कोरोना महामारी के बीच अपने हाथ की रेखाओं से जानें स्वयं के स्वास्थ्य का हाल

हस्तरेखा शास्त्र ज्योतिष शास्त्र की ही एक शाखा है। जैसे ज्योतिष में हम ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति और चाल की गणना से भविष्य का आकलन करते हैं वैसे हस्तरेखा शास्त्र में हाथों में मौजूद रेखाओं और चिह्नों से भविष्य का आकलन किया जाता है।

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हस्तरेखा शास्त्र मानता है कि हमारी हाथ की रेखाएं हमारे बारे में बहुत कुछ बताती हैं। हमारे वर्तमान समय से लेकर हमारे भविष्य को लेकर भी बहुत सी जानकारी हमारी रेखाओं में मौजूद रहती हैं। हालिया समय आम लोगों के लिए महामारी का रहा है। आम लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हुए हैं। 

ऐसे में आज हम आपको इस लेख में इस बात की जानकारी देने वाले हैं कि कैसे आप हस्तरेखा से अपने स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

हथेली में बिंदु का नजर आना

  • हथेली में अगर अचानक से कोई बिंदु उभर आए तो यह जातक के स्वास्थ्य की तरफ काफी कुछ इशारा करता है। यदि आपकी हथेली में यह स्वास्थ्य रेखा पर उभर आए और इस बिंदु का रंग लाल हो तो यह इस बात का सूचक है कि आपको जल्द ही बुखार हो सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्वास्थ्य रेखा बहुत कम हथेलियों में नजर आती है। यह रेखा चन्द्र पर्वत से शुरू होकर बुध पर्वत तक जाती है और इस वजह से ही इसे बुध रेखा भी कहते हैं।
  • यदि किसी जातक की हथेली में कोई बिंदु विवाह रेखा पर उभर आए तो यह इस बात का सूचक है कि वह जातक जल्द ही किसी दुर्घटना का शिकार हो खुद को चोटिल कर सकता है या फिर किसी अन्य तरीके से उसे शारीरिक चोट लग सकती है। आपको बता दें कि विवाह रेखा कनिष्ठा यानी कि हाथ की छोटी उंगली के ठीक नीचे मौजूद होती है। यह क्षेत्र बुध पर्वत का होता है और इसके अंत में आड़ी रेखाएं मौजूद होती हैं। उसी को विवाह रेखा कहा जाता है।
  • यदि ये बिंदु किसी जातक के शुक्र पर्वत पर नजर आने लगे तो यह इस बात का सूचक है कि जातक को जल्द ही गुप्तांग संबंधी बीमारियां परेशान करने वाली हैं। आपको बता दें कि अंगूठे के नीचे वाला हिस्सा शुक्र पर्वत कहलाता है।

हृदय रेखा

हमारे हाथ में सबसे ऊपर में मौजूद रेखा हृदय रेखा कहलाती है। यह बुध पर्वत से शुरू होकर सूर्य और शनि पर्वत को पार करते हुए गुरु पर्वत तक जाती है। गुरु पर्वत का हिस्सा तर्जनी उंगली के नीचे वाला हिस्सा होता है। तर्जनी उंगली अंगूठे के बाद वाली उंगली को कहते हैं।

  • यदि किसी जातक की हथेली में हृदय रेखा पर द्वीप या फिर वृत्त का आकार बना हो तो यह शुभ संकेत नहीं है। ऐसे जातकों को अपने हृदय का ख्याल रखना चाहिए अन्यथा निकट भविष्य में इन्हें जल्द ही हृदय संबंधी बीमारियां घेर सकती हैं।
  • हृदय रेखा पर यदि बहुत से द्वीप बने हों तो यह जातक के मानसिक रूप से कमजोर या फिर किसी मानसिक रोग या फिर स्वभाव से चिड़चिड़े होने का संकेत है।
  • यदि किसी जातक की हृदय रेखा पीले रंग की नजर आए और इसके साथ ही उनके नाखून का रंग भी लाल हो तो यह आंत की बीमारियों की तरफ इशारा करता है। ऐसे जातकों को आंत संबंधी किसी भी समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

जाल का चिह्न

  • यदि किसी जातक की हथेली में मंगल पर्वत पर जाल का निशान हो तो ऐसे जातक मानसिक रूप से अशांत रहते हैं। हमेशा ये किसी न किसी बात को लेकर तनाव में रहते हैं। आपको बता दें कि मंगल हथेली में दो स्थानों पर मौजूद रहता है। एक उस जगह जहां से जीवन रेखा शुरू होती है, उसके ठीक नीचे और दूसरी जगह जहां से हृदय रेखा शुरू होती है उसके ठीक नीचे। 
  • यदि किसी जातक के केतु पर्वत पर जाल दिखे तो ऐसे जातक को चर्म रोग या फिर चेचक का भय बना रहता है। आपको बता दें कि केतु पर्वत मणिबंध, शुक्र पर्वत और चन्द्र पर्वत के बीच में मौजूद होता है।

यदि किसी जातक की हथेली में हृदय रेखा पर जाल बना हुआ हो तो यह उस जातक के लिए सचेत होने का वक़्त है। ऐसी स्थिति में उसे कोई गंभीर बीमारी हो सकती है। इसके अलावा यह माइग्रेन या सिरदर्द की समस्या का भी सूचक है।

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