ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को सभी ग्रहों के बीच युवराज का दर्जा प्राप्त है। वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को संचार, बुद्धि, व्यापार, गणित, इत्यादि का कारक ग्रह माना गया है। किसी जातक की कुंडली में यदि बुध ग्रह मजबूत हो तो ऐसा जातक वाक्पटु, हाजिर जवाब और गणित में बढ़िया होता है। ऐसे जातक देखने में सौम्य होते हैं और उनकी भाषा बेहद स्पष्ट होती है जिसकी वजह से वो विभिन्न क्षेत्रों में सफलता अर्जित करते हैं।
वहीं दूसरी तरफ यदि बुध देवता कुंडली में गलत स्थान पर विराजमान हो जाएं तो ऐसे जातक को न सिर्फ मानसिक समस्या का सामना करना पड़ता है बल्कि उसे बात-चीत और करियर संबंधी परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है। ऐसे जातकों की आर्थिक स्थिति भी दयनीय हो जाती है।
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बुध देवता सभी नौ ग्रहों में सबसे तेज गति से यात्रा करते हैं। साधारण परिस्थितियों में बुध मात्र 14 दिनों में ही गोचर कर जाते हैं लेकिन कभी-कभी इसमें एक महीने का समय भी लग जाता है। जाहीर है कि बुध के गोचर का भी सभी जातकों पर विशेष प्रभाव पड़ता है जैसे कि अन्य ग्रहों के गोचर से पड़ता है।
बुध का वृषभ राशि में गोचर (01 मई, 2021) : साल 2021 में 01 मई को शनिवार के दिन सुबह 05 बजकर 32 मिनट पर बुध देवता वृषभ राशि में गोचर कर जाएंगे और बुध की यह स्थिति वृषभ राशि में 26 मई 2021 को बुधवार के दिन सुबह 07 बजकर 50 मिनट तक बनी रहने वाली है। इसके बाद बुध देवता मिथुन राशि में गोचर करेंगे। ( 01 मई, 2021 को बुध ग्रह का वृषभ राशि में गोचर की अधिक जानकारी के लिए )
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आइये अब जानते हैं कि बुध के इस गोचर का सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है।
ये सभी ज्योतिषीय आकलन आपकी चंद्र राशि पर आधारित हैं। व्यक्तिगत तौर पर अपना भविष्य जानने के लिए हमारे विद्वान ज्योतिषियों से अभी फोन पर बात या चैट करें।
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे घर का स्वामी है और बुध का गोचर इनके तृतीय भाव में हो रहा है…आगे पढ़ें
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और पांचवें घर का स्वामी है वृषभ राशि के जातकों के वाणी, धन और परिवार के दूसरे घर में बुध का यह गोचर हो रहा है…आगे पढ़ें
मिथुन राशि
मिथुन के जातकों के लिए, बुध ग्रह पहले और चौथे भाव का स्वामी है और इस गोचरीय स्थिति में बुध आपके खर्च, अवांछित स्थितियों, नुकसान, विदेशी लाभ और आध्यात्मिकता के बारहवें घर में गोचर कर रहा है….आगे पढ़ें
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए, बुध ग्रह बारहवें और तृतीय भाव का स्वामी है और इनके एकादश भाव में गोचर कर रहा है…आगे पढ़ें
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए, बुध ग्यारहवें और दूसरे भाव का शासक है और यह पेशे और करियर के दशवें घर दशवें भाव में गोचर कर रहा है…आगे पढ़ें
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए, बुध पहले और दसवें घर का स्वामी है और भाग्य, उच्च शिक्षा के नवम भाव में गोचर कर रहा है…आगे पढ़ें
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तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए, बुध बारहवें और नौवें भाव का स्वामी है और वर्तमान में परिवर्तन, मनोगत विज्ञान, अनिश्चितता, अचानक लाभ आदि के आठवें घर में गोचर कर रहा है…आगे पढ़ें
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए, बुध सातवें और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और वृषभ राशि में बुध का यह गोचर आपके लिए जीवनसाथी, रिश्ते और साझेदारी के सातवें घर में होगा…आगे पढ़ें
धनु राशि
धनु राशि के जातकों लिए, बुध सातवें और दसवें घर का स्वामी है और बुध का यह गोचर दैनिक मजदूरी, प्रतियोगिता, शत्रु और रोग के छठे घर में होने जा रहा है…आगे पढ़ें
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए, बुध ग्रह छठे और नौवें घर का स्वामी है और यह प्यार, रोमांस और बच्चों के पांचवें भाव में गोचर कर रहा है…आगे पढ़ें
कुम्भ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए, बुध पांचवें और आठवें घर का स्वामी है और यह सुख, विलासिता, घर और माँ के साथ आपके संबंधों के चौथे घर में गोचर कर रहा है…आगे पढ़ें
मीन राशि
मीन राशि के चंद्रमा के लिए, बुध आपके चौथे और सातवें घर का स्वामी है और तीसरे स्थान पर साहस, यात्रा, महत्वाकांक्षा और भाई-बहनों के माध्यम से प्रवेश कर रहा है…आगे पढ़ें
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