कोरोना काल में सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, राशिनुसार जानें इसका आपके स्वास्थ्य पर असर

कोरोना काल में सूर्य का वृषभ राशि में गोचर, राशिनुसार जानें इसका आपके स्वास्थ्य पर असर

भारत बुरे दौर से गुजर रहा है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने इस देश की रीढ़ पर वार किया है। स्वास्थ्य व्यवस्थाओं से जूझते हुए हर रोज हजारों लोग काल के गाल में समा जा रहे हैं। सरकार कोशिश कर रही है और दूसरी ओर वैक्सीन की मुहिम में तेजी भी दिखाई दे रही है लेकिन स्थिति में सुधार होता नहीं दिख रहा है।

ऐसे में 14 मई 2021 को सूर्य ग्रह का वृषभ राशि में गोचर होने वाला है। यह गोचर 14 मई को शुक्रवार के दिन रात के 11 बजकर 14 मिनट पर होगा और सूर्य देवता 15 जून 2021 को मंगलवार के दिन सुबह 05 बजकर 49 मिनट तक इसी राशि में रहेंगे। इसके बाद वे मिथुन राशि में गोचर करेंगे। 

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जाहीर है कि सूर्य के इस गोचर का देश-दुनिया के सभी जीव-जंतुओं पर असर होगा। मौजूदा हालात को देखते हुए हम आपको आज इस लेख में सूर्य गोचर की वजह से सभी 12 राशि के जातकों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर की जानकारी देंगे।

मेष राशि

मेष राशि के जातकों की राशि में सूर्य दूसरे भाव यानी कि कुटुंब भाव में गोचर करेंगे जिसकी वजह से मेष राशि के जातकों को किसी पुरानी या फिर कहें तो लंबे समय से चली आ रही बीमारी से छुटकारा मिल सकता है। वहीं छात्रों के लिहाज से यह गोचर उत्तम साबित हो सकता है बशर्ते वे आलस्य का अपने जीवन से त्याग कर दें। वैवाहिक जीवन जी रहे मेष राशि के जातकों को जीवनसाथी के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की विशेष जरूरत है। मेष राशि के जातकों को सलाह दी जाती है कि वे इस गोचर के दौरान तांबे के आभूषण पहनें।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए यह गोचर विशेष है क्योंकि सूर्य का गोचर इन्हीं की राशि में हो रहा है। ऐसे में सूर्य की इस गोचर की वजह से आप इस दौरान स्वयं को अधिक ताकतवर महसूस करेंगे। किसी पुराने रोग से छुटकारा मिलने की संभावना बन रही है। जीवनसाथी को कमर दर्द से जुड़ी समस्या हो सकती है जिसकी वजह से आप परेशान हो सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि शुक्रवार को भगवान सूर्य की पूजा करें।

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मिथुन राशि

सूर्य ग्रह सभी राशियों में पिता के कारक हैं और मिथुन राशि में ये पितृ कारक ग्रह इस गोचर के दौरान राशि में बारहवें भाव में स्थित रहेगा जो कि स्वास्थ्य के लिहाज से मिथुन राशि के जातकों के लिए चिंता का विषय है। इस गोचर के दौरान आपको रक्त संबंधी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही जीवनसाथी के स्वास्थ्य में भी गिरावट देखने को मिल सकती है। शत्रुओं से किसी प्रकार का आघात पहुँच सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि आप इस गोचर के दौरान दान-दक्षिणा करें।

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों की राशि में सूर्य देवता ग्यारहवें भाव में गोचर करने वाले हैं जिसकी वजह से सूर्य गोचर का नकारात्मक प्रभाव उनकी संतान के स्वास्थ्य पर देखने को मिल सकता है। वहीं परिवार के किसी बड़े-बुजुर्ग के स्वास्थ्य में सुधार आने से राहत मिलेगी जबकि प्रेमसाथी के स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं बढ़ने की आशंका है। आपको सलाह दी जाती है कि इस गोचर के दौरान आप भगवान शिव की आराधना करें।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों की राशि में सूर्य देवता राशि में दसवें भाव में गोचर करने वाले हैं। जिसकी वजह से सिंह राशि के जातकों के माता-पिता का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। वहीं आपकी संतान पक्ष को सर्दी-जुकाम की शिकायत रहने की आशंका है। हालांकि आपको इस गोचर से नेत्र संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है लेकिन माता-पिता के स्वास्थ्य को लेकर आपको सजग रहने की विशेष आवश्यकता है। आपको सलाह दी जाती है कि आप इस गोचर के दौरान रोज सुबह भगवान सूर्य की पूजा-पाठ अवश्य करें।

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कन्या राशि

सूर्य का यह गोचर कन्या राशि के जातकों की राशि के नौवें भाव में होने वाला है जिसकी वजह से आपके पिता के स्वास्थ्य में गिरावट देखने को मिल सकती है। वहीं यह गोचर आपके स्वास्थ्य के लिहाज से बेहतर साबित हो सकता है। इस दौरान आप स्वयं को अधिक ऊर्जावान महसूस करेंगे। आपको सलाह दी जाती है कि रोज मस्तक पर लाल टीका लगाएँ।

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर स्वास्थ्य के लिहाज से शुभ नहीं रहने वाला है। सूर्य देवता तुला राशि के आठवें भाव में गोचर करेंगे जिसकी वजह से आपको अचानक ही कई छोटी-मोटी बीमारियां घेर सकती हैं। आप को कमजोरी महसूस हो सकती है जिसकी वजह से चक्कर वगैरह की शिकायत भी बनी रह सकती है। वहीं परिवार या रिश्तेदार में किसी सदस्य को किसी पुरानी बीमारी से छुटकारा मिल सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि रविवार के दिन सूर्य मंदिर में अन्न का दान करें।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों की राशि में सूर्य देवता सातवें भाव में गोचर करने वाले हैं जिसकी वजह से वृश्चिक राशि के जातकों को गले से संबंधित बीमारियां परेशान कर सकती हैं। हालांकि इस गोचर की वजह से आपको आपके जीवनसाथी के स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिल सकता है। इस गोचर के दौरान आपको सलाह दी जाती है कि रोज सुबह भगवान सूर्य को जल में गेहूं डालकर अर्घ्य दें।

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धनु राशि

धनु राशि के जातकों की राशि में सूर्य देवता छठे भाव में गोचर करने वाले हैं जिसकी वजह से धनु राशि के जातकों के व्यक्तित्व में साहस और पराक्रम की वृद्धि देखने को मिल सकती है। वहीं ननिहाल पक्ष में मामा के स्वास्थ्य में गिरावट आने की आशंका है जिसकी वजह से आपका मातृ पक्ष मानसिक तनाव महसूस कर सकता है। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि आप भगवान सूर्य को रोज सुबह तांबे के लोटे से जल का अर्घ्य दें।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों की राशि में सूर्य देवता राशि में पांचवे भाव में गोचर करने वाले हैं जिसकी वजह से उनका अपने प्रेमी से किसी बात को लेकर विवाद हो सकता है। इस विवाद की वजह से मकर राशि के जातक मानसिक तनाव महसूस कर सकते हैं। वहीं इस गोचर के दौरान अपने स्वास्थ्य को लेकर आपके अंदर एक आत्मविश्वास पैदा होगा कि आप किसी भी रोग को हराने में सक्षम हैं। सूर्य का यह गोचर आपके माता-पिता के स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी शुभ फल देने वाला साबित हो सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि इस गोचर के दौरान आप सूर्य बीज मंत्र “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः” का जाप करें।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों की राशि में सूर्य देवता चौथे भाव में गोचर करेंगे जिसकी वजह से कुंभ राशि के जातकों की माँ को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। माता का खराब स्वास्थ्य पूरे परिवार के मानसिक तनाव का कारण भी बन सकता है। इस दौरान आपको भी अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की जरूरत है। ऐसे में आप अपने स्वास्थ्य के प्रति थोड़ी सी भी लापरवाही ना बरतें। आपको सलाह दी जाती है कि आप रविवार के दिन जरूरतमंदों को गुड या गेहूं का दान करें।

मीन राशि

मीन राशि के जातकों की राशि में सूर्य देवता तीसरे भाव में गोचर करने वाले हैं जिसकी वजह से आपको अपने भाई और बहनों के स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिल सकता है। इस गोचर की वजह से आपके परिवार के किसी सदस्य को भी किसी लंबी बीमारी से छुटकारा मिलने की संभावना है। हालांकि आपको सलाह दी जाती है कि आप इस दौरान बाहर जाने से बचें अन्यथा आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुँच सकता है।

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