राशि अनुसार जानें सूर्य ग्रहण के बाद किन वस्तुओं का दान करना आपके लिए शुभ रहेगा

सनातन धर्म में दान का बहुत महत्व है। किसी भी पर्व या विशेष दिन में दान करने से पुण्य फल प्राप्त होता है। अब चूंकि साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण जल्द ही लगने वाला है और सनातन धर्म में सूर्य ग्रहण की घटना को अशुभ माना जाता है। ऐसे में आज हम आपको इस लेख में यह बताने वाले हैं कि राशि अनुसार सूर्य ग्रहण के बाद वो कौन सी वस्तुएं हैं जिनका दान कर के आपको शुभ फल प्राप्त हो सकता है लेकिन उससे पहले साल 2021 के पहले सूर्य ग्रहण से जुड़ी कुछ खास बातें आपके साथ साझा कर देते हैं।

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साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण

साल 2021 का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को गुरुवार के दिन लगने जा रहा है। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण नहीं होगा बल्कि वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। 10 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण दोपहर के 01 बजकर 42 मिनट से शुरू होगा और शाम के 06 बजकर 41 मिनट पर इसका समापन हो जाएगा। चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देने वाला है इसलिए साल 2021 के पहले सूर्य ग्रहण का सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा।

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आइये अब जान लेते हैं कि राशि अनुसार आपको सूर्य ग्रहण के बाद किन वस्तुओं का दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति हो सकती है और साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि राशि अनुसार सूर्य ग्रहण के दौरान किन देवताओं की आपको स्तुति करनी चाहिए। 

राशि अनुसार सूर्य ग्रहण के बाद इन वस्तुओं का करें दान

मेष राशि : मेष राशि के जातकों का स्वामी ग्रह मंगल है। यही वजह है कि मेष राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के दौरान हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। चूंकि मंगल देवता का प्रिय रंग लाल होता है। ऐसे में मेष राशि के जातकों को हनुमान जी की पूजा के बाद किसी भी लाल रंग के अन्न को छूकर रख देना चाहिए। इसके बाद जब सूर्य ग्रहण खत्म तब आप इस लाल रंग के अन्न का दान कर दें। आप इसके अलावा मसूर की दाल, गुड़ या फिर कोई भी लाल चीज जैसे कि लाल वस्त्र इत्यादि का भी दान कर सकते हैं।

वृषभ राशि : वृषभ राशि के जातकों के स्वामी ग्रह शुक्र देवता हैं। यही वजह है कि वृषभ राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के दौरान माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। चूंकि शुक्र देवता को सफ़ेद रंग बेहद प्रिय है। ऐसे में वृषभ राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के बाद सफ़ेद रंग की वस्तुओं यानी कि दूध, दही इत्यादि का दान करना चाहिए। इससे वृषभ राशि के जातकों को शुभ फल प्राप्त होगा।

मिथुन राशि : मिथुन राशि के जातकों के स्वामी ग्रह बुध माने जाते हैं। ऐसे में मिथुन राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के दौरान भगवान विष्णु की स्तुति करनी चाहिए। चूंकि बुध देवता को हारा रंग अति प्रिय है, ऐसे में मिथुन राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के बाद हरे रंग की वस्तु का दान अवश्य करना चाहिए। आप हरा मूंग व गाय के लिए हरा चारा भी यदि दान करते हैं तो आपके लिए शुभ रहेगा।

कर्क राशि : कर्क राशि के जातकों के स्वामी ग्रह चंद्रमा माने जाते हैं। ऐसे में कर्क राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के दौरान भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए। चूंकि चंद्रमा द्रव्य तत्वों का स्वामी होता है और सफ़ेद रंग उसे अति प्रिय है। ऐसे में कर्क राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के बाद ऐसी चीजों का दान करना चाहिए जिसमें जल की मात्रा ज्यादा हो और उसका रंग सफ़ेद हो जैसे कि चीनी, चावल इत्यादि। इससे कर्क राशि के जातकों को पुण्य फल की प्राप्ति होगी।

सिंह राशि : सिंह राशि के जातकों के स्वामी ग्रह सूर्य देवता माने जाते हैं। ऐसे में सिंह राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के दौरान भगवान सूर्य की आराधना करते हुए आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। वहीं सूर्य ग्रहण के बाद सिंह राशि के जातकों को तांबे के सिक्के, गेहूं इत्यादि का दान करना चाहिए। इससे सिंह राशि को विशेष फल की प्राप्ति होगी।

कन्या राशि : कन्या राशि के जातकों के स्वामी ग्रह बुध देवता हैं। ऐसे में कन्या राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के दौरान राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। इसके अलावा कन्या राशि को सूर्य ग्रहण के बाद हर रंग की वस्तु का दान करना चाहिए जैसे कि हरे वस्त्र, हरी इलायची इत्यादि। इससे कन्या राशि के जातकों को शुभ फल प्राप्त होगा।

तुला राशि : तुला राशि के जातकों का स्वामी ग्रह शुक्र माना जाता है। ऐसे में तुला राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के दौरान श्री सूक्त का पाठ करना चाहिए। इसके अलावा तुला राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के बाद किसी मंदिर में पूजा सामग्री का दान करना चाहिए जैसे कि अगरबत्ती, धूप इत्यादि। ऐसा करने से तुला राशि के जातकों का कल्याण होगा।

वृश्चिक राशि : वृश्चिक राशि के जातकों का स्वामी ग्रह मंगल को माना गया है। ऐसे में वृश्चिक राशि के जातकों को हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। बजरंग बाण का पाठ करना आपके लिए और भी शुभ होगा। वृश्चिक राशि के जातकों को इस सूर्य ग्रहण के बाद पीले रंग की वस्तुओं का दान करना चाहिए जैसे कि पीली मिठाई, बेसन इत्यादि। वृश्चिक राशि को इससे फायदा पहुंचेगा।

धनु राशि : धनु राशि के जातकों का स्वामी बृहस्पति ग्रह को माना गया है। ऐसे में सूर्य ग्रहण के दौरान धनु राशि के जातकों को भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। वहीं सूर्य ग्रहण के बाद पीले रंग की वस्तु जैसे कि हल्दी, केसर, चने की दाल इत्यादि का दान करना धनु राशि के जातकों के लिए शुभ रहेगा।

मकर राशि : मकर राशि के जातकों का स्वामी शनि ग्रह है। ऐसे में मकर राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के दौरान भगवान हनुमान की आराधना करनी चाहिए। सुंदरकांड का पाठ करेंगे तो आपके लिए और भी शुभ होगा। साथ ही सूर्य ग्रहण के बाद मकर राशि के जातकों को उड़द की दाल, काला तिल, सरसों के तेल इत्यादि का दान करना चाहिए। इससे आपको शुभ फल की प्राप्ति होगी।

कुंभ राशि : कुंभ राशि के स्वामी भी शनि देवता ही हैं। इस वजह से कुंभ राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के दौरान भगवान शनि की आराधना करनी चाहिए। वहीं सूर्य ग्रहण के बाद कुंभ राशि के जातक काले रंग की वस्तुओं का दान करें जैसे कि काला वस्त्र, काला तिल इत्यादि। इससे उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे।

मीन राशि : मीन राशि के जातकों के स्वामी ग्रह बृहस्पति हैं। मीन राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के दौरान श्रीरामचरितमानस के अरण्य का पाठ करना चाहिए। यह उनके लिए अति लाभकारी सिद्ध होगा। सूर्य ग्रहण के बाद मीन राशि के जातक चने की दाल इत्यादि का दान करें। ऐसा करना उनके लिए बेहद शुभ होगा।

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