अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 29 सितंबर से 05 अक्टूबर, 2024

कैसे जानें अपना मुख्य अंक (मूलांक)? 

अंक ज्योतिष साप्ताहिक भविष्यफल जानने के लिए अंक ज्योतिष मूलांक का बड़ा महत्व है। मूलांक जातक के जीवन का महत्वपूर्ण अंक माना गया है। आपका जन्म महीने की किसी भी तारीख़ को होता है, उसको इकाई के अंक में बदलने के बाद जो अंक प्राप्त होता है, वह आपका मूलांक कहलाता है। मूलांक 1 से 9 अंक के बीच कोई भी हो सकता है, उदाहरणस्वरूप- आपका जन्म किसी महीने की 10 तारीख़ को हुआ है तो आपका मूलांक 1+0 यानी 1 होगा। 

इसी प्रकार किसी भी महीने की 1 तारीख़ से लेकर 31 तारीख़ तक जन्मे लोगों के लिए 1 से 9 तक के मूलांकों की गणना की जाती है। इस प्रकार सभी जातक अपना मूलांक जानकर उसके आधार पर साप्ताहिक राशिफल जान सकते हैं।

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अपनी जन्मतिथि से जानें साप्ताहिक अंक राशिफल (29 सितंबर से 05 अक्टूबर, 2024)

अंक ज्योतिष का हमारे जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख़ से संबंध होता है। नीचे दिए गए लेख में हमने बताया है कि हर व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं। 

जैसे कि मूलांक 1 पर सूर्य देव का आधिपत्य है। चंद्रमा मूलांक 2 का स्वामी है। अंक 3 को देव गुरु बृहस्पति का स्वामित्व प्राप्त है, राहु अंक 4 का राजा है। अंक 5 बुध ग्रह के अधीन है। 6 अंक के राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है। शनिदेव को अंक 8 का स्वामी माना गया है। अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं।

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मूलांक 1

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक वाले जातक अधिक दृढ़ निश्चय और आत्‍मविश्‍वास से भरपूर रहेंगे। इससे आपके विचारों में उन्नति होगी और इसका सकारात्मक असर आपके जीवन पर पड़ेगा।

प्रेम जीवन: इस सप्ताह आपका अपने जीवनसाथी के साथ रिश्ता बहुत अच्छा रहने वाला है। आप दोनों के बीच आपसी तालमेल और बातचीत बहुत अच्‍छी रहेगी। इससे आप काफी प्रसन्न महसूस करेंगे।

शिक्षा: इस समय छात्र अधिक पेशेवर तरीके से पढ़ाई करने के लिए कुछ सकारात्मक कदम उठा सकते हैं।

पेशेवर जीवन: आप नौकरी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे। यदि आप पब्लिक सेक्टर में काम करते हैं, तो यह समय आपके लिए बहुत ज्‍यादा अच्‍छा रहने वाला है। वहीं व्यापारियों को आउटसोर्स डील से अच्छा मुनाफा होने की संभावना है। 

सेहत: इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य उत्तम रहने वाला है और आप जोश और ऊर्जा से भरे रहेंगे। इस समय नियमित व्यायाम की मदद से आप अधिक फिट महसूस करेंगे और अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेंगे।

उपाय: प्रतिदिन 19 बार “ॐ सूर्याय नमः” का जाप करें।

मूलांक 2

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख़ को हुआ है)

इस मूलांक के जातक निर्णय लेते समय भ्रमित हो सकते हैं और इसके चलते आपकी प्रगति और विकास में बाधा उत्पन्न हो सकती है। आपको इस सप्ताह की योजना बनाकर चलने और आशावादी बने रहने की जरूरत है।

प्रेम जीवन: आपको इस सप्ताह अपने जीवनसाथी से बहस करने से बचने की सलाह दी जाती है।

शिक्षा: इस समय विद्यार्थियों को पढ़ाई पर से ध्यान भटक सकता है इसलिए उन्हें पढ़ाई पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है।

पेशेवर जीवन: यदि आप नौकरी करते हैं, तो आपको अपने काम में कुछ गलतियां हो सकती हैं और यह चीज़ कार्यक्षेत्र में आपके विकास के मार्ग में बाधा बन सकती है। वहीं, व्यापारियों को अपने प्रतिद्वंदियों से मिल रहे दबाव के कारण नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

सेहत: आपको इस समय खांसी होने की आशंका है इसलिए बेहतर होगा आप अपने शारीरिक स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दें। 

उपाय: चंद्रमा को प्रसन्न करने के लिए सोमवार के दिन यज्ञ-हवन करें।

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मूलांक 3

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख़ को हुआ है)

इस सप्ताह जातक अपने कल्याण को बढ़ावा देने वाले महत्वपूर्ण निर्णय लेने में अधिक साहस दिखा पाएंगे। इन जातकों में आध्यात्मिक प्रवृत्ति अधिक रहेगी।

प्रेम जीवन: आप अपने पार्टनर से अपनी रोमांटिक भावनाओं को व्यक्त कर पाएंगे। आप और आपका जीवनसाथी एक-दूसरे से अपने विचारों को कुछ इस तरह व्यक्त करेंगे, जिससे आप दोनों के बीच आपसी तालमेल विकसित होगा।

शिक्षा: यह सप्ताह छात्रों के लिए शानदार रहने वाला है। आप प्रोफेशनल ढंग से अपनी शिक्षा को आगे ले जाने में सफल होंगे। 

पेशेवर जीवन: इस सप्ताह आपको नौकरी का कोई ऐसा नया अवसर मिल सकता है जिसे पाकर आप काफी संतुष्ट और प्रसन्न महसूस करेंगे। व्यापारी कोई नया बिज़नेस शुरू कर सकते हैं जिससे उन्हें उच्च मुनाफा होने की उम्मीद है। 

सेहत: इस सप्ताह आपको शारीरिक स्वास्थ्य बहुत अच्छा रहने वाला है। आपके अंदर जोश और उत्साह काफी बढ़ जाएगा और इससे आपकी सेहत पर भी सकारात्मक असर देखने को मिलेगा।

उपाय: प्रतिदिन 21 बार “ॐ गुरवे नमः” का जाप करें।

मूलांक 4

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 4, 13, 22, 31 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 4 वाले इस सप्ताह असुरक्षा की भावना से पीड़ित रह सकते हैं और इस वजह से आप जरूरी फैसले लेने में असमर्थ हो सकते हैं। इस समय लंबी यात्राओं के उद्देश्‍य की पूर्ति होने की संभावना बहुत कम है इसलिए आपको इस समयावधि में लंबी यात्राएं करने से बचना चाहिए।

प्रेम जीवन: प्रेम जीवन में मूलांक 4 के जातकों की पार्टनर के साथ बहस हो सकती है जो कि आप दोनों के बीच पैदा होने वाली किसी गलतफहमी का परिणाम हो सकती है।

शिक्षा: पढ़ाई में एकाग्रता की कमी की संभावना है और यह आपके मन के भटकाव के कारण हो सकता है।

पेशेवर जीवन: कार्यक्षेत्र में आपकी कड़ी मेहनत को नज़रअंदाज़ किए जाने की वजह से आप अपनी मौजूदा नौकरी को लेकर थोड़ा असंतुष्‍ट महसूस कर सकते हैं। जो जातक व्यापार करते हैं, संभव है कि आपके द्वारा किए गए सौदों से आपको लाभ न मिले या फिर आपको बिज़नेस पार्टनर के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ें।

सेहत: आपको इस सप्‍ताह पाचन संबंधी समस्‍याएं होने का खतरा है और इससे बचने के लिए आपको समय पर खाना खाने की सलाह दी जाती है।

उपाय: प्रतिदिन 22 बार “ॐ राहवे नमः” का जाप करें।

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मूलांक 5

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 5, 14, 23 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 5 के जातकों के लिए यह सप्ताह विभिन्न पहलुओं में ज्यादा अनुकूल न रहने की आशंका है। इस सप्ताह आपमें  आत्मविश्वास की कमी हो सकती है, जो आपकी तरक्की में अड़चनें पैदा कर सकती हैं।

प्रेम जीवन: प्रेम जीवन में पार्टनर के साथ रिश्ते में आपको प्रेम का अभाव महसूस हो सकता है जिसकी वजह घर-परिवार में चल रहे विवाद के साथ-साथ आपसी समझ की कमी हो सकती है। 

शिक्षा: अगर आप इंजीनियरिंग या सॉफ्टवेयर की पढ़ाई कर रहे हैं, तो इस सप्ताह आपको ज्यादा उत्साहवर्धक परिणाम नहीं मिलने के संकेत हैं। संभव है कि आप इन सब्जेक्ट्स में अपनी स्किल्स का अच्छे से इस्तेमाल न कर पाएं। 

पेशेवर जीवन: इस सप्ताह, आपको कार्यस्थल पर अपने सीनियर्स और साथियों से चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं बिज़नेस करने वाले जातकों का प्रदर्शन इस अवधि में थोड़ा कमज़ोर रह सकता है।

स्वास्थ्य: इस सप्ताह स्ट्रेस के कारण आपको पैरों और पीठ दर्द का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए ज्यादा तनाव लेने से बचें, साथ ही योग और ध्यान करें।

उपाय:  प्रतिदिन 41 बार “ॐ बुधाय नमः” का जाप करें।

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मूलांक 6

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 6, 15, 24 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 6 के जातक अपनी आंतरिक शक्ति को जानने में सक्षम होंगे और इसकी सहायता से आप अपनी रचनात्मकता में वृद्धि कर सकेंगे। यह शीर्ष पर पहुंचने में आपका मार्गदर्शन करेगी। 

प्रेम जीवन: जीवनसाथी के साथ आपका आपसी तालमेल बहुत अच्‍छा रहने वाला है। महत्वपूर्ण निर्णय लेने को लेकर आपकी और आपके पार्टनर की सोच एक-दूसरे से काफी मिलती-जुलती रहेगी।

शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में इस सप्ताह आप उच्च शिक्षा हासिल करने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे या फिर आप प्रतियोगी परीक्षाओं में भी हिस्सा लेने में सक्षम होंगे।

पेशेवर जीवन: इस सप्ताह नौकरी के नए अवसर मिलने से आप प्रसन्न रहेंगे। जो लोग अपना व्यापार करते हैं, तो आप बिज़नेस में सुधार करने के साथ-साथ अच्छा खासा लाभ कमाने में सफल रहेंगे। 

स्वास्थ्य: स्वास्थ्य की दृष्टि से, मूलांक 6 के जातक आत्मविश्वास से पूर्ण होने के कारण ऊर्जावान रहेंगे। ऐसे में, आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी । 

उपाय: प्रतिदिन “ॐ शुक्राय नमः” का 33 बार जाप करें।

मूलांक 7 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 7, 16, 25 तारीख़ को हुआ है)

इस सप्ताह मूलांक 7 के जातकों को अपने काम पर ज्‍यादा ध्‍यान देने की जरूरत है। आपका काम से ध्यान भटक सकता है। आशंका है कि इसका परिणाम आपके लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होगा। 

प्रेम जीवन: जीवनसाथी के साथ आपको सामंजस्य बैठाने की जरूरत है। रिश्ते में प्रेम को बनाए रखने के लिए आपको यह प्रयास जरूर करना चाहिए क्योंकि इस सप्ताह आप दोनों के बीच बेवजह अनबन और बहस होने की संभावना है।

शिक्षा: शिक्षा के क्षेत्र में मूलांक 7 के छात्रों के लिए यह अवधि अनुकूल प्रतीत नहीं हो रही है क्योंकि सीखने की क्षमता में कमी आएगी और इस वजह से वो शिक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे। 

पेशेवर जीवन: इस सप्ताह आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों से बात करते समय आपको अधिक सावधान रहने की सलाह दी जाती है वरना आपकी उनके साथ बहस हो सकती है। यदि आप व्यवसाय में हैं, तो आपके द्वारा अपनाई गई गलत नीतियों के कारण आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।

स्वास्थ्य: वाहन चलाते समय आपको सावधान रहना होगा। मूलांक 7 के जातकों के साथ कोई सड़क दुर्घटना होने की संभावना है। इस सप्ताह आपको अपनी सेहत को लेकर लापरवाही करने से बचना होगा। 

उपाय: प्रतिदिन 41 बार “ॐ गणेशाय नमः” का जाप करें।

मूलांक 8 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 8, 17, 26 तारीख़ को हुआ है)

इस सप्ताह मूलांक 8 के जातकों का धैर्य खो सकता है और आप सफलता से कुछ पीछे रह सकते हैं।

प्रेम जीवन:  पारिवारिक मसलों की वजह से आपके और आपके पार्टनर के बीच दूरियां बढ़ने की आशंका है। इसके कारण आपके रिश्‍ते की सुख-शांति भंग हो सकती है और आपको ऐसा लग सकता है जैसे आपने अपना सब कुछ खो दिया है।  

शिक्षा: इस सप्ताह आपके लिए आशावाद ही वह शब्द है जो आपको सशक्त बनाएगा और आपको आपकी पढ़ाई में आगे बढ़ाने में मदद करेगा। आप इस दौरान प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं और यह परीक्षा आपको मुश्किल लग सकती है।।

पेशेवर जीवन: नौकरीपेशा जातक अपनी मौजूदा नौकरी को लेकर असंतुष्‍ट महसूस करने की वजह से नौकरी बदलने के बारे में सोच सकते हैं और यह बात इन्‍हें परेशान कर सकती है। वहीं व्‍यापारियों के लिए मुनाफा कमा पाना आसान नहीं होगा।  

स्वास्थ्य: इस सप्ताह आपको तनाव की वजह से पैरों में दर्द और जोड़ों में अकड़न महसूस हो सकती है। स्वस्थ रहने के लिए आपको ध्‍यान एवं योग करने की सलाह दी जाती है।

उपाय: प्रतिदिन “ॐ हनुमते नमः” का 11 बार जाप करें।

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मूलांक 9 

(अगर आपका जन्म किसी भी महीने की 9, 18, 27 तारीख़ को हुआ है)

मूलांक 9 के जातक इस सप्ताह चीजों को अपने पक्ष में करने के लिए संतुलित स्थिति में नजर आएंगे। आपके जीवन में आकर्षण बढ़ेगा।

प्रेम जीवन:  पार्टनर के साथ आपके रिश्ते में मधुरता और शांति बनी रहेगी। प्रेम संबंध में आपको अपने पार्टनर के साथ सुख की अनुभूति होगी जिससे आपके रिश्ते में मज़बूती आएगी।

शिक्षा:  शिक्षा के लिहाज से यह समय आपके लिए आशाजनक साबित होगा क्योंकि आप उच्च अंक प्राप्त करने में कामयाब रहेंगे। आप इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, रसायन विज्ञान, आदि जैसे विषयों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। 

पेशेवर जीवन: इस मूलांक वाले जातकों को नौकरी के नए अवसर मिलने की संभावना है। अगर आप सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, तो इस हफ्ते आपको शानदार अवसर मिलने के संकेत हैं। वहीं व्यापारियों को इस हफ्ते बड़ा मुनाफा होने के संकेत हैं। अगर आप पार्टनरशिप में काम करते हैं, तो भी आपको सफलता मिलेगी।

स्वास्थ्य: इस सप्ताह मूलांक 9 के जातकों का स्वास्थ्य काफी अनुकूल होने के संकेत दे रहा है जिसके चलते आपके पास मौजूद ऊर्जा स्तर और जबरदस्त आत्मविश्वास होने वाला है। 

उपाय: प्रतिदिन 27 बार “ऊँ दुर्गाय नमः” का जाप करें।

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. अंक ज्योतिष कितने प्रकार के होते हैं?

अंक ज्योतिष व्यक्ति के जीवन पर तीन प्रकार से प्रभावित करता है। मूल्यांक, भाग्यांक और नामांक।

2. अपना अंक ज्योतिष नंबर कैसे पता करें?

मूलांक और भाग्यांक को निकालना बेहद आसान है और इसके लिए आपको सबसे पहले अपनी जन्म तिथि, महीना और साल को लिखकर जोड़ना है जो अंक आएगा वह आपका भाग्यांक होगा। 

3. मूलांक 7 का स्वामी कौन है?

अंक ज्योतिष के मुताबिक, मूलांक 7 का स्वामी ग्रह केतु है। जिन लोगों का जन्म 7, 16, या 25 तारीख को होता है, उनका मूलांक 7 होता है।

इस शारदीय नवरात्र में ये होगी मां दुर्गा की सवारी, महामारी और मुसीबतों का है संकेत

02 अक्‍टूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लग रहा है और इसी दिन पितृ पक्ष भी समाप्‍त हो रहे हैं। इसके अगले दिन यानी 03 अक्‍टूबर से ही शारदीय नवरात्र आरंभ हो रहे हैं। साल में चार बार नवरात्र आते हैं जिसमें से दो गुप्‍त नवरात्र होते हैं। शारदीय और चैत्र नवरात्र को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। शारदीय नवरात्र को महानवरात्र भी कहा जाता है।

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ये नवरात्र आश्विन मास की प्रतिपदा तिथि से शुरू होकर नवमी तिथि तक रहते हैं। नवरात्र के नौ दिनों तक मां दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है। देश के कुछ हिस्‍सों में इन दिनों गरबा भी खेला जाता है और दशहरे के दिन रावण के पुतले का दहन किया जाता है। चूंकि, यह नवरात्र शरद ऋतु में आते हैं इसलिए इन्‍हें शारदीय नवरात्र के नाम से जाना जाता है। इस ब्‍लॉग में आगे बताया है कि इस बार नवरात्र में मां दुर्गा किस पर सवार होकर आ रही हैं।

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शारदीय नवरात्र की तिथि

शारदीय नवरात्र 03 अक्‍टूबर से शुरू होकर 11 अक्‍टूबर तक हैं। 11 अक्‍टूबर को नवमी है और फिर 12 अक्‍टूबर को दशहरा मनाया जाता है। 03 अक्‍टूबर को पहले नवरात्र पर कलश स्‍थापना होती है और फिर नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस बार नवरात्र पूरे नौ दिनों के होंगे।

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क्‍या होगी मां दुर्गा की सवारी

हर बार नवरात्र में मां दुर्गा अलग सवारी पर आती हैं और उनकी सवारी से भविष्‍य में होने वाली घटनाओं का अंदाज़ा लगाया जाता है। इस बार नवरात्र में मां दुर्गा पालकी पर सवार होकर आ रही हैं। देवी पुराण के अनुसार माता के पालकी में सवार होकर आने को शुभ माना गया है लेकिन इस मां दुर्गा के इस सवारी पर आने का संबंध महामारी से भी बताया जाता है। मां के पालकी पर बैठकर आने की वजह से देश में बीमारी और महामारी की आशंका जताई जा रही है।

मां का पालकी पर आना अर्थव्‍यवस्‍था के बिगड़ने का एक संकेत हो सकता है। इस दौरान प्राकृतिक आपदाओं का खतरा मंडरा सकता है। पड़ोसी देशों में हिंसा फैल सकती है और लोग बीमारियों का शिकार हो सकते हैं।

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शारदीय नवरात्र में इन बातों का रखें ध्‍यान

यदि आप शारदीय नवरात्र में मां दुर्गा की मूर्ति स्‍थापित कर रहे हैं और कलश स्‍थापना कर रहे हैं, तो आपको कुछ नियमों का पालन करना होगा, जैसे कि:

  • नवरात्र के दिनों में घर की अच्‍छे से सफाई करनी चाहिए। घर के किसी भी कोने में धूल या गंदगी नहीं होनी चाहिए। कहते हैं कि जो घर गंदा रहता है, वहां पर कभी भी मां लक्ष्‍मी वास नहीं करती हैं। वहां पर पैसों की तंगी होने का डर बना रहता है।
  • जो श्रद्धालु नवरात्र में कलश स्‍थापना कर रहे हैं और अखंड ज्‍योत जला रहे हैं, तो अपने घर को बिलकुल भी खाली न छोड़ें। घर में किसी न किसी सदस्‍य का होना बहुत जरूरी है। कहते हैं कि माता रानी को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए।
  • इसके अलावा नवरात्र के दौरान बाल भी नहीं कटवाने चाहिए। नाखून और दाढ़ी काटने से भी बचना चाहिए। ऐसा करने पर अशुभ परिणाम मिलते हैं।
  • नवरात्र में सात्विक भोजन का पालन करें और मास-मदिरा आदि का सेवन न करें। इस समय लहसुन-प्‍याज़ का उपयोग करने से भी बचना चाहिए।
  • अगर आपने नवरात्र में व्रत रखा है, तो आपको दिन में सोने से बचना चाहिए। किसी के भी बारे में बुरी बात न करें और मन को नकारात्‍मक विचारों से दूर रखें। ऐसा करने से आपका व्रत खंडित हो सकता है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्‍न 1. शारदीय नवरात्र 2024 कब हैं?

उत्तर. शारदीय नवरात्र  03 अक्‍टूबर से शुरू हो रहे हैं।

प्रश्‍न 2. शारदीय नवरात्र में कलश स्‍थापना कब करनी है?

उत्तर. 03 अक्‍टूबर को पहले नवरात्र पर ही कलश स्‍थापना होगी।

प्रश्‍न 3. शारदीय नवरा‍त्र कितने दिनों की है?

उत्तर. इस बार नवरात्र पूरे दिनों के हैं।

प्रश्‍न 4. नवरात्र के दिनों में किसकी पूजा होती है?

उत्तर. नवरात्र में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है।

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18 साल बाद सूर्य और केतु की युति इन राशियों को करेगी कंगाल, कदम-कदम पर मिलेंगे कांटें

ज्‍योतिषशास्‍त्र के अनुसार सूर्य हर महीने यानी 28 से 30 दिनों में गोचर करते हैं। इस गोचर के दौरान सूर्य की अन्‍य ग्रहों के साथ युति भी होती है। सभी राशियों के लोगों के जीवन पर सूर्य के गोचर का असर पड़ता है। किसी के लिए यह सकारात्‍मक फल लेकर आता है, तो वहीं कुछ लोगों को इस दौरान नकारात्‍मक प्रभाव देखने पड़ते हैं।

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16 सितंबर को शाम 07 बजकर 29 मिनट पर सूर्य कन्‍या राशि में प्रवेश कर चुके हैं। बता दें कि इस राशि में पहले से ही केतु विराजमान हैं। इस तरह 18 साल के बाद कन्‍या राशि में सूर्य और केतु की युति हो रही है। सूर्य इस राशि में 17 अक्‍टूबर तक रहेंगे। इस प्रकार 17 अक्‍टूबर तक कन्‍या राशि में केतु और सूर्य की युति रहेगी।

सूर्य और केतु की युति से कुछ चुनिंदा राशियों के जातकों को सावधान रहने की ज़रूरत है। इस ब्‍लॉग में हम आपको इन्‍हीं राशियों के बारे में विस्‍तार से बताने जा रहे हैं।

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इन राशियों को मिलेगा लाभ

मीन राशि

सूर्य और केतु की युति होने पर मीन राशि के जातकों को सावधान रहना होगा। पति-पत्‍नी के बीच मतभेद उत्‍पन्‍न हो सकते हैं। वैवाहिक जीवन में इस समय तनाव का माहौल रहने वाला है। आपके और आपके पार्टनर के बीच आपसी तालमेल में भी कमी देखने को मिलेगी। आपको इस दौरान किसी के भी साथ पार्टनरशिप में काम करने से बचना चाहिए।

परिवार के सदस्‍यों के साथ आपके मतभेद हो सकते हैं। इस वजह से परिवार की शांति भंग होने की आशंका है। आपकी सेहत में भी गिरावट आने के संकेत हैं। आपको हार्ट से संबंधित कोई समस्‍या हो सकती है। इस समय आपके ऊपर शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है, इसलिए आपको धन और सेहत के मामले में अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।

मीन साप्ताहिक राशिफल

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कन्‍या राशि

कन्‍या राशि के लोगों के लिए सूर्य और केतु की युति हानिकारक साबित हो सकती है। आपके अंदर साहस और पराक्रम बढ़ जाएगा। व्‍यापारियों को इस समय यात्रा करने से बचना चाहिए। आपके साथ यात्रा के दौरान कोई दुर्घटना होने की आशंका है। इसके साथ ही आप इस समय वाहन चलाते समय भी सावधानी बरतें।

आप दूसरों के साथ संभलकर बात करें और अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने की कोशिश करें। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपका किसी के साथ झगड़ा हो सकता है। निवेश करने के लिए भी यह समय अनुकूल नहीं है। आपको अपने पैसों को बचाकर रखने पर ध्‍यान देना चाहिए।

कन्या साप्ताहिक राशिफल

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मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए केतु और सूर्य के युति करने का समय मुश्किल साबित होगा। यदि आपका कोई कानूनी मामला चल रहा है, तो इसमें आपको असफलता का सामना करना पड़ सकता है। आपके गुप्‍त शत्रु इस समय आपके ऊपर हावी होने का प्रयास करेंगे। आपकी सेहत के भी खराब होने का डर बना हुआ है।

आपको पेट और हार्ट से जुड़ी कोई परेशानी हो सकती है। आपको बाहर का खाना खाने से बचने की सलाह दी जाती है। वहीं अगर आपको दिल से संबंधित कोई बीमारी है, तो आप दवा समय पर लें। बेहतर होगा कि आप इस समय किसी को भी पैसे उधार न दें वरना आपका पैसा डूब सकता है।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्‍न 1. सूर्य ग्रह कितने दिनों में गोचर करते हैं?

उत्तर. सूर्य का गोचर 28 से 30 दिनों में होता है।

प्रश्‍न 2. सूर्य ग्रह को किसका कारक माना गया है?

उत्तर. सूर्य करियर में सफलता प्रदान करते हैं।

प्रश्‍न 3. सूर्य और केतु की युति किस राशि में हुई है?

उत्तर. सूर्य और केतु कन्‍या राशि में एकसाथ बैठे हैं।

प्रश्‍न 4. किस तारीख पर सूर्य और केतु की युति हुई है?

उत्तर. 16 सितंबर, 2024 को इन दो ग्रहों की कन्‍या राशि में युति हुई है।

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इन दो शुभ योगों में रखा जाएगा इंदिरा एकादशी 2024 का व्रत, इन उपायों से चमकेगा भाग्य!

भगवान विष्णु को समर्पित एकादशी का व्रत हर माह में दो बार आता है और इस तरह साल में कुल 24 एकादशी तिथि पड़ती है। सनातन धर्म सभी एकादशी का बहुत अधिक महत्व है लेकिन  हर वर्ष आश्विन माह में कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली इंदिरा एकादशी का बहुत अधिक महत्व है। इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि इंदिरा एकादशी का व्रत करने से पूर्व जन्म में किए गए पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही, व्रत करने और पिंडदान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है। 

ख़ास बात यह है कि इस साल इंदिरा एकादशी बहुत अधिक शुभ योगों में मनाई जाएगी, जिसके चलते इन दिन का महत्व और अधिक बढ़ जाएगा। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं इंदिरा एकादशी 2024 का व्रत कब रखा जाएगा और इस दिन बनने वाले शुभ योगों के बारे में।

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इंदिरा एकादशी 2024: तिथि व समय

हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि इस साल 28 सितंबर 2024 शनिवार के दिन पड़ रही है। आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त के बारे में।

एकादशी तिथि प्रारंभ: शुक्रवार, 27 सितंबर 2024 की दोपहर 01 बजकर 23 मिनट से

एकादशी तिथि समाप्त: शनिवार, 28 सितंबर 2024 की दोपहर 02 बजकर 52 मिनट तक।

इंदिरा एकादशी व्रत मुहूर्त के लिए

इंदिरा एकादशी पारण मुहूर्त : 29 सितंबर की सुबह 06 बजकर 13 मिनट से 08 बजकर 36 मिनट तक।

अवधि : 2 घंटे 23 मिनट

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इंदिरा एकादशी पर शुभ योग

इंदिरा एकादशी पर बेहद शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। इस दिन शिव योग व सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। यह दोनों योग बेहद शुभ माने गए हैं। शिव योग की बात करें तो इस योग में भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से हर समस्या का समाधान मिलता है। साथ ही, साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। वहीं सिद्धि योग जिसे सिद्ध योग के नाम से भी जाना जाता है, वैदिक ज्योतिष में सबसे शुभ और शक्तिशाली योगों में से एक है। जैसा कि नाम से पता चलता है, इस योग के दौरान होने वाली कोई भी घटना बहुत शुभ परिणाम देती है।

इंदिरा एकादशी का महत्व

इंदिरा एकादशी का बहुत अधिक महत्व है क्योंकि यह आश्विन माह के शुक्ल पक्ष में आती है और यह महीना सबसे पवित्र महीना माना जाता है। इस एकादशी व्रत का संबंध भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी से हैं। ऐसा माना जाता है कि इंदिरा एकादशी का व्रत रखने वाले व्यक्ति को मृत्यु के बाद बैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है और सभी पापों से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही, पितृदोष से भी मुक्ति मिलती है। हिंदू पुराणों के अनुसार, एकमात्र इंदिरा एकादशी का व्रत रखने से व्यक्ति को सदियों की तपस्या, कन्यादान और अन्य पुण्यों का बराबर फल मिलता है इसलिए इस व्रत को करना बहुत अधिक शुभ माना जाता है। इस व्रत के बारे में ये भी कहा जाता है कि इस व्रत को रखने वाले व्यक्ति के पितरों को नरक लोक से मुक्ति मिलती है और वे मोक्ष प्राप्त कर भगवान विष्णु के चरण में चले जाते हैं।

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इंदिरा एकादशी पूजा विधि

  • इंदिरा एकादशी यानी आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन सूर्योदय से पहले उठकर सभी कार्यों से निवृत्त हो जाए। 
  • फिर स्नान आदि करके पूरे घर पर गंगाजल का छिड़काव करें और पीले रंग का वस्त्र धारण करें और सूर्य देव को सर्वप्रथम जल का अर्घ्य दें।
  • इसके बाद भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें।
  • इसके पश्चात, पंचोपचार, दशोपचार या षोडशोपचार कर भगवान विष्णु की पूजा विधि-विधान से करें।
  • भगवान विष्णु को पीला रंग अति प्रिय है। ऐसे में, उन्हें पूजा में पीले रंग का फल और फूल अवश्य अर्पित करें। 
  • पूजा के दौरान भगवान विष्णु चालीसा का पाठ करें और मंत्र का जाप अवश्य करें। 
  • अंत में आरती कर सुख, समृद्धि और धन वृद्धि की कामना करें और साथ ही, कथा जरूर पढ़ें क्योंकि कथा के बिना व्रत अधूरा माना जाता है।
  • दिनभर उपवास रखें। संध्याकाल में आरती-अर्चना कर फलाहार करें। 
  • अगले दिन पूजा पाठ के पश्चात पारण मुहूर्त पर व्रत खोलें।

इंदिरा एकादशी की व्रत कथा

पौराणिक कथाओं के अनुसार, सतयुग के समय महिष्मती नगरी में इंद्रसेन नामक एक राजा राज्य करता था। राजा के माता-पिता का स्वर्गवास हो चुका था। एक समय रात्रि में राजा को सपने में दिखाई दिया कि, उनके माता-पिता नर्क में रह रहे हैं और बहुत कष्ट में हैं। राजा घबरा कर तुरंत नींद से जग गए। नींद खुलते ही राजा अपने पितरों की दुर्दशा से बहुत अधिक चिंतित हो गए। वे अपने पितरों को यम यातना से मुक्ति दिलाने के उपाय खोजने लगे। इन समस्याओं से हल पाने के लिए राजा ने विद्वान ब्राह्मणों और मंत्रियों को अपने राजमहल में बुलाया और उन्हें अपने सपने के बारे में बताया और उनसे हल बताने के लिए कहा। 

तभी ब्राह्मणों ने कहा कि- “हे राजन यदि आप सपत्नीक इंदिरा एकादशी का व्रत पूरे विधि-विधान से करेंगे तो आपके पितरों को जरूर मुक्ति मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि इस दिन आप भगवान शालिग्राम की पूजा करें और तुलसी आदि चढ़ाकर ब्राह्मणों को भोजन कराएं। साथ ही, अपनी क्षमता अनुसार दक्षिणा दें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। इससे आपके माता-पिता को नरक लोक से मुक्ति मिलेगी और स्वर्ग चले जाएंगे।” राजा ने ब्राह्मणों की बात मानकर सपत्नीक विधिपूर्वक इंदिरा एकादशी का व्रत किया। रात्रि में जब वे सो रहे थे, तभी भगवान ने उन्हें दर्शन देकर कहा- “राजन तुम्हारे व्रत के प्रभाव से तुम्हारे पितरों को मोक्ष की प्राप्ति हुई है।” इसके बाद से ही इंदिरा एकादशी के व्रत की महत्ता बढ़ गई और इस व्रत को करने से पितरों को नरक लोक से मुक्ति मिल जाती है।

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इंदिरा एकादशी के दिन करें ये आसान उपाय, दूर होंगे सारे कष्ट

इंदिरा एकादशी में कुछ आसान उपायों को आजमाकर जगत पालन विष्णु जी को प्रसन्न किया जा सकता है। साथ ही, पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त किया जा सकता है। आइए एक नज़र डालते हैं इन उपायों में।

संतान प्राप्ति के लिए

संतान प्राप्ति में यदि बाधाओं का सामना करना पड़ रहा हो तो इंदिरा एकादशी के दिन दोपहर में पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। इस दौरान पीपल के वृक्ष की सात या 11 बार परिक्रमा करनी चाहिए और फिर शाम को पीपल के नीचे दीपक लगाकर पितृ सूक्त का पाठ करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से संतान प्राप्ति में आ रही समस्याओं का निवारण होता है।

पितरों को संतुष्ट करने के लिए

मान्यता है कि इंदिरा एकादशी पर बिहार के गया में फल्गु नदी के किनारे पितरों का तर्पण करने से सात पीढ़ियों के पितर संतुष्ट हो जाते हैं और पितृ दोष भी समाप्त हो जाता है। साथ ही, पितरों का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।

दरिद्रता दूर करने के लिए

यदि आप दरिद्रता से परेशान हैं और वह आपका पीछा नहीं छोड़ रही है, तो इससे मुक्ति पाने के लिए इंदिरा एकादशी के दिन घर में विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ अवश्य करें। मान्यता है कि इससे परिवार में क्लेश नहीं होंगे और दुख दरिद्रता से छुटकारा मिलेगा।

वैवाहिक जीवन सुखमय बनाने के लिए

यदि आपके वैवाहिक जीवन में तनाव की स्थिति है और अपने पार्टनर से रोजाना आपकी बेहस या विवाद होता रहता है तो ऐसे में, इंदिरा एकादशी के दिन पीला अनाज, फल मंदिर में दान करें। मान्यता है कि इससे शादीशुदा जिंदगी फिर से खुशहाली आएगी और आप दोनों के बीच रिश्ता मधूर होगा।

सौभाग्य की प्राप्ति के लिए

इंदिरा एकादशी पर सूर्यास्त के समय तुलसी के सामने घी का दीपक जलाकर ‘ॐ वासुदेवाय नमः’ मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें और इस दौरान तुलसी की 11 बार परिक्रमा करें। मान्यता है कि ऐसा करने से सौभाग्य में वृद्धि होती है और घर में सुख-शांति का वास होता है।

आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए

शास्त्रों के अनुसार, इंदिरा एकादशी का व्रत करने से धन-वैभव, सुख-समृद्धि आदि की प्राप्ति होती है। यदि आपको अपनी आर्थिक स्थिति में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ रहा है, तो इस दिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। ऐसा करने से धन और संपत्ति में जल्द ही वृद्धि देखने को मिलती है।

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इस दिन राशि अनुसार करें मंत्रों का जाप

मेष राशि : ‘ऊँ श्री केशवाय नम:’ मंत्र का जाप अवश्य करें।

वृषभ राशि : ‘ऊँ श्री पुरुषोत्तमाय नम:’ मंत्र का जाप करें।

मिथुन राशि : ‘ऊँ श्री पद्मनाभाय नम:’ मंत्र का एक माला जाप करें।

कर्क राशि : ‘ ऊँ श्री कृष्णाय नम:’ मंत्र का जाप करें।

सिंह राशि : ‘ऊँ श्री प्रजापतये नम:’ मंत्र का एक माला जाप करें।

कन्या राशि : ‘ऊँ श्री सर्वेश्वराय नम:’ मंत्र का कम से कम एक माला जाप करें।

तुला राशि : ‘ऊँ श्री जनार्दनाय नम:’ मंत्र का जाप करें।

वृश्चिक राशि : ‘ऊँ श्री लोकाध्यक्षाय नम:’ मंत्र का एक माला जाप करें।

धनु राशि : ‘ऊँ श्री हृषीकेशाय नम:’ मंत्र का 51 बार जाप करें।

मकर राशि : ‘ऊँ श्री चतुर्भुजाय नम:’ मंत्र का एक माला जाप करें।

कुंभ राशि : ‘ ऊँ श्री माधवाय नम:’ मंत्र का जाप करें।

मीन राशि : ‘ऊँ श्री गोविन्दाय नम:’ मंत्र का एक माला जाप करें।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न 1. साल 2024 में कब रखा जाएगा इंदिरा एकादशी का व्रत?

उत्तर. हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि इस साल 28 सितंबर 2024 शनिवार के दिन पड़ रही है।

प्रश्न 2. इंदिरा एकादशी का क्या महत्व है?

उत्तर. हिन्दू धर्म में एकादशी व्रत का संबंध भगवान विष्णु से है। ऐसा माना जाता है कि इंदिरा एकादशी का व्रत रखने वाले व्यक्ति को मृत्यु के बाद बैकुंठ धाम में स्थान मिलता है। इसके साथ ही साथ पितरों को मुक्ति मिलती है।

प्रश्न 3. इंदिरा एकादशी को क्या दान करना चाहिए?

उत्तर. इंदिरा एकादशी व्रत के दौरान घी, दूध, दही और अन्न का दान करना बेहद शुभ माना गया है। साथ ही इस दिन जरूरतमंदों को खाना खिलाएं।

प्रश्न 4. इंदिरा एकादशी क्यों मनाई जाती है?

उत्तर. इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की जाती है।

साल का आखिरी सूर्य ग्रहण देश-दुनिया सहित इन 5 जातकों के लिए खड़ी करेगा मुसीबत!

सूर्य ग्रहण 2024: 02 अक्टूबर 2024 को लगने वाला सूर्य ग्रहण साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा। धार्मिक नजरिए से ग्रहण की घटना को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में जानते हैं सूर्य ग्रहण से जुड़ी सभी जरूरी बातें, जैसे देश-दुनिया पर यह किस प्रकार से प्रभाव डालेगा व इस दौरान कौन से राशि के जातकों को सतर्क रहने की आवश्यकता होगी।

बता दें कि सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, पृथ्वी की परिक्रमा करते समय, सूर्य और पृथ्वी के बीच में आ जाता है, जिससे सूर्य अवरुद्ध हो जाता है और सूर्य की रोशनी हम तक और पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाती है। ग्रहण एक शानदार नज़ारा हो सकता है, लेकिन बिना उचित सुरक्षा के सूर्य को कभी भी आंखों से डायरेक्ट नहीं देखना चाहिए क्योंकि इससे आंखों को गंभीर नुकसान हो सकता है। घटना को सुरक्षित रूप से देखने के लिए विशेष ग्रहण चश्मा का इस्तेमाल करना चाहिए।

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ग्रहण के शुभ प्रभाव

हालांकि ज्योतिष में सूर्य ग्रहण को आमतौर पर नकारात्मक माना जाता है, लेकिन इसके कुछ सकारात्मक या अच्छे प्रभाव भी हो सकते हैं, खासकर आध्यात्मिक और आत्म-सुधार के दृष्टिकोण से। यहां कुछ ऐसे अच्छे प्रभाव दिए गए हैं जो सूर्य ग्रहण के दौरान देखे जा सकते हैं:

पुरानी आदतों को बदलने का समय: ग्रहण के समय एक नई शुरुआत का अवसर मिलता है। यह समय उन चीजों को छोड़ने के लिए अनुकूल हो सकता है जो आपके जीवन में नकारात्मक प्रभाव डाल रही हों, जैसे कि बुरी आदतें या नकारात्मक सोच। ग्रहण पुराने और नकारात्मक पैटर्न से छुटकारा पाने का संकेत देता है।

आध्यात्मिक उन्नति: सूर्य ग्रहण को आत्म-चिंतन और आत्म-निरीक्षण का समय माना जाता है। इस दौरान ध्यान, योग और प्रार्थना करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है और व्यक्ति की आध्यात्मिक उन्नति हो सकती है। ज्योतिष में इसे पुराने कर्मों से छुटकारा पाने और आत्म-सुधार के लिए उपयुक्त समय माना जाता है।

साहस और नए अवसर: सूर्य ग्रहण के प्रभाव से कुछ लोगों को जीवन में नई दिशाओं की ओर साहसिक कदम उठाने की प्रेरणा मिल सकती है। यदि कोई व्यक्ति लंबे समय से किसी निर्णय को लेकर उलझन में है, तो ग्रहण के बाद उसका मार्ग साफ हो सकता है और उसे नए अवसर मिल सकते हैं।

तीव्रता और परिवर्तन: ग्रहण को अक्सर तीव्र ऊर्जा के रूप में देखा जाता है। वे बड़े बदलावों या परिवर्तनों के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य कर सकते हैं, जो आपको पुनर्मूल्यांकन करने और आवश्यक परिवर्तन करने के लिए प्रेरित करते हैं।

भाव और राशि का प्रभाव: सूर्य ग्रहण का प्रभाव कुंडली में किस भाव और किस राशि में पड़ता है, इस पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, आपके करियर क्षेत्र में ग्रहण आपके पेशेवर जीवन में बदलाव ला सकता है, जबकि आपके प्रेम जीवन में ग्रहण आपके व्यक्तिगत संबंधों में बदलाव का संकेत दे सकता है।

सामूहिक प्रभाव: सूर्य ग्रहण व्यापक सामाजिक या वैश्विक घटनाओं को भी प्रभावित करने वाला माना जाता है, जो सामूहिक चेतना या सामाजिक रुझानों में बदलाव को दर्शाता है।

कुल मिलाकर, जब सूर्य ग्रहण शक्तिशाली और परिवर्तनकारी होते हैं, तो उनके प्रभावों को आम तौर पर विघटनकारी घटनाओं के बजाय विकास और बेहतरीन अवसर के रूप में देखा जाता है।

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2024 का आखिरी सूर्य ग्रहण: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्मक प्रभाव

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य दूसरे भाव के स्वामी हैं और केतु के साथ तीसरे भाव में स्थित होंगे, जो छोटे भाई-बहनों, साहस और कौशल का भाव है। कुंडली के तीसरे भाव में सूर्य और केतु की युति व्यक्ति को अपने विरोधियों को हराने की क्षमता प्रदान करती है, लेकिन इस अवधि आपके अपने छोटे भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते खराब हो सकते हैं और निश्चित रूप से आपको परेशानी हो सकती है। यदि आप पहले से ही उनके साथ समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो यह विवाद और समस्या और अधिक बढ़ सकती है और वे आपको कोर्ट में भी घसीट सकते हैं।

हालांकि, आप साहस से भरे रहेंगे और इस दौरान सफलता प्राप्त करने के लिए बहुत प्रयास करने की आवश्यकता होगी। आशंका है कि शुरुआत में निराशा और असफलताएं मिले। इस दौरान धन की हानि भी हो सकती है, जिससे आपको निराश हो सकते हैं।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य पहले भाव या लग्न भाव के स्वामी हैं और यह परिवार, धन और वाणी के दूसरे भाव में स्थित होंगे। जब कुंडली के दूसरे भाव में सूर्य और केतु की युति होगी, तो आपको अपने आस-पास के लोगों से संवाद करने में कठिनाई हो सकती है।

हालांकि, यदि आपका धन रुका हुआ है या कहीं फंसा हुआ है तो आपको उसकी प्राप्ति होगी और इससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। लेकिन आपका स्वास्थ्य इस दौरान प्रभावित हो सकता है। 

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तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब केतु आपके बाहरवें भाव में स्थित होंगे। कुंडली के बारहवें भाव में सूर्य और केतु की युति होने पर आपके खर्चे बढ़ सकते हैं। इस युति के दौरान, आपका कोई मित्र आपको धोखा देने की कोशिश कर सकता है।

इसके अलावा, व्यापार में समस्याएं आ सकती हैं। आपको हल्की-फुल्की नेत्र संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही, आपके साथ कोई भयानक घटना घट सकती है। इसके अलावा, विदेश यात्रा आपके लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है।

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य नौवें भाव के स्वामी हैं और अब सूर्य केतु के दसवें भाव में मौजूद होंगे। कुंडली के दसवें भाव में सूर्य और केतु की युति जातक के करियर पर सबसे अधिक प्रभाव डाल सकती है। आशंका है कि अधिक प्रयासों के बावजूद भी आपको मनचाहा परिणाम प्राप्त न हो।

इस दौरान आपको नई-नई कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि इस युति के दौरान अपने स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दें। आपको वित्तीय समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। यदि आपने किसी से उधार लिया था, तो उसे वापस करना आपके लिए इस दौरान मुश्किल हो सकता है।

मकर राशि

सूर्य मकर राशि में बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है क्योंकि यह आपके आठवें भाव के स्वामी हैं और नौवें भाव में स्थित होने के कारण यह निश्चित रूप से आपके काम में देरी, रुकावट, बाधाएं और निराशा पैदा कर सकते हैं। कुंडली के नौवें भाव में सूर्य और केतु की युति के कारण व्यक्ति अभिमानी हो सकता है।

आप कंपनी के राजस्व में गिरावट को लेकर चिंतित हो सकते हैं। साथ ही, किसी कानूनी समस्याओं में फंस सकते हैं। इस दौरान आप विलासिताओं और फिजूलखर्ची अधिक कर सकते हैं। आशंका है कि आप किसी गंभीर स्वास्थ्य ग्रस्त हो, जिसके चलते तनाव में आ सकते हैं। आपको अपने पिता के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए क्योंकि उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

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2024 का आखिरी सूर्य ग्रहण: उपाय

  • केतु के शांति के लिए पूजा करें।
  • मंगलवार को जरूरतमंद व गरीब लोगों को दान करें।
  • गरीबों को गेहूं दान करें।
  • संतुलित आहार खाकर, नियमित व्यायाम करके और अपने तनाव को नियंत्रित करके अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
  • भगवान गणेश की पूजा करें।
  • केतु मंत्र का जाप करने के लिए दिन में 108 बार “ऊँ कें केतवे नमः” का जाप करें।
  • केतु के अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए लेहसुनिया (बिल्ली की आंख) वाला रत्न पहनें।
  • आदित्य हृदय स्तोत्रम का पाठ करें।

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2024 का अंतिम सूर्य ग्रहण: विश्वव्यापी प्रभाव

सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य और केतु दोनों हस्त नक्षत्र में होंगे इसलिए हस्त नक्षत्र द्वारा शासित जातकों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और उन्हें इस दौरान ऊर्जा की कमी महसूस हो सकती है। आइए जानते हैं सूर्य ग्रहण का देश-दुनिया पर क्या प्रभाव देखने को मिलेगा।

  • सूर्य आंखों के कारक हैं और ऐसे में, विशेष रूप से कन्या राशि के जातकों को ग्रहण के समय आंखों से संबंधित समस्या परेशान कर सकती है क्योंकि हस्त नक्षत्र कन्या राशि में पड़ता है।
  • हस्त नक्षत्र पर चंद्रमा का शासन है इसलिए त्वचा की एलर्जी या अन्य त्वचा संबंधी समस्याओं या मांसपेशियों से संबंधित समस्याओं से पीड़ित लोगों में सुधार देखने को मिल सकता है।
  • चंद्रमा के नक्षत्र में सूर्य का होना मनोवैज्ञानिक समस्याओं को भी जन्म दे सकता है।
  • सूर्य ग्रहण 2024 के प्रभाव केवल उन स्थानों पर देखे और महसूस किए जा सकते हैं, जहां यह दिखाई दे रहा है। इसके परिणामस्वरूप, दुनिया आने वाले लगभग 3-5 वर्षों तक धीमी गति से दीर्घकालिक प्रभावों से पीड़ित हो सकती है।
  • देशों में जल और वायु से संबंधित आपदाएं देखी जा सकती हैं।
  • दुनिया के कुछ हिस्सों में अचानक आतंकवादी हमले और महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा बढ़ सकती है।
  • कई देशों में सरकार का अचानक पतन और बदलाव देखने को मिल सकता है।
  • सूर्य ग्रहण के परिणामस्वरूप, भारत को ठंडा और सर्दी का सामना करना पड़ सकता है जो फरवरी, मार्च 2025 तक जारी रहेगी।
  • सोने जैसी कीमती धातुओं की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है और साथ ही, पीतल जैसी धातुओं की कीमतें भी तेज़ी से बढ़ सकती है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1- क्या सूर्य ग्रहण वास्तव में गर्भवती महिलाओं पर नकारात्मक प्रभाव डालता है?

इस धारणा का समर्थन करने के लिए कोई वैज्ञानिक डेटा या सबूत नहीं है, लेकिन गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान दुनिया भर में अतिरिक्त सतर्क रहती हैं।

2- ग्रहण को सीधे क्यों नहीं देखना चाहिए?

सूर्य की किरणें आंखों के लिए हानिकारक होती हैं और उन्हें नंगी आँखों से नहीं देखना चाहिए।

3- हस्त नक्षत्र के स्वामी कौन हैं?

चंद्रमा

कन्‍या राशि में त्रिग्रही योग से चमकेगी सिंह समेत इन राशियों की किस्‍मत, डबल हो जाएगी इनकम

सौरमंडल के सभी ग्रह समय-समय पर राशि परिवर्तन करते हैं। ग्रहों के गोचर करने के दौरान उनकी किसी एक ही भाव या राशि में अन्‍य ग्रहों के साथ युति होती है। इस युति से कई बार शुभ योग एवं संयोग का निर्माण होता है। ग्रहों की युति का मानव जीवन पर गहरा असर पड़ता है।

बता दें कि 16 सितंबर को शाम 07 बजकर 29 मिनट पर सूर्य कन्‍या राशि में प्रवेश कर चुके हैं। सूर्य इस राशि में 17 अक्‍टूबर तक रहने वाले हैं। वहीं 23 सितंबर को सुबह 09 बजकर 59 मिनट पर बुध स्‍वराशि में कन्‍या में प्रवेश कर चुके हैं। बुध 10 अक्‍टूबर तक इसी राशि में रहेंगे। वहीं 29 सितंबर को चंद्रमा भी कन्‍या राशि में संचरण करेंगे। इस प्रकार कन्‍या राशि में कुछ दिनों के लिए एकसाथ तीन ग्रहों की युति होगी। तीन ग्रहों की युति से कन्‍या राशि में त्रिग्रही राजयोग का निर्माण हो रहा है।

इस योग से कुछ राशियों के जातकों को असीम लाभ होने की संभावना है और इस ब्‍लॉग में आगे हम आपको उन्‍हीं राशियों के बारे में विस्‍तार से बताने जा रहे हैं।

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इन राशियों को होगा फायदा

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों को इस समय अचानक धन लाभ होने की उम्‍मीद है। व्‍यापारियों को इस दौरान कोई डील मिल सकती है जिससे उन्‍हें आगे चलकर अधिक लाभ होगा। आप इस दौरान अधिक मुनाफा कमाने में सफल होंगे। नौकरीपेशा जातकों को अपने कार्यक्षेत्र में तरक्‍की मिलेगी। इस दौरान आप अपने कार्यस्‍थल में शानदार प्रदर्शन करेंगे।

आपको इस समय नौकरी के नए और अच्‍छे अवसर मिल सकते हैं। आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आने के आसार हैं। आपके संचार कौशल में सुधार आएगा। लोग आपकी बातों से प्रभावित होंगे। व्‍यापारियों को अपने बिज़नेस के लिए पैसा उधार मिल सकता है।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

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वृषभ राशि

वृषभ राशि के लोगों के लिए त्रिग्रही योग फायदेमंद साबित होगा। व्‍यापारियों को कोई ऐसा समाचार मिल सकता है जिससे उन्‍हें आगे चलकर लाभ होगा। धन के मामले में भी आपको लाभ होने के आसार हैं। आपको अपनी संतान से संबंधित कोई अच्‍छी खबर मिल सकती है। संतान को कोई अच्‍छी नौकरी मिल सकती है या उसका रिश्‍ता भी पक्‍का हो सकता है।

जो जातक प्रेम संबंध में हैं, वो अपने रिश्‍ते को एक कदम आगे बढ़ा सकते हैं। आपको अपने कार्यक्षेत्र में नौकरी के नए अवसर मिलने की संभावना है।

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

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वृश्चिक राशि

यदि आपकी वृश्चिक राशि है, तो आपको भी त्रिग्रही योग से असीम लाभ होने के आसार हैं। आपकी आमदनी में जबरदस्‍त बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। आपकी आय के नए स्रोत भी खुलेंगे और व्‍यापारियों को तरक्‍की के नए रास्‍ते मिलेंगे। आपको निवेश के पैसों से भी लाभ हो सकता है। आयात-निर्यात के क्षेत्र में व्‍यापार करने वाले लोगों के लिए भी अनुकूल समय है।

करियर के लिए बहुत अनुकूल समय है। आप इस समय खूब धन कमाएंगे और पैसों की बचत कर पाने में सक्षम होंगे।

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्‍न 1. त्रिग्रही योग क्‍या होता है?

उत्तर. तीन ग्रहों की युति से त्रिग्रही योग बनता है।

प्रश्‍न 2. सितंबर में किन ग्रहों की युति से त्रिग्रही योग बन रहा है?

उत्तर. सूर्य, बुध और चंद्रमा की युति से यह योग बन रहा है।

प्रश्‍न 3. त्रिग्रही योग शुभ है या अशुभ?

उत्तर. ज्‍योतिषशास्‍त्र में त्रिग्रही योग को बहुत शुभ माना गया है।

प्रश्‍न 4. सूर्य ग्रह कितने दिनों में गोचर करते हैं?

उत्तर. सूर्य का गोचर हर 28 से 30 दिनों में होता है।

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मासिक अंक फल अक्टूबर 2024: शुभ-अशुभ, कैसा रहेगा ये महीना आपके मूलांक के लिए? जानें

मासिक अंकफल अक्टूबर 2024: अंक ज्योतिष के अनुसार, अक्टूबर का महीना साल का 10वां महीना होने के कारण अंक 1 का प्रभाव लिए होता है यानी कि इस महीने पर सूर्य ग्रह का अधिक प्रभाव रहने वाला है। आपको बता दें कि इस साल का अंक 8 है और ऐसे में, अक्टूबर 2024 के महीने पर सूर्य के अलावा शनि और मंगल का भी प्रभाव रहने वाला है। हालांकि, मूलांक के अनुसार लोगों पर सूर्य, मंगल और शनि का अलग-अलग तरह से असर पड़ेगा। लेकिन, अक्टूबर का महीना सामान्य तौर पर सत्तारूढ़ दलों के विरोध, शासन-प्रशासन की कार्यशैली से असंतोष और स्वास्थ्य आदि से संबंधित मामलों के लिए विशेष रह सकता है। आइए जानते हैं कि आपके मूलांक के लिए अक्टूबर 2024 का महीना कैसे परिणाम लेकर आ रहा है। .

भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके

मूलांक 1

यदि आप किसी महीने की 1, 10, 19 या फिर 28 तारीख़ को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 1 होगा। मूलांक 1 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 1, 8, 9 और 6 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। इस महीने आपको सर्वाधिक प्रभावित करने वाला अंक 1 आपको पूरी तरह से अनुकूल परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। लेकिन, अंक 8 इस महीने आपके विरोध में रह सकता है और थोड़ा विरोध अंक 6 भी कर सकता है। बाकी के अंक आपके सपोर्ट में ही नजर आ रहे हैं। इस तरह से इस महीने आप काफ़ी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। 

आप अपने वरिष्ठों के सहयोग से कोई नया रास्ता भी खोज सकते हैं। पिता और पिता से संबंधित मामलों में भी इस महीने आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। हालांकि, व्यर्थ के क्रोध और अहंकार से बचने की सलाह हम आपको देना चाहेंगे। यदि आप क्रोध और अहंकार से बचेंगे, तो विभिन्न मामलों में आप काफ़ी हद तक अनुकूल परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। किसी बात को लेकर बुजुर्ग या दीनहीन व्यक्ति से उलझना या उसकी उपेक्षा करना उचित नहीं रहेगा। अन्य मामलों में आप अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: सूर्य भगवान को कुमकुम मिला हुआ जल चढ़ाना शुभ रहेगा।

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मूलांक 2

यदि आप किसी महीने की 2, 11, 20 या फिर 29 तारीख़ को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 2 होगा। मूलांक 2 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 2, 8, 1, 9, और 6 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। इस महीने आपको सर्वाधिक रूप से प्रभावित करने वाला अंक 2 पूरी तरह से आपके समर्थन में होगा। वहीं, अंक 8 और अंक 6 आपको औसत परिणाम दे सकते हैं, लेकिन अंक 9 इस महीने आपके विरोध में रह सकता है। इन सभी कारणों से आप इस महीने ज्यादातर मामलों में काफ़ी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे, परंतु भावावेश में कोई निर्णय लेने से बचें। भाई-बंधुओं के साथ अच्छे संबंध रखने की भी जरूरत होगी । यदि आप इन सावधानियों को अपनाएंगे तो बाकी मामलों में अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। 

किसी भी मामले में जरूरत से ज्यादा जल्दबाजी अथवा जरूरत से ज्यादा देरी करने से बचने की सलाह हम आपको देना चाहेंगे। ऐसा करने से आपकी क्रिएटिविटी को अच्छा सम्मान मिल सकेगा। दांपत्य जीवन में भी इस महीने आप काफ़ी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। प्रेम संबंध के लिए भी यह महीना सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। हालांकि, अंक 8 इस बात का भी संकेत कर रहा है कि प्रेम में मर्यादा की जरूरत रहने वाली है। इन सावधानियों को अपनाकर इस महीने आप काफ़ी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। यात्रा इत्यादि से भी इस महीने आपको लाभ हो सकेगा।

उपाय: नियमित रूप से मां दुर्गा के मंदिर जाएं और वहां जाकर उनकी पूजा-आराधना करें। 

मूलांक 3

यदि आप किसी महीने की 3,12, 21 या फिर 30 तारीख़ को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 3 होगा। मूलांक 3 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 3, 8, 1, 9 और 6 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। इस महीने अंक 6 के अलावा ज्यादातर अंक आपके सपोर्ट में नज़र आ रहे हैं। स्वाभाविक है कि इस वजह से आपको काफ़ी अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। पढ़ाई-लिखाई के दृष्टिकोण से, यह महीना आपको सकारात्मक परिणाम दे सकता है। बैंकिंग और मैनेजमेंट से जुड़े लोगों के लिए यह महीना उत्तम रहेगा। शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों को भी काफ़ी अच्छे परिणाम मिल सकेंगे। 

आर्थिक दृष्टिकोण से भी इस महीने को काफ़ी अच्छा कहा जाएगा। साथ ही, वरिष्ठों की सलाह आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो सकती है। धर्म-कर्म और परोपकार की तरफ भी आपका लगाव या झुकाव रह सकता है। इस महीने घर-परिवार या किसी रिश्तेदार के यहां कोई मांगलिक कार्य संभावित है जिसमें आप जा सकते हैं। स्त्रियों से संबंधित मामलों में उलझने से बचने की जरूरत रहेगी। साथ ही, लग्जरी चीजों पर आवश्यकता से अधिक खर्च करना भी उचित नहीं रहेगा। इन कुछ सावधानियों को अपनाने की स्थिति में इस महीने आप काफ़ी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: मंदिर में पीले फलों का दान करना शुभ रहेगा। 

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मूलांक 4

यदि आप किसी भी महीने की 4,13, 22 या फिर 31 तारीख़ को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 4 होगा। मूलांक 4 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 4, 8, 1, 9 और 6 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। हालांकि, इस महीने आपको सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला अंक 4 पूरी तरह से आपके समर्थन में होगा, लेकिन अंक 8 आपका पूरी तरह से विरोध कर सकता है। यही कारण है कि इस महीने कामों में कुछ कठिनाइयां रह सकती हैं, परंतु कठिनाइयों के बाद भी आप उन कामों को पूरा कर सकेंगे। अंक 1 और 6 भी आपका कुछ विरोध कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में शासन-प्रशासन से जुड़े हुए व्यक्तियों और वरिष्ठों से विवाद करने से बचें। इसके अलावा, स्त्रियों से संबंधित मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह करना होगा। 

किसी भी स्त्री से किसी भी तरह का विवाद नहीं करना है। साथ ही, यदि कोई स्त्री आपके विरोध में रहती है, तो उसके षड्यंत्र से भी स्वयं को बचाना होगा। कुछ सावधानियां को अपनाने की स्थिति में इस महीने आप संतुलित परिणाम या संतोषप्रद परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। हालांकि, इस महीने कुछ बड़े अवसर भी आपको मिल सकते हैं, लेकिन कुछ फ़ाल्स ऑफर भी मिलने की संभावना है। ऐसे में, किसी भी मामले में लालची बनने से बचना होगा और अपने उसूलों से समझौता भी न करें। इन कुछ सावधानियां को अपनाने की स्थिति में आप अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: नियमित रूप से मस्तक पर केसर का तिलक लगाएं।

मूलांक 5

यदि आप किसी भी महीने की 5, 14 या फिर 23 तारीख़ को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 5 होगा। मूलांक 5 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 5, 8, 1, 9 और 6 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। इस महीने अंक 5 और 1 का अच्छा सहयोग आपको मिल सकता है। वहीं, अंक 6 आपको औसत परिणाम दे सकता है, लेकिन बाकी के अंक आपके सपोर्ट में नज़र नहीं आ रहे हैं। यद्यपि, आप बुद्धिमान व्यक्ति हैं और किसी न किसी तरह से अपने काम संपन्न कर लेंगे, परंतु  अंक 8 का विरोध आपके कामों की गति को धीमा कर सकता है। 

यदि आप कोई बदलाव करने जा रहे हैं तो जल्दबाजी न करें, बल्कि धीरे-धीरे बदलाव की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएं जिससे कि आप सफलतापूर्वक बदलाव कर सकें। यात्राओं से जुड़े कामों के लिए महीना अच्छा रह सकता है। यात्राएं फलदायी रह सकती हैं। आमोद-प्रमोद और मनोरंजन के मौके मिल सकते हैं। स्वयं को विस्तार देने के अवसर मिल सकते हैं, लेकिन इन सभी कामों में जल्दबाजी ठीक नहीं रहेगी। साथ-साथ व्यंग्य और कटाक्ष वाली शैली में बातचीत करने से भी बचें। नौकरी इत्यादि में बदलाव संभावित है, लेकिन जल्दबाजी से बचना जरूरी रहेगा। इन कुछ सावधानियों को अपनाने की स्थिति में आप अनुकूल परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: नियमित रूप से गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें।

मूलांक 6

यदि आप किसी भी महीने की 6, 15 या फिर 24 तारीख़ को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 6 होगा। मूलांक 6 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 6, 8, 1 और 9 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। अंक 9 को छोड़ दिया जाए तो बाकी के सभी अंक या तो आपका फ़ेवर कर रहे हैं या आपको औसत परिणाम दे रहे हैं। सामान्य शब्दों में कहें तो, अंक 9 के अलावा कोई भी अंक आपका विरोध नहीं कर रहा है। यही कारण है कि इस महीने आप काफ़ी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। आप अपने घर-परिवार को पर्याप्त समय दे सकेंगे। घर के लिए जरूरी चीजें भी प्राप्त कर सकेंगे अथवा खरीद सकेंगे। 

परिजनों को खुश रखने के लिए तमाम यत्न-प्रयत्न करके आप उनकी खुशियों में अपनी खुशी ढूंढ सकेंगे। यदि उम्र विवाह की है और विवाह की बात को आगे बढ़ाना है, तो यह महीना इस मामले में आपको अच्छे परिणाम दे सकता है। प्रेम और दांपत्य जीवन में भी इस महीने आपको काफ़ी हद तक अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं क्योंकि इस महीने अंक 9 आपके फेवर में नहीं है इसलिए क्रोध और अपशब्दों के प्रयोग से बचने की जरूरत होगी। साथ ही, भाई बंधुओं के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की भी जरूरत होगी। इन सावधानियों को अपनाने की स्थिति में इस महीने ज्यादातर मामलों में आप काफ़ी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: कन्याओं का पूजन करके उनका आशीर्वाद लेना शुभ रहेगा। 

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मूलांक 7

यदि आप किसी भी महीने की 7, 16 या फिर 25 तारीख़ को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 7 होगा। मूलांक 7 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 7, 8, 1, 9 और 6 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। इस महीने सिर्फ और सिर्फ 9 अंक आपके फेवर में नहीं है, बाकी अधिकांश अंक आपके फेवर में रहेंगे। अंक 1 आपको औसत परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है। इस तरह से इस महीने आप जीवन के विभिन्न पहलुओं में काफ़ी अच्छा करते हुए देखे जा सकेंगे। साथ ही, यह महीना आपको अच्छे और बुरे की पहचान करवाने में भी मददगार बनेगा। आप इस बात को भी समझ सकेंगे कि कौन सा व्यक्ति वास्तव में आपका हितैषी है। इतना ही नहीं, इस महीने आप अपने मासिक लक्ष्यों को भी प्राप्त कर सकेंगे और उस तक पहुंचने में भी कामयाब रहेंगे। 

धार्मिक क्रियाकलापों के लिए भी अक्टूबर का महीना अच्छा कहा जाएगा। सामाजिक कार्यों में भी भागीदारी के लिए इस महीने को हम अच्छा ही कहेंगे। इस दौरान किसी भी मामले में बहकावे में आकर कोई निर्णय लेने से बचें। बहकावे में आने की बजाय भलीभांति सोच-विचार करने के बाद आप कोई कदम उठाएंगे, तो इस महीने आप काफ़ी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। किसी से उतना ही वादा करें या किसी को उतना ही देने की कोशिश करें जितना आपके पास है अथवा जिसको देने से आपका कोई नुकसान न हो या आपका कोई काम प्रभावित न हो। इन सावधानियों को अपनाकर इस महीने आप काफ़ी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: बृहस्पतिवार के दिन मंदिर में चने की दाल का दान करें।

मूलांक 8

यदि आप किसी भी महीने की 8, 17 या फिर 26 तारीख़ को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 8 होगा। मूलांक 8 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 8, 1, 9 और  6 अंकों का प्रभाव लिए हुए है। इस महीने ज्यादातर अंक आपके फेवर में रहेंगे, सिर्फ अंक 1 आपके विरोध में नज़र आ रहा है। इसके अलावा, अंक 6 और 9 आपको औसत परिणाम देते हुए प्रतीत हो रहे हैं अर्थात इस महीने शासन-प्रशासन से जुड़े व्यक्तियों से बिल्कुल भी नहीं उलझना है। साथ ही, वरिष्ठों के साथ अपने संबंधों को मेंटेन करके चलना होगा। पिता और पिता से जुड़े मामलों में भी सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता होगी। ऐसा करने की स्थिति में इस महीने आप अपने कामों और अपनी चीजों को अच्छी तरह से व्यवस्थित कर सकेंगे। यह महीना व्यापार-व्यवसाय से जुड़े मामलों के लिए काफ़ी अच्छा कहा जाएगा। 

ऐसा भी हो सकता है कि आप अपने पुराने व्यापार को छोड़कर नए व्यापार में प्रवेश करने की कोशिश करें। आर्थिक दृष्टिकोण से भी अक्टूबर का महीना काफ़ी अच्छे परिणाम देने वाला कहा जाएगा। कामों में कुछ धीमापन रह सकता है। आप अपने किसी काम में जल्दबाजी में न करें, क्योंकि अंक 8 का प्रभाव इस बात का संकेत कर रहा है कि धैर्य के साथ काम करना बहुत जरूरी होगा। लेकिन, यह धैर्य आलस्य में न बदलने पाए, इस बात की कोशिश करनी होगी। इन बातों को अपनाकर आप अपने कामों से बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। सारांश यह है कि सामान्य तौर पर महीना अनुकूल रहेगा, लेकिन जैसा कि हमने पहले ही कहा है कि शासन-प्रशासन से जुड़े लोगों या फिर वरिष्ठों के साथ बेहतर तालमेल जरूरी रहेगा। ऐसा करके आप सार्थक और अनुकूल परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: गरीब और जरूरतमंद लोगों को अपने सामर्थ्य के अनुसार भोजन करवाना शुभ रहेगा। 

मूलांक 9 

यदि आप किसी भी महीने की 9,18 या फिर 27 तारीख़ को पैदा हुए हैं, तो आपका मूलांक 9 होगा। मूलांक 9 के लिए अक्टूबर का महीना क्रमशः 9, 8, 1, 9 और 6 अंकों का प्रभाव लिए हुए है।  इस महीने अंक 6 आपका कुछ हद तक विरोध कर सकता है, तो वहीं अंक 1 आपको औसत परिणाम दे सकता है। बाकी के अंक आपके समर्थन में नज़र आ रहे हैं जो आपकी विभिन्न मामलों में मदद कर सकते हैं। आपके पेंडिंग पड़े हुए कामों को पूरा करवाने में अंक 9 की अधिकता काफ़ी हद तक काम आने वाली है, लेकिन ध्यान रखें कि अंक 9 की ऊर्जा क्रोध में कन्वर्ट न होने पाए। आप स्वयं अंक 9 वाले व्यक्ति हैं और इस महीने तीन बार अंक 9 का रिपीटेशन हो रहा है, जो आपके क्रोध को बढ़ा सकता है। अंक 9 कभी-कभी आपको अधीर बन सकता है। ऐसी स्थिति में क्रोध पर संयम रखना होगा और धैर्य के साथ काम करना होगा। पुराने पड़े हुए कामों को पूरा करना होगा क्योंकि आने वाले समय में आपको कुछ नई जिम्मेदारियां मिलने वाली हैं। भाई-बंधुओं के साथ संबंध बिगड़ने न पाए इस बात की कोशिश करनी होगी। 

यदि आप भाई-बंधुओं के साथ अच्छा तालमेल रखेंगे, तो इस महीने उनकी मदद से आप कोई कठिन कार्य भी आसानी से संपन्न कर सकेंगे। स्त्रियों से जुड़े मामले में सावधानी बरतनी होगी। दांपत्य जीवन का भी ख्याल रखना होगा। वहीं, यदि किसी से प्रेम करते हैं तो प्रेम संबंधों में भी शालीनता का प्रदर्शन करना होगा अर्थात स्त्री चाहे घर की हो या बाहर की, उसका पूरा सम्मान करें। यदि किसी कारण से कोई स्त्री आपका विरोध कर रही है, तो विवाद को बढ़ाने की बजाय मामले को शांत करने की कोशिश करें, लेकिन उस महिला की गतिविधियों को लेकर सावधान रहना भी जरूरी रहेगा। यदि आप इन सावधानियों को अपनाएंगे तो परेशानियों से बच सकेंगे और अपनी ऊर्जा का सदुपयोग करके कठिन कामों को संपन्न करके न केवल लाभ प्राप्त कर सकेंगे, बल्कि दूसरों से प्रशंसा भी प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें। 

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. मूलांक किसे कहते हैं?

अंक ज्योतिष में व्यक्ति की जन्म तिथि को जोड़कर जो अंक प्राप्त होता है, उसे मूलांक कहते हैं। 

2. मूलांक 4 के लिए अक्टूबर कैसा रहेगा?

मूलांक 4 के जातकों के लिए अक्टूबर मिला-जुला रह सकता है, लेकिन आप अपनी मेहनत से सफलता प्राप्त कर सकेंगे। 

3. मूलांक 1 वालों का स्वभाव कैसा होता है?

मूलांक 1 के जातक साहसी और स्वाभिमानी स्वभाव के होते हैं। 

बुध के भद्र राजयोग से चमकेगी इन राशियों की किस्‍मत, वहीं इनका होगा मुश्किलों से सामना

बुध ग्रह 23 सितंबर को सुबह 09 बजकर 59 मिनट पर अपनी ही राशि कन्‍या में प्रवेश कर चुके हैं। इस राशि में पहले से ही सूर्य विराजमान हैं और कन्‍या राशि में बुध एवं सूर्य के एकसाथ आने से बुधादित्‍य योग बनने जा रहा है। वहीं बुध के अपनी मूल त्रिकोण राशि में होने से भद्र राजयोग भी बन रहा है।

बुध के इस राशि परिवर्तन से कई राशियों के जीवन में अचानक से बदनाव आ सकता है। कुछ राशियों के जातकों के करियर के लिए यह समय शानदार साबित होगा। इन्‍हें अपने कार्यक्षेत्र में तरक्‍की मिलने के योग हैं और व्‍यापारियों को भी कोई बड़ी डील मिल सकती है।

तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि बुध के स्‍वराशि कन्‍या में प्रवेश करने पर किन राशियों के लोगों को लाभ होने की संभावना है और किसके लिए यह समय मुश्किल रहने वाला है।

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बुध गोचर का प्रभाव

मेष राशि

इस समय मेष राशि के लोगों की सेहत बहुत अच्‍छी रहने वाली है। यदि आप लंबे समय से किसी बीमारी से ग्रस्‍त हैं, तो अब आपको उससे छुटकारा मिल सकता है। हालांकि, आपका मन किसी बात से परेशान रह सकता है। आपको अपने ननिहाल की ओर से पूर्ण सहयोग प्राप्‍त होगा। आर्थिक स्थिति भी आपकी ठीक रहेगी। आपको अपने जीवनसाथी के साथ थोड़ा संभलकर रहना होगा वरना आपके रिश्‍ते में दरार आ सकती है।

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वृषभ राशि

बुध के कन्‍या राशि में प्रवेश करने पर वृषभ राशि के जातकों को सकारात्‍मक परिणाम प्राप्‍त होंगे। लेखन और पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े लोगों की जिंदगी में अच्‍छे बदलाव आने की उम्‍मीद है। यदि आप प्रेम संबंध में हैं, तो यह समय आपके लिए अनुकूल साबित होगा। आप अपने रिश्‍ते को एक कदम आगे बढ़ा सकते हैं।

इस दौरान आपकी वित्तीय स्थिति भी काफी अच्‍छी रहने वाली है। कार्यक्षेत्र में आपने जो कड़ी मेहनत की है, अब आपको उसका फल मिल सकता है। करियर में आपको प्रमोशन मिलने के आसार हैं।

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा 

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के परिवार में खुशियां आएंगी। इनका पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। परिवार के सदस्‍यों के बीच स्‍नेह और विश्‍वास बढ़ेगा। अगर आप प्रॉपर्टी या वाहन खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह समय इसके लिए एकदम अनुकूल रहेगा। अपनी माता के साथ आपके संबंध में सुधार आएगा।

आप अपने जीवन में सफलता का नया मुकाम हासिल करेंगे। आपको हर क्षेत्र में सफलता प्राप्‍त होगी और करियर में भी कामया‍बी मिलने के संकेत हैं। आपके लिए धन लाभ के योग भी बन रहे हैं।

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

कर्क राशि

कर्क रा‍शि के जो जातक पत्रकारिता, लेखन, अभिनय और काउंसलिंग के क्षेत्र में काम करते हैं, उन्‍हें सफलता प्राप्‍त होगी। आप जल्‍दबाजी में कोई भी फैसला लेने से बचें। आपके अपने पिता के साथ रिश्‍ते बेहतर होंगे। कोई अनबन चल रही है या मतभेद थे, तो वो खत्‍म हो जाएंगे।

आपको अपने भाई-बहनों की ओर से पूर्ण सहयोग प्राप्‍त होगा। आप उनके साथ किसी यात्रा पर जाने की योजना भी बना सकते हैं। व्‍यापारियों को उच्‍च मुनाफा होने की उम्‍मीद है।

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सिंह राशि

सिंह राशि के लोगों को इस समय अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने की ज़रूरत है। आपके व्‍यवहार में थोड़ी आक्रामकता आ सकती है। वित्त के क्षेत्र से जुड़े लोगों को सफलता मिलेगी। आप अपने कार्यक्षेत्र में नए विचारों और योजनाओं के दम पर सफल हो सकते हैं।

शादीशुदा जातकों की जिंगदी में खुशियां आएंगी। पति-पत्‍नी के बीच आपसी तालमेल बना रहेगा। आपके ससुराल पक्ष के लोग भी आपका समर्थन करेंगे। परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ेगी और नौकरीपेशा जातक कामयाबी हासिल करेंगे।

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कन्‍या राशि

कन्‍या राशि में ही बुध का गोचर होने जा रहा है। इस दौरान बुध आपके लग्‍न भाव में बैठेंगे। बुध का यह गोचर आपके व्‍यापार के लिए फायदेमंद साबित होगा। आप अपने बिज़नेस का विस्‍तार करने के बारे में सोच सकते हैं। वैसे तो आपकी सेहत ठीक रहेगी लेकिन फिर भी आपको अपनी फिटनेस के लिए थोड़ा समय निकालने की कोशिश करनी चाहिए। धन लाभ होगा और आप प्रगति के मार्ग की ओर आगे बढ़ेंगे।

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तुला राशि

बुध का यह गोचर तुला राशि के जातकों के लिए ज्‍यादा मंगलकारी नहीं रहने वाला है। आप स्‍वस्‍थ तो रहेंगे लेकिन अपने स्‍वास्‍थ्‍य को बनाए रखने के लिए आपको काफी मेहनत करनी पड़ेगी। आपके खर्चों में भी वृद्धि होने के संकेत हैं। वहीं आपको अपने कार्यक्षेत्र में कुछ समस्‍याएं देखनी पड़ सकती है। आप अपने काम में काफी बिजी रहने वाले हैं। आपको अपने छोटे-छोटे काम भी पूरा करने में काफी मेहनत करनी पड़ेगी।

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वृश्चिक राशि

आपकी आर्थिक स्थिति के लिए यह समय बहुत ही ज्‍यादा अच्‍छा साबित होगा। आपको अपने भाई-बहनों और परिवार के वरिष्‍ठ सदस्‍यों का साथ मिलेगा। समाज में आपका मान-सम्‍मान भी बढ़ेगा। आप लंबे समय से जिस मेहनत के साथ काम कर रहे हैं, अब आपको उसका फल मिलने वाला है। शेयर मार्केट में पैसा लगाने से फायदा हो सकता है। आप सोने में भी निवेश कर सकते हैं।

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आपकी कुंडली में भी है राजयोग? जानिए अपनी  राजयोग रिपोर्ट

धनु राशि

धनु राशि के जातकों को इस समय अपनी प्रोफेशनल लाइफ में फायदा होगा। राजनीति और तकनीकी क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए भी अच्‍छा समय है। आपको अपने करियर में अपार सफलता प्राप्‍त होगी। आपके अपने माता-पिता के साथ भी संबंध सुधरेंगे। आपके पास अचानक से अधिक पैसा आ सकता है। इससे आप काफी खुश नज़र आएंगे। आप इन पैसों को निवेश में लगा सकते हैं।

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मकर राशि

बुध का गोचर मकर राशि के जातकों को शानदार अवसर प्रदान करेगा। आपको इस समय हर क्षेत्र में बड़ी आसानी से सफलता मिल जाएगी। आपको अपने पिता और गुरु का भी सहयोग प्राप्‍त होगा। आपके लिए लंबी यात्रा के योग भी बन रहे हैं। आपको इस समय अपनी सेहत का ख्‍याल रखने की सलाह दी जाती है।

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कुंभ राशि

यह समय आपके लिए थोड़ी मुश्किलें लेकर आ सकता है। आपको इस दौरान त्‍वचा से जुड़ी कोई समस्‍या होने की आशंका है। आपको कमर में दर्द और हाथ में दर्द की शिकायत भी हो सकती है। आप अपनी सेहत को लेकर सजग रहें। धन के मामले में भी आपको इस समय दिक्‍कतों का सामना करना पड़ सकता है। आपने जो पैसा बचाया है, उसे सोच-समझकर खर्च करें।

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मीन राशि

मीन राशि के सिंगल जातकों के लिए बुध का राशि परिवर्तन लाभकारी सिद्ध होगा। आपके लिए कोई अच्‍छा रिश्‍ता आ सकता है। वहीं शादीशुदा लोगों की जिंदगी में भी प्‍यार आएगा। पार्टनरशिप में बिज़नेस शुरू करने के लिए अनुकूल समय है। आप बुध के इस गोचर के दौरान इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्‍न 1. बुध ने किस राशि में गोचर किया है?

उत्तर. बुध का गोचर स्‍वराशि कन्‍या में हुआ है।

प्रश्‍न 2. बुध के कन्‍या राशि में प्रवेश करने पर कौन सा योग बना है?

उत्तर. कन्‍या राशि में बुध के गोचर से भद्र राजयोग बना है।

प्रश्‍न 3. बुध किन राशियों के स्‍वामी ग्रह हैं?

उत्तर. बुध कन्‍या और मिथुन राशि के स्‍वामी हैं।

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टैरो मासिक राशिफल 2024: अक्टूबर माह में कौन सी राशियां रहेंगी भाग्यशाली?

टैरो मासिक राशिफल 2024: टैरो कार्ड एक प्राचीन विद्या है जिसका उपयोग भविष्य जानने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग प्राचीन काल से ही टैरो कार्ड रीडर और रहस्यवादियों द्वारा अंतर्ज्ञान प्राप्त करने और किसी विषय की गहराई तक पहुँचने के लिए होता रहा है। यदि कोई व्यक्ति बेहद आस्था और विश्वास के साथ मन में उठ रहे सवालों के जवाब ढूंढ़ने के लिए आता है, तो टैरो कार्ड की दुनिया आपको हैरान कर सकती है। बहुत से लोग मानते हैं कि टैरो एक मनोरंजन का साधन है और इसे ज्यादातर मनोरंजन के रूप में देखते हैं। 

दुनियाभर के विद्वान टैरो रीडर्स से करें कॉल/चैट पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी

अक्टूबर 2024 के लिए टैरो मासिक राशिफल अक्टूबर 2024 अपने साथ क्या लेकर आएगा? यह जानने से पहले हम टैरो कार्ड के बारे में बात करेंगे। आपको बता दें कि टैरो की उत्पति आज से 1400 वर्ष पहले हुई थी और इसका सबसे पहला वर्णन इटली में मिलता है। शुरुआत में टैरो को ताश के रूप में राजघरानों की पार्टियों में खेला जाता था। हालांकि, टैरो कार्ड का वास्तविक उपयोग 16वीं सदी में यूरोप के कुछ लोगों द्वारा किया गया जब उन्होंने जाना और समझा कि कैसे 78 कार्ड्स की मदद से भविष्य के बारे में जाना जा सकता है, उसी समय से इसका महत्व कई गुना बढ़ गया। मध्यकाल में टैरो को जादू-टोना से जोड़कर देखा जाने लगा और इसके परिणामस्वरूप आम लोगों ने भविष्य बताने वाली इस विद्या से दूरी बनाना सही समझा। 

लेकिन टैरो कार्ड का सफर यही थमा नहीं और इसने कुछ दशकों पहले पुनः प्रसिद्धि प्राप्त की जब दुनिया के सामने इसे एक भविष्य बताने वाली विद्या के रूप में पहचान मिली। भारत समेत दुनियाभर में टैरो की गिनती भविष्यवाणी करने वाली महत्वपूर्ण विद्याओं में होती है और अंत में टैरो कार्ड वह सम्मान पाने में सफल हुआ है जिसका वह हक़दार था। अब आगे बढ़ते हैं और टैरो कार्ड के माध्यम से जानते हैं कि अक्टूबर का महीना राशिचक्र की सभी 12 राशियों के लिए कैसा रहने वाला है।

टैरो मासिक राशिफल अक्टूबर 2024: राशि अनुसार राशिफल  

मेष राशि

प्रेम जीवन: पेज़ ऑफ स्वोर्ड्स

आर्थिक जीवन: थ्री ऑफ स्वोर्ड्स

करियर: फोर ऑफ़ पेंटाकल्स

स्वास्थ्य: एट ऑफ कप्स 

मेष राशि के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें, तो पेज ऑफ स्वॉर्ड्स संकेत देता है कि इस महीने आप किसी भी प्रकार की लड़ाई झगड़े से बचने की कोशिश करेंगे और भावनात्मक रूप से कटा-कटा महसूस कर सकते हैं। आप समझदारी से बातचीत करते हैं और समझदार लोगों के बीच में रहना पसंद करते हैं। आप अपने जीवन में ऐसा पार्टनर चाहते हैं, जिसके साथ आप बेहतर तरीके से तालमेल बैठा सके लेकिन, वह ज्यादा इमोशनल न हो। 

आपका साथी भावनात्मक संघर्षों से डर सकता है और यहां तक ​​कि उन्हें पूरी तरह से त्याग भी सकता है। पेज ऑफ स्वॉर्ड्स टैरो लव मीनिंग, एक भावनात्मक स्थिति या गुणवत्ता के रूप में, अधिक मस्तिष्कीय संबंध का संकेत दे सकता है, जहां साथी बौद्धिक बातचीत का आनंद लेने के लिए इच्छुक होते हैं, लेकिन भावनात्मक अंतरंगता के बारे में थोड़ा अधिक सतर्क हो सकते हैं।

आर्थिक जीवन में थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स भविष्य़वाणी करता है कि आपको आने वाले कठिन समय के लिए खुद को तैयार करना होगा क्योंकि यह कार्ड तनाव, निराशा और संभावित नुकसान का प्रतिनिधित्व करता है। इसके अलावा, यह कार्ड कार्यस्थल पर विवाद, आर्थिक जीवन में कठिनाइयों या नौकरी में उतार-चढ़ाव का भी संकेत दे रहा है।

करियर के लिहाज़ से फोर ऑफ पेंटाकल्स संकेत देता है कि आप करियर के क्षेत्र में उस बिंदु पर पहुंच गए हैं जहां आप कुछ हद तक स्थिर महसूस कर रहे हैं।  यदि आपकी ये पहली जॉब है या फिर इससे पहले आपका करियर स्थिर नहीं था तो हो सकता है कि आपको लगे कि अभी करियर में स्थिरता प्राप्त करने में समय है पर ऐसा नहीं है। आपके करियर में सुधार आ चुका है।

आपके स्वास्थ्य की बात करें, तो आप कुछ भावनात्मक मुद्दों और मनोवैज्ञानिक मुद्दों से पीड़ित हो सकते हैं। ऐसे में, आपको अपनी सही देखभाल और सही उपचार की आवश्यकता हो सकती है।

शुभ अक्षर: ए, एल

वृषभ राशि 

प्रेम जीवन: टेम्पेरन्स

आर्थिक जीवन: नाइन ऑफ कप्स 

करियर: द स्टार 

स्वास्थ्य: एट ऑफ वैंड्स

वृषभ राशि के प्रेम जीवन की बात करें, तो यह कार्ड एक शांतिपूर्ण रिश्ते को दर्शाता है जिसमें आप और आपके जीवनसाथी ने प्रतिबद्धता, स्नेह और सम्मान को सफलतापूर्वक संतुलित किया है। यह सोलमेट कार्ड है। यदि आप समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो टेम्पेरन्स कार्ड यह भी संकेत दे रहा है कि आप अपने पार्टनर के साथ उन सभी बाधाओं को दूर करने का प्रयास करेंगे जो आप दोनों को अपने रिश्ते में आगे बढ़ने से रोक रही हैं।

नाइन ऑफ कप्स वित्तीय क्षेत्र में धन और समृद्धि को दर्शाता है।  ऐसे में, यह माह आपके धन और निवेश के लिए लाभदायक रहेगा। चूंकि यह स्वीकृति और पुरस्कार का कार्ड भी है, ऐसे में आपकी कड़ी मेहनत को देखते हुए कार्यक्षेत्र में आपको नकद के साथ पुरस्कृत किया जा सकता है।

करियर की बात करें, तो स्टार कार्ड भविष्यवाणी करता है कि आपको इस माह करियर में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त होंगे और आपको अच्छे अवसर मिलेंगे। यदि आप स्थानांतरण या नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो अवश्य सफलता प्राप्त होगी।

एट ऑफ वैंड्स भविष्यवाणी कर रहा है कि इस माह आपका स्वास्थ्य बेहतर होगा और यह कार्ड अच्छे स्वास्थ्य का प्रतिनिधित्व कर रहा है। हालांकि, फिर भी आपको अपना ध्यान देना होगा और बेहतर जीवनशैली अपनानी होगी।

शुभ अक्षर: यू, वी

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मिथुन राशि

प्रेम जीवन: नाइट ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: सिक्स ऑफ वैंड्स 

करियर: टू ऑफ कप्स

स्वास्थ्य: पेज़ ऑफ वैंड्स

मिथुन राशि के प्रेम जीवन की बात करें, तो नाइट ऑफ वैंड्स का कार्ड संकेत दे रहा है कि इस महीने आपको शानदार अवसर प्राप्त हो सकते हैं। यह महीना प्यार भरी बातचीत करने, रोमांटिक डेट करने के लिए उपयुक्त रहेगा और आप ऐसा ही करते नजर आएंगे। आपको अपने रिश्ते को गंभीरता से लेने से पहले इसे अच्छी तरह से विकसित होने के लिए कुछ समय देने का आग्रह किया जा रहा है।

वित्तीय स्थिति की बात करें तो आपको सिक्स ऑफ वैंड्स का कार्ड मिला है जो संकेत दे रहा है कि आपने अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत बनाने और इस मुकाम तक लाने के लिए कड़ी मेहनत की है। आपने अपने इस लक्ष्य तक पहुंचने से पहले अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है लेकिन कड़ी मेहनत तो आपको जारी रखनी होगी और अपने वित्त को अच्छी तरह से प्रबंधित भी करना होगा। आपको जल्द ही अपनी कड़ी मेहनत का फल प्राप्त होगा।

करियर रीडिंग में टू ऑफ कप्स का कार्ड इस महीने आपके पास नेटवर्क के माध्यम से नए अवसर, नौकरी के प्रस्ताव, नई डील्स या प्रोजेक्ट आ सकते हैं। यह नए अवसर छोटे बेशक हो सकते हैं लेकिन निश्चित रूप से आपको अपने करियर को मजबूत बनाने में सहायक साबित होंगे।

स्वास्थ्य में आपको पेज़ ऑफ वैंड्स का कार्ड मिला है जो दर्शाता है कि इस महीने आपका स्वास्थ्य काफी अच्छा रहेगा और आपको डॉक्टर के वहां जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। अपने स्वास्थ्य को उचित और उत्तम बनाए रखने के लिए सही कदम बढ़ाते रहें। 

शुभ अक्षर: के, जी

कर्क राशि

प्रेम जीवन: द टॉवर

आर्थिक जीवन: नाइन ऑफ वैंड्स

करियर: पेज़ ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: फोर ऑफ पेंटाकल्स

कर्क राशि के जातकों के प्रेम जीवन की बात करें, तो द टॉवर आपके लिए अनुकूल कार्ड प्रतीत नहीं हो रहा है, जो संकेत दे रहा है कि आपको कई प्रकार के उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। यह बता रहा है कि आपका रिश्ता या पहले ही खत्म हो चुका है या खत्म होने वाला है। यह महीना आपको भावनात्मक रूप से आहात पहुंचा सकता है। पिछले नकारात्मक रिश्तों के कारण, सिंगल जातक शायद किसी रिश्ते में प्रवेश न करना चाहें।

आर्थिक जीवन की बात करें तो, आप किसी बुरी आदतों में पड़ सकते हैं और इन आदतों की वजह से आप नकारात्मकता के शिकार हो सकते हैं। नाइन ऑफ वैंड्स संकेत दे रहा है कि आपको इस स्थिति से बाहर निकलने की जरूरत है और आप इससे बाहर निकलने के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं लेकिन आप या तो अपने वित्त को संभालने के तरीके को संशोधित करने में असमर्थ हैं या आपको विकल्प नहीं दिख रहे हैं।

करियर की बात करें, तो पेज ऑफ वैंड्स एक अनुकूल कार्ड है। यह संकेत देता है कि आने वाले महीने में आपको पदोन्नति और वेतन वृद्धि प्राप्त होगी। शायद अपने करियर के इस मोड़ पर, आप नींव रख रहे हैं। आप अपने सपनों को साकार करने के लिए वह सब कुछ करने जा रहे हैं जो करना चाहिए। 

स्वास्थ्य के लिहाज़ से, फोर ऑफ़ पेंटाकल्स संकेत दे सकता है कि आप पुरानी बातों को सोचकर परेशान हो सकते हैं और नकारात्मकता से भरे रह सकते हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

शुभ अक्षर: एच, जे

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सिंह राशि

प्रेम जीवन: टेन ऑफ स्वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: किंग ऑफ स्वॉर्ड्स 

करियर: सिक्स ऑफ कप्स

स्वास्थ्य: नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स

प्रेम जीवन के लिए टेन ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड आपके लिए अनुकूल कार्ड प्रतीत नहीं हो रहा है क्योंकि यह ब्रेकअप, तलाक, अलगाव, नाराजगी या संबंधों में खटास का प्रतिनिधित्व करता है। यदि आपके और आपके साथी के बीच चीजें सुचारू नहीं हैं, तो समस्या और अधिक बढ़ सकती है।

सिंह राशि के जातकों के आर्थिक जीवन की बात करें तो किंग ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड आपके लिए बेहतरीन कार्ड साबित होगा, जो संकेत देता है कि आपकी वित्तीय स्थिति बहुत अच्छी है और आप और अधिक लाभ प्राप्त करने में सक्षम होंगे। इसके अतिरिक्त, यह कार्ड सुझाव देता है कि अब निवेश करने का अच्छा समय है।

करियर के संदर्भ में, सिक्स ऑफ कप्स संकेत देता है कि आपके पास वरिष्ठ प्रबंधन और कुछ जानकार सहकर्मी हैं जो आपके कार्य में और आपको सफलता दिलाने में आपकी मदद करेंगे। हालांकि, यह समझना और निर्धारित करना आपकी जिम्मेदारी होगी कि कौन आपकी सहायता कर सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि कार्यक्षेत्र में लोगों के बीच उचित तालमेल बनाए रखें।

स्वास्थ्य के लिहाज़ से, नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड आपके अनुकूल स्वास्थ्य का संकेत दे रहा है। हालांकि, फिर भी आपको अपने स्वास्थ्य को बनाए रखना और एक निश्चित शेड्यूल का पालन करने की आवश्यकता है।

शुभ अक्षर: एम, बी

कन्या राशि 

प्रेम जीवन: किंग ऑफ पेंटाकल्स

आर्थिक जीवन: द डेविल

करियर: टू ऑफ वैंड्स

स्वास्थ्य: फाइव ऑफ कप्स

कर्क राशि वालों के प्रेम जीवन के लिए किंग ऑफ पेंटाकल्स बता रहा है कि इस माह आपको अपने रिश्ते में स्थिरता प्राप्त होगी और बेहतर तरीके से आप अपने रिश्ते को आगे बढ़ाने में सक्षम होंगे। कुल मिलाकर आपके लिए यह अवधि अच्छी साबित होगी और आप आरामदायक स्थिति में रहेंगे।

द डेविल आर्थिक जीवन के लिए नकारात्मक कार्ड प्रतीत हो रहा है, जो आपको वित्तीय कठिनाइयां दे सकता है। यह संकेत दे सकता है कि इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए आप अभी भी बहुत कुछ कर सकते हैं, लेकिन आप या तो अपने वित्त को संभालने के तरीके को संशोधित करने में असमर्थ हैं या आप कोई और विकल्प की तरफ नहीं देख रहे हैं। जुआ, अधिक खर्च और मादक द्रव्यों का सेवन आपके वित्त को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।

टू ऑफ वैंड्स करियर को लेकर बता रहा है कि कन्या राशि के जातकों को यह फैसला लेना होगा कि आपको इस करियर में बने रहना है या फिर एक नई क्षेत्र का चुनाव करना है। साथ ही, आप चाहे तो मौजूदा नौकरी में उसी पद पर बने रह सकते हैं जिस पर आप काम कर रहे हैं। हो सकता है कि आपके सामने ऐसी स्थिति आए जहाँ आपको दो नौकरियों में से किसी एक को चुनना पड़ें। अगर आपकी खुद की कंपनी है, तो आपको चुनाव करना होगा कि इसी राह पर आगे बढ़ना है या फिर पार्टनरशिप में आना है।

आपकी सेहत के लिए फाइव ऑफ कप्स कार्ड को शुभ नहीं कहा जाएगा क्योंकि यह आपको मानसिक समस्याओं दे सकता है। इस दौरान आप हताश या फिर निराश महसूस कर सकते हैं जिसकी वजह आपको तनाव होने की आशंका है या दूसरों से कटे-कटे रहे सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप घबराहट हो सकती है।

शुभ अक्षर: पी, आर

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तुला राशि

प्रेम जीवन: नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: सिक्स ऑफ कप्स

करियर: क्वीन ऑफ पेंटाकल्स

स्वास्थ्य: द हैंग्ड मैन (रिवर्ज्ड)

तुला राशि वालों के लिए नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड भविष्यवाणी करता है कि आपको इस माह रिश्ते में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। आपको रिश्ते में धोखा मिल सकता है या आपके कई बातें छिपाई जा सकती है, जिसके चलते आप चिंतित हो सकते हैं। इन समस्याओं का रास्ता निकालने के लिए आपको एक-दूसरे से खुलकर बातचीत करने की आवश्यकता हो सकती है।

सिक्स ऑफ कप्स एक ऐसा कार्ड है जो वित्तीय मामलों में सहायता का संकेत देता है। आप इस अवधि जरूरतमंदों को दान करते हुए नज़र आएंगे या किसी चैरिटा में पैसा लगाएंगे। यह कार्ड इस बात का भी संकेत दे रहा है कि आपको बहुत जल्द पैतृक संपत्ति से भी लाभ होगा या परिवार के किसी सदस्य से आपको धन राशि प्राप्त हो सकती है।

करियर की बात करें तो क्वीन ऑफ पेंटाकल्स एक सकारात्मक कार्ड है क्योंकि आपको करियर में बहुत अधिक सफलता प्रदान करेगा। तुला राशि की महिला जातक अपने बिज़नेस में बहुत अधिक सफलता प्राप्त करेगी।

हैंग्ड मैन रिवर्स भविष्यवाणी कर रहा है कि यदि आप किसी शारीरिक बीमारी या चोट से पीड़ित हैं, तो जल्द ही आपको उसका उपचार मिलेगा। हालांकि, फिर भी आपको सलाह दी जाती है कि थोड़ा आराम करें और कुछ ही समय में आप आराम महसूस करेंगे। 

शुभ अक्षर: टी, डी

वृश्चिक राशि

प्रेम जीवन: टू ऑफ कप्स

आर्थिक जीवन: फाइव ऑफ़ पेंटाकल्स

करियर: नाइट ऑफ़ स्वॉर्ड्स

स्वास्थ्य: क्वीन ऑफ स्वॉर्ड्स

वृश्चिक राशि के जातकों को प्रेम के संदर्भ में टू ऑफ कप्स का कार्ड मिला है जो आपको अपने जीवनसाथी से मिलने के संकेत दे रहा है। यह कार्ड रोमांटिक रिश्तों से परे किसी भी रिश्ते में प्रशंसा और शांति के आदान-प्रदान की ओर भी इशारा करता है। टू ऑफ कप्स दो व्यक्तियों के बीच के प्यार के प्रवाह को दर्शाता है फिर यह दो व्यक्ति आपस में दोस्त हो सकते हैं, परिवार की कोई सदस्य हो सकते हैं या फिर रोमांटिक पार्टनर्स भी हो सकते हैं।

वित्तीय व्यक्ति रीडिंग में आपको फाइव ऑफ पेंटाकल्स का कार्ड मिला है जो परेशानी के संकेत दे रहा है क्योंकि यह आपको वित्तीय संकट या दिवालियापन का सामना करने से सावधान करता है। आप किसी गहरी आर्थिक परेशानी में फंस सकते हैं। ऐसे में बचत शुरू कर दें और अपने वित्त की योजना बहुत ही सावधानी से बनाएं।

नाइट ऑफ स्वॉर्ड्स करियर को लेकर संकेत दे रहा है कि आप अपने उद्देश्यों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और उन्हें प्राप्त करने के लिए दृढ़ हैं। इस महीने आपको अपने करियर और उद्देश्यों के बारे में स्पष्टता प्राप्त होगी।

स्वास्थ्य के संदर्भ में आपको क्वीन ऑफ स्वॉर्ड्स का कार्ड प्राप्त हुआ है जो संकेत दे रहा है कि आपका स्वास्थ्य इस माह अनुकूल बना रहेगा बस इस बात को सुनिश्चित करें कि आप अपने स्वास्थ्य के लिए उचित प्रयास और रखरखाव बनाए रखेंगे। 

शुभ अक्षर: एन, आई

धनु राशि

प्रेम जीवन: सेवन ऑफ कप्स

आर्थिक जीवन: क्विन ऑफ़ वैंड्स

करियर: फोर ऑफ पेंटाकल्स

स्वास्थ्य: थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स

प्रेम जीवन की बात करें तो सेवन ऑफ कप्स भविष्यवाणी कर रहा है कि इस महीने आपके पास कई विकल्प होंगे और आप इस बात को लेकर भ्रमित होंगे कि आपके लिए कौन सा साथी या व्यक्ति सही है। आपको सलाह दी जाती है कि कोई निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। अपने लिए पूरा समय लें वरना बाद में पश्चताना पड़ सकता है।

आर्थिक जीवन की बात करें तो क्वीन ऑफ वैंड्स संकेत देता है कि आप अपने वित्त पर अच्छी तरह से नियंत्रण रखते हैं और आप इस महीने आर्थिक रूप से स्थिर रहेंगे। यदि आपने अपने वित्तीय निर्णय को अभी तक गंभीरता से नहीं ले रहे थे तो अब समय आ गया है, इसे गंभीरते से लें। हो सकता है कि आपको कुछ समय के लिए आगे बढ़ने में बाधाओं का सामना करना पड़े, लेकिन आपको इस बात की स्पष्टता हो जाएगी कि आपको अपने धन के साथ क्या करना है।

करियर की बात करें, तो फोर ऑफ पेंटाकल्स संकेत देता है कि आप अपनी वर्तमान स्थिति में बहुत सहज हैं और महत्वपूर्ण बदलावों को नजरअंदाज कर रहे हैं, जो बाद में आपके करियर में सफलता लेकर आ सकते हैं।

थ्री ऑफ स्वॉर्ड्स कार्ड चोट लगने या किसी गंभीर बीमारी की चपेट में आने का संकेत देता है जिसका इलाज मुश्किल हो सकता है लेकिन असंभव नहीं। किसी भी गंभीर बीमारी से खुद को बचाने के लिए आपको बहुत अधिक सावधानी बरतनी होगी।

शुभ अक्षर: डी, ​​एस

मकर राशि

प्रेम जीवन: सिक्स ऑफ वैंड्स

आर्थिक जीवन: द मैजिशियन 

करियर: एस ऑफ पेंटाकल्स

स्वास्थ्य: द सन

प्रेम जीवन के लिए सिक्स ऑफ वैंड्स एक बेहतरीन कार्ड है, जो विवाह, प्रेम जीवन में स्थिरता और खुशहाल साझेदारी की ओर संकेत दे रहा है। यह कार्ड एक फलदायी और शांतिपूर्ण साझेदारी का प्रतिनिधित्व करता है।  यह दर्शाता है कि आप दोनों एक सकारात्मक रिश्ते में हैं, जहां आपको एक-दूसरे से बहुत कुछ सीखने को मिलता है और साथ-साथ मिलकर आगे बढ़ते हैं। यह कार्ड दर्शाता है कि इस माह आप दोनों के बीच और भी बेहतर संबंध स्थापित होंगे।

आर्थिक जीवन में द मैजिशियन कार्ड आपके लिए अनुकूल कार्ड प्रतीत हो रहा है, जो संकेत दे रहा है कि आप इस अवधि अच्छी मात्रा में धन अर्जित करेंगे। यह एक शक्तिशाली कार्ड है, जो आपको आर्थिक जीवन में सोच-समझकर फैसले लेने और योजना बनाकर धन खर्च करने की बात कह रहा है।

करियर के क्षेत्र में ऐस ऑफ़ पेंटाकल्स आपके लिए नए अवसरों और नए करियर विकल्पों के खुलने को दर्शाता है। यह आपकी खुद की कंपनी शुरू करने, पदोन्नति पाने या नए काम का प्रस्ताव प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा। आपको इन अवसरों का लाभ उठाने के लिए आगे बढ़ना होगा। 

द सन कार्ड इस महीने आपके लिए उत्कृष्ट स्वास्थ्य की ओर इशारा करता है। यदि आप किसी बीमारी या चोट से पीड़ित थे तो संभावना है कि अब आप ठीक हो जाएंगे और आपको सही इलाज मिल जाएगा, जिससे आप फिट महसूस करेंगे।

शुभ अक्षर: एफ, सी

कुंभ राशि  

प्रेम जीवन: टेन ऑफ पेंटाकल्स

आर्थिक जीवन: द हीरोफेंट

करियर: किंग ऑफ स्वॉर्ड्स

स्वास्थ्य: नाइन ऑफ कप्स

कुंभ राशि में टेन ऑफ पेंटाकल्स रोमांटिक रिश्तों के लिए एक बेहतरीन कार्ड है। यह बताता है कि इस महीने आप  और आपका साथी खुलकर एक-दूसरे से बातचीत करेंगे। यह सोलमेट कार्ड दर्शाता है कि आप एक -दूसरे से खुश हैं। यदि आप-दोनों के बीच कोई गलतफहमी भी हुई है तो वह भी सुलझ जाएगी।

ऐसा प्रतीत होता है कि आप अपनी वित्तीय स्थिति से खुश हैं। इस महीने आप पूरी ईमानदारी और गैर धोखाधड़ी व सीधे तरीके से पैसे कमाने को प्राथमिकता देंगे। आप धन की कद्र करते हैं और समय के साथ इसकी कीमत को समझते हैं।

किंग ऑफ़ स्वॉर्ड्स कार्यस्थल पर एक शक्तिशाली, प्रभावशाली व्यक्ति का प्रतिनिधित्व करता है, जो शुरुआत में आपको मुश्किल लग सकता है, लेकिन ये आपको अपने करियर में आगे बढ़ने और सफल होने में मदद करने के लिए आपके कंफर्ट जोन से आपको बाहर निकालेगा।

नाइन ऑफ़ कप्स द्वारा समग्र अच्छे स्वास्थ्य का संकेत दिया जाता है। आप हल्का और तरोताजा महसूस करते हैं, और यदि आप अस्वस्थ हैं, तो आप जल्द ही ठीक हो जाएंगे। आप जल्द ही घूमने-फिरने और बाहर घूमने-फिरने लगेंगे।

शुभ अक्षर: क्यू, वाई

मीन राशि

प्रेम जीवन: नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स

आर्थिक जीवन: पेज़ ऑफ कप्स

करियर: पेज़ ऑफ पेंटाकल्स

स्वास्थ्य: फोर ऑफ कप्स

नाइन ऑफ स्वॉर्ड्स एक माइनर आर्काना कार्ड है जो पछतावा, अपराधबोध और चिंता का प्रतिनिधित्व करता है। यह इस बात का संकेत है कि आप अब अपने साथी से खुश नहीं हैं और आपके रिश्ते में अनकहे रहस्य छिपे हैं। यह भी आशंका है कि आपको अपने पार्टनर पर शक हो कि वो आपके साथ धोखा कर रहे हैं।

पेज ऑफ़ कप्स कार्ड संकेत दे रहा है कि आपको आर्थिक जीवन में बहुत ही शानदार प्रस्ताव मिल सकता है। यह इस बात का भी संकेत दे सकता है कि आपको अपने पिछले निवेश पर महत्वपूर्ण रिटर्न मिलने वाला है। यदि आप आर्थिक जीवन में चुनौतियों का सामना कर रहे हैं तो अब समय आ गया है कि बेहतर योजना बनाए और उसी को लेकर आगे बढ़े।

मीन राशि के करियर की बात करें, तो पेज ऑफ़ पेंटाकल्स दर्शा रहा है कि इस महीने आपको अच्छे प्रस्ताव प्राप्त होंगे और आप करियर में तेजी से आगे बढ़ेंगे। इसका अर्थ यह भी हो सकता है कि यदि आप नए कर्मचारी हैं तो आपको उच्च पद पर पदोन्नत किया जाए। पेज ऑफ़ पेंटाकल्स विस्तार का संकेत दे रहा है जो आने वाले भविष्य में आपके करियर को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।

स्वास्थ्य की बात करें तो, इस अवधि आप खुद पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे हैं और पूरी तरह नजरअंदाज कर रहे हैं। इससे पहले कि आप तनाव या चिंता से ग्रस्त हो जाए आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और सही इलाज की ओर कदम उठाना चाहिए।

शुभ अक्षर: ई, ओ

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इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1- ज्योतिष और टैरो में क्या अंतर है?

टैरो अंतर्ज्ञान और विशेषज्ञता की मदद से कार्ड की व्याख्या है, जबकि ज्योतिष खगोलीय गणना और ग्रहों की चाल पर आधारित है।

2- दो माइनर आर्काना कार्ड के नाम?

क्वीन ऑफ स्वॉर्ड्स, पेज ऑफ वैंड्स

3- क्या टैरो और इसके परिणाम ऊर्जा पर निर्भर हैं?

हां।

तिथि को लेकर ना हों कंफ्यूज- इस दिन रखा जाएगा संतान की सुरक्षा के लिए किया जाने वाला व्रत!

हिंदू धर्म में किए जाने वाले तमाम व्रत में से एक महत्वपूर्ण व्रत है जीवित्पुत्रिका व्रत। इसे जितिया व्रत के नाम से भी जाना जाता है। यह व्रत माताएं अपनी संतान की सुरक्षा खुशहाली और समृद्ध जीवन के लिए करती हैं। इस व्रत में माताएं रात तक निर्जला व्रत करती हैं। 

इस व्रत से जुड़ी कई दिलचस्प बातें हैं जो हम आपको इस खास ब्लॉग के माध्यम से बताने वाले हैं। इसके अलावा इस ब्लॉग के माध्यम से जानेंगे कि इस वर्ष जीवित्पुत्र का व्रत या जितिया व्रत किस दिन किया जाएगा, इसकी विधि क्या है और क्या कुछ उपाय करके आप अपनी संतान के जीवन में खुशहाली और समृद्धि को बढ़ा सकती हैं।

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जीवित्पुत्रिका व्रत 2024 

हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर जीवित्पुत्रिका व्रत किया जाता है। मुख्य रूप से यह त्यौहार या यूं कहिए यह व्रत बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। 

पंचांग के अनुसार अष्टमी तिथि 24 सितंबर 2024 को दोपहर 12:48 पर प्रारंभ हो जाएगी और 25 सितंबर 2024 को दोपहर 12:10 पर समाप्त होगी। ऐसे में इस वर्ष जितिया व्रत या जीवित्पुत्रिका व्रत 25 सितंबर 2024 बुधवार के दिन किया जाएगा।

अष्टमी तिथि प्रारम्भ – सितम्बर 24, 2024 को 12:38 बजे

अष्टमी तिथि समाप्त – सितम्बर 25, 2024 को 12:10 बजे

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जीवित्पुत्रिका व्रत का महत्व 

जैसा कि हमने पहले भी बताया कि हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि जो कोई भी महिला जीवित्पुत्रिका व्रत या जितिया व्रत करती है उनके संतान के जीवन में सब कुछ मंगल होता है, उनका जीवन समृद्ध बनता है, रोग दोष और शत्रुओं से छुटकारा मिलता है और ऐसी संतान के जीवन में खुशहाली आती है। 

यह व्रत हिंदू धर्म में किए जाने वाले कुछ कठिन व्रत में से एक होता है क्योंकि यह भी पूरी तरह से निर्जला किया जाता है। इसके अलावा ऐसी मान्यता है कि जो कोई भी माँ जितिया का व्रत करती है उनकी संतान की उम्र लंबी होती है, उन्हें जीवन भर किसी दुख और तकलीफ का सामना नहीं करना पड़ता और ऐसी माता को अपने संतान के वियोग का सामना भी नहीं करना पड़ता है। 

इसके अलावा आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वर्ष 2024 में किया जाने वाला जीवित्पुत्रिका व्रत बेहद ही खास होने वाला है क्योंकि इस कई सारे शुभ मुहूर्त इस दिन बनने वाले हैं।

जितिया व्रत के दिन बन रहे हैं यह शुभ मुहूर्त 

शुभ मुहूर्त की बात करें तो इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:35 पर 5:22 तक रहेगा, प्रातः संध्या मुहूर्त 4:49 से 6:10 तक रहेगा, विजय मुहूर्त दोपहर 2:12 से 3:00 तक रहेगा, इसके बाद गोधूलि मुहूर्त शाम 6:13 से 6:37 तक रहेगा, संध्या मुहूर्त 6:13 से 7:25 तक रहेगा, अमृत कल 12:11 से 1:49 तक रहेगी, इसके अलावा निशिथ मुहूर्त की बात करें तो यह 11:48 से 12:36 तक रहेगा।

जितिया व्रत 2024 नहाए खाए और पारण करना का क्या रहेगा समय? 

जीवित्पुत्रिका व्रत का नहाए खाए 24 सितंबर को होगा और 25 सितंबर को निर्जला व्रत रखा जाएगा। 26 सितंबर को जितिया व्रत का पारण किया जाएगा। पारण के लिए शुभ समय रहेगा सुबह 4:35 से 5:23 रहने वाला है।

जीवित्पुत्रिका व्रत पूजन विधि 

  • इस दिन माताएं सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। 
  • स्नान करने के बाद सूर्य नारायण की प्रतिमा को स्नान कराएं।
  • धूप, दीप, आरती करें और इसके बाद भोग लगाएँ। 
  • मिट्टी और गाय के गोबर से चील और सियारिन की मूर्ति बनाएं। 
  • कुशा से बनी जीमूतवाहन की प्रतिमा को धूप, दीप, चावल, पुष्प आदि अर्पित करें। 
  • विधि विधान से पूजा करें और व्रत की कथा अवश्य सुनें।
  • व्रत का पारण करने के बाद दान अवश्य दें।

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जीवित्पुत्रिका व्रत सावधानियां 

अगर आप भी जीवित्पुत्रिका या जितिया का व्रत करने जा रहे हैं तो इससे जुड़ी कुछ सावधानियां के बारे में भी जानकारी यहाँ से जान लें।

  • दरअसल जितिया के व्रत में लहसुन, प्याज और मांसाहार पूर्ण रूप से वर्जित होता है। इनका ना ही सेवन करना होता है ना ही इन्हें स्पर्श करना होता है। 
  • व्रत करने के दौरान अपना मन, वचन और कर्म शुद्ध रखें। 
  • अगर गर्भवती महिला हैं तो यह व्रत ना करें। केवल पूजा कर लें तो भी बेहतर होगा। 
  • इसके अलावा जिन महिलाओं को कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या है उन्हें भी यह व्रत नहीं करने की सलाह दी जाती है।

कैसे हुई जीवित्पुत्रिका व्रत की शुरुआत?

महाभारत के युद्ध के समय अपने पिता की मृत्यु के बाद अश्वत्थामा बहुत ही गुस्से में आ गए थे। गुस्से में वह पांडवों के शिविर में घुस गए। शिविर के अंदर उस वक्त पांच लोग सो रहे थे। अश्वत्थामा को लगा कि यह पांडव ही हैं और अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने के लिए उन्होंने उन पांचो को मार डाला। हालांकि असल में वह द्रौपदी की पांच संताने थी। इस बात की खबर जब अर्जुन को मिली तो उन्होंने अश्वत्थामा को बंदी बना लिया और उनकी दिव्य मणि छीन ली। 

अब अश्वत्थामा को और भी अधिक गुस्सा आ गया और उन्होंने बदला लेने के लिए अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा के गर्भ में पल रहे बच्चे को उसके गर्भ में ही नष्ट कर दिया। लेकिन तब भगवान कृष्ण ने अपने सभी पुण्य का फल उत्तरा के उस अजन्मी संतान को देखकर उसे फिर से जीवित कर दिया। मरकर पुनर्जीवित होने की वजह से उस बच्चे का नाम जीवित्पुत्रिका रखा गया। 

कहा जाता है कि इस समय से ही बच्चों की लंबी उम्र के लिए और मंगल कामना के लिए जितिया के व्रत की परंपरा की शुरुआत हुई है। 

इसके अलावा इस दिन से जुड़ी एक और कथा के बारे में कहा जाता है कि एक बार एक चील और एक मादा लोमड़ी नर्मदा नदी के पास हिमालय की जंगल में रहा करते थे। दोनों ने एक दिन कुछ महिलाओं को पूजा करते और उपवास करते हुए देखा और खुद भी इसे करने की कामना करने लगी। उपवास के दौरान लोमड़ी को बहुत भूख लगी और वह जाकर चुपके से मरे हुए जानवर को खाने लगी। 

वहीं दूसरी तरफ चील ने पूरे समर्पण के साथ इस व्रत का पालन किया और उसे पूरा किया। अगले जन्म में दोनों को मनुष्य का जन्म मिला। चील के जहां एक तरफ कई पुत्र हुए वह सभी जीवित रहे वहीं दूसरी तरफ सियार के पुत्र होते तो थे लेकिन होते ही मर जाते थे। इसी बदले की भावना से उसने चील के बच्चे को कई बार मारने का प्रयत्न किया लेकिन वह सफल नहीं हो पाई। 

बाद में चील ने सियार को अपने पूर्व जन्म के जितिया के व्रत के बारे में बताया। इस व्रत से सियार ने भी इस जन्म में संतान सुख प्राप्त किया। इस तरह से यह व्रत संतान सुख की प्राप्ति के लिए जगत में बेहद ही प्रसिद्ध माना जाता है।

जीवित्पुत्रिका व्रत कर रहे हैं तो इन बातों का रखें विशेष ख्याल 

जिस तरह से छठ का व्रत किया जाता है उसी तरह से जितिया के व्रत में भी एक दिन पहले नहाए खाए किया जाता है। इसमें व्रती स्नान आदि और पूजा पाठ के बाद भोजन ग्रहण करती हैं और अगले दिन निर्जल उपवास रखती हैं इसीलिए नियम के तहत नहाए खाए के दिन भूल से भी लहसुन, प्याज, मांसाहार या तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए। 

इसके अलावा जिन लोगों ने भी जितिया का व्रत एक बार प्रारंभ कर दिया उन्हें हर साल इस रखना होता है। इस व्रत को बीच में नहीं छोड़ना चाहिए। 

माना जाता है कि पहले सास इस व्रत को करती है उसके बाद घर की बहू यह व्रत करती है। 

अन्य व्रत की तरह जितिया के व्रत में भी ब्रह्मचर्य का पालन करना बेहद आवश्यक होता है। 

इसके साथ ही इस दौरान मन में किसी के प्रति भी कोई बैर भाव नहीं रखना चाहिए, लड़ाई झगड़े से दूर भी रहना चाहिए। 

जितिया के व्रत के दौरान आचमन करना वर्जित माना जाता है इसीलिए जितिया व्रत में एक बूंद जल भी ग्रहण नहीं किया जाता है। 

जितिया व्रत के नियम पूरे 3 दिनों के लिए होते हैं। पहले दिन नहाए खाए, दूसरे दिन निर्जला व्रत और तीसरे दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करने और पूजा पाठ के बाद व्रत का पारण कर लिया जाता है।

संतान की लंबी उम्र के लिए जितिया व्रत के दिन अवश्य करें यह उपाय

मेष राशि- जीवितपुत्रिका व्रत के दिन किसी गरीब या असहाय व्यक्ति को हरी वस्तुओं का दान करें। इसके साथ आप चाहे तो हरे रंग के वस्त्र और मिठाई भी दान कर सकते हैं। 

वृषभ राशि- वृषभ राशि के जातकों को जीवित्पुत्रिका व्रत के दिन शक्कर से बनी सामग्री का दान करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन से सभी दुख कष्ट दूर होने लगेंगे। 

मिथुन राशि- मिथुन राशि के जातकों को जीवित्पुत्रिका व्रत के दिन घर पर किसी ब्राह्मण को बुलाकर स-सम्मान भोजन करवाना चाहिए। इसके बाद उन्हें वस्त्र आदि दान करके उनसे सम्मानपूर्वक विदा लें। 

कर्क राशि- कर्क राशि के जातक जीवित्पुत्रिका व्रत के दिन गाय के शुद्ध घी में बनी मिठाई का दान करें। ऐसा करने से जीवन में खुशहाली आएगी और पाप कर्मों से मुक्ति मिलेगी। 

सिंह राशि- सिंह राशि के जातकों को जितिया व्रत के दिन मंदिर जाकर अन्न का दान करना चाहिए। ऐसा करने से आपका अन्न का भंडार कभी भी खाली नहीं होगा। 

कन्या राशि- कन्या राशि के जातकों को जितिया व्रत के दिन बुध से संबंधित चीजे जैसे कांसा, हरे वस्त्र, घी, सोना, आदि का दान करना चाहिए।

तुला राशि- तुला राशि के जातकों को जीवित्पुत्रिका व्रत के दिन गाय के दूध में बनी सामग्री का दान करना चाहिए। ऐसा करने से आपको नौकरी में तरक्की मिलेगी। 

वृश्चिक राशि- वृश्चिक राशि के जातकों को जीवितपुत्रिका व्रत के दिन ताज़ी बनी सामग्री को गाय को खिलाना चाहिए। ऐसा करने से पारिवारिक क्लेश दूर होंगे। 

धनु राशि- धनु राशि के जातकों को जीवित्पुत्रिका व्रत के दिन केले का दान अवश्य करना चाहिए। इसके अलावा आप चाहे तो जरूरतमंद लोगों को पीले रंग के वस्त्र का भी दान कर सकते हैं। 

मकर राशि- मकर राशि के जातकों को जीवित्पुत्रिका व्रत के दिन केसर से बनी खीर का दान करना चाहिए। 

कुंभ राशि- कुंभ राशि के जातकों को जीवित्पुत्रिका व्रत के दिन शहद अर्थात मधु का दान करना चाहिए और गरीब लोगों को वस्त्र का दान करना चाहिए। 

मीन राशि- मीन राशि के जातकों को जीवित्पुत्रिका व्रत के दिन ब्राह्मणों को भोजन करवाना चाहिए। साथ ही उन्हें अन्न, वस्त्र, स्वर्ण या फिर गाय का दान करना चाहिए।

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जीवित्पुत्रिका व्रत में इस मंत्र का जरूर करें जाप जब मिलेगा संतान सुख

संतान गोपाल मंत्र

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते, देहि में तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः

हालांकि इस मंत्र से जुड़े कुछ खास नियम भी बताए गए हैं जैसे कि, 

  • अगर संतान गोपाल मंत्र का आप जप करने जा रहे हैं तो इसके लिए सर्वोत्तम समय रहेगा सुबह का समय। स्नान करने के बाद का।
  • अगर आप इसका जप कितनी बार करें इस बात को लेकर संशय में है तो कम से कम 125000 बार आपको इस मंत्र का स्पष्ट उच्चारण पूर्वक जाप करना है। 
  • संतान गोपाल मंत्र का जाप किसे करना है इसकी बात करें तो माता अर्थात जो लोग व्रत रख रहे हैं उन्हें संतान गोपाल व्रत का जाप करना चाहिए। 
  • इस व्रत को करने और इस मंत्र का जाप करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है, संतान की उम्र लंबी होती है, साथ ही जिन महिलाओं को संतान का सुख नसीब नहीं हो पा रहा है उन्हें संतान सुख भी नसीब होता है।

जितिया व्रत से जुड़ी क्षेत्रीय विविधताएं 

बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में जितिया व्रत का उत्सव विशेष रूप से मनाया जाता है। महिलाएं पारंपरिक पोशाक पहनती हैं और अपने घरों को रंगोली और फूलों से सजाती हैं, मंदिरों में जाकर पूजा पाठ करती हैं और अपने परिवार और अपनी संतान की सुख समृद्धि और लंबी उम्र के लिए आशीर्वाद मांगती हैं। शाम के समय चंद्रमा देखने के बाद व्रत का पारण किया जाता है और इसी से इस व्रत का समापन हो जाता है। 

जितिया का व्रत सिर्फ त्यौहार नहीं है बल्कि एक गहरी परंपरा है जो मातृ प्रेम और बच्चों की भलाई पर जोर देती है। यह परिवारों को प्रार्थना और उत्सव में एक साथ लेकर आता है। सदियों से चली आ रही इस सांस्कृतिक परंपरा को समय ने केवल और ही मजबूत किया है बल्कि इसके महत्व के बारे में लोगों को जागरूक भी किया है। जितिया व्रत मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और भारत के अन्य हिस्सों में बड़ी ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। यह व्रत माताएं अपनी संतान के प्रति अपने प्यार और बच्चों की लंबी उम्र और खुशियों के लिए करती हैं।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

1: वर्ष 2024 में कब किया जाएगा जितिया का व्रत? 

इस वर्ष जितिया व्रत या जीवित्पुत्रिका व्रत 25 सितंबर 2024 बुधवार के दिन किया जाएगा।

2: जितिया का व्रत क्यों किया जाता है? 

जितिया का व्रत संतान की लंबी उम्र, खुशहाल जीवन और स्वस्थ जीवन के लिए किया जाता है।

3: भारत में जितिया का व्रत मुख्य रूप से कहां किया जाता है?

संतान सुख के लिए जीवित्पुत्रिका व्रत के दिन संतान गोपाल मंत्र का 125000 बार जब अवश्य करें।