वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) का बेहद ही शुभ और पावन पर्व मनाया जाता है। इस त्यौहार को बहुत सी जगह पर अखा तीज (Akha Teej) भी कहते हैं। अक्षय शब्द का अर्थ होता है जिसका कभी नाश न हो। ऐसे में इस दिन से जुड़ी मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति इस दिन दान पुण्य करता है, जप-तप करता है, या फिर खरीदारी करता है तो उससे मिलने वाले शुभ फलों की कभी कमी नहीं होती है।
जानकारी के लिए बता दें कि वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) के साथ-साथ परशुराम जयंती (Parshuram Jayanti) और मातंगी जयंती (Matangi Jayanti) भी मनाई जाती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार माने गए हैं और ऐसा माना जाता है कि भगवान परशुराम धरती पर आज भी जीवित हैं। वहीं देवी मातंगी माँ गौरी का स्वरुप मानी गई हैं।
अक्षय तृतीया के दिन सोने की खरीद करने का विशेष महत्व बताया जाता है। कहते हैं ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में हमेशा ही माँ लक्ष्मी की कृपा, सुख समृद्धि, और वैभव बना रहता है। इसके अलावा इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान भी बताया गया है। इस वर्ष अक्षय तृतीया किस दिन मनाई जा रही है, इससे जुड़े महत्वपूर्ण नियम क्या कहते हैं और इस दिन किन शुभ योगों का निर्माण हो रहा है यह जानने के लिए यह ब्लॉग अंत तक पढ़ें।
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अक्षय तृतीया 2022: शुभ मुहूर्त
3 मई, 2022 (मंगलवार)
अक्षय तृतीया मुहूर्त
अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त: 05:39:10 से 12:18:13 तक
अवधि: 6 घंटे 39 मिनट
अभिजीत मुहूर्त 11:51:37 से 12:44:49 तक
तृतीया तिथि प्रारम्भ – मई 03, 2022 को 05:18 ए एम बजे
तृतीया तिथि समाप्त – मई 04, 2022 को 07:32 ए एम बजे
शुभ मुहूर्त के साथ-साथ दिन का राहुकाल मुहूर्त भी जानना बेहद अनिवार्य होता है। यूं तो अक्षय तृतीया का दिन अबूझ मुहूर्त होता है लेकिन इस दिन ख़रीदारी और पूजा पाठ के लिए राहुकाल का ध्यान रखने की भी विशेष सलाह दी जाती है।
राहु काल 15:37:44 से 17:17:30 तक
जानकारी: ऊपर दिया गया मुहूर्त नई दिल्ली के लिए मान्य है। अपने शहर के अनुसार इस दिन का शुभ मुहूर्त जानने के लिए यहां क्लिक करें।
अक्षय तृतीया पर 50 वर्षों बाद बना शुभ संयोग
इस वर्ष अक्षय तृतीया के मौके पर 50 वर्षों बाद ऐसे शुभ संयोग बन रहे हैं जिससे इस दिन का महत्व कई गुना बढ़ने वाला है। दरअसल इस वर्ष अक्षय तृतीया मंगल रोहिणी नक्षत्र के शोभन योग के शुभ संयोग में मनाई जाएगी। इतना ही नहीं, इस साल अक्षय तृतीया के मौके पर 50 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद दो ग्रह (शनि-कुंभ में और बृहस्पति-मीन में) स्वराशि में और दो ग्रह (चंद्रमा-वृषभ में और शुक्र-मीन में) अपनी उच्च राशि में मौजूद रहने वाले हैं।
ऐसे में अक्षय तृतीया पर ग्रहों का यह शुभ संयोग बेहद ही लाभकारी सिद्ध होने वाला है। इस मौके पर दान-पुण्य करने से व्यक्ति को मिलने वाले फल में अवश्य ही वृद्धि देखने को मिलेगी।
अक्षय तृतीया पर तीन राजयोगों से बढ़ा इस दिन का महत्व
शुभ योगों और संयोग के साथ-साथ अक्षय तृतीया के मौके पर तीन राजयोगों का निर्माण भी बेहद ही शुभ संकेत दे रहा है। आइए जानते हैं इस दिन बनने वाले इन राजयोगों की संपूर्ण जानकारी:
- उच्च राशि में शुक्र के होने से बन रहा है मालव्य राजयोग बन रहा है।
- गुरु के मीन राशि में होने से हंस राजयोग का निर्माण हो रहा है।
- शनि के स्वराशि कुंभ में होने से शश राजयोग का निर्माण हो रहा है।
इन तीनों राजयोगों की विशेषता या इनसे मिलने वाले शुभ परिणाम की बात करें तो, मालव्य राजयोग सुंदरता में वृद्धि, आर्थिक संपन्नता, सफलता और समृद्धि का वरदान देता है। हंस राजयोग व्यक्ति के मान-सम्मान में इजाफा करता है। इसके अलावा इस राजयोग के प्रभाव से व्यक्ति को सफलता मिलती है, आध्यात्मिक झुकाव बढ़ता है। अंत में बात करें शश राजयोग की तो, इसके प्रभाव से व्यक्ति हर क्षेत्र में सफलता हासिल करता है, भूमि, भवन से संबन्धित कामों में सफलता मिलती है, साथ ही ऐसे व्यक्ति सरकारी अफसर या जज बनने में कामयाब रहते हैं।
अक्षय तृतीया के मुहूर्त से जुड़ी कुछ जानने योग्य बातें
- वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि अगर दिन के पूर्वाह्न में हो तो उसी दिन अक्षय तृतीया का त्यौहार मनाया जाता है।
- हालांकि यदि तृतीया तिथि लगातार दो दिन पूर्वाह्न में रहे तो अगले दिन अक्षय तृतीया का यह त्यौहार मनाया जाता है।
- इसके अलावा इस तिथि में यदि सोमवार या बुधवार के साथ रोहिणी नक्षत्र का योग बन जाए तो इसे बेहद ही उत्तम और श्रेष्ठ योग माना जाता है।
अक्षय तृतीया 2022: सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त
मई 2, 2022 सोमवार, को अक्षय तृतीया सोने की खरीदारी अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का समय – 03 मई को सुबह 05 बजकर 18 मिनट से सुबह 05 बजकर 38 मिनट तक
अवधि – 00 घण्टे 20 मिनट्स
मई 3, 2022 मंगलवार, को अक्षय तृतीया सोने की खरीदारी अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का समय – 04 मई को सुबह 05 बजकर 38 मिनट से 05 बजकर 37 मिनट तक
अवधि – 23 घण्टे 59 मिनट्स
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अक्षय तृतीया पूजन विधि
- बहुत से लोग अक्षय तृतीया के दिन उपवास करते हैं। ऐसे में यदि आप भी इस दिन का व्रत कर रहे हैं तो इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ पीले वस्त्र धारण करें।
- इसके बाद घर के मंदिर में भगवान विष्णु को गंगाजल से शुद्ध करके उन्हें तुलसी, पीले फूल की माला, और पीले फूल आदि अर्पित करें।
- इसके बाद पूजा में धूप, अगरबत्ती, दीपक, आदि जलाकर भगवान विष्णु से संबंधित पाठ करें।
- अंत में भगवान विष्णु की आरती करें।
- इसके अलावा इस दिन भगवान विष्णु के नाम से गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन कराने और दान देने का भी बेहद महत्व होता है।
अधिक जानकारी: पौराणिक कथाओं के अनुसार माना जाता है कि इसी दिन नर-नारायण, परशुराम व हयग्रीव अवतार हुए थे इसलिए इस दिन की मान्यता के अनुसार बहुत से लोग नर-नारायण, परशुराम व हयग्रीव जी के लिए जौ या गेहूँ का सत्तू, ककड़ी व भीगी चने की दाल भोग के रूप में अर्पित करते हैं। आप भी इस उपाय को करके अपने जीवन में सुख-समृद्धि का वरदान प्राप्त कर सकते हैं।
अक्षय तृतीया का महत्व
महत्व की बात करें तो अक्षय तृतीया का दिन साल के उन साढ़े तीन मुहूर्त में से एक माना गया है जिसे सबसे शुभ दिन का दर्जा प्राप्त है। ऐसे में इस दिन कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है। इसके अलावा इस दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति को तमाम पापों से मुक्ति मिलती है। इसके अलावा जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष मौजूद होता है उन्हें अक्षय तृतीया के दिन श्राद्ध करने का बेहद महत्व बताया गया है।
इस दिन मुमकिन हो तो किसी तीर्थ स्थान पर जाकर अपने पितरों के नाम से श्राद्ध और तर्पण करें। इससे आपके जीवन में शुभ फल प्राप्त होते हैं और कुंडली के इस जटिल दोष के प्रभाव भी कम होने लगते हैं। इसके अलावा इस दिन सोने की खरीद को बेहद शुभ माना जाता है। अक्षय तृतीया के दिन से ही त्रेता युग का प्रारंभ हुआ था। इसके अलावा इस दिन श्री बद्रीनाथ जी के पट भी खुलते हैं। इन सभी महत्व के चलते अक्षय तृतीया को हिंदू धर्म में बेहद ही पवित्र और शुभ फलदाई माना जाता है।
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अक्षय तृतीया के दिन इन चीजों के दान से मिलता है त्रिगुणी वरदान
- अगर अक्षय तृतीया के दिन कोई व्यक्ति चरण पादुका का दान करता है तो इससे व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है। इसके पीछे मान्यता यह है कि अक्षय तृतीया का त्यौहार वैशाख के महीने में पड़ता है जब गर्मी अपने चरम पर होती है। ऐसे में यदि आप चाहें तो इस दिन लोगों को धूप से बचने की चीजें जैसे छाते, पंखे ,चरण पादुका आदि का दान कर सकते हैं।
- अक्षय तृतीया के दिन जल का दान अवश्य करें। स्कन्द पुराण में इस बारे में लिखा है कि अक्षय तृतीया के दिन जल का दान महापुण्य की श्रेणी में आता है। ऐसे में चाहे तो लोगों के लिए इस दिन प्याऊ लगवा सकते हैं, या अपने घर के बाहर घड़े या मटके में पानी रख सकते हैं, या फिर किसी जगह पर पीने की वस्तु का दान कर सकते हैं।
- अन्न और जौ का करें दान। मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन यदि जौ और अन्न का दान किया जाए तो इससे व्यक्ति को अपने सभी पापों से मुक्ति मिलती है और नवग्रह शांत होते हैं और देवताओं की कृपा मिलती है। इसके अलावा शास्त्रों में कहा गया है कि अक्षय तृतीया के दिन जौ को सोने के समान माना जाता है। ऐसे में यदि आप इस दिन जौ का दान करते हैं तो आपको सोना दान करने जितना शुभ फल प्राप्त हो सकता है।
अक्षय तृतीया के दिन भूल से भी ना करें यह कार्य
- जैसा कि हमने पहले भी बताया कि अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान होता है। ऐसे में इस दिन भूल से भी तुलसी के पत्ते ना तोड़ें। इस दिन तुलसी के पत्ते तोड़ना वर्जित माना जाता है। पूजा में यदि आपको तुलसी के पत्ते शामिल करने हैं तो सलाह दी जाती है कि अक्षय तृतीया से एक दिन पहले ही आप तुलसी के पत्ते तोड़ कर रख लें और अगले दिन इसे पूजा में शामिल कर ले।
- इसके अलावा इस दिन तामसिक भोजन ना करें और ना ही गुस्सा करें। साथ ही इस दिन गन्दगी से भी दूर रहें। इस दिन तामसिक भोजन करने से अशुभ फल प्राप्त होते हैं। गुस्सा करने से आपको इस दिन के शुभ फल नहीं मिलते हैं और यदि इस दिन घर में गंदगी हो तो माँ लक्ष्मी उस घर में नहीं आती हैं। ऐसे में विशेष तौर पर इस दिन अपने घर और आसपास की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
- इसके अलावा अक्षय तृतीया के दिन भवन निर्माण या भवन से संबंधित कोई भी निर्माण कराना वर्जित माना जाता है। हां आप चाहे तो अक्षय तृतीया के दिन घर खरीद अवश्य खरीद सकते हैं। इस दिन घर खरीदना बेहद शुभ माना जाता है।
अक्षय तृतीया के दिन राशिनुसार क्या खरीदें और क्या करें दान
राशि | क्या खरीदें | क्या करें दान |
मेष राशि | मसूर की दाल खरीदें। | लड्डू का दान करें। माँ लक्ष्मी की कृपा मिलेगी। |
वृषभ राशि | चावल और बाजरा अवश्य खरीदें। | जल का दान करें। कुंडली में शुक्र मजबूत होगा। |
मिथुन राशि | नए कपड़े, धनिया और मूंग अवश्य खरीदें। | हरे मूंग की दाल का दान करें। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। |
कर्क राशि | दूध और चावल इस दिन अवश्य अपने घर लेकर आयें। | दूध और चावल का दान करें। जीवन में सुख समृद्धि आएगी। |
सिंह राशि | आपके लिए तांबा खरीदना शुभ रहेगा। | लाल मसूर, गुड़ या लाल वस्त्र का दान करें। जीवन से परेशानियां दूर होंगी। |
कन्या राशि | मूंग की दाल अवश्य खरीदें। | मूंग की दाल खरीदें। ऐसा करने से घर में संपन्नता बनी रहेगी। |
तुला राशि | चीनी और चावल की खरीद आपके लिए शुभ रहेगी। | सफेद कपड़े, दूध, दही, चावल इत्यादि चीजों का दान करें। भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होगी। |
वृश्चिक राशि | इस दिन घर लौटते समय गुड अवश्य खरीद कर लाएं। | पानी या शरबत लोगों को पिलाएं या प्याऊ लगाएं। पारिवारिक क्लेश दूर होगा और सुख समृद्धि आएगी। |
धनु राशि | केले और चावल अक्षय तृतीया के दिन अवश्य खरीदें। | पीले कपड़े में हल्दी लपेट कर पूजा वाली जगह पर रख दें और पीली दाल या केले का दान करें। गुरु बृहस्पति मजबूत होंगे। |
मकर राशि | दही और काली दाल अवश्य खरीदें। | काले तिल, काली दाल का दान करें। कुंडली में शनि ग्रह मजबूत होंगे। |
कुम्भ राशि | काले तिल, नए कपड़े इत्यादि की खरीद आपके लिए शुभ रहेगी। | सरसों के तेल, काले तिल, लोहे का दान करें। परेशानियों और जीवन की रुकावटो से छुटकारा मिलेगा। |
मीन राशि | हल्दी और चने की दाल खरीदना आपके लिए शुभ साबित होगा। | हल्दी और चने का दान करें भगवान विष्णु की कृपा मिलेगी। |
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