ज्योतिष की दुनिया में सूर्य ग्रह को बेहद ही महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है क्योंकि यह सभी नौ ग्रहों के राजा का दर्जा रखता है। सूर्य ग्रह शक्ति, मान-सम्मान, अधिकार, इत्यादि का कारक माना जाता है और प्रकाश और ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत भी होता है। यानी कि कहना गलत नहीं होगा कि सूर्य की उपस्थिति के बिना जीवन के बारे में सोचना भी असंभव है। सूर्य की इन्ही खासियत और महत्व से यह बात तो साफ है कि सितंबर महीने का अगला गोचर जो कि सूर्य का गोचर होने वाला है वह सभी प्राणियों के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण होने वाला है।
क्योंकि जल्द ही सूर्य कन्या राशि में प्रवेश अर्थात गोचर कर जाएंगे ऐसे में अलग-अलग राशियों पर सूर्य के इस गोचर का अलग-अलग प्रभाव देखने को मिल सकता है। तो आइए सूर्य गोचर से पहले जान लेते हैं कि किन उपायों की मदद से आप अपने जीवन में सूर्य ग्रह की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। यहां बताए जा रहे उपाय न केवल सूर्य के नकारात्मक परिणामों के प्रभाव को कम करते हैं बल्कि व्यक्ति की कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति को भी मजबूत करते हैं।
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एस्ट्रोसेज के सूर्य गोचर विशेष इस ब्लॉग में हम आपको इस बात की भी जानकारी प्रदान करेंगे कि आने वाले सूर्य गोचर का वैश्विक रूप से क्या प्रभाव पड़ने वाला है। इसके साथ ही सूर्य देवता की प्रसन्नता और कुंडली में इन्हें मजबूत करने के कुछ उपाय भी हम आपको यहां प्रदान कर रहे हैं।
सूर्य का आगामी गोचर 2021: समय और तिथि
कन्या राशि में सूर्य का गोचर 17 सितंबर 2021 को दोपहर 1:02 बजे होगा। यह गोचर सभी 12 राशियों के जातकों को अलग-अलग तरीकों से प्रभावित करेगा। साथ ही इसका प्रभाव पूरी दुनिया में व्यापक स्तर पर देखा जाएगा। 17 सितंबर, 2021 को सूर्य के कन्या राशि में गोचर की विस्तृत जानकारी के लिए आप क्लिक कर के पढ़ सकते हैं।
कुंडली में सूर्य की मजबूत और कमजोर स्थिति
व्यक्ति की कुंडली में सूर्य पिता या पितातुल्य की भूमिका निभाता है। सूर्य जिन व्यक्तियों की कुंडली में मजबूत स्थिति में होता है इसके प्रभाव से व्यक्ति को समाज में मान सम्मान प्राप्त होता है, जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति प्राप्त करने के अवसर प्राप्त होते हैं, नौकरी में तरक्की और सम्मान प्राप्त होता है, और साथ ही ऐसे व्यक्तियों के परिवार के सदस्यों के साथ उनके संबंध बेहद ही सौहार्दपूर्ण बनने में भी सूर्य ग्रह मदद करता है।
वहीं दूसरी तरफ जिस व्यक्ति की कुंडली में सूर्य कमजोर स्थिति में होता है ऐसे व्यक्तियों के आत्मविश्वास में कमी बनी रहती है और साथ ही सूर्य की कमजोर स्थिति उन्हें आत्म केंद्रित और स्वभाव में जिद्दी बनाती है। सिर्फ इतना ही नहीं कुंडली में सूर्य की प्रतिकूल स्थिति के चलते व्यक्ति को हृदय से संबंधित समस्याएं, आंखों में संक्रमण आदि की भी परेशानी बनी रहती है। साथ ही ऐसे व्यक्ति छोटी-छोटी बातों पर भी अपना आपा खो बैठते हैं।
सूर्य सिंह राशि का शासक बताया जाता है और जहाँ यह तुला राशि में नीच का होता है वहीं मेष राशि में सूर्य ग्रह उच्च का रहता है। स्वाभाविक है कि अब आप भी यह बता जानने के लिए उत्सुक होंगे कि सूर्य के गोचर से किन राशियों को लाभ होगा और कौन सी राशियों को सूर्य के कन्या राशि में गोचर के कारण कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही जानते हैं इस गोचर का दुनिया भर में इसका क्या कुछ शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ेगा।
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सूर्य का कन्या राशि में गोचर: देश और दुनिया पर प्रभाव
इस महीने सूर्य कन्या राशि में गोचर करने जा रहा है, जहां बुध और मंगल पहले से मौजूद हैं। इस प्रकार कन्या राशि में सूर्य, बुध और मंगल की युति होगी।
- राजनीति: जहां तक राजनीति का सवाल है, विपक्ष सरकार की कुछ नीतियों की आलोचना करेगा लेकिन उसे कुछ हासिल नहीं होगा। सत्ता में पार्टी अपनी कुछ नीतियों, रणनीतियों और निर्णयों के लिए लोकप्रियता अर्जित करेगी। सरकार किसानों की कुछ समस्याओं का समाधान भी कर सकती है।।
- अर्थव्यवस्था: अब बात अर्थव्यवस्था की करें तो सूर्य गोचर के प्रभाव से कृषि क्षेत्र में कुछ वृद्धि देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही खनिज और खनन उद्योग के सकारात्मक परिणाम दिखने की संभावना है। सरकार अचल संपत्ति, फ़र्टिलाइज़र और हथियार और सैन्य उपकरण आदि में निवेश कर सकती है।
- स्वास्थ्य: जहां तक स्वास्थ्य की बात है तो यह गोचर जातकों को मौजूदा महामारी से लड़ने के लिए उचित शक्ति प्रदान करेगा।
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सूर्य गोचर: विभिन्न राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव
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सूर्य को मज़बूत बनाने के ज्योतिषीय उपाय
- सूर्य को जल अर्पित करना इसके अशुभ प्रभावों को कम करने का सबसे अच्छा और आसान उपाय माना जाता है। इसके लिए एक साफ़ तांबे के बर्तन में थोड़ा सा गंगाजल लेकर उसमें लाल चंदन, अक्षत, लाल फूल आदि डाल दें और उससे रोज सुबह भगवान सूर्य को अर्पित करें।
- ऐसा माना जाता है कि आदित्य हृदय स्तोत्र का प्रतिदिन पाठ करना भगवान सूर्य की प्रसन्नता हासिल करने के लिए सबसे अत्यधिक फायदेमंद होता है क्योंकि इससे सूर्य के नकारात्मक प्रभाव को समाप्त किया जा सकता है।
- सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए रविवार के दिन गेहूं, गुड़, तांबा, लाल फूल आदि वस्तुओं का दान करें। साथ ही रविवार के शुक्ल पक्ष में सोने में जड़ित माणिक को अनामिका अंगुली में धारण करें। इसके अलावा, आप सूर्य के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए एक मुखी रुद्राक्ष या 12 मुखी रुद्राक्ष भी धारण कर सकते हैं। हालांकि इसे पहनने से पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लेना सबसे जरूरी है।
- सूर्य देव की कृपा पाने के लिए रोज सुबह भगवान श्री राम और भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा करें। ऐसा करने से आपको सूर्य के अनुकूल परिणाम अवश्य प्राप्त होंगे।
- अपनी कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजबूत करने के लिए सूर्य यंत्र को पूजा स्थल पर या घर की उत्तर पूर्व दिशा में स्थापित करें।
- भगवान सूर्य को सप्ताह में रविवार का दिन समर्पित होता है ऐसे में आप उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए इस दिन व्रत का पालन करें तो आपको शुभ परिणाम हासिल होंगे।
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