यूरोपीयाई मौसम वैज्ञानिकों ने अब फ्रांस व जर्मनी के लोगों के लिए मौसम को लेकर जानलेवा चेतावनी जारी की है। अफ्रीका से आ रही गर्म हवाओं से बचने के लिए फ्रांस और जर्मनी के अलावा यूरोप के अन्य हिस्सों में अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के द्वारा तापमान वृद्धि के साथ-साथ तक भीषण उमस की आशंका जताई गई है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसा ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते हो रहा है।
तापमान के 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचने की आशंका
चेतावनी के तहत ये कहा गया है कि अफ्रीका के रेगिस्तानी इलाकों से उठ रही गर्म हवाओं के कारण अगले कुछ दिनों तक पूरे यूरोप में तापमान में वृद्धि होगी। इस दौरान यूरोप में 47 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंचने का अनुमान लगाया गया है। इसे देखते हुए वैज्ञानिकों ने पूरे एरिया में अलर्ट जारी किया है। लोगों को गर्म हवाओं के थपेड़ों से बचने की सलाह जारी की जा रही है। बावजूद इसके अंदेशा जताया गया है कि इन गर्म हवाओं के थपेड़ों और पारे में अचानक होने वाली बढ़ोतरी से हजारों लोगों की जान भी जा सकती है।
यूरोप में 2003 में गर्म हवाओं के चलते हुई थी 35 हज़ार लोंगो की मौत
आपको बता दें कि इससे पहले साल 2003 में भी यूरोपियन देशों को ठीक ऐसी ही गर्म हवाओं का सामना करना पड़ा था। आंकड़ें बताते हैं कि इससे फ्रांस में तकरीबन 15,000 जबकि पूरे यूरोप में 35,000 लोगों की मौत हो गई थी। उस वक्त पारा 44.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।