इस बार नवरात्रि पर बन रहे हैं ये शुभ संयोग, देवी उपासना का फल मिलेगा दोगुना !

हिन्दू धर्म में विशेष रूप से शारदीय नवरात्रि को देवी माँ की उपासना के लिए बेहद शुभ माना जाता है। इस दौरान दुर्गा माँ के नौ रूपों की पूजा अर्चना की जाती है। महिषासुर जैसे दानव का संहार करने वाली माता को इस संसार की जगत जननी माना जाता है। समस्त देवता गण भी उनकी पूजा अर्चना श्रद्धाभाव के साथ करते हैं। इस बार नवरात्रि का त्यौहार आने वाले 29 सितंबर से शुरू होने जा रहा है। हिन्दू पंचांग के अनुसार नवरात्रि के दौरान इस बार कुछ ख़ास संयोग बनने जा रहे हैं। इसके फलस्वरूप इस बार देवी माँ की उपासना का फल आपको दोगुना मिल सकता है। आइये जानते हैं कौन से हैं वो ख़ास संयोग।

नवरात्रि के दौरान बनने जा रहे हैं ये ख़ास संयोग 

पहला संयोग 

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार नवरात्रि की शुरुआत पर सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग बन रहा है। नवरात्रि के प्रथम दिन बनने वाले इस योग को ख़ासा शुभ फलदायी माना जा रहा है। ऐसी मान्यता है कि, इस योग में देवी माँ की पूजा अर्चना करने से उनका विशेष आशीर्वाद आपको प्राप्त हो सकता है। 

शारदीय नवरात्रि के दौरान देवी माँ को प्रसन्न करने के लिए करें ये ख़ास उपाय !

दूसरा संयोग 

इस बार दूसरा सबसे ख़ास संयोग जो बन रहा है वो है, नवरात्रि का पूरे नौ दिनों का होना। माना जा रहा है कि, इस बार कुछ सालों के अंतराल के बाद नवरात्रि पूरे नौ दिनों की होगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि का पूरे नौ दिनों का होना बेहद शुभ फलदायी माना जाता है। महाशक्ति की पूजा आराधना के लिए नौ दिनों का ख़ासा महत्व है। इस ख़ास संयोग का लाभ भी आपको देवी की उपासना से भरपूर मिल सकता है। 

तीसरा संयोग 

ऐसी मान्यता है कि, देवी दुर्गा की पूजा अर्चना के लिए सोमवार के दिन को बेहद शुभ माना जाता है। नवरात्रि के दौरान बनने वाला तीसरा ख़ास संयोग ये है की, इस बार नौ दिनों के क्रम में दो सोमवार पड़ेगा। शास्त्रों के अनुसार सोमवार के दिन देवी माँ की पूजा अर्चना का लाभ कई गुना ज्यादा मिल सकता है। 

चौथा संयोग 

इस बार नवरात्रि के नौ दिनों में से छह दिन बेहद ख़ास संयोग बनने जा रहे हैं। ज्योतिषाचार्यों का मानना है की नौ में से छह दिन बनने वाला ख़ास संयोग बेहद शुभ फलदायी है। इसलिए इस दौरान माता की पूजा अर्चना का लाभ भी सामान्य से ज्यादा मिल सकता है। देवी माँ की पूजा अर्चना के लिए यूँ तो नवरात्रि के हर दिन को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, लेकिन इस बार प्रथम छह दिनों को ख़ासा शुभ फलदायी माना जा रहा है। 

नवरात्रि के दौरान इन मंदिरों में उपस्थित रहती हैं देवी माँ !

पांचवां संयोग 

नवरात्रि के अगले दिन दशमी तिथि में दशहरा के दिन भी शुभ संयोग बन रहा है। 7 अक्टूबर को सुबह 12:40 से दशमी तिथि की शुरुआत हो जायेगी जो अगले दिन यानि की 8 अक्टूबर तक दोपहर करीबन 3 बजे तक रहेगी। इस मुहूर्त को भी ख़ासा शुभ माना जा रहा है।