भादो माह में जरूर करें इन ख़ास नियमों का पालन वर्ना बाद में पड़ सकता है पछताना !

हिन्दू पंचांग में चातुर्मास के चार महीने सावन, भादो, आश्विन और कार्तिक को बेहद अहम माना जाता है। बीते 17 जुलाई से आरंभ हुआ सावन माह 15 अगस्त को रक्षाबंधन के त्यौहार के साथ ही ख़त्म हो चुका है। 16 अगस्त से भादो माह की शुरुआत हो चुकी है और इसके साथ ही साथ जिस प्रकार से सावन माह में आपको कुछ नियमों का पालन करना होता है उसकी प्रकार से भादो माह में भी कुछ ख़ास नियमों का पालन किया जाता है। भादो माह को भाद्रपद के नाम से भी जाना जाता है। आज हम आपको चातुर्मास के इस दूसरे माह के महत्व और इस दौरान पालन किये जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण नियमों के बारे में भी बताने जा रहे हैं। आइये जानते हैं भादो माह में आपके लिए किन ख़ास नियमों का पालन करना आवश्यक माना जाता है।

भादो माह में अपनी मनोकामना की पूर्ती के लिए जरूर करें ये काम

हिन्दू धर्म में चातुर्मास के सभी चार महीनों को बेहद अहम माना गया है। जैसा की आप सभी जानते हैं कि चातुर्मास के दौरान विष्णु जी निंद्रा अवस्था में पाताल लोक में चले जाते हैं इसलिए इस दौरान कुछ कामों को करना जहाँ वर्जित माना जाता है वहीं कुछ ऐसे भी काम भी हैं जिन्हें करने से आप विशेष लाभ प्राप्त कर सकते हैं। मनवांछित फल पाने के लिए भादो माह में निम्न कामों को करना शुभ फलदायी माना जाता है।

  • यदि आप संतान प्राप्ति करना चाहते हैं तो भादो माह के दौरान प्रतिदिन श्रद्धा भाव के साथ संतान गोपाल मंत्र या संतान गोपाल स्त्रोत का पाठ करना आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है।
  • इस महीने में जन्माष्टमी का त्यौहार मनाये जाने की वजह से कृष्ण भक्ति कर भी आप विशेष लाभों को प्राप्त कर सकते हैं।
  • जीवन में प्यार और सुख शांति बनाये रखने के लिए इस महीने में गीता का पाठ करना भी आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
  • जीवन में विभिन्न समस्याओं से निपटने के लिए भादो माह में प्रतिदिन चंदन का टीका लगाना भी शुभ फलदायी माना जाता है।

भादो माह में इन नियमों का पालन करना भी लाभदायक माना जाता है

  • ऐसी मान्यता है कि भादो मास में अपने शरीर की शुद्धि के लिए दूध, घी, गोमूत्र, दही और गोबर का सेवन करना भी फलदायी माना जाता है।
  • विशेष पुण्य प्राप्ति के लिए भादो माह में प्रतिदिन दूध का सेवन करना शुभ फलदायी माना जाता है।
  • भादो माह में खासतौर से हरी साग सब्जी, शराब, मांस-मछली और बैगन आदि का सेवन करना वर्जित माना जाता है।
  • यदि आपके मन में संतान प्राप्ति की कामना है तो इस महीने में विशेष रूप से तैलीय पदार्थों का सेवन ना करें।
  • इसके साथ साथ ही ना तो किसी के बारे में बुरा बोले और ना ही कोई बुरा काम करें।

बहरहाल भादो माह में उपरोक्त नियमों का पालन कर आप विशेष फलों की प्राप्ति कर सकते हैं। चातुर्मास के इस दूसरे माह के दौरान इन नियमों का पालन कर आप जीवन को सुखमय बना सकते हैं।

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