Republic Day 2023: जानें स्वतंत्र भारत की कुंडली के अनुसार कैसा होगा देश का भविष्य!

भारत दुनिया का 7वां सबसे बड़ा देश है, जिसका क्षेत्रफल 3,287,263 वर्ग किलोमीटर है। यह दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। 26 जनवरी 2023 को देश का 74वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। बता दें कि देश को आज़ाद हुए 76 वर्ष होने वाले हैं। यूं तो गणतंत्र दिवस का उत्सव हर साल ही भव्य और शानदार तरीके से मनाया जाता है, जिसमें ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं अन्य चीज़ों को बड़े ही सुंदर तरीके से पेश किया किया जाता है। इसके अलावा हमारे देश की सेनाएं विमानों और हथियारों का शक्ति प्रदर्शन करते हुए विशेष परेड करती हैं।

भारत ने एक विकसित और धनी देश के रूप में अपनी पहचान बनाने के लिए कई संघर्षों का सामना किया है। 26 जनवरी 1950 को हमारे देश का संविधान प्रभावी ढंग से लागू किया गया था, जिसकी ख़ुशी में हम भारतवासी प्रति वर्ष गणतंत्र दिवस मानते हैं। भारत के पास दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सैन्य शक्ति है।

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पिछले 73 सालों की परंपरा को निभाते हुए इस साल भी गणतंत्र दिवस का उत्सव पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचेगा। गणतंत्र दिवस 2023 की परेड से लेकर होने वाले कई कार्यक्रमों को लेकर हम सभी के अंदर एक अलग उत्सुकता है तो आइए इस महान और गौरवपूर्ण उत्सव से संबंधित सभी रोचक जानकारियों पर नज़र डालते हैं। इसके अलावा जानते हैं कि वैदिक ज्योतिष के अनुसार 2023 में विभिन्न ग्रहों की स्थिति और गोचर का भारत देश पर क्या प्रभाव पड़ने की संभावना है।

गणतंत्र दिवस 2023: उत्सव

  • गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत, हमारे देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा सशस्त्र बलों के उन सभी शहीद जवानों की स्मृति को सम्मानित करने के लिए युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ होगी, जिन्होंने हमारे देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
  • 21 तोपों की सलामी के बाद भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगी और फिर उसके बाद राष्ट्रगान गाया जाएगा।
  • सबसे अच्छी बात यह है कि कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए, एहतियात के तौर पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा।
  • भारत की राजधानी दिल्ली में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गणतंत्र दिवस का उत्सव मनाया जाएगा।
  • गणतंत्र दिवस समारोह और उत्सव के दौरान कोई बाधा या ख़तरा न हो, इसके लिए फेस रिकग्निशन सिस्टम के साथ मल्टी लेयर सिक्योरिटी कवर स्थापित किया जाएगा।
  • इस गणतंत्र दिवस समारोह में सबसे ख़ास बात यह होगी कि आज़ादी के बाद पहली बार महिला प्रहरी यानी कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की महिला टुकड़ी, अपने पुरुष समकक्ष जवानों के साथ ऊंटों पर सवार होकर गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा बनेगी। इस दृश्य को हमारे देश की महिलाओं को बढ़ावा देने और उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में एक और कदम के रूप में देखा जा रहा है। 
  • महिला टुकड़ी को प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय डिजाइनर राघवेंद्र राठौर द्वारा डिजाइन की गई वर्दी में देखा जाएगा, जिसमें देश के कई शिल्प रूप शामिल हैं।
  • गणतंत्र दिवस पर हर साल भारत सरकार मुख्य अतिथि के रूप में विदेशी राष्ट्रीयता के किसी एक प्रभावशाली व्यक्ति को आमंत्रित करती है। इस साल अरब गणराज्य मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह-अल-सिसी आने वाले हैं।
  • यह पहली बार हो रहा है कि अरब गणराज्य मिस्र भारतीय गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा होगा।
  • इस बार गणतंत्र दिवस परेड में कुल 50 विमान और हेलीकॉप्टर फ्लाईपास्ट करेंगे, जिनमें से 23 लड़ाकू विमान हैं।
  • फ्लाईपास्ट में 9 राफेल लड़ाकू जेट, 1 विंटेज डकोटा, 8 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और 18 हेलीकॉप्टर शामिल होंगे।
  • कर्तव्य पथ पर पहली और आखिरी बार भारतीय नौसेना का रिटायर्ड IL-38 विमान उड़ान भरेगा, जिसने 44 वर्षों तक भारतीय नौसेना की सेवा की है।
  • भारतीय वायुसेना के मार्चिंग दल का निर्माण 144 सैनिक और 4 अधिकारी करेंगे और इसके कमांडर होंगे स्क्वाड्रन लीडर सिंधु रेड्डी।
  • 2023 का गणतंत्र दिवस समारोह पिछले वर्षों की तुलना में थोड़ा अलग होगा क्योंकि इस बार समारोह देखने के लिए आम जनता को आमंत्रित किया जा रहा है।
  • इस साल समारोह देखने वाले वीआईपी और अधिकारियों की संख्या में भारी कटौती की गई है। इसलिए इस बार सिर्फ 45,000 सीटें ही होंगी।
  • इस साल परेड के दौरान मिस्र की सशस्त्र सेना की 120 सैनिकों की टुकड़ी भी समारोह में मार्च करेगी।
  • इस वर्ष बीटिंग रिट्रीट के दौरान, भारत में सबसे बड़ी ड्रोन प्रदर्शनी लगने वाली है, जिसमें 3,500 डोमेस्टिक ड्रोन्स के साथ रायसीना हिल्स पर रात के समय आकाश को रोशन किया जाएगा।
  • बीटिंग रिट्रीट के दौरान पहली बार नॉर्थ और साउथ ब्लॉक के अग्रभाग पर 3D एनामॉर्फिक प्रोजेक्शन का आयोजन किया जा रहा है।
  • परंपरागत रूप से, गणतंत्र दिवस समारोह 23 जनवरी से शुरू होगा। उसी दिन पराक्रम पर्व मनाया जाएगा, जिसे सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। फिर 30 जनवरी को शहीद दिवस पर इसका समापन होगा।

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ज्योतिष के नज़रिए से भारत

स्वतंत्र भारत की कुंडली में बुधसूर्यचंद्रमाशनि और लग्न भाव के स्वामी शुक्र तीसरे भाव में विराजमान हैं। राहु लग्न में और केतु सातवें भाव में स्थित हैं। नौवें और दसवें भाव के स्वामी शनि (इस कुंडली के लिए योगकारक ग्रह) तीसरे भाव में स्थित हैं। आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी बृहस्पति छठे भाव में स्थित हैं।

  • स्वतंत्र भारत की कुंडली में वर्ष 2023 की शुरुआत में दसवें भाव के स्वामी दसवें भाव से गोचर कर रहे हैं, जो कि बहुत अच्छी बात है।
  • अप्रैल 2023 के अंत तक देव गुरु बृहस्पति आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी के रूप में ग्यारहवें भाव में विराजमान रहेंगे।
  • वर्तमान गोचर स्थिति के अनुसार राहु महाराज बारहवें भाव में स्थित हैं।
  • वर्तमान समय में केतु महाराज छठे भाव में हैं।
  • मार्च के मध्य तक मंगल देव पहले भाव में गोचर कर रहे हैं। 

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वर्ष 2023 में राजनीति

  • मार्च 2023 में मंगल के गोचर के कारण विशेष रूप से जनवरी से मई महीनों के बीच भारत में कई राज्यों की सरकारों में बदलाव हो सकते हैं। अप्रैल 2023 में बृहस्पति का मेष राशि में गोचर होगा, जिससे गुरु-चांडाल योग बनेगा। इसके परिणामस्वरूप त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और राजस्थान जैसे राज्यों में होने वाले चुनावों के साथ वर्तमान राजनीतिक सिनेरियो में बदलाव आ सकता है।
  • शनि और मंगल के गोचर, दृष्टि एवं राहु और बृहस्पति पर इनके प्रभाव के कारण सरकार कुछ ऐसे निर्णय ले सकती है, जिसके कारण जनता के बीच अशांति की स्थिति पैदा हो सकती है। हालांकि सरकार स्थिति को आसानी से काबू कर पाने में सक्षम होगी।
  • देश की न्याय व्यवस्था के लिए यह वर्ष महत्वपूर्ण रहेगा। न्याय के कारक ग्रह शनि स्वतंत्र भारत की कुंडली के दसवें भाव में गोचर करेंगे और न्यायपालिका की कार्यप्रणाली में मौजूद खामियों को दूर करेंगे क्योंकि 30 जनवरी से यह अस्त हो जाएंगे। मार्च 2023 के बाद सरकार देश की न्यायपालिका में सुधार करने का प्रयास कर सकती है। कुल मिलाकर देखा जाए तो यह वर्ष न्यायपालिका के लिए बहुत ही सकारात्मक साबित होगा।
  • महिलाओं के उत्थान और उनकी सुरक्षा की दिशा में सरकार कुछ गंभीर कदम उठा सकती है। संभावना बन रही है कि महिला सशक्तिकरण में वृद्धि होगी और राजनीति, व्यवसाय, शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कई शक्तिशाली महिलाएं उभरती हुई और आगे आती हुई दिखाई देंगी।
  • सरकार देश के समग्र विकास के लिए शिक्षा, सड़क, अस्पताल आदि से संबंधित कोई ठोस कदम उठा सकती है।
  • अप्रैल 2023 से जून 2023 के आधे महीने तक, सशस्त्र बलों के लिए परीक्षा का समय हो सकता है। हालांकि परिस्थितियां जल्द ही नियंत्रण में आ जाएंगी। 
  • जनवरी 2023 से अप्रैल 2023 तक कुछ प्राकृतिक आपदाएं आने की आशंका है, जो देश के लिए तनाव और परेशानी का कारण बन सकती हैं।

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वर्ष 2023 में भारतीय अर्थव्यवस्था

आशंका है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए वर्ष की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रहेगी। कच्चे तेल, सब्जियों और खाद्य तेलों की कीमतों में अचानक वृद्धि देखने को मिल सकती है। मार्च 2023 के मध्य में जब मंगल देव कुंडली के दूसरे भाव में मिथुन राशि में गोचर करेंगे तो भारत के शेयर बाजार में उछाल आने के योग बनेंगे और भारतीय अर्थव्यवस्था भी स्थिर होगी। हालांकि दुनिया के कई देश मंदी से प्रभावित हो सकते हैं लेकिन भारत पर इसका बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।

इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और फाइनेंस सेक्टर में काम करने वाले लोगों को इस वर्ष कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। दूसरी ओर, शेयर बाजार से जुड़ने वाले लोगों की संख्या में इजाफा होगा। 1 फरवरी 2023 को भारत का बजट 2023 पेश किया जाएगा, जो कि मध्यम वर्ग और निम्न मध्यम वर्ग के लोगों लिए कुछ राहत भरी ख़बर लेकर आ सकता है क्योंकि शनि देव अपनी मूल त्रिकोण राशि में गोचर करेंगे। बिजनेस के लिहाज से साल 2023 चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। 

भारत पर धार्मिक प्रभाव

अप्रैल 2023 से देव गुरु बृहस्पति स्वतंत्र भारत की कुंडली के बारहवें भाव में गोचर करेंगे, जिससे देश के लोगों का झुकाव आध्यात्मिक और धार्मिक गतिविधियों की ओर बढ़ेगा, लेकिन बारहवें भाव में राहु की उपस्थिति के कुछ नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे। प्रभावस्वरूप, कुछ लोग ऐसे भी होंगे जो धर्म के नाम पर अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए हंगामा खड़ा करने या हमारे देश के आंतरिक कामकाज को बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। हालांकि सरकार द्वारा धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर अधिक जोर दिया जाएगा।

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