भगवान को लगाते हैं भोग, तो रखें इन बातों का ध्यान

हिंदू धर्म में सभी देवी देवताओं की पूजा के वक्त उन्हें लगने वाले भोग का अपना एक विशेष महत्व है। परंतु लोग अक्सर अनजाने में भोग लगाने में गलती कर जाते हैं, जिसकी वजह से उन्हें पूजा का संपूर्ण फल नहीं मिलता। अक्सर हमें यह पता ही नहीं होता कि हमें कौन से भगवान को भोग में क्या चढ़ाना चाहिए, और अज्ञानता वश हमसे गलती हो जाती है।  तो आइए आज आपको इस लेख में बताते हैं कि कौन से देवी-देवता को कौन सा भोग लगाना शुभ रहेगा। 

भगवान शिव का भोग

साल भर अलग-अलग महीनों में भगवान शिव की उपासना की जाती है।  उनके अनेक व्रत और त्योहार होते हैं। इन सभी व्रत और त्यौहार पर भोले बाबा को उनके पसंद का भोग लगाने से जातक को मनोवांछित फल प्राप्त होता है। भगवान शिव को पंचामृत और भांग का भोग लगाना अति उत्तम होता है, क्योंकि मान्यताओं के आधार पर शिव जी को भांग और पंचामृत बेहद पसंद है। इसके अलावा भोले बाबा को चिरौंजी, मिश्री और रेवड़ी का भोग भी लगाया जाता है।  सावन का व्रत रखने वाले जातक भोले बाबा को गुड़, चना और चिरौंजी का भोग लगाकर प्रसन्न कर सकते हैं। 

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हनुमान जी का भोग

वैसे तो बजरंगबली के भक्त हर दिन उनकी उपासना करते हैं, लेकिन मंगलवार का दिन विशेष तौर पर हनुमान जी को समर्पित है। यदि जातक मंगलवार के दिन बजरंगबली को पंचमेवा, गुड़ से बना हुआ लड्डू या हलवा भोग में लगाता है, तो बजरंगबली की उसपर विशेष कृपा होती है। बजरंगबली को चमेली के तेल में पीला सिंदूर मिलाकर और चोला चढ़ाना भी बेहद शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है, कि यदि व्यक्ति हर मंगलवार को ऐसा करता है तो उसपर पर आ रही सभी प्रकार की बाधाओं और परेशानियों से उसे मुक्ति मिल जाती है। 

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भगवान गणेश का भोग

विघ्नहर्ता गणपति को खुश करना बेहद आसान है। भगवान गणेश को मोदक, मोतीचूर के लड्डू, श्री खंड, छप्पन भोग, केले का शीरा, रवा पोंगल,और पूरन पोली जैसे तमाम स्वादिष्ट भोग बेहद पसंद है। यही कारण है, की भक्त गणेश चतुर्थी के उत्सव पर भगवान गणपति को हर दिन अलग-अलग तरह के भोग लगाकर प्रसन्न करते हैं। क्योंकि हमारे हिन्दू धर्म में भगवान को भोग लगाने का विशेष महत्व बताया गया है। 

भगवान विष्णु का भोग

सृष्टि रचयिता भगवान विष्णु की पूजा हर घर में की जाती है। हर महीने पढ़ने वाली दो एकादशी की तिथियों पर भगवान विष्णु को पूजा जाता है, व्रत रखा जाता है।  भगवान विष्णु को भोग में खीर या सूजी का हलवा बेहद पसंद है। इसलिए भक्तों को भगवान विष्णु की पूजा करते वक्त खीर या हलवे का भोग जरूर लगाना चाहिए। याद रहे भोग में तुलसी का पत्ता जरूर डालें, धार्मिक मान्यताओं के आधार पर यदि विष्णु जी के भोग में तुलसी का पत्ता ना हो तो भगवान विष्णु उस भोग को स्वीकार नहीं करते हैं । 

माता लक्ष्मी का भोग

सुख समृद्धि और धन की देवी मां लक्ष्मी को सफेद रंग से बना हुआ व्यंजन बेहद पसंद है। मां लक्ष्मी की पूजा में खीर या फिर सफेद रंग की मिठाई का भोग लगाना चाहिए। हर शुक्रवार को होने वाले वैभव लक्ष्मी के व्रत में भक्तों को भोग में खीर का प्रसाद बनाना चाहिए। जिसे पूजा के बाद प्रसाद के रूप में पूरे परिवार को एक साथ शाम को बैठकर ग्रहण करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की पूरे परिवार पर विशेष कृपा  रहती है। 

शनि देव का भोग

नौ ग्रहों में शनि को सबसे ज्यादा गुस्से वाला और खतरनाक ग्रह माना गया है।  लेकिन क्या आप जानते हैं शनि देव को भोग से प्रसन्न किया जा सकता है।  वैसे तो शनि भगवान को काला रंग बेहद पसंद है, और उन्हें काला तिल और उड़द की दाल का भोग लगाया जाता है। लेकिन शनि जी को एक चीज बेहद पसंद है और वह है मीठी पूरी और काली उड़द की दाल की खिचड़ी। यदि जातक शनिवार के दिन शनि देव को इसका भोग लगाते हैं, तो शनि देव की उनपर विशेष कृपा बनी रहती है।