खरमास का शाब्दिक अर्थ होता है खर यानी गधा और मास मतलब महीना। ऐसे में इससे संबंधित पौराणिक कथा के अनुसार कहा जाता है कि, सूर्य देव ने अपने रथ में घोड़ों को निकालकर गधों को जोड़ लिया था जिससे उनके घोड़ों को थोड़ा विश्राम करने को मिल सके। इसके बाद गधों से जुते रथ से ही सूर्यदेव ने अपनी परिक्रमा शुरू की थी। इस दौरान सूर्य देव के रथ की गति काफी धीमी हो गई थी और तब से ही इसे खरमास कहा जाने लगा।
हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि, खरमास के इस एक महीने के समय में किसी भी तरह का कोई मांगलिक कार्य जैसे शादी, यज्ञोपवीत, गृह प्रवेश, इत्यादि नहीं किया जाता है। सिर्फ इतना ही नहीं बहुत से लोग खरमास के समय नया काम शुरू करने से भी बचते हैं।
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खरमास के इस महीने में मांगलिक कार्य बेशक मना होते हैं लेकिन इस दौरान मकान की खरीद, किसी प्लॉट या प्रॉपर्टी की खरीद की कोई मनाही नहीं होती है। ऐसे में आप चाहे तो इस दौरान यह सब काम कर सकते हैं। इसके अलावा खरमास के महीने के दौरान वाहन आदि भी खरीदे जा सकते हैं। बात करें इस दौरान क्या नहीं करना चाहिए तो, इस दौरान सोने और गुरु ग्रह से संबंधित चीजों को खरीदने से जितना हो सके बचना चाहिए। बहुत जरूरी है तो आप इन वस्तुओं की बुकिंग कर सकते हैं लेकिन इन्हें खरीद के अपने घर मत लायें। इसके अलावा इस दौरान कोई भी नया वस्त्र आभूषण नहीं पहनना चाहिए।
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खरमास माह के दौरान धन लाभ के उपाय
- खरमास की अवधि के दौरान भगवान विष्णु, सूर्य देव, लक्ष्मी नारायण और माँ लक्ष्मी की पूजा का विशेष विधान बताया गया है। इन देवी देवताओं की पूजा करने से जीवन में नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मकता आती है।
- इसके अलावा आप चाहें तो खरमास में शालिग्राम का पंचामृत से अभिषेक करें। ऐसा करने से भी व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
- खरमास के दौरान मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति के जीवन में धन-धान्य बना रहता है और घर में बरकत आती है।
- इसके अलावा यदि आप नियमित रूप से मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं तो इससे आपके जीवन का आर्थिक संकट दूर होगा और धन लाभ के प्रबल योग बनेंगे।
- खरमास में तुलसी पूजा का भी विशेष महत्व बताया गया है। इस एक महीने की अवधि में सुबह शाम तुलसी के पेड़ के समक्ष दीपक जलाएं। साथ ही पीपल के पेड़ में रोजाना शाम के समय जल अर्पित करें और दीपक जलाएं। इस दौरान तुलसी को भोजन में इस्तेमाल करने से बचें।
- खरमास में तुलसी पूजा का सबसे ज्यादा महत्व माना जाता है। मान्यता के अनुसार इस दौरान तुलसी पूजा करने से ग्रह नक्षत्र शुभ फल देने लगते हैं और व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है।
- खरमास में रोजाना लक्ष्मी स्त्रोत या कनकधारा स्त्रोत का पाठ करें। इससे आपके शत्रुओं का नाश होगा और आपको जीवन में हर एक क्षेत्र में सफलता हासिल होगी।
- यदि आपके जीवन में क़र्ज़ की समस्या है या आपके जीवन में धन टिकता नहीं है तो खरमास में रोजाना पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करें। ऐसा करने से जीवन में मौजूद सभी आर्थिक परेशानियां दूर होती है।
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- खरमास में रोजाना मंत्र ‘गोवर्धनधरवन्देगोपालं गोपरूपिणम् गोकुलोत्सवमीशानं गोविन्दं गोपिकाप्रियम्‘का जाप करें।
- इसके अलावा खरमास में ज्यादा से ज्यादा समय धार्मिक गतिविधियों में लगाएं और दान पुण्य करें।
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