बुध के धनु राशि में गोचर से आएंगे कई अप्रत्याशित परिवर्तन! जानें इस गोचर से किन राशि के लोगों के जीवन में आएंगे परिवर्तन।
वैदिक ज्योतिष में बुध ज्ञान और बुद्धिमत्ता का स्वामी है, और इसे महान संचार कौशल का प्रतीक भी माना जाता है। बुध ग्रह का कैसा प्रभाव आप पर पड़ेगा इसका पता इस बात से चलता है कि वह कुंडली में कौन से ग्रह के साथ विराजमान है। बुध ग्रह जब किसी शुभ ग्रह के साथ विराजमान होता है तो यह शुभ फल देता है वहीं यदि यह क्रूर ग्रह के साथ विराजमान हो तो फल भी उसी तरह के देता है। बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशियों का स्वामी, मीन राशि में यह नीच तथा कन्या राशि में उच्च का होता है। सिल्वर या सोने की अंगूठी में पन्ना रत्न धारणा करके उसे हाथ की सबसे छोटी अंगुली यानि कनिष्ठा में पहनकर आप कुंडली में बुध की स्थिति को मजबूत कर सकते हैं।
कुंडली में बुध की मजबूत स्थिति से जातक अच्छा वक्ता बनता है, उसमें दूसरों को प्रभावित करने की क्षमता होती है, और व्यापार में भी उसका अच्छा दिमाग चलता है। वहीं बुध की कमजोर स्थिति होने से जातक का मन अवैध कामों में लगता है, इसके चलते त्वचा संबंधी रोग भी हो सकते हैं और व्यक्ति में लोगों के प्रति बैर पूर्ण भावना भी रहती है। बुध की स्थिति को मजबूत बनाने के लिये श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र और बुध मंत्र, “ ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः ॥” का जाप करना चाहिये।
दस मुखी रुद्राक्ष पहनकर बुध के हानिकारक प्रभावों से बचें।
बुध और मंगल ग्रह के गोचर का देश पर असर
वैदिक ज्योतिष के दो महत्वपूर्ण ग्रह बुध और मंगल एक ही दिन 25 दिसंबर को गोचर कर रहे हैं। इन गोचरों के चलते पूरे देश मेें कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। भारत के लग्न चार्ट के अनुसार, कर्क राशि लग्न में स्थित है, वहीं मंगल ग्रह पंचम भाव में स्थित है और बुध ग्रह चंद्र से षष्ठम भाव में स्थित है। यह देखा गया है कि बुध के साथ, सूर्य, शनि, केतु और बृहस्पति छठे घर में पहले से ही मौजूद हैं।
ऊपर बतायी गयी ग्रह स्थिति को मद्देनजर रखते हुए यह संभावना है कि देश के जन्मदर में वृद्धि होगी। इसके साथ देश प्राकृतिक आपदाओं और घातक चिकित्सा आपदाओं की चपेट में आ सकता है। इन गोचरों के कारण देश को नए प्रतिद्वंदियों से भिड़ना पड़ सकता है और साथ ही आंतरिक तनाव की स्थिति भी रहेगी। हालाँकि, सरकार इन संघर्षों पर अंकुश लगाने की पूरी कोशिश करेगी, लेकिन कोई बड़ा फायदा नहीं होगा। सकारात्मक बदलावों की बात की जाए तो इन गोचरों के चलते सरकार द्वारा नई शैक्षणिक नीतियां बनाई जा सकती हैं, खासकर नये छात्रों के लिये।
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इसी दिन मनाया जाएगा क्रिसमस का त्योहार
क्रिसमस एक प्रसिद्ध त्योहार है, जिसे ईसाईयों द्वारा पूरी दुनिया में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन धर्मगुरु और उपदेशक ईसा मसीह का जन्म हुआ था और उन्हीं की याद में क्रिसमस मनाया जाता है। इस दिन परिवार, दोस्तों और बच्चों के बीच उत्सव और आनंद मनाने की परंपरा है। लोग इस दिन को बहुत उत्साह के साथ मनाते हैं और अपने घरों को साफ करके उसे रंग बिरंगी रोशनी से सजाते हैं, इस दिन एक दूसरे को गिफ्ट दिया जाता है और नकारात्मकता को दूर करने की कोशिश की जाती है। बच्चों के लिये यह एक ऐसा दिन होता है जब वो केक, कुकीज और लजीज व्यंजनों का आनंद उठा सकते हैं, इसके साथ ही इस दिन सेंटा क्लॉज द्वारा बच्चों को उपहार भी दिये जाते हैं।
गोचर का समयकाल
बुद्धि और ज्ञान का प्रतीक ग्रह बुध 25 दिसंबर 2019, बुधवार रात्रि 15:32 बजे वृश्चिक राशि से धनु राशि में प्रवेश करेगा, और 13 जनवरी 2020, सोमवार प्रातः 11:22 बजे तक इसी राशि में भ्रमण करेगा। आइये जानते हैं बुध के इस गोचर का सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव होगा।
आप बुध का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिये और इसके सकारात्मक परिणामों के लिए बुध ग्रह को शांत करने के कई उपाय कर सकते हैं। आप अपनी चाची को हरे रंग की साड़ी, सूट या चूड़ियाँ गिफ्ट कर सकते हैं। इसके अलावा रोजाना सुबह नहाने के बाद माथे पर चंदन का तिलक लगाना भी फायदेमंद साबित हो सकता है।
बुध ग्रह से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिये पढें- बुध ग्रह की शांति के उपाय
आइये अब जानते हैं कि बुध के गोचर से सारी राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेंगे।
यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें: चंद्र राशि कैलकुलेटर
मेष राशि
बुध ग्रह का गोचर आपकी राशि से नवम भाव में होगा। यह भाव धर्म का भाव कहलाता है और इससे आपके भाग्य के बारे में भी विचार किया जाता है। नवम भाव में बुध का गोचर आपके लिए चुनौती पूर्ण रह सकता है। इस दौरान आपके कई ..आगे पढें
वृषभ राशि
बुध देव आपकी राशि से अष्टम भाव में संचरण करेंगे। यह भाव आयुर भाव भी कहलाता है। इस भाव में बुध के गोचर के दौरान इस राशि के शादीशुदा जातकों की जिंदगी में किसी नये मेहमान की दस्तक हो सकती है। इसके साथ ही पारिवारिक ..आगे पढें
मिथुन राशि
बुध देव आपकी राशि से सप्तम भाव में गोचर करेंगे। यह भाव विवाह भाव भी कहलाता है और इससे हम जीवन में होने वाली साझेदारियों के बारे में भी विचार करते हैं। इस गोचर के दौरान आपको अपने व्यापारिक सहयोगियों के ..आगे पढें
कर्क राशि
बुध के इस गोचर के दौरान आपका षष्ठम भाव सक्रिय अवस्था में रहेगा। यह गोचर आपके लिए शुभफलदायी साबित हो सकता है। इस दौरान आपको आपके काम करने के तरीके को लेकर सराहना मिल सकती है। नौकरी पेशा ..आगे पढें
सिंह राशि
बुध देव आपकी राशि से पंचम भाव में गोचर करेंगे। इस भाव को संतान भाव भी कहा जाता है और इससे आपके ज्ञान के बारे में भी विचार किया जाता है। इस समय आपकी बुद्धि में प्रखरता देखने को मिल सकती है। आप नये विषयों ..आगे पढें
कन्या राशि
बुध ग्रह के गोचर के कारण आपका चतुर्थ भाव इस समय सक्रिय अवस्था में रहेगा। इस भाव को सुख भाव भी कहा जाता है और इस भाव में बुध का गोचर आपके लिए कई मायनों में शुभ रहेगा। बीते समय में आपके ..आगे पढें
तुला राशि
बुध देव का गोचर आपकी राशि से तृतीय भाव में होगा। इस भाव को पराक्रम भाव भी कहा जाता है। आपके तृतीय भाव में बुध के गोचर के दौरान आपको जीवन में कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। आपके द्वारा लिये गये ..आगे पढें
वृश्चिक राशि
बुध देव आपकी राशि से द्वितीय भाव में गोचर करेंगे। यह गोचर आपकी कई परेशानियों को दूर कर देगा और आपको आशा अनुसार फल दिलाएगा। आर्थिक दृष्टि से देखा जाए तो इस गोचर के दौरान आप धन को संचित कर ..आगे पढें
धनु
बुध देव का गोचर आपके लग्न भाव यानि प्रथम भाव में होगा। काल पुरुष की कुंडली में यह भाव मेष राशि का होता है और इससे आपके स्वास्थ्य, शरीर और आत्मज्ञान के बारे में विचार किया जाता है। कारोबार से जुड़े इस ..आगे पढें
मकर राशि
बुध के इस गोचर के दौरान आपका द्वादश भाव सक्रिय अवस्था में रहेगा। स्वास्थ्य पर इस गोचर का प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है इसलिए आपको इस समय सोच समझकर चलने की जरुरत है। स्वस्थ रहने ..आगे पढें
कुंभ राशि
बुध देव का गोचर आपकी राशि से एकादश भाव में होगा। यह भाव लाभ भाव कहलाता है। इस भाव में बुध के गोचर के दौरान आपको अच्छे फल मिलने की पूरी उम्मीद है। सबसे पहले बात करें आपके आर्थिक पक्ष ..आगे पढें
मीन राशि
बुध देव का गोचर आपकी राशि से दशम भाव में होगा इस भाव को कर्म भाव भी कहा जाता है। दशम भाव में बुध के गोचर के दौरान आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और आप अपनी तार्किक बुद्धि के दम पर अपने विरोधियों ..आगे पढें