ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को संचार चेतना, अवलोकन और विश्लेषणात्मक विचारों का कल्याणकारी है। यह बुद्धिमत्ता, बुद्धि और हास्य का प्रमाणक भी है। बुध ग्रह स्वास्थ्य, करियर, कल्याण और रिश्तों के संदर्भ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिन व्यक्तियों की कुंडली में बुध ग्रह अनुकूल स्थिति में होता है ऐसे व्यक्ति बातचीत करने में शानदार रहते हैं, साथ ही किसी भी स्थिति का विश्लेषण करने, लोगों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने, आर्थिक प्रगति प्राप्त करने इत्यादि में ऐसे व्यक्ति हमेशा सफलता हासिल करते हैं।
दूसरी तरफ यदि बुध ग्रह किसी कुंडली में प्रतिकूल स्थिति में होता है तो उस व्यक्ति को जीवन में तमाम परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं।
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(02 अक्टूबर, 2021, शनिवार) कन्या राशि में वक्री बुध गोचर का समय
वक्री बुध का गोचर 2 अक्टूबर 2021 को कन्या राशि में सुबह 3 बजकर 23 मिनट पर होगा और उसके बाद 18 अक्टूबर 2021 को कन्या राशि में ही अपनी मार्गी गति शुरू करेंगे। यह 2 नवंबर 2021 सुबह 9 बजकर 43 मिनट के बाद तुला राशि में गोचर कर जाएगा।
अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं वक्री बुध का कन्या राशि में गोचर सभी 12 राशियों के जीवन में क्या कुछ अहम और महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आएगा। यहां हम आपको सभी 12 राशियों का गोचर फल प्रदान कर रहे हैं।
यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें:
चंद्र राशि कैलकुलेटर
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तृतीय और षष्ठम भाव का स्वामी है। वर्तमान वक्री गोचर में यह ग्रह आपके लिए सप्तम से षष्ठम भाव यानि अपनी राशि में प्रवेश करेगा। बुध के इस गोचर से आपके …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
वृषभ राशि
बुध वृषभ राशि के लोगों के द्वितीय और पंचम भाव का स्वामी है। वर्तमान में बुध कन्या राशि में वक्री गोचर करेगा और वृषभ राशि के लोगों के पंचम भाव में होगा। बुध का यह गोचर आपके संचार कौशल को प्रभावित…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
मिथुन राशि
मिथुन वायु तत्व की राशि है और इसका स्वामी ग्रह बुध ही है। बुध ग्रह वर्तमान में अपनी उच्च राशि कन्या में गोचर करेगा। इस गोचर की स्थिति में बुध मिथुन राशि के लोगों के चतुर्थ भाव में प्रवेश करेगा। बुध का यह गोचर…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
कर्क राशि
बुध, कर्क राशि वालों के लिए तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। वर्तमान गोचर में बुध ग्रह आपके तृतीय भाव में वक्री गति करेंगे। बुध की यह स्थिति आपके संचार और आपके जीवन को सामान्य रूप से प्रभावित करेगी। इस गोचर के …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
सिंह राशि
सिंह राशि के दूसरे और ग्यारहवें भाव पर बुध ग्रह का शासन होता है। बुध सिंह राशि के जातकों के लिए योग कारक ग्रह भी होता है। वर्तमान गोचर में बुध सिंह राशि के जातकों के द्वितीय भाव में वक्री गोचर करेगा। इस समय,…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
कन्या राशि
कन्या राशि में बुध ग्रह उच्च स्थिति में होता है और यह कन्या राशि के लग्न के साथ साथ दशम भाव का स्वामी भी है। बुध इस समय के दौरान वक्री गति करते हुए उनके द्वितीय भाव से प्रथम भाव में प्रवेश करेगा। यह गोचर आपके…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
तुला राशि
बुध अपने नौवें और बारहवें घर का अधिपति है। इस गोचर की अवधि में यह ग्रह आपके प्रथम भाव से आपके खर्चों के द्वादश भाव में वापस चला जाएगा। यह गोचर आपके जीवन में संचार और वाणी को मामूली रूप से प्रभावित …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
वृश्चिक राशि
बुध वृश्चिक राशि वालों के अष्टम और एकादश भाव का स्वामी है और वर्तमान में यह उनके एकादश भाव में गोचर करेगा। आपको इस दौरान अपने बड़े भाई-बहनों और दोस्तों के साथ कुछ गलतफहमियों का सामना करना…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
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धनु राशि
बुध द्विस्वभाव राशि धनु के जातकों के लिए उनके सातवें और दसवें भाव का स्वामी है और वर्तमान गोचर में यह उनके दशम भाव में ही होगा। यह गोचर आपके कार्यस्थल पर या आपके व्यावसायिक पार्टनर के साथ आपके करियर से…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
मकर राशि
बुध मकर राशि के छठे और नौवें घर पर शासन करता है और इस गोचर की अवधि के दौरान दसवें घर से नौवें घर में बुध का गोचर होगा। यह गोचर आपके कानूनी मामलों से संबंधित कार्यों और आपके कार्यस्थल…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
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कुंभ राशि
बुध, कुंभ राशि के पांचवें और आठवें भाव का स्वामी है और वर्तमान में अपनी वक्री गति में यह आपके अष्टम भाव में प्रवेश करेगा। यह गोचर आपके जीवन के कई क्षेत्रों को प्रभावित करेगा जैसे आपके प्रिय, आपके बच्चों के साथ आपके…(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
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मीन राशि
मीन राशि के चौथे और सातवें घर का स्वामी बुध है और इस गोचर की अवधि में यह आपके अष्टम भाव से सप्तम भाव में गोचर करेगा। इस समय आपको साझेदारी में या साझेदारी आधारित व्यवसाय में व्यापार करते समय सावधानी …(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
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