125 साल के बाद इस नाग पंचमी पर बनने जा रहा है ये ख़ास संयोग, दूर होंगे ये दोष!

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि बीते 17 जुलाई से सावन माह की शुरुआत हो चुकी है। हिन्दू धर्मशास्त्रों में इस माह को सबसे पवित्र माह की श्रेणी में रखा गया है। बता दें कि इस दौरान आने वाले पर्व त्यौहार का भी महत्व काफी बढ़ जाता है। आने वाले 5 अगस्त को अमूमन समूचे भारत में नाग पंचमी का त्यौहार मनाया जाएगा। सावन के इस पवित्र माह में आने वाला ये त्यौहार इस बार एक ख़ास दुर्लभ संयोग लेकर आया है। इसलिए इस दिन पूजा पाठ का महत्व अपने आप में काफी बढ़ जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं इस नाग पंचमी पर बनने वाले उस दुर्लभ योग के बारे में और साथ ही बताएंगे इस दिन किये जाने वाले पूजा के प्रमुख लाभों के बारे में। 

इस नाग पंचमी पर बन रहा है ये ख़ास संयोग 

आपको बता दें कि हमारी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन के माह में सोमवार को विशेष महत्व दिया जाता है। इस दिन शिव जी की पूजा आराधना को ख़ास महत्ता दी जाती है। अब जहाँ तक सवाल नाग पंचमी पर बनने वाले दुर्लभ संयोग का है तो, इस बार नागपंचमी का त्यौहार सावन माह के सोमवार के दिन पड़ रहा है। यानी कि ऐसा संयोग कई वर्षों के बाद बन रहा है, जब सोमवारके दिन ही नाग पंचमी का त्यौहार भी मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्यों की माने तो ऐसा संयोग करीबन 125 वर्षों के बाद बनने जा रहा है। इस नाग पंचमी पर नाग देवता के साथ ही साथ शिव जी की भी पूजा अर्चना की जायेगी और इस संयोग से आपको कुछ बेहद महत्वपूर्ण लाभ भी मिल सकते हैं। 

हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नाग देवता को शिव जी का एक अभिन्न और सबसे प्रिय चीज माना जाता है। इसलिए शिव जी उन्हें हर वक़्त अपन गले में लपेटे रहते हैं, बहरहाल नाग देवता और शिव जी की साथ में पूजा अर्चना कर आप दोनों को प्रसन्न कर सकते हैं। 

इस नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा करने से मिल सकता है ये लाभ 

चूँकि इस नाग पंचमी पर ख़ास संयोग बनने जा रहा है इसलिए आज के दिन नाग देवता और शिव जी की पूजा कर आप अपने कुंडली में मौजूद काल सर्प दोष को दूर कर सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि यदि इस दिन पूरी श्रद्धा भक्ति के साथ  नाग देवता की पूजा अर्चना की जाए तो आपकी कुंडली में मौजूद काल सर्प दोष से तो आप मुक्ति पा ही सकते हैं साथ ही साथ सर्प के डंक से भी हमेशा के लिए बच सकते हैं। इतना ही नहीं बल्कि नाग देवता को अपनी पूजा अर्चना से प्रसन्न कर आप धन की प्राप्ति भी कर सकते हैं।