हस्त रेखा क्या है

हस्त रेखा ज्ञान भविष्य जानने के लिए एक रोचक विषय है। उत्सुकता मानव स्वभाव की एक प्रवृत्ति है इसलिए अपने भविष्य और जीवन से जुड़ी तमाम बातों को जानने की इच्छा हर व्यक्ति में होती है। ऐसे में ज्योतिष विद्या और हस्त रेखा की महत्वता और भी बढ़ जाती है।

हस्त रेखा ज्ञान सामुद्रिक शास्त्र का महत्वपूर्ण अंग है और कई सालों से इसका उपयोग किया जा रहा है। यदि इस विद्या को परिभाषित किया जाये तो, यह एक ऐसा माध्यम है जिसमें हाथ की रेखाओं को देखकर मनुष्य जीवन के भविष्य की संभावित घटनाओं के बारे में पता चलता है। जीवन रेखा से जुड़ी यह विद्या कई देशों में प्रचलित है हालांकि हर संस्कृति और समुदाय में इसका महत्व अलग-अलग है। हस्त रेखा विज्ञान में केवल हाथ की रेखा को ही नहीं पढ़ा जाता है बल्कि हाथ के आकार, बनावट, रंग, त्वचा और नाखून का भी अध्ययन किया जाता है। इन सभी तरीकों के अध्ययन से मनुष्य का भविष्यफल ज्ञात होता है।

हस्त रेखा विज्ञान की उत्पत्ति

हस्त रेखा ज्ञान की उत्पत्ति के बारे में कई मान्यता और मत प्रचलित हैं हालांकि बताया जाता है कि इसकी शुरुआत ग्रीस से हुई है। महान विचारक अरस्तू इस विद्या के जनक माने जाते हैं। हस्त रेखा कला की खोज के बाद अरस्तू ने यह विद्या अलेक्जेंडर को प्रदान कर दी। इतिहास में उल्लेख है कि महान योद्धा अलेक्जेंडर ने अपने राज्य और सैनिकों के भाग्य को जानने के लिए हस्त रेखा विज्ञान का बखूबी इस्तेमाल किया। हस्त रेखा के संबंध में अरस्तू ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात कही-

‘’मनुष्य की हथेली पर रेखाएं बिना किसी वजह से उकरी हुई नहीं होती हैं बल्कि ये हमारे जीवन भविष्य की संभावनाओं को प्रकट करती है।’’

वहीं एक अन्य मत के अनुसार हस्त रेखा ज्ञान की उत्पत्ति भारत वर्ष में हुई और यहीं से इसका प्रचार-प्रसार ग्रीस, इजिप्ट, परसिया और सीरिया में हुआ। इसलिए हस्त रेखा ज्ञान को सामुद्रिक शास्त्र का अभिन्न अंग कहा जाता है।

हस्त रेखा ज्ञान: बायें और दायें हाथ का महत्व

हस्त रेखा विज्ञान में दायें और बायें दोनों हाथों का महत्व है। यह माना जाता है कि किसी भी व्यक्ति का बायां यानि उल्टा हाथ उसकी क्षमता को प्रकट करता है जबकि दायां यानि सीधा हाथ उसके व्यक्तित्व को दर्शाता है। वहीं सीधे हाथ की रेखा मनुष्य के भविष्य का बोध कराती है, वहीं उल्टे हाथ की रेखा अतीत के बारे में बतलाती है।

प्रसिद्ध हस्त रेखा आचार्यों का कहना है कि इस जीवन में मनुष्य को क्या कुछ मिलेगा यह बायां हाथ दर्शाता है। वहीं दायां हाथ यह प्रकट करता है कि मनुष्य अपने कर्म और बाहुबल से इस जीवन में क्या प्राप्त करेगा ?

हथेली पर उकरी विभिन्न रेखाओं का अपना अलग-अलग महत्व होता है। यही रेखाएं जीवन में हमारा भाग्य तय करती हैं। आइये जानते हैं हथेली की 7 प्रमुख रेखाओं के बारे में-

  • ह्रदय रेखा: यह रेखा हाथ पर सबसे ऊपर उंगलुियों के नीचे की ओर स्थित होती है। हस्त रेखा विद्वानों के अनुसार, यह रेखा ह्रदय से संबंधित मामलों और भावनात्मक विचारों को दर्शाती है। यह रेखा हमारे मस्तिष्क में उत्पन्न होने वाले भावनात्मक पक्ष का प्रतिनिधित्व करती है। उदाहरण के तौर पर, यदि इस रेखा पर कोई जालनुमा आकृति बनी हुई है तो यह दर्शाती है कि वह व्यक्ति बहुत बेचैन और संवेदनशील रहेगा।
  • जीवन रेखा: यह रेखा अंगूठे के पास और हथेली के किनारे से शुरू होती है। जीवन रेखा प्रत्येक मनुष्य के व्यक्तित्व, शक्ति, शारीरिक स्वास्थ्य और सामान्य अवस्था को दर्शाती है। इसके अतिरिक्त यह रेखा हमारे जीवन में होने वाले बड़े बदलाव और दुखद घटनाओं को भी इंगित करती है।
  • मस्तिष्क रेखा: यह रेखा हथेली के किनारे पर तर्जनी उंगली के नीचे से बाहर की ओर जाती है। हस्त रेखा ज्योतिषी के अनुसार मस्तिष्क रेखा प्रत्येक व्यक्ति के दिमाग और उसके अनुरुप उसकी संवाद शैली, सीखने की कला और बौद्धिकता का प्रतिनिधित्व करती है।
  • स्वास्थ्य रेखा: यह रेखा हथेली पर सबसे नीचे की ओर कलाई से शुरू होकर छोटी उंगुली की तरफ जाती है। हस्त रेखा शास्त्रियों के अनुसार यह रेखा स्वास्थ्य संबंधी मामलों को दर्शाती है। जिनका सामना भविष्य में मनुष्य को करना पड़ सकता है।
  • विवाह रेखा: यह छोटी और क्षैतिज रेखाएं कनिष्ठा के बिल्कुल नीचे और ह्रदय रेखा के ऊपर स्थित होती है। यह रेखा रिश्तों में आत्मीयता, वैवाहिक जीवन में खुशी और पति-पत्नी के बीच स्नेह और विश्वास को दर्शाती है।
  • भाग्य रेखा: यह रेखा हथेली पर सबसे नीचे कलाई से शुरू होकर मध्य उंगली तक जाती है। भाग्य रेखा से मनुष्य के करियर, जीवन में मिलने वाली सफलता और चुनौतियों का पता चलता है।
  • सूर्य रेखा: यह रेखा अनामिका उंगुली के नीचे स्थित होती है। हस्त रेखा जानकारों का कहना है कि सूर्य रेखा जीवन में मिलने वाले सम्मान या विवादित प्रकरण संबंधी मामलों को दर्शाती है।

इन सभी हस्त रेखाओं का प्रत्येक मनुष्य के जीवन पर गहरा प्रभाव होता है इसलिए यह जरूरी है कि आपके जीवन में होने वाले परिवर्तन और घटना के पूर्वानुमान के लिए हस्त रेखा विद्वान इन सभी रेखाओं का बारीकी से अध्ययन करे। हाल के दिनों में हस्त रेखाओं का प्रयोग मेडिकल रिसर्च के क्षेत्र में भी किया जा रहा है। इसके माध्यम से वंशानुगत बीमारियों के बारे में अध्ययन किया जा रहा है।