मूलांक 2: इन खूबियों से लबरेज़ होते हैं इस मूलांक के जातक-जानें अपने बारें में और रोचक बातें!

मूलांक हमारे जीवन में क्या विशेष स्थान रखते हैं इस बात के महत्व को तो हम जान ही चुके हैं। व्यक्ति के जीवन में वैदिक ज्योतिष की ही तरह अंक ज्योतिष भी बेहद ही प्रचलित और महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अंक ज्योतिष में पूरा खेल अंकों पर निर्धारित होता है। साथ ही यहाँ यह भी जानना बेहद आवश्यक है कि अंक ज्योतिष की गणना में हम 1 से लेकर 9 अंकों को ध्यान में रखते हैं। शून्य (0) अंक मूलांक में नहीं आता है।

आज अपने इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से हम आपको बताएंगे मूलांक 2 के जातकों से जुड़ी कुछ रोचक और दिलचस्प बातें। साथ ही हम जानेंगे कि कौन लोग मूलांक 2 के जातक कहे जाते हैं। मूलांक 2 के जातकों का स्वभाव, करियर, स्वास्थ्य, प्रेम जीवन, पारिवारिक जीवन, कैसा होता है। इसके साथ ही हम आपको इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से कुछ ऐसे उपायों की भी जानकारी प्रदान करेंगे जिन्हें अपनाकर आप अपने जीवन में सफलता सुख संपन्नता हासिल कर सकते हैं।

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मूलांक 2: सबसे पहले जान लेते हैं कि मूलांक 2 की श्रेणी में कौन से जातक आते हैं। सरल शब्दों में समझाएं तो जिन भी जातकों का जन्मदिन किसी भी महीने की 2, 11, 20, 29 तारीख को होता है उनका मूलांक 2 होता है।

मूलांक 2 के जातकों का व्यक्तित्व

सबसे पहले बात करें मूलांक 2 के जातकों के स्वभाव की तो ऐसे जातक मन के धनी होते हैं और बौद्धिक कार्यों में सफल होते हैं। इनकी वाणी मृदुभाषी होती है, विचारों में कल्पनाशील होते हैं, और स्वभाव में बेहद ही शांत और कोमल होते हैं। इसके साथ ही इन्हें अपने आसपास के लोगों का सम्मान करना और उनकी भावनाओं की कद्र करना बखूबी आता है और अपनी इसी खासियत से यह लोगों के बीच बेहद ही कम समय में लोकप्रिय भी हो जाते हैं। मूलांक 2 के जातक विचारों और सिद्धांतों के धनी होते हैं और दूसरों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनते हैं।

हालांकि व्यक्ति में गुण के साथ अवगुण भी मौजूद होते हैं। बात करें मूलांक 2 के जातकों के अवगुणों की तो ऐसे व्यक्ति स्वभाव में शक्की होते हैं और दूसरों पर बहुत जल्द विश्वास नहीं कर पाते हैं। साथ ही इनकी विल पावर बेहद ही कमजोर होती है जिसके चलते यह बहुत ही जल्दी हार भी मान लेते हैं।

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करियर

करियर पक्ष के लिहाज से बात करें तो अक्सर देखा गया है कि मूलांक 2 के जातकों को स्वतंत्र रूप से यानी खुलकर और आज़ाद तरीके से काम करना ज्यादा पसंद होता है और इसमें यह ज्यादा सफलता भी प्राप्त करते हैं। नौकरी के क्षेत्र से जुडते भी हैं तो भी इनके लिए शुभ रहता है क्योंकि दूसरों द्वारा बनाई गई योजना यह बखूबी समझ कर उसे पूरा करने की काबिलियत रखते हैं। 

इसके अलावा चाहे तो मूलांक 2 के जातक सफल व्यापारी भी बन सकते हैं। इसके लिए उपयुक्त क्षेत्रों की बात करें तो कृषि से संबंधित क्षेत्रों, दूध और पानी से संबंधित, या फिर दवा से संबंधित क्षेत्रों में इन्हें अपार लाभ मिल सकता है। 

साथ ही चूंकि मूलांक 2 के जातकों का झुकाव रचनात्मकता की तरफ भी होता है ऐसे में संगीत, गायन, लेखन, आदि क्रिएटिव चीजों में भी अच्छा प्रदर्शन करते हैं।

शिक्षा 

अपनी लगन और कड़ी मेहनत के दम पर मूलांक 2 के जातक उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सफल रहते हैं। हालांकि क्योंकि इनके अंदर बेवजह का भय और कमजोर विल पावर देखा गया है ऐसे में कई बार इन्हें पढ़ाई में रुकावट और परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है।

शासक ग्रह 

अंक शास्त्र के अनुसार बात करें तो मूलांक 2 चंद्रमा के अधीन आता है। ऐसे में मूलांक 2 के जातकों का स्वामी ग्रह चंद्रमा होता है। चंद्रमा की प्रकृति शीतल,  शांत और चांदनी प्रदान करने वाली होती है। ऐसे में इन लोगों का स्वभाव भी अक्सर शांत ही देखा गया है। मूलांक 2 के जातकों के इष्टदेव भगवान शिव होते हैं। हिन्दू देवी-देवताओं में वो महादेव की है जिन्होंने चंद्रमा को अपने शीश पर स्थान दिया है। 

ऐसे में आज जीवन सुख, समृद्धि, आर्थिक संपन्नता और तमाम खुशियों के लिए मूलांक 2 के जातकों को भगवान शिव की पूजा करने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही मुमकिन हो तो रोजाना शिवलिंग पर जल भी अवश्य चढ़ाएं।

मूलांक 2 के जातकों के लिए सबसे अनुकूल अंक 

जहां सप्ताह में रविवार सोमवार और शुक्रवार का दिन मूलांक 2 के जातकों के लिए सबसे शुभ दिन माना गया है वहीं अंकों में 2, 11, 20,  29, 7, 16, 25 यह तारीखें भी मूलांक 2 के जातकों के लिए बेहद ही शुभ फलदाई होती हैं। 

मूलांक 2 के जातकों से जुड़े कुछ तथ्य-महत्व और अर्थ 

चंद्रमा के आधिपत्य में आने के फलस्वरूप मूलांक 2 के जातकों के अंदर शीतला, धैर्य और शांति देखी जाती है। शांत स्वाभाव के साथ-साथ इनका रूप भी बेहद खूबसूरत होता है और ऐसे जातक खूबसूरती के प्रति आकर्षित भी बेहद ही शीघ्र हो जाते हैं। मूलांक 2 के जातक आकर्षक होने के साथ-साथ नेतृत्व की भी कमाल क्षमता रखते हैं और यही वजह है कि यह दूसरों के बीच लोकप्रिय और चर्चित रहते हैं। 

इसके अलावा इनका विदेश से गहरा संबंध होता है जिसके चलते ये जातक ढेरों विदेश यात्राएं करते हैं, विदेश में सफल व्यापार करते हैं, और अगर चाहें तो उच्च शिक्षा के लिए भी विदेश का विकल्प भी चुन  सकते हैं।

चूंकि मूलांक 2 के जातकों का स्वामी चंद्रमा होता है ऐसे में ऐसे जातकों का शुक्र ग्रह भी काफी शानदार जाता है। इसके अलावा अंक 2 न्यूमैरोलॉजी में विशेष महत्व रखता है और देखा गया है कि इस अंक के प्रभाव वाले व्यक्तियों का दिल बेहद ही साफ होता है और यह स्वभाव में बहुत ज़्यादा भावुक भी होते हैं। ऐसे में कई बार अपने इसी स्वभाव के चलते लोग धोखा भी खा लेते हैं हालांकि सही रहा पकड़ने पर उन्हें कार्य क्षेत्र में महान ऊंचाइयां भी प्राप्त होती है।

वैवाहिक जीवन 

अंक 2 के जातकों का वैवाहिक जीवन या तो एकदम शानदार होता है या तो एकदम खराब देखा गया है। ऐसे जातक अपनी भावनाओं को ज्यादा शेयर नहीं कर पाते हैं जिसके चलते कई बार इन्हें अपने रिश्ते में कुछ उठापटक का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा यह लोग अपनी लव लाइफ भी दूसरों से शेयर करना पसंद नहीं करते हैं। 

ऐसे में वैवाहिक जीवन में आए दिन कोई न कोई परेशानी देखने को मिलती है। बात करें इनके लिए आइडियल कपल की तो 1, 3, 6 ऐसे अंक हैं जिनके साथ मूलांक 2 के जातकों की जोड़ी शानदार देखी गई है। वहीं इसके विपरीत 5 और 8 अंक के जातकों के साथ इनकी बिल्कुल भी नहीं पटती है।

मूलांक 2 के कुछ प्रसिद्ध जातक 

अमिताभ बच्चन, शाहरुख़ खान, अजय देवगन, दिलीप कुमार, मोहन दास करम चंद गाँधी, थॉमस अल्वा एडिसन, जॉन एफ कैनेडी

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इन उपायों से मिलेगी अपार सफलता 

  • मूलांक 2 के जातक यदि कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने का विचार कर रहे हैं तो सलाह दी जाती है कि रात्रि ही 8 बजे के बाद फैसला लें। ऐसा करने से आपको जीवन में सफलता प्राप्त होती है। 
  • इसके अलावा अमावस्या के दिन और रात में कोई भी महत्वपूर्ण फैसला ना लें। 
  • चांदी के गिलास में पानी पियें। इससे आपका चंद्रमा और भी मजबूत होगा। 
  • सोमवार के दिन शिवलिंग का कच्चे दूध से अभिषेक करें। ऐसा करने से चंद्रमा की प्रसन्नता प्राप्त होगी।

अंक ज्योतिष का इतिहास 

बात करें अंक ज्योतिष के इतिहास की तो कहा जाता है कि, इसका प्रयोग मिस्र में आज से तकरीबन 10,000 वर्षों पूर्व से किया जा रहा है। मशहूर गणितज्ञ पाइथागोरस ने अंकों के महत्व के बारे में बहुत वर्षों पूर्व ही दुनिया को अवगत कराया था। उनका कहना था कि, “अंक ही हैं जो ब्रह्मांड पर राज करते हैं।” 

ऐसे में अंको का महत्व मानव जीवन पर सबसे ज्यादा होता है। इसके अलावा भारत में प्राचीन ग्रंथ “स्वरोदम शास्त्र” में भी अंक शास्त्र के विशेष उपयोग के बारे में बताया गया है। इसके अलावा तथ्यों के आधार पर बात करें तो दुनिया भर में अंकशास्त्र को विकसित करने में मिस्र की जिप्सी जनजाति का सबसे अहम योगदान माना जाता है।

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