वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह एक शुभ ग्रह है । शुक्र ग्रह के प्रभाव से जातक को जीवन में भौतिक, शारीरिक, और वैवाहिक सुखों की प्राप्ति होती है। यदि किसी भी जातक की कुंडली में शुक्र अच्छी स्थिति में हो तो उसे जीवन में हर तरह की सुख-समृद्धि हासिल होती है, परंतु यदि शुक्र कमजोर स्थिति में हो, तो जातक को जीवन में अनेक तरह के सांसारिक सुख की कमी झेलनी पड़ती है, आर्थिक स्थिति भी कमजोर हो जाती है, और ऐसे जातक की शादीशुदा जिंदगी में कई तरह की परेशानियां पैदा होती है।
शुक्र ग्रह को प्रेम, सौंदर्य, कला, वैवाहिक जीवन, जैसे भौतिक सुख का कारक माना जाता है, और शुक्र की अच्छी स्थिति जातक को धन-दौलत, सुख-समृद्धि के साथ-साथ समाज में मान-सम्मान भी दिलाता है। शुक्र देव की कृपा से जातक का वैवाहिक जीवन भी सुखमय बना रहता है। शुक्र ग्रह वृषभ और तुला राशि का स्वामी है, जबकि मीन शुक्र की उच्च राशि है, और कन्या नीच राशि कहलाती है। वैदिक ज्योतिष में सभी नौ ग्रहों में बुध और शनि ग्रह को शुक्र ग्रह के मित्र का दर्जा प्राप्त है। जबकि सूर्य और चंद्रमा शत्रु ग्रह माने जाते हैं।
शुक्र ग्रह का कुंभ राशि में गोचर 21 फरवरी 2021, रविवार के दिन सुबह 2 बज-कर 12 मिनट पर होगा। शुक्र ग्रह अपनी मित्र शनि के स्वामित्व वाली कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे और ऐसे में कुम्भ राशि में गोचर की इस अवधि के दौरान, शुक्र ग्रह के राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी 12 राशियों पर भी पड़ेगा । तो आइए जानते है, शुक्र ग्रह का कुंभ राशि में गोचर काल के दौरान सभी राशियों पर क्या प्रभाव पड़ता है ।
यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है – जानें अपनी चंद्र राशि
शुक्र गोचर: मेष राशि
आपके लिए शुक्र देव द्वितीय और सप्तम भाव के स्वामी हैं, और गोचर की इस अवधि में वे आपके एकादश भाव में प्रवेश करेंगे। एकादश भाव हमारी…विस्तार से पढ़ें
शुक्र गोचर: वृषभ राशि
शुक्र देव आपकी राशि के स्वामी हैं, इसलिए शुक्र देव का गोचर आपके लिए काफी महत्वपूर्ण रहेगा। राशि स्वामी होने के अतिरिक्त वो आपके….विस्तार से पढ़ें
शुक्र गोचर: मिथुन राशि
मिथुन राशि के स्वामी बुध ग्रह, शुक्र के परम मित्र है। आपकी राशि के लिए शुक्र देव पंचम और द्वादश भाव के स्वामी हैं, तथा गोचर की इस अवधि में वो आपके….विस्तार से पढ़ें
बृहत् कुंडली से जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय
शुक्र गोचर: कर्क राशि
आपकी राशि के लिए शुक्र देव चतुर्थ भाव और एकादश भाव के स्वामी होकर, इस गोचर की अवधि में आपके अष्टम भाव में प्रवेश करेंगे। अष्टम भाव….विस्तार से पढ़ें
शुक्र गोचर: सिंह राशि
आपकी राशि के लिए शुक्र देव तृतीय और दशम भाव के स्वामी हैं, और कुंभ राशि में अपने इस गोचर के दौरान वे आपके सप्तम भाव में विराजमान होंगे। सप्तम भाव से ….विस्तार से पढ़ें
शुक्र गोचर: कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र देव आपके द्वितीय भाव और नवम भाव के स्वामी हैं, और कुंभ राशि में अपने इस गोचर की अवधि में वे आपके….विस्तार से पढ़ें
इस गोचर से जुड़ा कोई भी प्रश्न है तो अभी हमारे विद्वान ज्योतिषियों से करें फ़ोन पर बात
शुक्र गोचर: तुला राशि
शुक्र देव आपकी राशि के ही स्वामी हैं, इसलिए आपके लिए शुक्र का गोचर काफी महत्वपूर्ण रहेगा। राशि स्वामी होने के अतिरिक्त शुक्र आपके….विस्तार से पढ़ें
देखिये वीडियो: शुक्र का कुम्भ राशि में गोचर पर सभी 12 राशियों पर प्रभाव
शुक्र गोचर: वृश्चिक राशि
आपकी राशि के लिए शुक्र देव सप्तम और द्वादश भाव के स्वामी हैं, तथा गोचर की इस अवधि में आप के चतुर्थ भाव में स्थापित होंगे। चतुर्थ भाव हमारी….विस्तार से पढ़ें
आज का दिन किस राशि के जातकों के लिए कैसा रहेगा? सुनिए आचार्य सुनील बरमोला से आज की भविष्यवाणी
शुक्र गोचर: धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र देव छठे भाव के साथ-साथ, ग्यारहवें भाव के स्वामी भी होते हैं और गोचर की इस अवधि में वे आपके तीसरे भाव में प्रवेश करेंगे। तीसरे भाव….विस्तार से पढ़ें
ज्योतिषियों से प्रश्न पूछें और पाएं अपनी हर समस्या का समाधान
शुक्र गोचर: मकर राशि
आपकी राशि के लिए शुक्र देव पंचम भाव और दशम भाव के स्वामी हैं, और इस प्रकार आपके लिए वो एक योगकारक ग्रह की भूमिका निभाते हैं। गोचर की इस अवधि….विस्तार से पढ़ें
शुक्र गोचर: कुम्भ राशि
शनि देव के स्वामित्व वाली कुंभ राशि में ही शुक्र देव का गोचर हो रहा है, अर्थात आपके प्रथम भाव में शुक्र देव का गोचर होगा, और शुक्र देव आपके ….विस्तार से पढ़ें
शुक्र गोचर: मीन राशि
आपकी राशि के लिए शुक्र देव तृतीय और अष्टम भाव के स्वामी होते हैं, तथा गोचर की इस अवधि में वे आपके द्वादश स्थान में विराजमान होंगे। जो आपके….विस्तार से पढ़ें
सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर
आशा है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!