60 साल और उससे अधिक उम्र के तीर्थयात्रियों के लिए मध्य प्रदेश की कमल-नाथ सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए उन्हें मुफ्त में पाकिस्तान के करतारपुर गुरुद्वारे के दर्शन कराने का फैसला लिया है। ये फैसला गुरु नानक जी के 550 वें प्रकाश पर्व के मौके पर लिया गया है। इस बारे में आध्यात्म विभाग ने हाल ही में सूचना देते हुए कहा है कि इस योजना के अंतर्गत राज्य के वरिष्ठ नागरिक तीर्थस्थल की मुफ्त यात्रा कर सकते हैं.
सिख समाज को बड़ा तोहफ़ा
इन तीर्थयात्रियों को ‘मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना’ के तहत दर्शन कराए जाएंगे। बीते काफी समय से सिख समाज की मांग थी कि तीर्थ स्थानों में करतारपुर साहिब को भी जोड़ा जाए जिसपर आखिरकार मंजूरी देते हुए कमल-नाथ सरकार ने करतारपुर साहिब को इस सूची में शामिल कर लिया है जिसमें राज्य के वरिष्ठ नागरिकों को सरकार की तरफ से छूट प्रदान की जाएगी।
हालाँकि इस बारे में अब तक कोई भी औपचारिक निर्देश नहीं आया है। माना जा रहा है कि एक बार इस बात की पुष्टि होते ही तीर्थ यात्रियों के लिए पहचान पत्र, पासपोर्ट, ऑनलाइन पंजीयन और पाकिस्तान द्वारा ली जाने वाली प्रति व्यक्ति 20 डॉलर की फ़ीस के अलावा अन्य औपचारिकताओं के बारे में जल्द ही जानकारी दे दी जाएगी।
9 नवंबर को खुला कॉरिडोर
ज्ञात रहे कि बीते 9 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद पाकिस्तान के दरबार साहिब जाने वाले तीर्थयात्रियों के पहले दल को हरी झंडी दिखा-कर उन्हें रवाना किया था। दरबार साहिब को ही करतारपुर साहिब भी कहते हैं. सिखों की गहरी आस्था का प्रतीक ये दरबार साहिब पाकिस्तान के पंजाब के नारोवाल जिले में स्थित है.
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ग़ौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को शुरू किया था। इस योजना के तहत 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को देश के विभिन्न तीर्थ स्थानों पर तीर्थ यात्रा कराई जाती है. इस तीर्थ यात्रा में आने वाले किसी भी तरीके का पूरा खर्च राज्य सरकार ही उठाती है। लोगों के बीच काफी लोकप्रिय इसी योजना को अब और आगे बढ़ाते हुए कमल नाथ सरकार ने पाकिस्तान में मौजूद करतारपुर साहिब को भी धार्मिक स्थलों की सूची में शामिल करने का फैसला कर लिया है।