सूर्य का मीन राशि में गोचर: जानें शेयर बाजार समेत देश-दुनिया पर इसका प्रभाव

मीन राशि में सूर्य का गोचर: एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको सूर्य का मीन राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि यह देश-दुनिया को कैसे प्रभावित करेगा और इस दौरान शेयर बाजार में क्या-क्या बदलाव देखने को मिलेंगे। 14 मार्च, 2024 को सूर्य मीन राशि में प्रवेश करेंगे और इस गोचर का सभी राशियों पर प्रभाव देखने को मिलेगा।

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सूर्य व्‍यक्‍ति की पहचान का कारक हैं। जन्‍मकुंडली में सूर्य की स्थिति से जाना जा सकता है कि व्‍यक्‍ति में कितना आत्‍मविश्‍वास, आत्‍म-सम्‍मान और अपने उद्देश्‍य को पूरा करने की भावना है। सूर्य का संबंध हमारी ताकत और जीवन शक्‍ति से होता है। सूर्य की स्थिति से पता चलता है कि व्‍यक्‍ति के अंदर कितनी ऊर्जा है और उसका शारीरिक स्‍वास्‍थ्‍य कैसा रहेगा। वैदिक ज्‍योतिष में सूर्य को राजसी वायु तत्‍व का ग्रह माना गया है इसलिए इसका आधिपत्‍य राजसत्‍ता, राज्‍य और ऊंचे पदों पर रहता है।

यह ग्रह उत्‍तम स्‍वास्‍थ्‍य, शक्‍ति और सुख का कारक भी है। जिस व्‍यक्‍ति की कुंडली में सूर्य मज़बूत स्थिति में होता है, उसमें नेतृत्‍व करने के गुण होते हैं। ऐसे लोग समाज में किसी ऊंचे पद पर बैठते हैं और  इनके अपने पिता के साथ मधुर संबंध रहते हैं। सूर्य के सकारात्‍मक स्थिति में होने पर जातक निर्भर, दयालु और समझदार बनता है।

वहीं, अगर उग्र ग्रह सूर्य नकारात्‍मक या अशुभ स्थिति में विराजमान हों, तो व्‍यक्‍ति की सेहत में गिरावट आ सकती है और उसे गंजापन, सिरदर्द, आंखों में कमज़ोरी, रक्‍त प्रवाह से संबंधित समस्‍याएं, हड्डियों में कमज़ोरी और हृदय से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा रहता है।

सूर्य के कमज़ोर होने पर व्‍यक्‍ति के अपने पिता के साथ भी मधुर संबंध नहीं रह पाते हैं या पिता के साथ रिश्‍ते में अनबन रहती है। जिन जातकों की कुंडली में सूर्य कमज़ोर होता है, उनकी सहनशक्‍ति कमज़ोर होती है और इनमें आत्‍म-सम्‍मान और निर्णय लेने की क्षमता भी कम होती है। वहीं, सूर्य के बहुत ज्‍यादा मज़बूत होने पर व्‍यक्‍ति दूसरों पर हुकूम चलाने वाला या गुस्‍सैल प्रवृत्ति का बनता है।

मीन राशि में सूर्य के गोचर का समय

14 मार्च, 2024 को 12 बजकर 23 मिनट पर सूर्य मीन राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य अग्नि तत्‍व के ग्रह हैं और मीन जल तत्‍व की राशि है। अग्नि और जल, दोनों की ही ऊर्जाएं एक-दूसरे से विपरीत हैं। ऐसे में इन दोनों के एकसाथ आने पर मिलने वाले परिणाम काफी दिलचस्‍प हो सकते हैं। आगे जानिए कि सूर्य के मीन राशि में गोचर करने पर राशियों, देश-दुनिया और स्‍टॉक मार्केट पर क्‍या प्रभाव पड़ेगा।

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सूर्य के मीन राशि में गोचर की विशेषताएं

मीन द्विस्‍वभाव वाली जल तत्‍व की राशि है जिसके स्‍वामी ग्रह बृहस्‍पति हैं। बृहस्‍पति और सूर्य के बीच मैत्री संबंध है इसलिए सूर्य के मीन राशि में आने पर कई तरह के सकारात्‍मक परिणाम देखने को मिलेंगे। जिन लोगों की कुंडली में सूर्य मीन राशि में होते हैं, वे जातक स्‍वभाव से मिलनसार होते हैं। इनके आगे-पीछे नौकर घूमते हैं और इनका जीवनसाथी और बच्‍चे बहुत अच्‍छे होते हैं। जिन पुरुषों की कुंडली में सूर्य मीन राशि में उपस्थित होते हैं, वे महिलाओं के प्रति अधिक आकर्षित रहते हैं। इन्‍हें घूमना-फिरना भी बहुत पसंद होता है। ये सुखी जीवन जीते हैं और खूब धन कमाते हैं। इन्‍हें अपने हर काम में अपनी बुद्धिमानी और इंट्यूशन का साथ मिलता है।

इन जातकों का स्‍वभाव स्‍वयं का निरीक्षण और विश्‍लेषण करने वाला होता है। ये अच्‍छे विचारक और वक्‍ता हो सकते हैं। आमतौर पर ये लोग जल के माध्‍यम से धन कमाते हैं। इनमें से कुछ लोग ज्‍योतिष जैसे क्षेत्रों में भी अच्‍छा प्रदर्शन कर सकते हैं।

सूर्य के मीन राशि में होने पर व्‍यक्‍ति बहुत मूडी स्‍वभाव का बन जाता है। कभी-कभी इन लोगों के लिए खुद को ही समझ पाना मुश्किल हो जाता है। ये बहुत भावुक स्‍वभाव के होते हैं। ये दूसरों के विचारों से बहुत ज्‍यादा प्रभावित हो सकते हैं। इन लोगों के व्‍यवहार में अनुकूलशीलता और लचीलापन होता है अर्थात् ये किसी भी परिस्थिति के अनुसार खुद को ढ़ाल लेते हैं। ये हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते हैं और अपने दोस्‍तों एवं करीबियों के लिए हमेशा खड़े रहते हैं। इनके करियर की बात करें, तो ये जातक बहुत मेहनती होते हैं और अपने काम में ही व्‍यस्‍त रहते हैं।

सूर्य का मीन राशि में गोचर: इन राशियों को मिलेगा लाभ

वृषभ राशि

सूर्य आपके चौथे भाव के स्‍वामी हैं और अब वह वृषभ राशि के ग्‍यारहवें भाव में प्रवेश करने जा रहे हैं। सूर्य के मीन राशि में आने पर आपको अच्‍छा मुनाफा होने की उम्‍मीद है। आपको अधिक धन लाभ प्राप्‍त करने के लिए मार्गदर्शन मिलेगा। आपको अपने घर से संबंधित सभी तरह के लाभ और सुख-सुविधाएं प्राप्‍त होंगी। इसके अलावा आपको इस दौरान अपने परिवार और शुभचिंतकों का सहयोग भी मिलेगा।

करियर के मामले में आप इस समय बहुत भाग्‍यशाली रहने वाले हैं। आपको ऑन साइट नौकरी का अवसर भी मिल सकता है। इसके अलावा आपको विदेश से भी नौकरी के अच्‍छे अवसर मिलने की संभावना है और ये अवसर आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगे। इन अवसरों को पाकर आप काफी उत्‍साहित महसूस करेंगे। आपको इस गोचर के दौरान अपने सहकर्मियों और वरिष्‍ठ अधिकारियों का भी अच्‍छा सहयोग प्राप्‍त होगा।

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लिए सूर्य तीसरे भाव के स्‍वामी हैं और अब वह दसवें भाव में प्रवेश कर रहे हैं। मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य का यह गोचर बहुत अच्‍छा साबित होगा क्‍योंकि सूर्य दसवें भाव में दिग्‍बल हो रहे हैं। आपके दसवें भाव में सूर्य के प्रवेश करने से आपको अपने पेशेवर जीवन में शानदार लाभ मिलने के संकेत हैं।

आपको खुद को साबित करने के लिए कई नए अवसर मिलेंगे। आपके लिए पदोन्‍न‍ति के योग भी बन रहे हैं और आप किसी प्रशासन‍िक पद पर भी बैठ सकते हैं। मिथुन राशि के जो जातक शिक्षक, प्रोफेसर या किसी सरकारी संस्‍थान में कार्य करते हैं, उनके लिए विशेष रूप से इस तरह की स्थिति बनने की संभावना है। आप अपने छोटे भाई या बहन के साथ कोई नया बिज़नेस शुरू करने के बारे में भी सोच सकते हैं या आपको अपने छोटे भाई या बहन की वजह से अपने पेशेवर जीवन में लाभ होने के आसार हैं। सूर्य दसवें भाव से चौथे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं जिससे प्रॉपर्टी डीलरों को अच्‍छे क्‍लाइंट मिलेंगे और इस दौरान ये शानदार डील करने वाले हैं।

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

कर्क राशि

सूर्य आपके दूसरे भाव के स्‍वामी हैं और अब वह कर्क राशि के नौवें भाव में प्रवेश कर रहे हैं। आपको अपने पिता का सहयोग मिलेगा लेकिन आपको इस समय उनकी सेहत का खास ख्‍याल रखने की सलाह दी जाती है क्‍योंकि इस गोचर के दौरान कर्क राशि के जातकों के पिता को कोई स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या परेशान कर सकती है। पिता के साथ अहंकार की वजह से अनबन होने की भी आशंका है। आप अपने पेशेवर जीवन में जिन समस्‍याओं का सामना कर रहे थे, अब वे खत्‍म होंगी।

सूर्य की आपके तीसरे भाव पर दृष्टि रखने की वजह से आप अपने संचार कौशल को लेकर अधिक आत्‍मविश्‍वासी बनेंगे। आप अपनी प्रतिभा और हॉबी की वजह से सुर्खियों में भी आ सकते हैं। आप अपने इन स्किल्‍स को सुधारने में समय बिताएंगे। कार्यक्षेत्र में आपके प्रतिद्वंदियों और शत्रुओं की पराजय होगी। मीडिया या स्‍टेज पर परफॉर्म करने वाले लोगों के लिए बहुत अच्‍छा समय है। ये अपने पेशेवर जीवन में प्रगति प्राप्‍त करेंगे। आपको अपने छोटे भाई-बहनों का भी सहयोग प्राप्‍त होगा।

 कर्क साप्ताहिक राशिफल

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वृश्चिक राशि

सूर्य वृश्चिक राशि के दसवें भाव के स्‍वामी हैं और अब वह शिक्षा, प्रेम, संतान, पूर्व जन्‍म के भाव यानी पांचवे घर में प्रवेश कर रहे हैं। मीन राशि में सूर्य के गोचर करने पर आपके पेशेवर जीवन में अचानक कोई बदलाव आ सकता है। आपकी कुंडली में सूर्य की कौन-सी दशा चल रही है, इस पर निर्भर करता है कि यह बदलाव सकारात्‍मक होगा या नकारात्‍मक। मीन राशि का संबंध विदेशी भूमि, अकेलेपन और दूरगम स्‍थानों से होता है इसलिए ये कहा जा सकता है कि सूर्य के मीन राशि में गोचर करने पर आपके कार्यक्षेत्र में कोई बदलाव आ सकता है या फिर आपका स्‍थानांतरण हाे  सकता है।

हालांकि, सूर्य पंचम भाव से धन लाभ के भाव यानी ग्‍यारहवें घर पर दृष्टि डाल रहे हैं। इससे आपके लिए आर्थिक लाभ के योग बन रहे हैं। आपके वेतन में वृद्धि हो सकती है। पांचवां भाव शेयर मार्केट से भी जुड़ा होता है इसलिए आपको इस समय शेयर मार्केट और सट्टे बाज़ार से भी धन कमाने का मौका मिल सकता है। आप प्रभावशाली लाेगों से संपर्क बनाएंगे जिससे आपको आगे चलकर प्रगति मिलेगी। मास्‍टर और पीएचडी करने के इच्‍छुक छात्रों के लिए भी बहुत अच्‍छा समय है। आप सही दिशा में चलेंगे और आपके मन की सारी उलझनें भी दूर होंगी। इस समय आपको अपने लक्ष्‍य साफ दिखाई देंगे।

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

मीन राशि में सूर्य का गोचर: इन राशियों पर पड़ेगा नकारात्‍मक असर

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य लग्‍न या प्रथम भाव के स्‍वामी हैं और अब वह इनके आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली का अष्‍टम भाव लंबी आयु, अचानक होने वाली घटनाओं, गूढ़ विज्ञान और रहस्‍यमयी चीज़ों से संबंधित है। सिंह राशि के लग्‍न भाव के स्‍वामी सूर्य का आठवें भाव में गोचर करना परिवर्तनकारी साबित होगा लेकिन ये बदलाव आपके लिए आसान नहीं रहने वाले हैं। सूर्य का आठवें भाव में होना अच्‍छा संकेत नहीं है और इसकी वजह से आपको अपने करियर और पेशेवर जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।

आपको अपनी सेहत को लेकर सावधान रहने की जरूरत है। आपको आंखों की रोशनी, हृदय और हड्डियों से संबंधित समस्‍याएं होने की आशंका है। स्‍वास्‍थ्‍य को लेकर आप किसी भी परेशानी को नज़रअंदाज़ न करें और डॉक्‍टर को दिखाएं। आप अपने अंदर से अहंकार और गुस्‍से को निकाल दें। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो इसकी वजह से आपके जीवन में नकारात्‍मक परिस्थि‍तियां और परेशानियां आ सकती हैं। आप दूसरों के साथ कठोरता से पेश न आएं।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

कन्‍या राशि

कन्‍या राशि के लिए सूर्य बारहवें भाव के स्‍वामी हैं और अब वह विवाह एवं पार्टनरशिप के भाव यानी सातवें घर में प्रवेश कर रहे हैं। इस गोचर के दौरान आपके वैवाहिक जीवन में परेशानियां आने की आशंका है। आपके अपने पार्टनर से मतभेद हो सकते हैं और अहंकार को लेकर भी आप दोनों के बीच अनबन होने के संकेत हैं। सूर्य क्रूर और उग्र ग्रह है और इसे वैवाहिक जीवन के लिए शुभ नहीं माना जाता है।

इसके अलावा यह आपके बारहवें भाव के भी स्‍वामी हैं जो आपके लिए परेशानियां खड़ी कर सकता है। आपको इस गोचर के दौरान अपने पार्टनर की सेहत का ख्‍याल रखने और अहंकार से दूर रहने एवं बहस करने से बचने की सलाह दी जाती है। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आपका अपने पार्टनर के साथ रिश्‍ता और वैवाहिक जीवन खराब हो सकता है।

आपके सातवें भाव से सूर्य आपके लग्‍न भाव को देख रहे हैं और सूर्य आपके बारहवें भाव के स्‍वामी भी हैं। इस वजह से आप सूर्य के मीन राशि में गोचर करने के दौरान कठोर व्‍यवहार कर सकते हैं और आप अहंकारी और चिडचिड़े बन सकते हैं। आपको इस समय हाई बीपी, माइग्रेन के दर्द और ऐसी ही कुछ बीमारियां होने के संकेत हैं।

कन्या साप्ताहिक राशिफल

मीन राशि में सूर्य का गोचर: ज्‍योतिषीय उपाय

  • आप आदित्‍य हृदय स्‍तोत्रम का पाठ करें।
  • गरीब और जरूरतमंद लोगों को लाल रंग के वस्‍त्र दान में दें।
  • रविवार के दिन मंदिर में अनार का दान करें।
  • तांबे के लोटे में एक चुटकी सिंदूर डालकर सूर्य देव को अर्घ्‍य दें।
  • सूर्य यंत्र की पूजा करें।
  • रोज़ विष्‍णु सहस्‍त्रनाम का पाठ करें।

मीन राशि में सूर्य का गोचर: देश-दुनिया पर प्रभाव

सरकार

  • इस समयावधि में सरकार और राजनेता कोई ऐसा महत्‍वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं जिसका देश पर सकारात्‍मक प्रभाव देखने को मिलेगा।
  • मीन राशि में सूर्य का प्रवेश करना राजनेताओं, शिक्षकों, विद्वानों, आध्‍यात्मिक उपदेशक, काउंसलर, पब्लिक रिलेशन, लेखकों, कलाकारों, मूर्तिकारों, सरकारी अधिकारियों और प्रशासक आदि के लिए बहुत अच्‍छा साबित होगा।
  • सरकार अपने देश की आंतरिक प्रणाली को अच्‍छी तरह से संभालने में सक्षम होगी।
  • ऊंचे पदों पर बैठे या सरकारी अधिकारी अपने काम को बहुत अच्‍छे से करेंगे और इन्‍हें अपने काम के लिए प्रशंसा भी मिल सकती है।

बिज़नेस और फाइनेंस

  • वित्‍तीय संस्‍थान जैसे कि बैंक, देश के हेल्‍थ केयर सिस्‍टम और न्‍याय प्रणाली में अचानक सुधार आने की संभावना है। इन क्षेत्रों को मज़बूत करने के लिए नई नीतियां भी लागू की जा सकती है।
  • दुनियाभर के व्‍यवसाय और व्‍यापारियों को मार्केट के अंदर उत्‍साह महसूस होगा और इस समय चीज़ें सही दिशा में आगे बढ़ेंगी।
  • सूर्य के मीन राशि में गोचर करने से दुनियाभर के शिक्षकों, शिक्षाविदों, काउंसलर, पब्लिक स्‍पीकर, लाइफ कोच आदि को लाभ होगा।

मीन राशि में सूर्य के गोचर का शेयर मार्केट पर प्रभाव

  • केमिकल उद्योग, पब्लिक सेक्‍टर, फार्मास्‍यूटिकल सेक्‍टर, पॉवर सेक्‍टर और सीमेंट उद्योग इस समय अच्‍छा प्रदर्शन करेंगे।
  • सूर्य और मंगल के अच्‍छी स्थिति में होने की वजह से विद्युत उत्‍पाद उद्योग, इलेक्ट्रिकल, बिजली, चाय और कॉफी उद्योग, सीमेंट उद्योग, डायमंड इंडस्‍ट्री, केमिकल, हैवी इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में बेहतर काम होगा।
  • एड-टेक फर्म और शैक्षिक संस्‍थान भी इस गोचर के दौरान शानदार प्रदर्शन करेंगे।

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राहु गोचर 2024: सिंह समेत इन 5 राशियों पर टूट सकता है मुसीबतों का पहाड़!

छाया ग्रह राहु को एक अशुभ ग्रह माना गया है और इसकी वजह यह है कि इन्हें जातकों को अशुभ फल देने के लिए जाना जाता है। शनि के बाद राहु-केतु ही ऐसे ग्रह हैं जिनके नाम से भी लोग भयभीत हो जाते हैं। ज्योतिष के अनुसार, राहु एक राशि में डेढ़ साल तक रहते हैं इसलिए इनका गोचर मनुष्य जीवन को विशेष रूप से प्रभावित करता है। हालांकि, राहु का गोचर पिछले साल यानी कि वर्ष 2023 में 30 अक्टूबर, 2023 को मीन राशि में हो चुका है और अब यह 2025 तक इसी राशि में रहने वाले हैं। एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग आपको अवगत कराएगा कि राहु गोचर के दौरान किन राशियों को सावधानी बरतनी होगी। तो आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की।

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राहु गोचर के दौरान इन राशियों को रहना होगा सतर्क

सिंह राशि 

सूर्य ग्रह की राशि सिंह के लिए राहु का गोचर अनुकूल नहीं कहा जा सकता है क्योंकि इस दौरान आपको काम के सिलसिले में विदेश जाना पड़ सकता है। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों पर धन और करियर के संबंध में दबाव बढ़ सकता है। संभव है कि इस दौरान आपको भाग्‍य का साथ न मिले इसलिए आपको भाग्य के भरोसे न बैठकर कड़ी मेहनत करने की सलाह दी जाती है, तब ही आप लाभ प्राप्त कर सकेंगे। मई 2024 के बाद का समय आपके खर्चों में बढ़ोतरी करवा सकता है। साथ ही, राहु गोचर की अवधि में इन जातकों को अपनी जरूरतों और जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए लोन लेने की नौबत आ सकती है। बात करें आपकी सेहत की, तो सिंह राशि वालों को अपनी सेहत का बेहद ध्यान रखना होगा क्योंकि आपको आंखों और दांतों से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए भी राहु का गोचर अच्छा नहीं कहा जाएगा। यह गोचर आपके सातवें भाव में होगा जिसके चलते आपको अपने दोस्‍त की वजह से समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि वह आपके मार्ग में रुकावटें पैदा करते हुए नज़र आ सकते हैं। इस अवधि में आपको अपने प्रेम जीवन में भी बाधाओं से दो-चार होना पड़ सकता है। ऐसे में, आप और पार्टनर के बीच विवाद या बहस होने की संभावना है जिसकी वजह आपसी समझ और तालमेल की कमी हो सकती है। साथ ही, रिश्ते में बढ़ रही दूरियों की वजह आपके भीतर का अहंकार भी हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को घमंड से बचने की सलाह दी जाती है, अन्यथा आपके प्रेम जीवन को समस्याओं से भर सकता है।

कन्या साप्ताहिक राशिफल

धनु राशि

बृहस्पति ग्रह की राशि धनु के लिए राहु का गोचर थोड़ा मुश्किल रह सकता है। इस अवधि में आपको सुख-सुविधाओं में कमी महसूस हो सकती है। साथ ही, राहु गोचर के दौरान आपकी सेहत भी नाज़ुक रह सकती है क्योंकि इन जातकों को एलर्जी, पैरों में दर्द और अकड़न जैसी स्वास्थ्य समस्याएं घेर सकती हैं जिसके चलते आप परेशान दिखाई दे सकते हैं इसलिए आपको स्वास्थ्य के प्रति सावधानी बरतनी होगी। आशंका है कि यह गोचर आपके माता के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करें इसलिए उनका अच्छे से ध्यान रखें। पारिवारिक जीवन की दृष्टि से भी इस समय को अच्छा नहीं कहा जा सकता है क्योंकि आपका परिवार कानूनी विवाद में फंस सकता है।

धनु साप्ताहिक राशिफल

कुंभ राशि

शनि ग्रह की राशि कुंभ के लिए राहु का गोचर कठिन प्रतीत हो रहा है। इस दौरान आपको परिवार के साथ-साथ आर्थिक जीवन में भी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन लोगों के खर्चों में बेतहाशा वृद्धि देखने को मिल सकती है जिन्हें संभालना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। स्वास्थ्य की बात करें, तो आपको आंखों और दांत से जुड़ी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं परेशान कर सकती हैं। कुंभ राशि वालों पर यात्रा के दौरान लापरवाही बरतना भारी पड़ सकता है क्योंकि आपको नुकसान होने की आशंका हैं इसलिए सावधान रहने की सलाह दी जाती है। आपकी परिवारजनो के साथ बहस हो सकती है और इस वजह से घर-परिवार की शांति भंग हो सकती है। पार्टनर के साथ भी बहस या विवाद होने की संभावना है जिससे रिश्ते से ख़ुशियां नदारद रह सकती हैं।

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मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए राहु का गोचर साल 2024 में थोड़ा प्रतिकूल रह सकता है क्योंकि इस दौरान आपके स्वास्थ्य में गिरावट देखने को मिल सकती है। इसके परिणामस्वरूप,  इन लोगों को एलर्जी और पेट से जुड़े रोग परेशान कर सकते हैं इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखें ताकि आप इनसे बच सकें। राहु गोचर की अवधि में आपको जल्दबाज़ी में और बिना सच को जाने बिना किसी भी तरह के बड़े फैसले लेने से बचना होगा, अन्यथा आपकी समस्याएं बढ़ सकती हैं। साथ ही, मीन राशि वाले इस अवधि में किसी कानूनी विवाद में फंस सकते हैं जिससे आपको बचना होगा।

मीन साप्ताहिक राशिफल

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होली पर केवल ग्रहण ही नहीं बल्कि राहु-सूर्य भी बरसाएँगे कहर- यह राशि रहे बचकर!

वर्ष 2024 की होली यादगार रहने के साथ-साथ इस बार थोड़ी खतरनाक भी साबित होने वाली है। दरअसल ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि होली पर ही साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने वाला है। सिर्फ इतना ही नहीं इस दिन पर राहु सूर्य की दोहरी मार भी होगी। दरअसल मीन राशि में सूर्य और राहु की युति ग्रहण योग बना रही है।

तो चलिए अपने इस खास ब्लॉग के माध्यम से समय से पहले ही जान लेते हैं होली पर लगने वाले ग्रहण और राहु सूर्य की युति का किन राशि के जातकों पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ने की संभावना है और त्यौहार का रंग फीका न पड़े इसके लिए आप क्या कुछ उपाय कर सकते हैं इसकी जानकारी भी हम आपको इस ब्लॉग के माध्यम से प्रदान करेंगे। सबसे पहले बात कर लेते हैं होली के दिन लगने वाले ग्रहण के समय की। 

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होली पर ग्रहण 

फाल्गुन पूर्णिमा की रात में होलिका दहन किया जाता है और अगले दिन रंग वाली होली खेली जाती है। ऐसे में इस साल 24 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा और 25 मार्च को रंग गुलाल की होली खेली जाएगी। 25 मार्च को ही साल का पहला चंद्र ग्रहण भी लगेगा। बात करें समय की तो इस ग्रहण का समय होगा,

साल का पहला चन्द्रग्रहण- क्या रहेगा समय?

उपच्छाया चंद्र ग्रहण 2024

तिथि फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष पूर्णिमा

दिन तथा दिनांक सोमवार, 25 मार्च, 2024

चन्द्र ग्रहण प्रारंभ समय प्रातः 10:23 बजे से

चन्द्र ग्रहण समाप्त समय दोपहर बाद 15:02 बजे तक

दृश्यता का क्षेत्र आयरलैंड, इंग्लैंड, स्पेन, पुर्तगाल, इटली, जर्मनी, फ्रांस, हालैंड, बेल्जियम, दक्षिण नॉर्वे, स्विटजरलैंड, उत्तरी व दक्षिणी अमेरिका, जापान, रूस का पूर्वी भाग, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया को छोड़कर शेष ऑस्ट्रेलिया और अधिकांश अफ्रीका (भारत में दृश्यमान नहीं)

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

होली पर कई अहम ग्रहों के गोचर का भी पड़ेगा प्रभाव

इस साल 25 मार्च को होली है और इसे ठीक एक सप्ताह पहले 18 मार्च को शनि ग्रह का उदय होने वाला है जो सभी राशियों पर प्रभाव डालेगा।  

इसके बाद मार्च में ही होली से पहले सूर्य का भी गोचर होगा जब वह मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। यहां राहु पहले से ही मौजूद है। ऐसे में यहां अर्थात मीन राशि में सूर्य और राहु की युति होगी। जब राहु सूर्य या फिर चंद्रमा के साथ युति करता है तो इससे ग्रहण योग का निर्माण होता है जिसे ज्योतिष में एक अशुभ योग माना गया है।

25 मार्च को होली के साथ-साथ चंद्र ग्रहण भी है और इसी दौरान मीन राशि में ग्रहण योग भी बनेगा जो विशेष रूप से कुछ राशि के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। कौन सी है यह राशि आगे जान लेते हैं।

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कुंभ राशि के जातकों को रहना होगा सावधान

साल की पहली होली पर ग्रहण और इसी दौरान मीन राशि में होने वाला यह ग्रहण योग विशेष रूप से कुंभ राशि के जातकों के लिए नकारात्मक संकेत दे रहा है। इस दौरान कुंभ राशि के जातकों की मुश्किलें बढ़ने की संभावना है। आपके जीवन में तमाम तरह की परेशानियां इस अवधि में खड़ी हो सकती हैं। इस राशि के नौकरी पेशा जातकों को और व्यवसाय से संबंधित लोगों को अपने जीवन में रुकावटें और परेशानियां झेलने को मिलेगी। 

इसके अलावा आर्थिक पक्ष के मोर्चे पर भी आपको नुकसान उठाने पड़ सकते हैं। इस अवधि में आपकी प्रबल रूप से धन हानि होने की आशंका है। आपके खर्च भी बढ़े रहेंगे और बनते-बनते काम भी रुकने के असर हैं। इस अवधि में अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें क्योंकि इस दौरान आपकी सेहत भी नाजुक नजर आ रही है।

जानकारी की लिए बता दें कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण भी चल रहा है।

इस राशि के छात्र जातकों की पढ़ाई पर भी ग्रहण की स्थिति नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। परिवार में तमाम तरह की परेशानियां और कलह क्लेश होने की आशंका है। अगर आप कोई महत्वपूर्ण फैसला लेने जाएंगे तो इसमें आपको संशय की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। छोटे से छोटे काम में भी आपको बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। शत्रु इस दौरान आपके लिए हावी हो सकते हैं ऐसे में आपकी छोटी सी भी लापरवाही आपके लिए इस दौरान बेहद ही खतरनाक साबित हो होने वाली है। इन सभी मोर्चों पर आपको सावधान और सजग रहने की आवश्यकता पड़ेगी। 

सलाह दी जाती है कि किसी से भी कठोर वाणी में बातचीत ना करें ना ही किसी को गलत बोलें अन्यथा आपको जीवन में तमाम तरह की चुनौतियां उठानी पड़ सकती है।

चन्द्रग्रहण के दुष्प्रभाव से बचाएंगे ये उपाय 

  • चन्द्र ग्रहण के दौरान गुरु मंत्र का जाप करें। 
  • इस दौरान महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी विशेष रूप से फलदायी साबित होता है। 
  • ग्रहण के दौरान अपने मुंह में तुलसी की पत्ती रख लें। 
  • ग्रहण समाप्त होने के बाद अपने घर का शुद्धिकरण अवश्य करें। 
  • ग्रहण के बाद चंद्रमा से संबन्धित वस्तुओं का दान अवश्य करें। 

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शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: किन राशियों का होगा अच्छा समय शुरू?

शुक्र का कुंभ राशि में गोचर:  प्रेम और भौतिक सुखों के कारक ग्रह शुक्र 07 मार्च 2024 को कुंभ राशि में प्रवेश कर गए हैं और 31 मार्च 2024 तक कुंभ राशि में रहेंगे। शुक्र ग्रह को भौतिक सुख-सुविधा देने वाला ग्रह कहा गया है जो व्यक्ति को जीवन में धन, वैभव, ऐश्वर्य एवं विलासिता आदि प्रदान करते हैं। इसके अलावा, शुक्र मनोरंजन तथा स्त्रियों से संबंधित मामलों के भी कारक हैं। ऐसी स्थिति में शुक्र का गोचर इन तमाम क्षेत्रों में प्रभाव डालेगा, फिलहाल अब जब शुक्र ग्रह शनि की पहली राशि अर्थात मकर राशि को छोड़कर शनि की ही दूसरी राशि कुंभ में विराजमान हैं। शुक्र के लिए यह नैसर्गिक तथा तत्कालिक मित्रता के अनुसार सम राशि होगी और ऐसे में, शुक्र आपको कैसे परिणाम देंगे, आइए जानते हैं । 

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शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय

मेष राशि

शुक्र आपकी कुंडली में दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। वर्तमान में यह आपके लाभ भाव में गोचर कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में शुक्र सामान्य तौर पर आपको विभिन्न मामलों से लाभ करवा सकते हैं। विशेषकर आर्थिक मामलों में शुक्र काफ़ी अच्छी सकारात्मक दे सकते हैं। निजी संबंधों विशेषकर दांपत्य जीवन के लिए भी शुक्र का यह गोचर अच्छा रह सकता है। व्यापार-व्यवसाय और साझेदारी के कामों से मुनाफा हो सकता है।

उपाय: नियमित रूप से लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें। 

वृषभ राशि

शुक्र आपकी कुंडली में आपके लग्न या राशि स्वामी होने के साथ-साथ आपके छठे भाव के भी स्वामी हैं और यह आपके दशम भाव में गोचर कर रहे हैं। दशम भाव में शुक्र के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना जाता है। अतः शुक्र का यह गोचर स्वास्थ्य, नौकरी व व्यापार इत्यादि को लेकर कुछ चिंताएं देने का काम कर सकता है। शासन-प्रशासन से जुड़े कामों में भी कुछ विलंब या व्यवधान देखने को मिल सकता है।

उपाय: शिव जी के मंदिर जाकर वहां की साफ-सफाई करें।  

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मिथुन राशि

शुक्र आपकी कुंडली में पांचवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ द्वादश भाव के भी स्वामी हैं और गोचर करके शुक्र आपके भाग्य भाव में पहुंच रहे हैं। ऐसे में, दूर के स्थानों से संबंधित मामलों में आपको अनुकूलता देखने को मिल सकती है। प्रेम संबंध के लिए भी शुक्र का यह गोचर अच्छा कहा जाएगा। शिक्षा और बौद्धिक कार्यों में भी सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। संतान से संबंधित मामलों में भी अनुकूलता देखने को मिल सकती है।

उपाय: इत्र मिले हुए जल से शिवजी का अभिषेक करें।  

कर्क राशि

शुक्र आपकी कुंडली में चौथे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ लाभ भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में शुक्र आपके अष्टम भाव में गोचर कर गए हैं। हालांकि, सामान्य तौर पर अष्टम भाव को अच्छा नहीं माना जाता है, लेकिन शुक्र के गोचर को अष्टम भाव में अच्छा कहा गया है। ऐसी स्थिति में छोटी-मोटी समस्याओं के बाद आमदनी के रास्ते मजबूत होंगे। इसी तरह, कुछ व्यवधान के बाद घर-गृहस्थी में भी अनुकूल परिणाम प्राप्त हो सकेंगे। इसके बावजूद भी इस बात को लेकर आपको सचेत रहना होगा कि माता या घर के किसी भी सदस्य के साथ आपके संबंध कमजोर न होने पाएं।

उपाय: गाय को दूध और चावल खिलाना शुभ रहेगा।

सिंह राशि

शुक्र आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ दशम भाव के भी स्वामी हैं और अब यह आपके सप्तम भाव में पहुंच गए हैं। सप्तम भाव में शुक्र के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना जाता है। इस कारण से शुक्र का यह गोचर कार्यक्षेत्र में कुछ कठिनाइयां देने का काम कर सकता है। लेकिन, आपको कुछ बेकार की भागदौड़ भी देखने को मिल सकती है। भाइयों और पड़ोसियों के साथ संबंध उतार-चढ़ाव भरे रह सकते हैं। साथ ही, जीवनसाथी या जीवन संगिनी के साथ यथा संभव संबंधों को अच्छा बनाए रखने की कोशिश करते रहें और बेकार की यात्राओं को टालने का प्रयास करें।

उपाय: भूरी लाल गाय की सेवा करना शुभ रहेगा। 

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कन्या राशि

शुक्र आपकी कुंडली में दूसरे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ भाग्य भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके छठे भाव में पहुंचे हैं। यहां पर शुक्र गोचर को अच्छा नहीं माना गया है। अतः आर्थिक और पारिवारिक मामलों में कुछ परेशानियां पैदा हो सकती हैं। इस अवधि में पिता के साथ संबंध खराब न होने पाएं, इस बात का ख्याल भी रखना होगा। यथासंभव धर्म-कर्म के कार्यों से जुड़े रहें और निष्ठापूर्वक अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करते रहें।

उपाय: मां दुर्गा को लाल फूलों की माला पहनाएं।

तुला राशि

शुक्र आपकी कुंडली में आपके लग्न या राशि स्वामी होने के साथ-साथ आठवें भाव के भी स्वामी हैं और वर्तमान में गोचर करके आपके पंचम भाव में गए हैं। यहां पर शुक्र के गोचर को सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देने वाला कहा गया है। अतः शुक्र का यह गोचर आपके स्वास्थ्य को बेहतर रखने में मददगार बनेगा। प्रेम संबंध और शिक्षा आदि के लिए भी शुक्र का यह गोचर अनुकूलता देने वाला कहा जाएगा। 

उपाय: मां दुर्गा को खीर का भोग लगाएं। 

वृश्चिक राशि

शुक्र आपकी कुंडली में सातवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ द्वादश भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके चतुर्थ भाव में पहुंचे हैं। शुक्र आपको काफ़ी हद तक अनुकूलता देना चाहेंगे और यह आपकी मनोकामना पूर्ति करने में सहायक बन सकते हैं। आर्थिक मामले में भी अनुकूल परिणाम दे सकते हैं। यद्यपि कुछ खर्च भी रहेंगे लेकिन फिर भी धन लाभ के योग मजबूत होंगे। भूमि, भवन, वाहन आदि से संबंधित मामलों में भी अच्छी अनुकूलता देखने को मिल सकती है।

उपाय: माता तथा माता के समान स्त्रियों की सेवा करें और उनका आशीर्वाद लें। 

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धनु राशि

शुक्र आपकी कुंडली में छठे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ लाभ भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके तीसरे भाव में पहुंचे हैं। अतः सामान्य तौर पर शुक्र आपको अनुकूल परिणाम देना चाहेंगे। आपकी मेहनत के अच्छे परिणाम इस अवधि में मिल सकते हैं। नौकरी में परिवर्तन आदि की कोशिश कर रहे लोगों को सफलता मिल सकती है। साथ ही, कम दूरी की यात्राएं फायदेमंद रह सकती हैं। कहीं से कोई अच्छी खबर भी सुनने को मिल सकती है।

उपाय: शुद्ध जल में साबुत चावल बहाएं।

मकर राशि

शुक्र आपकी कुंडली में पांचवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ दशम भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके दूसरे भाव में गए हैं। सामान्य तौर पर शुक्र के इस गोचर को अनुकूल परिणाम देने वाला कहा गया है। अतः आर्थिक मामलों में शुक्र का यह गोचर अच्छी अनुकूलता दे सकेगा। कार्यक्षेत्र और सामाजिक मामले में भी अच्छे परिणाम मिलेंगे। प्रेम संबंध तथा शिक्षा से संबंधित मामलों में भी सकारात्मक परिणाम मिलते हुए प्रतीत हो रहे हैं।

उपाय: देसी गाय के घी से बनी हुई मिठाइयां मां दुर्गा को चढ़ाएं। 

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कुंभ राशि

शुक्र आपकी कुंडली में चौथे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ भाग्य भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके पहले भाव में पहुंच गए हैं। शुक्र के इस गोचर को अनुकूल परिणाम देने वाला कहा गया है। अतः यात्राओं के माध्यम से लाभ मिल सकता है। भूमि, भवन, वाहन इत्यादि की प्राप्ति में सहयोग आपको मिल सकता है। शिक्षा, विवाह, व्यापार-व्यवसाय और मनोरंजन से संबंधित मामलों के लिए समय अच्छा रहेगा। 

उपाय: काली गाय की सेवा करना शुभ रहेगा।

मीन राशि

शुक्र आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आठवें भाव के भी स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके द्वादश भाव में गए हैं। शुक्र के इस गोचर से आप काफ़ी हद तक अनुकूल परिणाम की उम्मीद रख सकते हैं। यद्यपि यात्राओं पर कुछ धन खर्च हो सकता है लेकिन यात्राएं फायदेमंद भी रह सकती हैं। शुक्र का यह गोचर अप्रत्याशित रूप से फायदा दिलाने में मददगार बन सकता है और भोग-विलास की वस्तुओं को एकत्र करने में सहायता कर सकता है। दूर स्थान से संबंधित यात्राएं हों या फिर मनोरंजन का मामला हो, इन सभी में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।

उपाय: किसी सौभाग्यवती स्त्री को श्रृंगार सामग्री भेंट करें। 

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गुरु गोचर 2024: इन 4 राशियों के लिए रहेगा अशुभ, हर काम में करना होगा समस्याओं का सामना!

गुरु गोचर 2024: वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति को देवताओं के गुरु के नाम से जाना जाता है। इन्हें नौ ग्रहों में शुभ ग्रह माना जाता है जो जातकों को ज्यादातर शुभ परिणाम देते हैं। यह व्यक्ति को जीवन में सुख-सुविधाएं और संपत्ति का लाभ प्रदान करते हैं। यदि किसी जातक की कुंडली में बृहस्पति देव की स्थिति अनुकूल होती है, तो यह उस मनुष्य के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लेकर आते हैं। यह एक राशि में 13 महीने तक रहते हैं इसलिए बृहस्पति गोचर को महत्वपूर्ण माना गया है। साल 2024 में गुरु ग्रह अपनी राशि में बदलाव करते हुए वृषभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप, इस गोचर का कुछ राशियों पर अच्छा तो कुछ राशियों पर बुरा असर पड़ेगा। 

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कब और किस समय होगा गुरु गोचर?      

इस समय बृहस्पति देव मंगल ग्रह के स्वामित्व वाली राशि मेष में विराजमान है और यह वर्ष 2024 में 01 मई की दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर शुक्र ग्रह की राशि वृषभ में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में, प्रत्येक राशि पर इस गोचर का शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ेगा, लेकिन कुछ राशियों को गुरु गोचर के दौरान बेहद सावधान रहना होगा। एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग आपको उन्हीं राशियों के बारे में बताएगा जिनके लिए बृहस्पति देव का गोचर मुसीबतें बढ़ाने का काम करेगा। 

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गुरु गोचर 2024: इन राशियों की हर दिन बढ़ेंगी मुश्किलें

वृषभ राशि

वृषभ राशि का नाम उन राशियों में सबसे पहले आता है जिन्हें गुरु गोचर 2024 के दौरान सावधान रहना होगा क्योंकि संभव है कि इस अवधि में आपको ज्यादा अच्छे परिणाम न मिले। एक तरफ जहां आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी, तो दूसरी तरह यह गोचर आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं कहा जाएगा। इस साल बृहस्पति देव आपको उदर और मेटाबोलिज्म आदि से जुड़ी समस्याएं देने का काम कर सकते हैं। इन जातकों की रुचि धर्म-कर्म के कार्यों में बढ़ेगी, परंतु हद से ज्यादा धार्मिक होना आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। लेकिन, जब बृहस्पति अस्त हो जाएंगे, उस समय आपको अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति सजग रहना होगा। इसके विपरीत, वैवाहिक जीवन में भी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है और पैसों को लेकर आपकी पार्टनर के साथ बहस होने की आशंका है। इन सब कारणों से आपके रिश्ते में तनाव बढ़ सकता है जिनसे आपको बचना होगा। 

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए देव गुरु बृहस्पति का गोचर ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है क्योंकि शुक्र के साथ इनके संबंध मित्रतापूर्ण नहीं है और इनकी राशि में गुरु की स्थिति अनुकूल नहीं मानी जाती है। साथ ही, यह गोचर आपके अशुभ भाव में होने जा रहा है इसलिए इन जातकों को अधिक सावधानी बरतनी होगी। तुला राशि वालों को अपनी गतिविधियों पर काबू पाना होगा और जीवन में आगे बढ़ना होगा। इन लोगों को भाई-बहनों के साथ संबंधों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है जो आपको मायूस कर सकता हैं। कार्यक्षेत्र में भी आपका सहकर्मियों के साथ विवाद या मतभेद होने की आशंका है। इसके अलावा, बढ़ते कर्ज़ की समस्या आपको बैचैन कर सकती है और ऐसे में, आपको नया कर्ज लेने से बचने की सलाह दी जाती है। आर्थिक जीवन के लिए गुरु ग्रह का कमज़ोर रह सकता है जिसकी वजह से आपको धन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। खर्चों में भी अपार बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।

तुला साप्ताहिक राशिफल

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धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए वर्ष 2024 में होने वाला गुरु गोचर ज्यादा अनुकूल न रहने की आशंका है। बता दें कि बृहस्पति देव धनु राशि के स्वामी ग्रह हैं। ऐसे में, यह गोचर इन जातकों के खर्चों में बढ़ोतरी करवा सकता है। साथ ही, आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना होगा क्योंकि इस अवधि में आप रोगों के शिकार हो सकते हैं। गुरु ग्रह आपके छठे भाव में गोचर करेंगे और इसके परिणामस्वरूप, इस अवधि में आप कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में उलझे नज़र आ सकते हैं। यदि आप पहले से ही किसी मामले में फंसे हैं, तो अब आपको उन पर बहुत ज्यादा ध्यान देना होगा। आपको काफ़ी धन भी खर्च करना पड़ सकता है। हालांकि, बृहस्पति महाराज के गोचर के दौरान आप संपत्ति से जुड़े किसी भी तरह के मामले से दूर रहें, अन्यथा आपको समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। इन लोगों को अपनी माता की सेहत का ख्याल रखना होगा जो कि थोड़ी नाज़ुक रहने की संभावना है इसलिए समय-समय पर डॉक्टर से सलाह लेते रहें।

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मीन राशि

मीन राशि पर गुरु ग्रह का आधिपत्य हैं और वर्ष 2024 में होने वाला बृहस्पति महाराज का गोचर इस राशि के लिए अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। इनका गोचर आपके तीसरे भाव में होगा और इस वजह से यह आपके भीतर आलस्य में वृद्धि करवा सकते हैं। ऐसे में, इन लोगों के अंदर हर काम को कल पर टालने की प्रवृत्ति बढ़ सकती है और आप किसी भी काम को आज की जगह कल करना पसंद करेंगे जिसके चलते कई सुनहरे अवसर आपके हाथ से निकल सकते हैं इसलिए आपको बहुत सावधान रहना होगा। मीन राशि वाले अगर आर्थिक स्थिति को मज़बूत करना चाहते हैं, तो इन्हें लाभ प्राप्त करने के लिए मेहनत और प्रयास दोनों करने होंगे, तभी आप ऐसा करने में कामयाब हो सकेंगे। लेकिन, इन जातकों को आलस का त्याग करते हुए काम पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है क्योंकि तब ही आप सफल हो सकेंगे।

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शुभ संयोग में मनेगी इस साल महाशिवरात्रि; राशि अनुसार करें महादेव का अभिषेक

एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको महाशिवरात्रि के बारे में बताएंगे और साथ ही, इस बारे में भी चर्चा करेंगे कि इस दिन राशि के अनुसार किस प्रकार भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। महाशिवरात्रि पर इस दिन से जुड़ी व्रत कथा एवं विधान के बारे में भी चर्चा करेंगे। तो आइए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और विस्तार से जानते हैं महाशिवरात्रि के पर्व के बारे में।

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हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है लेकिन फाल्गुन माह की चतुर्दशी तिथि की महाशिवरात्रि का विशेष महत्व होता है क्योंकि माना जाता है कि इस दिन महादेव और जगत जननी माता पार्वती के विवाह की शुभ रात्रि होती है। इस पावन दिन देवों के देव महादेव और जगत जननी आदिशक्ति माता पार्वती की पूजा व अर्चना की जाती है। साथ ही, व्रत-उपवास रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से विवाहितों को सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। वहीं, अविवाहितों की शीघ्र शादी के योग बनने लगते हैं। साथ ही, घर में सुख समृद्धि आती है। इस साल महाशिवरात्रि में तीन बेहद शुभ योग का निर्माण हो रहा है। यह योग भक्तों के जीवन में खुशहाली लेकर आएगा। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं साल 2024 में कब पड़ रही है महाशिवरात्रि, इस दिन किए जाने वाले उपाय व और भी बहुत कुछ।

महाशिवरात्रि 2024 शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 8 मार्च 2024 शुक्रवार की रात 10 बजे से शुरू होगी और अगले दिन यानी 09 मार्च 2024 शनिवार की शाम 06 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगी। प्रदोष काल में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। अतः 8 मार्च को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। इस साल महाशिवरात्रि में तीन बेहद शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। यह योग शिव, सिद्ध और सर्वार्थ सिद्ध योग है। कहते हैं कि शिव योग साधना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस योग में किए गए सभी मंत्र शुभ फलदायक होते हैं। सिद्ध योग की बात करें तो इस योग में जो भी कार्य किया जाए उसका परिणाम फलदायी होता है। जबकि सर्वार्थ सिद्धि योग में किए गए हर कार्य में सफलता मिलती है और यह योग बेहद शुभ योग होता है।

निशीथ काल पूजा मुहूर्त : 09 मार्च की मध्यरात्रि 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 55 मिनट तक।

अवधि : 0 घंटे 48 मिनट

महाशिवरात्रि पारण मुहूर्त : 09 मार्च की सुबह 06 बजकर 38 मिनट से दोपहर 03 बजकर 30 मिनट तक।

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पूजा मुहूर्त

महाशिवरात्रि के दिन पूजा का समय संध्याकाल 06 बजकर 25 मिनट से 09 बजकर 28 मिनट तक है। इस समय भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करना शुभ साबित होता है।

महाशिवरात्रि पर 300 वर्षों बाद शुभ योग

इस वर्ष की महा-शिवरात्रि इस वजह से भी खास मानी जा रही है क्योंकि इस वर्ष इस दिन 300 वर्षों के बाद एक अति-दुर्लभ संयोग बन रहा है। दरअसल इस वर्ष महा-शिवरात्रि पर शिव योग रहने वाला है, इसके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग भी रहने वाला है। इसके अलावा इस दिन ग्रहों की चाल भी काफी शुभ रहने वाली है। महाशिवरात्रि पर मंगल और चंद्रमा की युति मकर राशि में होगी, शुक्र-शनि-सूर्य का कुम्भ राशि में त्रिग्रही संयोग बनेगा। 

यह सभी विशेष स्थिति 2 राशियों के लिए विशेष रूप से खास रहने वाली है। ये राशियाँ हैं मेष और मिथुन। इस दौरान भोले की कृपा से इन दो राशियों के सभी अटके हुये काम पूरे होंगे, जीवन में सफलता मिलेगी, नौकरी और व्यवसाय में शुभ परिणाम प्राप्त होंगे और जीवन में हर एक काम में शुभता मिलने वाली है। 

क्यों मनाई जाती है महाशिवरात्रि

महाशिवरात्रि मनाने के पीछे कई सारी पौराणिक कथा प्रचलित है, जो इस प्रकार है:

पहली कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को माता पार्वती जी ने भगवान शिव जी को पति रूप में पाने की कामना के लिए नारद जी की आज्ञा से शिव जी की घनघोर तपस्या एवं विशेष पूजा आराधना की थी। इसके बाद महाशिवरात्रि के दिन शिव जी ने प्रसन्न होकर वरदान देकर माता पार्वती से विवाह किया था। यही कारण है कि महाशिवरात्रि को अत्यन्त महत्वपूर्ण और पवित्र माना जाता है। ऐसे में, हर वर्ष फाल्गुन चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की खुशी में महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन शिवभक्त कई स्थानों पर महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की बारात निकालते हैं।

दूसरी कथा

गरुड़ पुराण के अनुसार, इस दिन के महत्व को लेकर एक अन्य कथा कही गई है। कथा में कहा गया है कि फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी के दिन एक निषादराज अपने कुत्ते के साथ शिकार करने गया था। उस दिन उसे कोई शिकार नहीं मिला। वह थककर भूख-प्यास से परेशान होकर एक तालाब के किनारे बैठ गया। यहां बेल वृक्ष के नीचे शिवलिंग रखा हुआ था। अपने शरीर को आराम देने के लिए उसने कुछ बेल-पत्र तोड़े, जो शिवलिंग पर भी गिर गए। इसके बाद उसने अपने हाथों को साफ करने के लिए तालाब का जल छिड़का। इसकी कुछ बूंदे शिवलिंग पर भी जा गिरीं। 

ऐसा करते समय उसके धनुष का एक तीर नीचे गिर गया। इसे उठाने के लिए वह शिवलिंग के सामने मस्तक झुकाए। इस तरह शिवरात्रि के दिन शिव-पूजन की पूरी प्रक्रिया उसने जाने-अनजाने में पूरी कर ली। मृत्यु के बाद जब यमदूत उसे लेने आए, तो शिव के गणों ने उसकी रक्षा की और उन्हें भगा दिया। अज्ञानतावश महाशिवरात्रि के दिन भगवान शंकर की पूजा का इतना अद्भुत फल मिला तो वह समझ गया कि महादेव का पूजन कितना अधिक फलदायी होगा और इसके बाद से शिवरात्रि के पूजन का चलन चल गया।

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तीसरी कथा

फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी यानी महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव ने शिवलिंग के रूप में दिव्य अवतार लिया था और ब्रह्मा जी ने लिंग रूप में शिव जी की पूजा की थी। तभी से महाशिवरात्रि के व्रत का महत्व बढ़ गया और दिन भक्त व्रत रखकर शिवलिंग में जल चढ़ाते हैं।

चौथी कथा

पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव ने पहली बार महाशिवरात्रि के दिन ही प्रदोष तांडव नृत्य किया था।  इस वजह से भी महाशिवरात्रि की तिथि महत्वपूर्ण मानी जाती है और इस विधि-विधान से व्रत रखा जाता है।

पांचवीं कथा

महाशिवरात्रि मनाने के पीछे कई सारे मत हैं  लेकिन शिव पुराण जैसे ग्रंथों में शिवरात्रि मनाने का महत्व बताया जाता है कि फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी यानी महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव ने सृष्टि को बचाने के लिए विष को अपने कंठ में उतारकर संपूर्ण सृष्टि की भयंकर विष से रक्षा की थी और  पूरे संसार को इस भयंकर विष से मुक्त किया था। विष पीने के बाद भगवान शिव का कंठ एकदम नीला पड़ गया था। विष को धारण करते हुए भगवान शिव ने बीच में सुंदर नृत्य किया था। इस नृत्य को देवताओं ने बहुत महत्व दिया। विष के असर को कम करने के लिए देवी देवताओं ने उन्हें जल अर्पण किया था, इसलिए शिव पूजा में जल का विशेष महत्व है। मान्यता है कि देवी देवताओं ने इस दिन शिवजी की अराधना करनी शुरू कर दी।

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महाशिवरात्रि पर शिव जी की पूजा में ये चीजें जरूर करें शामिल, नोट करें पूजन सामग्री

कहा जाता है कि महादेव बहुत ही भोले हैं। श्रद्धा से मात्र एक लौटा जल ही शिवलिंग पर चढ़ाने से वह प्रसन्न हो जाते हैं लेकिन महाशिवरात्रि के दिन कुछ विशेष सामग्री से महादेव की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है, आइए जानते हैं उन चीज़ों के बारे में।

  • भगवान शिव की पूजा में अक्षत का प्रयोग जरूर करना चाहिए। इससे महादेव प्रसन्न होते हैं और कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है।
  • महादेव की पूजा में शहद शामिल करने से व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
  • भोलेनाथ की पूजा में शुद्ध देसी घी का इस्तेमाल करना चाहिए। माना जाता है कि इससे आरोग्य जीवन की प्राप्ति होती है और सभी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
  • भगवान शिव की पूजा में गन्ने का रस जरूर शामिल करें। माना जाता है कि इससे दरिद्रता दूर होती है और सुख समृद्धि में वृद्धि होती है।
  • महादेव को भांग धतूरा और शमी पत्र बेहद ही प्रिय होता है ऐसे में शिवरात्रि की पूजा में इसे शामिल करके आप भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
  • इसके अलावा, भस्म, केसर, रुद्राक्ष, मौली, सफेद चंदन, अबीर, गुलाल आदि भी भगवान शिव को अर्पित करना चाहिए।

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महाशिवरात्रि की पूजा के दौरान क्या करें व क्या न करें

महाशिवरात्रि की पूजा पर कुछ विशेष बातों का ख्याल रखना बहुत ज्यादा जरूरी होता है क्योंकि अगर जाने-अनजाने में व्रत के दौरान कुछ गलतियां हो जाए तो व्रत का उचित परिणाम प्राप्त नहीं हो पाता है। एक नज़र डालते हैं इन बातों पर।

क्या करें

  • पूजा करते हुए शिवलिंग पर लोटे से जल अर्पित करें। 
  • इसके बाद शिवलिंग पर भांग,धतूरा,गंगाजल,बेलपत्र,दूध, शहद व दही अर्पित करें। 
  • शिवलिंग पर बारी-बारी से जल या दूध अर्पित करना चाहिए। एक साथ न करें।
  • जल अर्पित करते हुए भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान करना चाहिए। 
  • भगवान शिव का अभिषेक करते वक्त शिव के मंत्रों का जाप अवश्य करें।

क्या न करें

  • पूजा वाले दिन तामसिक भोजन के सेवन से दूर रहें।
  • शिवरात्रि वाले दिन मदिरापान से भी बचें। 
  • इस दिन घर में शांति का माहौल बनाए। किसी प्रकार का झगड़ा न करें और न ही निंदा करें।
  • शिवलिंग पर जल चढ़ाते वक्त कमल,कनेर,केतकी के फूल भगवान शिव को अर्पित न करें। इसके अलावा, शिवलिंग पर सिंदूर या श्रृंगार का कोई भी चीज न चढ़ाएं। 
  • यदि आपने व्रत रखा है तो इस दिन में सोने से बचें और शिव का ध्यान करें। 
  • शिवलिंग पर काले तिल या टूटे चावल भूलकर भी अर्पित न करें। 
  • इसके अलावा, गलती से भी शिवलिंग पर शंख से जल अर्पित न करें। माना जाता है कि इसके पीछे एक बड़ी वजह है।

इन मंत्रों का करें भगवान शिव की पूजा

महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा करते वक्त इन मंत्रों का जाप करना चाहिए। माना जाता है कि इन मंत्रों से भगवान शिव जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं।

  • ॐ ह्रीं ह्रौं नमः: शिवाय॥ ॐ पार्वतीपतये नम:॥ ॐ पशुपतये नम:॥ ॐ नम: शिवाय शुभं शुभं कुरू कुरू शिवाय नम: ॐ ॥
  • मन्दाकिन्यास्तु यद्वारि सर्वपापहरं शुभम् । तदिदं कल्पितं देव स्नानार्थं प्रतिगृह्यताम् ॥ श्री भगवते साम्ब शिवाय नमः । स्नानीयं जलं समर्पयामि।
  • ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
  • ऊँ हौं जूं स: ऊँ भूर्भुव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ।।
  • ॐ साधो जातये नम:।। ॐ वामदेवाय नम:।। ॐ अघोराय नम:।। ॐ तत्पुरुषाय नम:।। ॐ ईशानाय नम:।। ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।।
  • ॐ नमः शिवाय। नमो नीलकण्ठाय। ॐ पार्वतीपतये नमः। ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय। ॐ नमो भगवते दक्षिणामूर्त्तये मह्यं मेधा प्रयच्छ स्वाहा।
  • करचरणकृतं वाक् कायजं कर्मजं श्रावण वाणंजं वा मानसंवापराधं । विहितं विहितं वा सर्व मेतत् क्षमस्व जय जय करुणाब्धे श्रीमहादेव शम्भो ॥
  • ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्।।

क्या वर्ष 2024 में आपके जीवन में होगी प्रेम की दस्तक? प्रेम राशिफल 2024 बताएगा जवाब

महाशिवरात्रि 2024 : राशि अनुसार शुभ योग में करें महादेव का अभिषेक

मेष राशि

मेष राशि के जातकों को महाशिवरात्रि के दिन जल में गुड़, गंगाजल, बेल पत्र और इत्र मिलाकर महादेव का अभिषेक करना चाहिए।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों को महाशिवरात्रि के दिन गाय का दूध, दही और देसी घी से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातक इस दिन गन्ने के रस से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से सभी रोगों से छुटकारा मिलता है।

कर्क राशि

कर्क राशि के जातक भगवान शिव का विशेष आशीर्वाद पाने के लिए सावन सोमवार पर शुद्ध देसी घी से महादेव का अभिषेक करें।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातक इस दिन जल में लाल पुष्प, गुड़, काले तिल और शहद मिलाकर महादेव का अभिषेक करें।

कन्या राशि

कन्या राशि के जातक महाशिवरात्रि पर गन्ने के रस में शहद मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।

वर्ष 2024 में कैसा रहेगा आपका स्वास्थ्य? स्वास्थ्य राशिफल 2024 से जानें जवाब

तुला राशि

तुला राशि के जातकों को भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए जल में शहद, इत्र और चमेली तेल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करें।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातक इस दिन दूध, दही, घी, शहद आदि चीजों से भगवान शिव का अभिषेक करें।

धनु राशि

धनु राशि के जातक महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए जल या दूध में हल्दी मिलाकर जलाभिषेक करें।

मकर राशि

मकर राशि के आराध्य भगवान शिव हैं। ऐसे में, मकर राशि के जातकों को नारियल जल से भोलेनाथ का अभिषेक करना चाहिए।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातक के भी आराध्य महादेव हैं। अतः कुंभ राशि के जातक को गंगाजल में काले तिल, शहद और इत्र मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए।

मीन राशि

मीन राशि के जातक को महाशिवरात्रि पर जल या दूध में केसर मिलाकर देवों के देव महादेव का अभिषेक करना चाहिए।

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अक्षर राशिफल: इस साल जीवन में होगी प्रेम की दस्तक या अभी करना होगा और इंतज़ार?

अगर आपका नाम का पहला एक अक्षर अंग्रेजी लेटर H है और आप अपने व्यक्तित्व से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातों की जानकारी और वर्ष 2024 में अपने प्रेम जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण भविष्यवाणी हासिल करना चाहते हैं तो हमारा यह खास ब्लॉग अंत तक अवश्य पढ़ें। 

यह विशेष ब्लॉग इसीलिए तैयार किया गया है ताकि हम H लेटर से शुरू होने वाले जातकों को उनके व्यक्तित्व का आईना और साथ ही वर्ष 2024 में उनके प्रेम जीवन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों की भविष्यवाणी दे सकें। तो चलिए बिना देरी की शुरू करते हैं यह ब्लॉग और जान लेते हैं कि आपका व्यक्तित्व कैसा होता है और वर्ष 2024 में आपका प्रेम जीवन कैसा रहने वाला है।

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कैसा होता है H अक्षर से शुरू होने वाले लोगों का व्यक्तित्व?

व्यक्ति के नाम का पहला अक्षर उसके जीवन और उसके व्यक्तित्व के बारे में बहुत कुछ बयां करता है। व्यक्ति कैसा दिखता है, उन्हें क्या पसंद होता है, क्या उनकी नापसंद होती है, उनका व्यक्तित्व कैसा होता है, उनका भविष्य कैसा होता है, इन सभी बातों की जानकारी नाम के पहले अक्षर से हासिल की जा सकती है। 

तो चलिए ज्योतिष के नजरिए से समझने की कोशिश करते हैं H अक्षर के जातकों का व्यक्तित्व कैसा होता है। H अक्षर के जातक दिखने में बेहद ही आकर्षक होने के साथ-साथ अपनी फिटनेस में भी पूरा ध्यान देने वाले होते हैं। अपनी पर्सनालिटी से यह लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने में कामयाब होते हैं। इनका खूबसूरत चेहरा और सुशील स्वभाव इन्हें भीड़ में अलग बनाता है। H अक्षर के जातक हमेशा आकर्षक देखना पसंद करते हैं। हालांकि यह स्वभाव से थोड़े संकोची होते हैं। 

इनका शर्मीला स्वभाव लोगों के बीच इन्हें आकर्षण का केंद्र बनाए रखता है। लोग आपसे बहुत ज्यादा प्यार करते हैं क्योंकि आप मुश्किल से मुश्किल बातों को भी बहुत ही मासूमियत से सबके सामने रखने का हुनर जानते हैं।

इसके अलावा H अक्षर के जातक स्वभाव से बेहद ही खुश मसाज होते हैं अर्थात इन्हें खुश रहना अच्छा लगता है और यह अपने आसपास का वातावरण भी खुश गवार बनाए रखते हैं। उनके स्वभाव के चलते लोग बहुत देर तक इनसे नाराज नहीं रह पाते हैं। इनका स्वभाव बेहद ही बेफिक्रा भी होता है और यह बिल्कुल भी परेशान नहीं होते हैं।

वैवाहिक जीवन की बात करें तो इनका वैवाहिक जीवन बेहद ही सुखमय होता है। यह हमेशा अपने पार्टनर के साथ अच्छा रिश्ता बनाए रखने में सफल रहते हैं, बेवजह के झगड़ा नहीं करते हैं, अपने पार्टनर को समझते हैं, जरूरत पड़ने पर उनके सामने चुप भी जाते हैं जिससे आपका रिश्ता हमेशा मजबूत बना रहता है। 

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H अक्षर के जातक दिमाग से बहुत ही तेज होते हैं और यही वजह है कि कोई भी नई चीज बहुत जल्दी सीख लेते हैं और हमेशा आगे बढ़ाने में तत्पर नजर आते हैं। तेज दिमाग की वजह से यह दूसरों के बीच अपनी अलग पहचान बनाते हैं और सफलता हासिल करते हैं। काम के प्रति यह निष्ठावान होते हैं और अपना काम बहुत ही जल्दी पूरा भी कर लेते हैं। कार्यक्षेत्र में इनकी डेडीकेशन इन्हें अलग पहचान, सम्मान और सफलता दिलाती है। H अक्षर के जातक ऐसे प्रोफेशन चुनते हैं जिसमें उनकी क्रिएटिविटी नजर आ सके। ऐसे में अक्सर देखा गया है कि यह लोग राइटिंग या फिर एक्टिंग के क्षेत्र में ज्यादा नाम कमाते हैं।

व्यक्तित्व के बारे में जानने के बाद चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं H नाम वालों का प्रेम जीवन वर्ष 2024 में कैसा रहेगा।

कैसा रहेगा H अक्षर के जातकों का प्रेम जीवन?

अब बात करें प्रेम जीवन की तो जनवरी से लेकर अप्रैल के दौरान H अक्षर के जातकों को प्रेम जीवन के संदर्भ में बेहद ही शुभ परिणाम नजर आएंगे। आप दोनों के बीच अच्छी समझ और बॉन्डिंग दिखेगी जिससे आपका रिश्ता मजबूत बनेगा। आप इस अवधि में अपने पार्टनर के साथ कहीं बाहर घूमने जाने की योजना भी बना सकते हैं। साथ में यह वक्त बताना आपके रिश्ते को और भी ज्यादा मजबूत बनाएगा। इससे आपका रिश्ता भी मजबूत होगा और आपके प्यार में भी वृद्धि होगी।

इसके साथ ही अगर आपके रिश्ते में कोई परेशानी चल रही है तो आप उसे भी आसानी से हल करने में सफलता हासिल करेंगे और अपने पार्टनर की सभी इच्छाओं को भी पूरा करेंगे। जनवरी से लेकर अप्रैल का जो समय है इस दौरान आप अपने जीवनसाथी के साथ किसी शुभ या मांगलिक कार्य में हिस्सा लेते भी नजर आ सकते हैं और यह भी आप दोनों के बीच नजदीकियों को बढ़ाएगा।

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इसके बाद मई से लेकर दिसंबर तक का समय थोड़ा परेशानी भरा रहने वाला है। इस दौरान आप अपने पार्टनर की इच्छाओं को पूरा नहीं कर पाएंगे। ऐसे में इस दौरान आपके रिश्ते में थोड़ी खटास आ सकती है। हालांकि रिश्ते की मधुरता बनाए रखने के लिए आपको धैर्य की आवश्यकता पड़ेगी। मई के बाद आपके रिश्ते में समझ की कमी नजर आने वाली है। मुमकिन है कि ऐसा विचारों के मतभेद के चलते हो। हालांकि यह आपके रिश्ते के लिए ज्यादा अनुकूल नहीं साबित होगा। ऐसे में आपको अपने साथी के प्रति प्रेम, विश्वास और समझ बनाए रखने की सलाह दी जा रही है। 

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100 साल बाद एक ही दिन हो रहा है शुक्र और बुध का गोचर, तीन राशियों की चमक जाएगी किस्‍मत

ज्‍योतिषशास्‍त्र के अनुसार ग्रहों के गोचर करने पर राशियों सहित देश और दुनिया में कई तरह के अनुकूल-प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिलते हैं। वहीं कुछ ग्रह एक ही तिथि पर राशि परिवर्तन करते हैं। मार्च माह की शुरुआत में कुछ ऐसा ही होने जा रहा है और दो ग्रहों के एकसाथ एक ही ति‍थि पर गोचर करने से कुछ राशियों के लोगों का भाग्‍योदय होने की संभावना है।

इस ब्‍लॉग में आगे विस्‍तार से बताया गया है कि मार्च में किन दो ग्रहों का एकसाथ स्‍थान परिवर्तन होने वाला है और इससे किन राशियों को अधिक लाभ मिलने के संकेत हैं।

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गोचर की तिथि एवं समय

बुद्धि, धन, व्यापार, संवाद, वाणी और करियर के कारक ग्रह बुध 07 मार्च 2024 की सुबह 09 बजकर 21 मिनट पर जल तत्व की राशि मीन में गोचर करेंगे। इसी दिन प्रेम और भौतिक सुखों के कारक ग्रह शुक्र सुबह 10 बजकर 33 मिनट पर कुुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। एक ही तिथि पर दो ग्रहों के गोचर का शुभ संयोग पूरे 100 साल के बाद बन रहा है और इसका प्रभाव सभी राशियों पर देखने को मिलेगा लेकिन राशिचक्र की 3 राशियां ऐसी हैं जिन्‍हें इससे सबसे ज्‍यादा लाभ मिलने की संभावना है। तो चलिए जानते हैं कि वो तीन राशियां कौन-सी हैं।

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वृषभ राशि

इस राशि के लोगों के लिए बुध और शुक्र का गोचर करना बहुत फायदेमंद साबित होगा। आपको करियर में खूब तरक्‍की देखने को मिलेगी और व्‍यापारियों के लिए भी मुनाफे के प्रबल योग बन रहे हैं। शुक्र आपकी राशि से कर्म भाव में और बुध बारहवें भाव में प्रवेश करेंगे। इस समय व्‍यापारियों को बहुत बड़ा लाभ होने की उम्‍मीद है। आप अपने बिज़नेस का विस्‍तार भी कर सकते हैं और इस समय आपके हाथ कोई ऐसी डील या प्रोजेक्‍ट लग सकता है, जो आपको रातों-रात अमीर बना दे। यदि आप बेरोज़गार हैं और लंबे समय से नौकरी की तलाश कर रहे हैं, तो अब आपकी यह इच्‍छा भी पूरी होने वाली है। आपको अच्‍छी या मनचाही नौकरी मिल सकती है। पैसों की बचत करने के लिए भी यह समय बहुत अनुकूल रहेगा। कारोबार में मुनाफा होने या नौकरी में तरक्‍की मिलने की वजह से आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत होगी। आपको काम के सिलसिले में यात्रा भी करनी पड़ सकती है और यह यात्रा आपके लिए फलदायी साबित होगी।

वृषभ साप्ताहिक राशिफल 

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लिए ये दोनों ही गोचर शुभ साबित होंगे क्‍योंकि कुंभ राशि के स्‍वामी ग्रह शनि के साथ शुक्र एवं बुध दोनों के ही मैत्री संबंध हैं। शुक्र आपके लग्‍न भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इससे आपकी आमदनी में जबरदस्‍त इज़ाफा होगा और आपकी आय के नए स्रोत भी बन सकते हैं। अगर आपका पैसा कहीं अटका हुआ है, तो अब आपको वह भी मिल सकता है। व्‍यापारियों के लिए मुनाफे के योग बन रहे हैं। आपके हाथ में कोई बड़ा प्रोजेक्‍ट आ सकता है और इस समय आप अपने प्रतिद्वंदियों पर भी भारी पड़ेंगे। आपका व्‍यक्‍तित्‍व पहले से बेहतर होगा और आपकी सभी इच्‍छाएं पूर्ण होंगी। वैवाहिक जीवन में भी खुशियां आएंगी। आपके और आपके जीवनसाथी के बीच प्‍यार और स्‍नेह बढ़ेगा और आप दोनों एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे। इस समय आप खुश और संतुष्‍ट महसूस करेंगे।

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए बुध और शुक्र का गोचर शुभ साबित होगा। शुक्र आपके धन भाव और बुध तीसरे भाव में गोचर कर रहे हैं। इन दो ग्रहों के शुभ प्रभाव से आपको अचानक धन लाभ हो सकता है। इससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और आप अपनी और अपने परिवार की जरूरतों को पूरा कर पाएंगे। इस समय आप साहसी बनेंगे और कोई महत्‍वपूर्ण निर्णय लेने में सक्षम होंगे। नौकरीपेशा जातकों के लिए पदोन्‍न‍ति के योग बन रहे हैं। आपका वेतन भी बढ़ सकता है और कार्यक्षेत्र में आपकी प्रतिष्‍ठा में भी इज़ाफा देखने को मिलेगा। अगर आप किसी विदेशी कंपनी के साथ जुड़े हुए हैं, तो अब आपको कोई बड़ा लाभ हो सकता है।

 मकर साप्ताहिक राशिफल

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बुध का मीन राशि में गोचर: जानें किन राशियों को मिलेंगे शुभ-अशुभ परिणाम!

बुध ग्रह का मीन राशि में गोचर: ग्रहों के राजकुमार के नाम से प्रसिद्ध बुध ग्रह 07 मार्च 2024 की सुबह 09 बजकर 21 मिनट पर मीन राशि में गोचर करेंगे और 26 मार्च 2024 तक इसी राशि में रहेंगे। बुध ग्रह को बुद्धि, विद्या, व्यापार, वाणी व तर्क-वितर्क इत्यादि का कारक माना जाता है। इसके अलावा, सूचना प्रसारण, दूरसंचार, वाद-संवाद इत्यादि पर भी बुध ग्रह का ही नियंत्रण माना गया है। अतः बुध का गोचर करके नीच राशि में जाना इन तमाम क्षेत्रों पर प्रभाव डाल सकता है। इस गोचर के चलते इन सभी क्षेत्रों में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। आइए जानते हैं कि बुध के इस राशि परिवर्तन का आपकी राशि पर क्या असर पड़ेगा। 

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बुध का मीन राशि में गोचर: 12 राशियों पर प्रभाव और उपाय

मेष राशि 

बुध आपकी कुंडली में तीसरे और छठे भाव के स्वामी होकर आपके द्वादश भाव में जा रहे हैं। द्वादश भाव में बुध के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना जाता है। ऊपर से बुध नीच के रहेंगे और ऐसे में, यथासंभव खर्चों को रोकना होगा। भूमि-भवन इत्यादि को लेकर विवादों से बचना होगा। विद्यार्थी लोगों को भी इस अवधि में तुलनात्मक रूप से अधिक मेहनत करने की आवश्यकता होगी। विरोधियों और प्रतिस्पर्धियों से सजग रहना भी समझदारी होगी।

उपाय: माथे पर नियमित रूप से केसर का टीका लगाएं। 

वृषभ राशि 

बुध आपकी कुंडली में दूसरे तथा पांचवें भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में ये आपके लाभ भाव में गोचर करने जा रहे हैं। वैसे तो लाभ भाव में बुध के गोचर को अच्छा माना जाता है, लेकिन इस अवधि में बुध नीच अवस्था में रहेंगे। अतः लाभ मिलेगा, परंतु आपकी मेहनत के अनुरूप लाभ का प्रतिशत थोड़ा कम रह सकता है, फिर भी हम इसे अच्छा गोचर कहेंगे। व्यापार-व्यवसाय में बढ़ोतरी, भाइयों के साथ बेहतर संबंध तथा संतान इत्यादि को लेकर अनुकूल परिणाम इस गोचर में आपको मिल सकते हैं।

उपाय: गाय को हरा पालक खिलाएं। 

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मिथुन राशि 

बुध आपके लग्न या राशि स्वामी होने के साथ-साथ आपके चौथे भाव के भी स्वामी हैं। वर्तमान में यह आपके दशम भाव में गोचर करने जा रहे हैं। वैसे तो दशम भाव में बुध के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला कहा गया है। इसके फलस्वरूप, बुध आपके कार्यक्षेत्र और व्यापार-व्यवसाय से संबंधित मामलों में काफ़ी हद तक अनुकूल परिणाम दे सकते हैं। सामाजिक मान-सम्मान के लिए भी बुध का यह गोचर अच्छा कहा गया है, लेकिन इस अवधि में बुध नीच के रहेंगे। अतः इन मामलों को लेकर लापरवाह नहीं होना है। समझदारी से काम करने पर अच्छे परिणाम मिल सकेंगे।

उपाय: मंदिर में दूध और चावल का दान करें। 

कर्क राशि 

बुध आपकी कुंडली में तीसरे तथा द्वादश भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में बुध आपके भाग्य भाव में गोचर कर रहे हैं। भाग्य भाव में बुध के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला नहीं कहा जाता है और ऊपर से बुध ग्रह नीच के रहेंगे। अतः यात्राओं के दौरान सावधानी बरतनी होगी। टेलीफोन पर बातचीत करते समय सही शब्दों का चुनाव करें। दूर स्थान से जुड़े मामलों में भी सावधानीपूर्वक निर्वाह करना होगा। इस अवधि में भाग्य की बजाय मेहनत पर यकीन करना ज्यादा उचित रहेगा अर्थात आपको बुध के इस गोचर से अनुकूलता की अधिक उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।

उपाय: मिट्टी के बर्तन में मशरूम भरकर किसी मंदिर में दान करें। 

सिंह राशि 

बुध आपकी कुंडली में दूसरे तथा लाभ भाव के स्वामी हैं। वर्तमान में यह आपके आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। गोचर शास्त्र के अनुसार, आठवें भाव में बुध के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा माना गया है, लेकिन लाभ तथा धन भाव के स्वामी का नीच का हो जाना लाभ के प्रतिशत में कुछ कमी का संकेत कर रहा है। साथ ही, बचत के मामलों में भी अपेक्षाकृत अधिक समझदारी दिखाने की जरूरत रह सकती है। आर्थिक और पारिवारिक मामले में सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की स्थिति में आप इन क्षेत्रों में अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। व्यापार-व्यवसाय में कोई बहुत बड़ा निवेश या बड़ा जोखिम उठाने से बचें।

उपाय: किन्नरों को हरे कपड़े और हरी चूड़ियां भेंट करें।

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कन्या राशि 

बुध आपकी कुंडली में लग्न या राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आपके कर्म भाव के भी स्वामी हैं।  वर्तमान में यह आपके सप्तम भाव में गोचर कर रहे हैं। वैसे भी सप्तम भाव में बुध के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है और ऊपर से आपके प्रथम तथा दशम भाव के स्वामी का नीच का होना स्वास्थ्य के क्षेत्र में कमज़ोर परिणाम दे सकता है। साथ ही, कार्यक्षेत्र या सामाजिक जीवन में अपेक्षाकृत अधिक समझदारी और सावधानी दिखाने की जरूरत रह सकती है अर्थात बुध के इस गोचर से अनुकूलता की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए।

उपाय: नियमित रूप से गणेश चालीसा का पाठ करें। 

तुला राशि

बुध आपकी कुंडली में भाग्य तथा द्वादश भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके छठे भाव में गोचर कर रहे हैं। भले ही बुध नीच के हों लेकिन छठे भाव में बुध के गोचर को अच्छा माना जाता है। अतः आपको बुध काफ़ी हद तक अनुकूल परिणाम देना चाहेंगे। इस अवधि में मन अध्यात्म में अधिक लग सकता है। सकारात्मक विचारों के साथ आगे बढ़ने की स्थिति में अच्छा लाभ मिल सकता है। दूर की यात्राओं में कुछ कठिनाइयां या परेशानियां रह सकती हैं, लेकिन इन यात्राओं से लाभ भी मिल सकता है। बुध का यह गोचर काफ़ी हद तक अनुकूल परिणाम दे सकता है।

उपाय: कन्याओं का पूजन करके उनका आशीर्वाद लें। 

वृश्चिक राशि

बुध आपकी कुंडली में आठवें तथा लाभ भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके पांचवें भाव में गोचर कर रहे हैं। पांचवें भाव में बुध के गोचर को अच्छा नहीं कहा गया है। ऊपर से बुध ग्रह नीच के रहेंगे। अतः बुध का यह गोचर कठिनाइयों के बाद लाभ दिला सकेगा। व्यापार-व्यवसाय में इस अवधि में कोई बड़ा निवेश करना उचित नहीं रहेगा। किसी भी मामले में कोई बड़ा जोखिम लेने से बचें। संतान के साथ संबंधों को मेंटेन करने की कोशिश करनी होगी। विद्यार्थियों को भी अपने सब्जेक्ट्स पर फोकस करने की सलाह दी जाती है।

उपाय: गाय को हरा चारा खिलाना शुभ रहेगा। 

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धनु राशि 

बुध आपकी कुंडली में सातवें तथा दशम भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके चौथे भाव में गोचर कर रहे हैं। वैसे तो चौथे भाव में बुध के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा कहा गया है लेकिन नीच का होने के कारण भूमि-भवन, वाहन से संबंधित मामलों में किसी भी प्रकार के लापरवाही उचित नहीं रहेगी, तभी इन मामलों में अच्छे परिणाम मिल सकेंगे। घर-परिवार में सुख-सुविधाएं बढ़ाने में आपको अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है, लेकिन सकारात्मक बात यह रहेगी कि इस मामले में किए गए प्रयास सफल हो सकेंगे।

उपाय: चिड़ियों को दाना चुगाना शुभ रहेगा। 

मकर राशि

बुध आपकी कुंडली में छठे तथा भाग्य भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके तीसरे भाव में गोचर कर रहे हैं। सामान्य तौर पर तीसरे भाव में बुध का गोचर आपको अच्छे परिणाम देना चाहेगा लेकिन बुध ग्रह नीच का रहेगा। इस कारण से फ़ोन पर विनम्रता से बात करने की सलाह दी जाती है। साथ ही, महत्वपूर्ण कामों को किसी दूसरे के भरोसे छोड़ना भी उचित नहीं रहेगा अर्थात कुछ सावधानियां बरतने की स्थिति में आपको काफ़ी अच्छे परिणाम मिल सकेंगे।

उपाय: अस्थमा रोगियों को दवा खरीदने में मदद करें। 

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कुंभ राशि

बुध आपकी कुंडली में पांचवें तथा आठवें भाव के स्वामी होकर आपके दूसरे भाव में गोचर कर रहे हैं। सामान्य तौर पर दूसरे भाव में बुध के गोचर को अच्छा कहा गया है। लेकिन, नीच अवस्था में होने के कारण अच्छे परिणामों में थोड़ी कमी देखने को मिल सकती है, फिर भी बुध आपको काफ़ी हद तक अनुकूल परिणाम ही देना चाहेगा। आपका बेहतरीन संचार कौशल बहुत सारे काम को बनवाने में आपकी मदद करेगा, परंतु अपशब्दों के प्रयोग और बड़बोलेपन से बचना जरूरी होगा। आर्थिक मामलों में भी समझदारी दिखाकर आप अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। इन जातकों का अच्छा बर्ताव परिजनों के साथ संबंधों को मजबूत करेगा।

उपाय: आप तामसिक वस्तुओं जैसे मांस,मदिरा आदि का त्याग करते हुए शुद्ध और सात्विक बने रहें। 

मीन राशि

बुध आपकी कुंडली में चौथे तथा सातवें भाव के स्वामी हैं। वर्तमान में यह आपके पहले भाव में गोचर कर रहे हैं। पहले भाव में बुध के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है और ऊपर से बुध ग्रह नीच के रहेंगे। अतः इस समय आपको अपनी वाणी को सौम्य बनाए रखना होगा। अप्रिय वाणी और चुगलखोरी से दूर रहना ही समझदारी का काम होगा। आर्थिक मामलों में किसी भी प्रकार का रिस्क न लें। संबंधियों के साथ यथासंभव संबंधों को अच्छा बनाए रखें और किसी का अनादर न करें। साथ ही, इस बात का भी ख्याल रखना होगा कि जो व्यक्ति आपका अनादर कर सकता है, उससे इस अवधि में दूरी बनाए रखें।

उपाय: नियमित रूप से गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें। 

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केतु गोचर 2024: मेष सहित इन राशियों का भाग्य चमकेगा सोने की तरह, किस्मत का मिलेगा साथ!

ज्योतिष शास्त्र में केतु को छाया ग्रह माना जाता है और यह हमेशा वक्री चाल में ही भ्रमण करते हैं। ऐसे में, हर इंसान की कुंडली में केतु की स्थिति बहुत मायने रखती है क्योंकि इनकी चाल और दशा का अच्छा-बुरा प्रभाव मनुष्य जीवन को प्रभावित करता है इसलिए जब-जब केतु अपना राशि परिवर्तन करते हैं उसका शुभ-अशुभ असर राशि चक्र की सभी राशियों पर पड़ता है। एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग आपको जानकारी प्रदान करेगा कि इस साल होने वाले केतु गोचर 2024 किन राशियों के जीवन में सुख-समृद्धि और धन-दौलत लेकर आएगा। तो आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की।

दुनियाभर के विद्वान ज्योतिषियों से करें फ़ोन पर बात और जानें करियर संबंधित सारी जानकारी 

सबसे पहले हम बात करेंगे केतु के गोचर की, वैदिक ज्योतिष में हर ग्रह एक निश्चित समय के बाद अपना राशि परिवर्तन करता है। इस प्रकार, केतु 30 अक्‍टूबर, 2023 की दोपहर 02 बजकर 13 मिनट पर बुध ग्रह की राशि कन्या में प्रवेश कर चुके हैं और वह इस राशि में 2025 तक रहेंगे। हालांकि, केतु गोचर पूरे साल सभी राशियों को प्रभावित करता रहेगा, लेकिन कुछ राशियां ऐसी हैं जिन्हें इस गोचर का सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा। आगे बढ़ते हैं और बात करते हैं उन भाग्यशाली राशियों के बारे में। 

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बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा 

केतु के गोचर से, इस साल होगी इन राशियों की बल्ले-बल्ले

मेष राशि

मेष राशि का नाम उन शुभ राशियों में से एक है जिनके लिए केतु का गोचर शानदार रहेगा। इस दौरान इन जातकों को अपने हर प्रयास में सफलता प्राप्त होगी। आप करियर के क्षेत्र में भी सफलता की सीढियाँ चढ़ेंगे और अपनी चमक बिखरेंगे। साथ ही, यह अवधि आपके लिए नौकरी के नए अवसर भी लेकर आएगी और ऐसे में, आप काफ़ी ख़ुश एवं संतुष्‍ट नज़र आएंगे। इन लोगों का साहस भी बढ़ेगा जिसके चलते आप दृढ़ निश्‍चयी बनेंगे। हालांकि, आपको अपना खानपान समय पर करना होगा ताकि आप स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकें। मई के बाद आपको पहले से भी बेहतर परिणाम मिलने लगेंगे। इन लोगों का करियर प्र‍गति के मार्ग में आगे बढ़ेगा और ऐसे में, आपकी आय में भी वृद्धि होगी।

मेष साप्ताहिक राशिफल

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए केतु गोचर 2024 अत्यंत शुभ एवं फलदायी रहेगा। इस अवधि में यह जातक जिस भी काम को पूरा करने की कोशिश करेंगे, उसमें आपको सफलता मिलेगी। केतु का यह गोचर आपको वर्ष 2024 में करियर के क्षेत्र में शानदार परिणाम प्रदान करेगा और सफलता आपके कदम चूमेगी। इस समय आपके विदेश जाने के योग बनेंगे और आपको विदेश यात्रा पर जाने का अवसर मिल सकता है। ऐसे अवसर आपके लिए उन्नति लेकर आएंगे। केतु के इस गोचर के दौरान आपको नौकरी के नए अवसर मिलेंगे। मई 2024 के बाद आपके जीवन में कुछ अच्छे बदलाव देखने को मिलेंगे। कर्क राशि वालों की आय में बढ़ोतरी होगी जिसके चलते आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत रहेगी। 

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कर्क साप्ताहिक राशिफल

वृश्चिक राशि

केतु का गोचर वृश्चिक राशि वालों के लिए काफ़ी अच्छा रहेगा। इस अवधि में आपकी निर्णय लेने की क्षमता अच्छी रहेगी जो कि आपकी समझदारी का परिणाम होगी। यह गोचर आपको अपनी योग्यताओं और क्षमताओं को पहचानने के अवसर देगा। साथ ही, आप धन निवेश करने जैसा फैसला इस समय ले सकते हैं क्योंकि इस दौरान लिए गए निर्णय आपको लाभ करवाने का काम करेंगे। जो जातक खर्चों में लगातार हो रही वृद्धि से परेशान थे, तो अब उनको राहत का अनुभव होगा। ऐसे में, आप धन की बचत करने में सफल रहेंगे। वृश्चिक राशि वाले अपने मन की आवाज़ को सुनने में सक्षम होंगे। इसके विपरीत, मई 2024 में जब बृहस्‍पति गोचर करेंगे, तब आप सफलता पाने के लिए मन लगाकर मेहनत करेंगे। केतु के गोचर की अवधि में आप कई नए दोस्‍त बनाएंगे। 

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

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