हिन्दू धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या दोनों ही दिनों का बहुत महत्व होता है। दोनों ही दिनों का चंद्रमा के साथ सीधा संबंध होता है। ज्योतिष शास्त्र में चन्द्र को मन का देवता माना जाता है। जहाँ एक तरफ पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपने पूर्ण रूप में दिखाई देता है, वहीँ अमावस्या के दिन चंद्रमा दिखाई ही नहीं देता। ऐसे में अमवस्या का असर उन लोगों पर ज़्यादा होता है, जो बेहद भावुक स्वभाव के होते हैं। जब चंद्रमा नहीं दिखाई देता तो व्यक्ति के शरीर में हलचल अधिक बढ़ जाती है। इस दिन का प्रभाव वैसे लोगों पर ज़्यादा होता है, जो नकारात्मक सोच वाला होता है क्योंकि नकारात्मक शक्तियां उन्हें अपने प्रभाव में ले लेती है। ऐसी मान्यता है कि अमावस्या के दिन किए गए विशेष ज्योतिषीय उपायों का बहुत जल्दी फल मिलता है। आज हम आपको अपने इस लेख के द्वारा कुछ ऐसे ही विशेष उपाय बताने जा रहे हैं, जिसे आप अमावस्या के दिन कर सकते हैं।
शनि अमावस्या के दिन होगी पितृपक्ष की समाप्ति, बना सबसे बड़ा संयोग।
अमावस्या के दिन ज़रूर करें ये उपाय
- हर अमावस्या को घर के सभी कोनों की अच्छी तरह से सफाई करें और घर में इकट्ठा कबाड़ निकाल कर बेच दें।
- घरेलू कलेश को दूर करने के लिए अमावस्या दिन घर के मंदिर और तुलसी पर सुबह और शाम के समय दिया ज़रूर ही जलाएं। इससे घर से कलह और दरिद्रता दूर हो जाती है।
- हनुमान जी से मन चाहा फल पाने के लिए अमावस्या के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद हनुमान जी का पाठ करें, उन्हें लड्डू का भोग लगाएँ और उनके सामने चमेली के तेल का दीपक भी जलाएं। यदि पाठ करना संभव ना हो तो हनुमान बीज मंत्र का जाप भी कर सकते हैं।
- धन प्राप्ति के लिए अमावस्या के दिन आटे की छोटी-छोटी गोलियां बना लें और उसे तालाब में मछलियों को खिलाएं।
- पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए हर अमावस्या के दिन किसी एक ब्राह्मण को भोजन ही कराएं। इससे पितरों के आशीर्वाद के साथ ही आपके किसी भी कार्य में अड़चन नहीं आएँगी और आपका घर-परिवार टोने-टोटको के अशुभ प्रभाव से भी बचा रहेगा।
- शनि देव को प्रसन्न करने के लिए अमावस्या के दिन तेल, काली उड़द या फिर लोहे का दान ज़रूर करें।
- माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए शाम के समय घर के ईशानकोण में गाय के घी का दीपक जलाएं।
- यदि संभव हो तो अमावस्या के दिन किसी पवित्र नदी में या फिर नहाने के पानी में गंगा-जल डाल कर ज़रूर स्नान करें।
अमावस्या के दिन भूलकर भी न करें ये काम
- अमावस्या के दिन तुलसी के पत्ते या बिल्वपत्र बिलकुल भी नहीं तोड़ना चाहिए।
- इस दिन शराब आदि जैसे नशे की चीज़ों से दूर रहना चाहिए।
- अमावस्या के दिन कोई भी नया काम, यात्रा, क्रय-विक्रय और किस भी शुभ काम को निषेध कहा गया है।
वैसे तो हर अमावस्या का अपना अलग महत्व है, लेकिन सोमवार और शनिवार को पड़ने वाली अमावास्या विशेष रूप से पवित्र मानी जाती है।