वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को प्रेम, सौंदर्य, विलासिता, सुख आदि से संबंधित माना गया है। इसके अलावा शुक्र ग्रह वित्तीय स्थिति और व्यक्ति की संपत्ति का भी प्रतिनिधित्व करता है। ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि शुक्र ग्रह प्रेम कल्याणकारी ग्रह है और यही वजह है कि शुक्र ग्रह (जिसे अंग्रेजी में ‘वीनस’ कहते हैं) को प्रेम की देवी के रूप में जाना और माना जाता है।
किसी व्यक्ति का प्रेम जीवन या व्यापारिक जीवन कैसा रहने वाला है? क्या वह शानदार रहेगा या उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा? इसके अलावा किसी व्यक्ति की वित्तीय स्थिति कैसी रहने वाली है? इन सभी बातों को शुक्र ग्रह महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है।
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जिन व्यक्तियों की कुंडली में शुक्र ग्रह शुभ स्थिति या मजबूत स्थिति में होता है ऐसे लोग दूसरों का सम्मान करते हैं और उन्हें दूसरों से प्रशंसा प्राप्त करना अच्छा लगता है। इसके अलावा जिन व्यक्तियों की कुंडली में शुक्र ग्रह अनुकूल स्थिति में होता है उनका वैवाहिक जीवन और प्रेम जीवन बेहद ही शानदार और खुशनुमा होता है। इसके अलावा ऐसे व्यक्ति आलीशान जिंदगी जीने में कामयाब रहते हैं। वहीं इसके विपरीत जिन व्यक्तियों की कुंडली में शुक्र ग्रह प्रतिकूल स्थिति में होता है ऐसे व्यक्तियों का प्रेम जीवन और वैवाहिक जीवन तमाम तरह की समस्याओं से घिरा रहता है और ऐसे व्यक्तियों का स्वास्थ्य भी खराब बना रहता है।
(02 अक्टूबर, शनिवार) शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर: शुक्र का यह गोचर 2 अक्टूबर 2021 को सुबह 9.35 बजे होगा और 30 अक्टूबर को 15.56 बजे तक शुक्र इसी राशि में रहेगा इसके बाद यह बृहस्पति के स्वामित्व वाली धनु राशि में गोचर कर जाएगा।
हालांकि इसी दिन, यानि 2 अक्टूबर को, बुध ग्रह भी वक्री अवस्था में कन्या राशि में 3 बजकर 23 मिनट पर गोचर करेंगे और 02 नवंबर 2021 को सुबह 9 बजकर 43 मिनट तक इसी राशि में रहेंगे। इसके बाद यह वापस तुला राशि में गोचर कर जाएंगे। इस गोचर से जुड़ी सभी जानकारी के बारे में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें और जानें कैसे एक ही दिन में दो ग्रहों का गोचर आपके जीवन की दिशा बदल सकती हैं।
तो आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि वृश्चिक राशि में हो रहे शुक्र गोचर का सभी 12 राशियों के जीवन पर क्या प्रभाव देखने को मिलेगा।
यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें:
चंद्र राशि कैलकुलेटर
मेष राशि
मेष राशि के लिए शुक्र संचित धन, बचत और परिवार से संबंधित दूसरे भाव और विवाह, संघ और भागीदारी से संबंधित सातवें भाव का स्वामी है, वर्तमान में यह आपके आठवें भाव में …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र उनकी आत्मा, शरीर आदि के प्रथम और बीमारियों, ऋण आदि के छठे भाव का स्वामी है। वर्तमान में यह आपके विवाह, साझेदारी के सप्तम …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र संतान, रोमांस, प्यार और भावनाओं के पंचम और हानि, विदेश यात्रा के द्वादश भाव का स्वामी है। वर्तमान में यह शत्रु, रोग, प्रतिस्पर्धा के आपके छठे …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र सुख, माता आदि के चतुर्थ और लाभ, बड़े भाई-बहन और आमदनी के एकादश भाव का स्वामी है। वर्तमान में शुक्र ग्रह आपकी संतान, रोमांस, शिक्षा आदि के…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
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सिंह राशि
आपके लिए शुक्र ग्रह तीसरे और दसवें भाव का स्वामी है। तृतीय घर छोटी दूरी की यात्राओं, साहस-पराक्रम का माना जाता है वहीं दशम भाव करियर, मान-प्रतिष्ठा आदि का होता है। वर्तमान में…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
कन्या राशि
राशिचक्र की छठी राशि कन्या के जातकों के लिए शुक्र द्वितीय और नवम भाव का स्वामी है। द्वितीय भाव वाणी, धन, परिवार आदि का होता है वहीं नवम भाव धर्म, गुरु और आध्यत्मक का …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र आत्मा और व्यक्तित्व के प्रथम और गूढ़ विद्या आदि के अष्टम भाव का स्वामी है। वर्तमान में यह आपके द्वितीय भाव में गोचर करेगा। इस गोचर के दौरान…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
वृश्चिक राशि
आपके लिए शुक्र द्वादश और सप्तम का स्वामी है। द्वादश भाव व्यय और हानि का होता है जबकि सप्तम भाव साझेदारी और सहयोग का होता है। वर्तमान में यह आपकी ही राशि यानि आपके…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
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धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र षष्ठम और एकादश भाव का स्वामी है। षष्ठम भाव सेवा, स्वास्थ्य आदि का होता है जबकि एकादश भाव सफलता और लाभ का कारक माना जाता है। शुक्र का …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र पंचम और दशम भाव का स्वामी है। पंचम भाव रोमांस, संतान आदि का कारक होता है जबकि दशम भाव आपके करियर और व्यवसाय का माना जाता है। वर्तमान…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
कुम्भ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र योगकारक ग्रह है क्योंकि यह उनके आराम, सुख और परिवार के चौथे भाव का स्वामी है। इसके अलावा शुक्र उनके भाग्य, धर्म आदि के नवम भाव…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे और आठवें भाव का स्वामी है। तृतीय भाव से हम भाई-बहनों और आपके प्रयासों का विचार करते हैं वहीं अष्टम भाव अनिश्चितताओं और…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
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