जानें मंगल और शुक्र के गोचर का क्या पड़ेगा आप पर असर

फरवरी के इस माह की 21 और 22 तारीख को दो बड़े ग्रहों का गोचर होने वाला है। कला और सौंदर्य के देवता शुक्र 21 फरवरी को अपने मित्र शनि की राशि कुंभ में गोचर करेंगे वहीं 22 तारीख को मंगल ग्रह शुक्र के स्वामित्व वाली वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। इन दोनों ग्रहों के गोचर का क्या प्रभाव होगा इसके बारे में आज हम अपने इस लेख में चर्चा करेंगे। 

शुक्र का कुंभ राशि में गोचर 

शुक्र का गोचर कुंभ राशि में 21 फरवरी को सुबह 2 बजकर 12 मिनट पर होगा। शुक्र को सौंदर्य, कला और रचनात्मकता का देवता माना जाता है इसके साथ ही यह व्यक्ति को खेलकूद में भी अच्छा स्थान दिलाता है। इस गोचर के चलते कुछ जातक भौतिकतावादी हो सकते हैं। इसके साथ ही मनोरंजन की चीजों पर भी कुछ जातक खर्च कर सकते हैं। वायु तत्व की कुंभ राशि में शुक्र के गोचर से लोगों की रचनात्मकता में वृद्धि देखने को मिल सकती है। इस गोचर के चलते कुछ जातकों को अपने प्रयासों का अच्छा फल मिल सकता है। चूंकि शुक्र अपनी मित्र राशि में होगा इसलिए इस गोचर के अनुकूल प्रभाव मिलने की संभावना है। 

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मंगल का वृषभ राशि में गोचर 

मंगल ग्रह को युद्ध का देवता कहा जाता है और यह सौंदर्य के देवता कहे जाने वाले शुक्र की वृषभ राशि में गोचर करेगा। मंगल व्यक्ति में साहस और पराक्रम का कारक भी है इसके साथ ही यह नेतृत्व की क्षमता और गूढ़ रहस्यों को जानने की तरफ भी व्यक्ति को ले जाता है। अग्नि तत्व ग्रह मंगल का गोचर पृथ्वी तत्व की वृषभ राशि में होने से लोगों का मनोबल बढ़ सकता है। यह समम अटके हुए कामों को पूरा करने वाला होगा इसके साथ ही जो लोग सेना, पुलिस या रक्षा क्षेत्र से जुड़ा कोई काम कर रहे हैं या इन क्षेत्रों से जुड़ना चाहते हैं तो उन्हें सफलता प्राप्त होगी। वहीं मेडिकल क्षेत्रों से जुड़े लोगों को भी इस गोचर के दौरान फायदा पहुंच सकता है। 

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मंगल और शुक्र के गोचर राष्ट्रीय प्रभाव

मंगल ऊर्जा का कारक ग्रह माना जाता है और यह व्यक्ति को सक्रिय बनाता है वहीं शुक्र व्यक्ति को रचनात्मक कौशल के साथ-साथ अच्छा खिलाड़ी भी बनाता है। इन दोनों ग्रहों के गोचर के कारण देश में जगह-जगह पर खेल प्रतियोगिताएं हो सकती हैं। जो लोग खेलों से जुड़े हैं उन्हें इस दौरान सफलता मिलेगी। खासकर वह लोग जो अपने खेल में रचनात्मकता को प्राथमिकता देते हैं। इसके साथ ही कला के क्षेत्र से जुड़े लोगों को भी इन दोनों गोचरों की वजह से लाभ होगा। अग्नि तत्व ग्रह मंगल चूंकि जल तत्व ग्रह शुक्र की वृषभ राशि में गोचर कर रहा है इसलिए लोगों के मन में इस दौरान कुछ उलझनें प्रकट हो सकती हैं। युद्ध के देवता कहे जाने वाले अग्नि तत्व प्रधान ग्रह मंगल का जल तत्व ग्रह शुक्र की राशि में प्रवेश करने से सैन्य कार्यवाहियों में कुछ कमी आ सकती है यानि सीमाओं पर गतिरोध के कम होने की संभावना है। हालांकि गृह राजनीति में नेताओं के बीच गर्मागर्म बहस होने की संभावना भी इस दौरान है। 

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शुक्र के गोचर से इन चार राशियों को मिलेगा लाभ 

शुक्र के कुंभ राशि में गोचर से मुख्य रूप से चार राशियों के जातकों को विशेष लाभ मिलेगा। यह राशियां हैं मेष, मिथुन, तुला और मकर। इन राशियों के जातकों को अपनी मेहनत का अच्छा फल इस दौरान मिल सकता है साथ ही करियर क्षेत्र में भी यह अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। हर काम में भाग्य भी इनका साथ दे सकता है। इन राशियों के जो जातक कला क्षेत्र से जुड़े हैं उनकी परेशानियां अब कम हो सकती हैं। 

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मंगल के गोचर से इन चार राशियों को मिलेगा लाभ 

अग्नि तत्व प्रधान मंगल ग्रह के गोचर से मुख्य रूप से वृषभ, कर्क, सिंह और कुंभ राशि के जातक लाभांवित होंगे। इस गोचर से इन राशि के जातकों को ऊर्जा मिलेगी और अपनी ऊर्जा को यह सही दिशा में लगा पाएंगे। जीवन के गूढ़ रहस्यों को जानने कि ओर इन राशि के जातकों का ध्यान इस दौरान केंद्रित हो सकता है। इन राशियों के जो जातक सैन्य सेवाओं में हैं उन्हें इस गोचर का विशेष लाभ मिल सकता है। 

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