
- हिन्दू कैलेंडर के अनुसार सप्तमी तिथि के दिन यदि रविवार का दिन पड़ता है तो उस दिन को भानु सप्तमी कहते हैं। इस दिन के बारे में ऐसी मान्यता है कि इसी दिन यानि, भानु सप्तमी के दिन सूर्य देवता पहली बार सात घोड़े के रथ पर सवार होकर प्रकट हुए थे।
- कालाष्टमी के दिन भगवान शिव के विग्रह रूप काल भैरव की पूजा का विधान बताया गया है। कालाष्टमी का व्रत प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन रखा जाता है।
- कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली अष्टमी को अहोई अष्टमी के नाम से जाना जाता है। इस साल यह अष्टमी 8 नवंबर 2020, यानी रविवार को मनाई जा रही है। इस दिन महिलाएं अपनी संतान की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए अहोई माता का व्रत और पूजा करती हैं।
- ऐसा माना जाता है कि इस दिन राधा कुंड में जो कोई भी निसंतान दंपत्ति अहोई अष्टमी के दिन स्नान करता है उसे संतान की प्राप्ति अवश्य होती है।
11 नवंबर 2020-बुधवार
रमा एकादशी
- कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को रमा एकादशी के नाम से जाना जाता है। यह एकादशी दीवाली के कुछ दिन पहले आती है। ऐसे में इसका महत्व कई गुना बढ़ जाता है।
12 नवंबर 2020-गुरुवार
गोवत्स्व द्वादशी
- कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली द्वादशी को गोवत्स द्वादशी के नाम से जाना जाता है। देश में कई जगहों पर इसे बछ बारस का पर्व भी कहते हैं। गुजरात में इस दिन को वाघ बरस के नाम से जाना जाता है।
13 नवंबर 2020-शुक्रवार
धनतेरस, यम पंचक प्रारंभ, यम दीप, प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि, काली चौदस, हनुमान पूजा
- कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की पूजा की जाती है।
- मां दुर्गा का एक रूप है मां काली और मां काली से जुड़े कई त्यौहार हिंदू धर्म में मनाए जाते हैं। इनमें से काली चौदस नाम का त्यौहार सबसे ज्यादा प्रचलित है। काला रंग बुराई का नाशक माना गया है और चौदस का मतलब होता है चौदह।
- मासिक शिवरात्रि प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को आती है। मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
(मासिक शिवरात्रि से जुड़ी संपूर्ण जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें)
14 नवंबर 2020-शनिवार
नरक चतुर्दशी, तमिल दीवाली, दीवाली, लक्ष्मी पूजा, दीप-मलिका, केदारगौरी व्रत, चोपड़ा पूजा, शारदा पूजा, काली पूजा, कमला जयंती, दर्श अमावस्या, अन्वाधान, बाल दिवस, चाचा नेहरु जयंती
- हिंदू धर्म में तो कई व्रत-त्यौहार मनाए जाते हैं लेकिन उनमें से दीपावली का त्यौहार सबसे ज्यादा प्रमुख होता है। दीवाली का त्यौहार प्रभु श्री राम की 14 साल के वन-वास के बाद अयोध्या वापसी के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
- नरक चतुर्दशी, दीवाली से एक दिन पहले छोटी दीवाली को मनाए जाने का विधान है। ऐसे में इस दिन हनुमान जयंती भी मनाई जाती है। इसके पीछे का तर्क यह दिया जाता है कि बजरंगबली हनुमान जी के जन्म तिथि के बारे में कोई सुनिश्चित तिथि का उल्लेख कहीं नहीं है।
- हिंदू शास्त्रों में दर्श अमावस्या का दिन बेहद ही शुभ माना जाता है। शुक्ल पक्ष के अंतिम दिन दर्श अमावस्या आती है। इस रात में चंद्रमा के दर्शन नहीं होते हैं।
- दुनिया भर में बाल दिवस अलग अलग तिथीयोंको मनाया जाता है। भारत में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन, 14 नवंबर, को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
15 नवंबर 2020-रविवार
कार्तिक अमावस्या, इष्टि, गोवर्धन पूजा, अन्नकूट, बलि प्रतिपदा, द्यूतक्रीड़ा
- गोवर्धन पूजा दिवाली के दूसरे दिन की जाती है। इस पूजा को प्रकृति की पूजा भी कहा जाता है जिसकी शुरुआत खुद भगवान श्री कृष्ण ने की थी।
16 नवंबर 2020-सोमवार
चंद्र दर्शन, गुजराती नया साल, भैया दूज, यम द्वितीय, वृश्चिक संक्रांति, मंडला पूजा प्रारंभ
- भाई बहन के खूबसूरत रिश्ते को दर्शाता एक त्यौहार भाई दूज। भाई दूज का त्यौहार प्रेम और समर्पण का प्रतीक माना जाता है।
- वृश्चिक संक्रांति के दिन संक्रमण स्नान, विष्णु भगवान का पूजन और दान का खास महत्व बताया गया है। इस दिन पितृ तर्पण भी किए जाने का विधान है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार अगर वृश्चिक संक्रांति के दिन कोई इंसान किसी ब्राह्मण को गाय का दान करें तो इस से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
18 नवंबर 2020-बुधवार
नागुला चविथी, विनायक चतुर्थी
- अमावस्या के बाद आने वाली चतुर्थी को ही विनायक चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन को कई जगहों पर वरद विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है।
19 नवंबर 2020-बृहस्पतिवार
लाभ पंचमी
- लाभ पंचमी को सौभाग्य लाभ पंचमी के नाम से भी जानते हैं। यह त्यौहार मुख्यतः गुजरात में मनाया जाता है। लाभ पंचमी को दीवाली के त्यौहार का आख़िरी दिन माना गया है।
20 नवंबर 2020-शुक्रवार
स्कन्द षष्ठी, छठ पूजा, सूर सम्हारम
- विशेष तौर पर छठ पूजा बिहार में बेहद ही धूमधाम से मनाई जाती है। बिहार में इस पर्व को लेकर एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। छठ पूजा में मुख्य रूप से भगवान सूर्य की पूजा का विधान बताया गया है।
21 नवंबर 2020-शनिवार
जलाराम बापा जयंती
22 नवंबर 2020-रविवार
मासिक दुर्गाष्टमी, गोपाष्टमी
- कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को गोपाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन के बारे में ऐसी मान्यता है कि जब भगवान इंद्र के प्रकोप से ब्रज वासियों को बचाने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने अपनी उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठाया था
23 नवंबर 2020-सोमवार
अक्षय नवमी, जगद्धात्री पूजा
- अक्षय नवमी को कई जगहों पर आंवला नवमी के नाम से भी जाना जाता है। अक्षय नवमी दीवाली के 8 दिन बाद मनाई जाती है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी के रूप में मनाए जाने का विधान है।
- जगद्धात्री माता मां दुर्गा का एक स्वरूप हैं। शरद ऋतु की शुरुआत में जगद्धात्री माता की पूजा का महत्व और विधान बताया गया है।
24 नवंबर 2020-मंगलवार
कंस वध
- भगवान कृष्ण के अनेकों रूप में एक रूप वो भी है जिसमें उन्होंने अपने मामा कंस का वध कर के लोगों को उनके आतंक से मुक्त किया था। जिस दिन भगवान कृष्ण ने अपने मामा का वध किया था वो दिन कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का दिन था। इसी महत्वपूर्ण दिन को मनाने के लिए हर साल कार्तिक माह में पड़ने वाली शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को कंस वध का पर्व मनाया जाता है।
25 नवंबर 2020-बुधवार
देव-उठानी एकादशी, भीष्म पंचक प्रारंभ
- देव-उठनी एकादशी को देश के कई हिस्सों में हरि प्रबोधिनी एकादशी तो कहीं देवोत्थान एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन के बारे में ऐसी मान्यता है कि जब आषाढ़ शुक्ल एकादशी के दिन भगवान विष्णु चार महीने के लिए सो जाते हैं उसके बाद इस दिन यानी कार्तिक शुक्ल एकादशी के दिन वह वापस जागते हैं।
26 नवंबर 2020-बृहस्पतिवार
वैष्णव देवुत्थान एकादशी, योगेश्वर द्वादशी, तुलसी विवाह, वैष्णव गुरुवायुर एकादशी
- हिंदू धर्म के अनुसार देव-उठनी एकादशी यानी कि जिस दिन भगवान विष्णु अपनी निद्रा से जागते हैं उस दिन तुलसी विवाह का भी प्रावधान बताया गया है। इसी दिन भगवान शालिग्राम और तुलसी के पौधे का विवाह कराए जाने की भी मान्यता है।
27 नवंबर 2020-शुक्रवार
प्रदोष व्रत
- प्रदोष व्रत का सीधा संबंध भगवान शिव और माता पार्वती से जोड़कर देखा जाता है। शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन प्रदोष व्रत मनाया जाता है।
(इस साल के सभी प्रदोष व्रत की सूची आपको यहाँ मिलेगी)
28 नवंबर 2020-शनिवार
वैकुण्ड चतुर्दशी, विश्वेश्वर व्रत
29 नवंबर 2020-रविवार
मणिकर्णिका स्नान, कार्तिक चौमासी चौदस, देव दीवाली, कार्तिक पूर्णिमा व्रत, भीष्म पंचक समाप्त, कर्तिगायी दीपम
- देव दीवाली के दिन सभी श्रद्धालु गंगा में स्नान करते हैं। कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव के विजयोत्सव को मनाने के लिए सभी देवता पृथ्वी पर आए थे और देव दीवाली का पर्व मनाया था।
(इस वर्ष आने वाली सभी पूर्णिमा तिथि की जानकारी)
30 नवंबर 2020-सोमवार
कार्तिक पूर्णिमा, अन्न्वाधन,चन्द्र ग्रहण, पुष्कर स्नान, गुरु नानक जयंती, कार्तिक रथ यात्रा, रोहिणी व्रत
- गुरु नानक देव सिख समुदाय के पहले गुरु थे। ऐसे में इनकी जयंती को गुरु नानक जयंती या गुरु पर्व के रूप में हर साल मनाए जाने की परंपरा है।
- रोहिणी व्रत, जैन समुदाय के लिए रोहिणी व्रत का बेहद महत्व बताया गया है। रोहिणी व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए रखती हैं। इस दिन का व्रत घर और जीवन में सुख शांति की कामना के लिए भी रखा जाता है।
नवंबर में होने वाले गोचर
इस महीने कई महत्वपूर्ण ग्रहों के गोचर होने वाले हैं। तो आइये जानते हैं कि इस महीने कौन-कौन से ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे जिनका आपके जीवन पर प्रभाव पड़ने वाले हैं। तो, इस महीने सूर्य, शुक्र, गुरु, बुध का गोचर होने वाला है।
- सूर्य, जिसे ग्रहों का राजा माना जाता है, 16 नवंबर 2020 को सुबह 06:40 पर अपनी नीच राशि तुला से निकलकर अपनी मित्र राशि वृश्चिक में प्रवेश कर जाएगा। यह 15 दिसंबर 2020 तक इस राशि में रहेगा और 21:19 पर धनु में प्रवेश करेगा। (इस गोचर का आपके जीवन पर क्या प्रभाव होगा जानने के लिए पढ़ें अपना गोचर राशिफल)
- शुक्र ग्रह को ज्योतिष विज्ञान में एक लाभ दाता ग्रह माना गया है। जिसे कला, प्रेम, सौंदर्य और सांसारिक सुखों का कारक प्राप्त होता है। शुक्र का ये गोचर बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है, क्योंकि इस गोचर के दौरान शुक्र देव अपनी ही राशि यानी तुला में विराजमान होंगे। (इस गोचर का आपके जीवन पर क्या प्रभाव होगा जानने के लिए पढ़ें अपना गोचर राशिफल)
- गुरु 29 मार्च 2020 को शनि की राशि मकर में गोचर करेंगे और 30 जून 2020 को पुन: धनु राशि में लौट आएँगे जहां 20 नवंबर 2020 तक गोचर करेंगे। 20 नवम्बर 2020 को गुरु वापिस मकर राशि में गोचर करेंगे। 2020 साल के अंत तक गुरु का संचार मकर राशि में ही रहेगा। (इस गोचर का आपके जीवन पर क्या प्रभाव होगा जानने के लिए पढ़ें अपना गोचर राशिफल)
- बुध ग्रह आकाशीय क्षेत्र में सूर्य और शुक्र के सबसे करीब रहता है। 28 नवंबर को 06:53 बजे बुध वृश्चिक राशि में गोचर करेगा। जिसके बाद 17 दिसंबर तक यह इसी राशि में रहेगा और 11:26 बजे पर धनु राशि में चला जाएगा। यह ग्रह परिवर्तन आपको दृढ़ निश्चय प्रदान करने के साथ शोध कार्य में सहायक साबित होगा। (इस गोचर का आपके जीवन पर क्या प्रभाव होगा जानने के लिए पढ़ें अपना गोचर राशिफल)
नवंबर में होने वाला ग्रहण
वहीं इस महीने लगने वाले ग्रहण की बात करें तो, इस महीने उपच्छाया चंद्र ग्रहण लगने वाला है।
- 30-नवंबर 2020 को 13:04 से 17:22 तक उपच्छाया चंद्र ग्रहण लगने वाला है।
बृहत् कुंडली : जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय
इस महीने से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण भविष्यवाणियाँ :
- इस महीने मेष राशि के जातकों के करियर को नई दिशा मिलने की प्रबल संभावना है। वहीं आर्थिक पक्ष के लिहाज से भी इस महीने आपको मुनाफ़ा होगा। इस राशि के विद्यार्थी जातकों के लिए यह महीना काफी शुभ साबित होगा। प्रेम के लिहाज से यह समय अनुकूल होगा। इस दौरान इस राशि के सिंगल जातकों को उनका पार्टनर मिल सकता है।
- वृषभ राशि के जातकों के लिए यह महीना शुभ साबित होगा। हालांकि आपको अपने आर्थिक पक्ष पर थोड़ा ध्यान देने की आवश्यकता पड़ सकती है। फ़िज़ूलखर्ची से बचने की सलाह दी जाती है। वहीं इस राशि के विद्यार्थी जातकों को भी बेहद ही सोच समझकर कदम बढ़ाना होगा। प्रेम के लिहाज़ से बात करें तो प्रेम के लिए समय अनुकूल। प्रेमी जातक इस महीने शादी के बंधन में बंध सकते हैं। वही शादीशुदा जातकों की नज़दीकियां भी बढ़ेंगे।
- मिथुन राशि के जातकों के लिए यह महीना उतार-चढ़ाव भरा रहेगा। जहां पारिवारिक जीवन के लिहाज़ से आपको शुभ फल प्राप्त होंगे, वहीं वैवाहिक जीवन सामान्य रहने वाला है। प्रेम के लिहाज़ से बात करें तो प्रेमी जातकों के जीवन में अलगाव की स्थिति पैदा हो सकती है। ऐसे में किसी भी विवाद को समय पर सुलझा लेने की सलाह दी जाती है।
- कर्क राशि के कारोबारी जातकों के लिए यह महीना काफी शुभ साबित होगा। साथ ही कार्यक्षेत्र से जुड़े जातकों को भी इस दौरान अच्छे फल प्राप्त होंगे। आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से समय अनुकूल रहेगा। हालांकि आपको पारिवारिक जीवन को लेकर थोड़ा सचेत रहने की सलाह दी जाती है। प्रेम के लिहाज से बात करें तो इस दौरान प्रेमी जातक विवाह के बंधन में बंध सकते हैं।
- सिंह राशि के जातकों को इस महीना कार्यक्षेत्र में संभल कर चलने की सलाह दी जाती है। इस महीने आपका आर्थिक पक्ष उत्तम बना रहेगा। साथ ही आपको पारिवारिक जीवन में भी शुभ फल प्राप्त होंगे। प्रेम के लिहाज से बात करें तो समय थोड़ा उतार-चढ़ाव भरा रह सकता है। इस दौरान विवाहित जातक एक दूसरे को समय नहीं दे पाएंगे। वहीं प्रेम में पड़े जातक किसी ग़लतफहमी का शिकार हो सकते हैं।
- कन्या राशि के जातकों के लिए यह महीना कार्यक्षेत्र के लिहाज से मेहनत करने वाला साबित होगा। आर्थिक पक्ष के लिहाज से आप को मज़बूती मिल सकती है और साथ ही पारिवारिक जीवन में भी आपको अच्छे फल प्राप्त होंगे। प्रेम के लिहाज से बात करें तो इस महीना आपका आपके पार्टनर से सामंजस्य बना रहेगा।
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- तुला राशि के जातकों को इस महीना कार्यक्षेत्र में शुभ फल प्राप्त होंगे। साथ ही आपके आर्थिक पक्ष को भी मज़बूती मिलेगी। माता का सहयोग प्राप्त होगा जिससे पारिवारिक सामंजस्य बना रहेगा। प्रेम के लिहाज से बात करें तो इस महीने आपके प्रेमी जीवन में आ रही ग़लतफहमी या परेशानियां दूर हो सकती है।
- वृश्चिक राशि के जातकों को इस महीना कार्यक्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं आपका आर्थिक जीवन भी ठीक-ठाक ही बना रहेगा। पारिवारिक जीवन के लिहाज़ से आपको शुभ फल प्राप्त होंगे। बात करें अगर प्रेम के लिहाज से तो इस दौरान आपके संबंधों में निखार आएगा। वहीं जो जातक प्रेम में पड़े हैं उनके बीच कुछ दूरियाँ आ सकती हैं।
- धनु राशि के जातकों को इस महीना काफी मेहनत करनी पड़ेगी और तभी आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। आर्थिक पक्ष के लिहाज से भी आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही आपके ख़र्चों में भी वृद्धि होने की आशंका है। पारिवारिक जीवन में किसी सदस्य की तबियत खराब होने की वजह से थोड़ी परेशानी हो सकती है। प्रेम के लिहाज़ से बात करें दो शादीशुदा जातकों के लिए यह समय अनुकूल साबित होगा। वहीं प्रेम में पड़े जातकों को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
- मकर राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में अच्छे फल प्राप्त होंगे। साथ ही आर्थिक लिहाज से भी आपके लिए समय अनुकूल रहेगा। पारिवारिक पक्ष के लिए आपसे कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं प्रेम के लिहाज से बात करें तो प्रेम में पड़े जातकों के बीच दूरी या विवाद होने की आशंका है।
- कुंभ राशि के जातकों को इस महीना करियर के लिहाज से सामान्य नतीजे हासिल होंगे। वहीं आर्थिक पक्ष के लिहाज से आपको बेहद ही सावधान रहने की सलाह दी जाती है। पिता को कोई बीमारी हो सकती है। जिसके वजह से पारिवारिक माहौल थोड़ा उतार-चढ़ाव भरा रह सकता है। प्रेम के लिहाज से बात करें तो इस महीना आपको कुछ भी बोलने से पहले बेहद ही सोच समझने की सलाह दी जाती है। अन्यथा आप के रिश्ते में दरार आ सकती है।
- मीन राशि के जातकों के लिए करियर क्षेत्र में इस महीने कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही पारिवारिक जीवन में भी आपको संभल कर चलने की सलाह दी जाती है। माता के साथ आपके संबंध बिगड़ सकते हैं। आर्थिक पक्ष सामान्य रहेगा। प्रेम के लिहाज़ से बात करें तो प्रेम के लिए समय सुखद रहने वाला है। साथ ही इस राशि के विवाहित जातकों के जीवन साथी उनके पक्ष में खड़े नजर आएँगे।
जैसा की आप जानते हैं IPL 2020 का आगाज़ हो चुका हैं और हर बार की तरह एस्ट्रोसेज इस बार भी आपके लिए भविष्यवाणियां लेकर आये हैं।
IPL Match 51: टीम दिल्ली Vs टीम मुंबई (31 October): जानें आज के मैच की भविष्यवाणी
IPL Match 52: टीम बैंगलोर Vs टीम हैदराबाद (31 October): जानें आज के मैच की भविष्यवाणी
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