रात के 3 बजे क्यों अचानक खुल जाती है आँख? क्या है इसके पीछे का कारण? क्या यह किसी बात का संकेत है? या फिर स्लीपिंग डिसऑर्डर की समस्या है? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब पाने के लिए लोग मानसिक रूप से भटकते हुए नज़र आते हैं। कई लोग मानते हैं कि रात्रि 3 बजे का समय शैतान का होता है। इस दौरान शैतानी शक्तियों का प्रभाव अधिक होता है। हालांकि इसके पीछे दिया जाने वाला तर्क स्पष्ट नहीं है। निंद्रा और अनिद्रा को लेकर लोगों की अलग-अलग आदतें होती हैं। कुछ लोगों को रात में जल्दी नींद आ जाती है तो कुछ लोगों को देर रात तक नींद ही नहीं आती है। इसके अलावा कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनकी रात में वक़्त-बेवक़्त अचानक नींद खुल जाती है। अक्सर गहरी नींद के बावजूद हम 3 AM से 5 AM के बीच अचानक ही उठ जाते हैं।
कई बार तो ऐसा होता है बिना आलार्म के हम ठीक एक ही समय पर हर रात उठते हैं। ऐसी बातों पर हमें अवश्य ही ध्यान देना चाहिए। क्योंकि मनुष्य के आसपास कई तरह की अदृश्य शक्तियाँ विद्यमान रहती हैं जिनसे वह अंजान होता है। रात में अचानक आँख खुलना अनिद्रा आदि की समस्या हो सकती है लेकिन इस दौरान कई बार हमारा शरीर हमें कुछ ऐसे संकेत देता है जिससे हमें एक आध्यात्मिक शक्ति का आभास होता है। आइए जानते हैं रात्रि में ये दैवीय शक्तियाँ किस प्रकार से हमें संकेत करती हैं:
जब रात 9 से 11 बजे के बीच अनिद्रा की समस्या से जूझते हैं आप
यदि किसी व्यक्ति को रात्रि 9 से 11 बजे के बीच लाख कोशिशों के बावजूद नींद नहीं आती है तो वह व्यक्ति उस दिन की किसी बात को लेकर अधिक चिंतित है और वह उस मसले पर ज़रुरत से ज़्यादा सोच रहा है।
यदि आप जीवन में इस तरह की समस्या जूझते हैं तो आपको आध्यात्मिक चिंतन की आवश्यकता है। ऐसे में ध्यान लगाएँ और सकारात्मक मंत्रों का जाप करें। इस क्रिया को नियमित करें। इससे न केवल आपको तनाव की समस्या से छुटकारा मिलेगा बल्कि आप एक अच्छी नींद भी ले सकेंगे।
जब रात्रि 11 से 1 बजे के बीच अचानक खुल जाए आँख
यदि आप रात्रि 11 से 1 बजे के बीच में अचानक सोते हुए उठ जाते हैं तो आप किसी बात को लेकर भावनात्मक रूप से अधिक परेशान हैं। इसके अलावा यदि आपका मन इधर-उधर भटकता है तो ये समस्याएं आपके पित्ताशय को प्रभावित कर सकती है।
इस तरह की समस्या में आपको मन में सकारात्मक विचार लाने चाहिए और उन अच्छे विचारों को अपने जीवन में प्रत्यक्ष रूप से उतारने का भी प्रयास करना चाहिए। ऐसा करने से आपको इस समस्या से निजात मिलेगा।
जब रात 1 से 3 बजे के बीच अचानक खुले आँख
रात्रि 1 से 3 बजे के बीच आँख खुलना व्यक्ति के ग़ुस्से की ओर संकेत करता है। हालांकि यह हमारी अल्पकालिक भावना होती है और बाद में पुनः हम सामान्य स्थिति में आ जाते हैं। बहरहाल यदि रात्रि में इस तरह की परिस्थिति से जूझ रहे हैं तो इससे आपका लीवर प्रभावित हो सकता है।
ऐसी समस्या से निपटने के लिए आप सोने से पहले कुछ ज़रुरी उपाय करें। सोने से पहले अपने हाथ-पैर धो लें। उसके बाद मन में सुविचार लाते हुए ध्यान क्रिया करें। ऐसा नियमित करने से आपको सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।
जब 3 AM से 5 AM के बीच जागते हैं आप
जिस व्यक्ति की आँख 3 AM से 5 AM के बीच में खुल जाती है तो आप ख़ुद को आध्यात्मिक शक्ति से जुड़ा पाते हैं। आपकी आत्मा को दैवीय ऊर्जा का आभास होता है और एक आसामान्य परिवर्तन देखने को मिलता है। कुछ लोगों का ऐसा मानना है इस दौरान उठने से कुण्डलिनी चक्र जागृत होती है।
जब सुबह 5 से 7 बजे के बीच खुलती है अचानक नींद
यदि आप सुबह 5 से 7 बजे के बीच जागते हैं तो कोई चीज़ आपको भावनात्मक रूप से रोकती है। आपके शरीर में प्रवाहित होने वाली ऊर्जा भी इससे प्रभावित होती है और आप ठीक प्रकार से नींद लेने में असफल होते हैं।
इस परिस्थिति में आपको अपनी शारीरिक और मानसिक शक्ति को आध्यात्मिक दृष्टि से समझने की आवश्यकता है। इसके लिए आपको ध्यान क्रिया करनी चाहिए।