हरियाली तीज 2022: सावन का पावन महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है क्योंकि इसी महीने में माता पार्वती ने 108 जन्मों तक कठोर तपस्या कर भगवान शिव को पति स्वरुप में पाया था। इसलिए सावन में भगवान शिव और माँ पार्वती की पूजा भक्तों लिए अत्यंत शुभ फलदायी और कष्टनिवारणी मानी जाती है। सनातन धर्म में सावन के महीने को बहुत ख़ास और पवित्र इसलिए भी माना जाता है, क्योंकि इस पूरे महीने में भक्तों द्वारा अलग-अलग दिनों में अलग-अलग तरीकों से भगवान शिव को पूजा जाता है।
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सावन के महीने में प्रकृति की सुंदरता अपने चरम पर होती है, बारिश की बूँदें धरती को गर्मी की तपिश से राहत देती हैं और पेड़-पौधों की हरियाली मन प्रसन्न करने वाली होती है। ऐसे में जब चारों तरफ हरियाली ही हरियाली नज़र आए और धरती खुद को हरी चादर में लपेट लें, तब मनाया जाता है हरियाली तीज का पावन पर्व, जिसमें मनोरम क्षण का आनंद लेने के लिए महिलाएं झूले झूलती हैं और लोक गीत गाकर उत्सव मनाती हैं। हरियाली तीज के अवसर पर देशभर में कई जगह मेले लगते हैं और माता पार्वती की सवारी धूमधाम से निकाली जाती है। सुहागन स्त्रियों के लिए हरियाली तीज का पर्व बहुत मायने रखता है। सौंदर्य और प्रेम का यह उत्सव भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
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हरियाली तीज 2022 मुहूर्त
जुलाई 31, 2022 को 03:01:48 से तृतीया आरम्भ
अगस्त 1, 2022 को 04:20:06 पर तृतीया समाप्त
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गहन आस्था और प्रेम का पर्व: हरियाली तीज
वैदिक पंचांग के अनुसार हरियाली तीज या श्रावणी तीज का खास पर्व, श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है। इस दिन सुहागिन महिलायें द्वारा पूरे दिन का उपवास रखा जाता है और संध्याकाळ में भगवान शिव और माँ पार्वती की विधि-विधान पूर्वक पूजा की जाती है। सुहागिन महिलाओं द्वारा हरियाली तीज का व्रत पति की लंबी उम्र, उनके सुखद जीवन एवं पुत्र प्राप्ति की कामना के लिए किया जाता है। भगवान शिव और माता पार्वती अपने भक्तों की विधिवत पूजा अर्चना से प्रसन्न होकर उन्हें, उनकी सम्पूर्ण मनोकामनाओं की पूर्ति आशीर्वाद देते हैं।
मान्यता है कि जो सुहागिन स्त्रियां सावन माह के शुक्ल पक्ष के तृतीया तिथि यानी हरियाली तीज का व्रत रख कर शंकर जी के साथ मां पार्वती की पूजा विधि विधान से करती हैं, उनके जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं होती है। इस साल सावन माह के हरियाली तीज का त्यौहार 31 जुलाई को मनाया जाएगा। इस बार की तीज की सबसे खास बात यह है कि इस दिन रवि योग का निर्माण हो रहा है। मान्यता है कि इस शुभ योग में माँ पार्वती और शिव जी की पूजा करना विशेष फलदायी होता है।
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हरियाली तीज पर बना रवि योग
सनातन धर्म में सूर्य देव को ग्रहों का राजा कहा गया है। सूर्य अधिष्ठित नक्षत्र के बाद चौथे, छठे, दसवें, तेरहवें अथवा बीसवें नक्षत्र में अगर चंद्रमा की उपस्थिति हो तो उस दिन बनने वाले योग को रवि योग कहा जाता है। रवि योग के दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है| मान्यता के अनुसार यह योग अधिक प्रभावशाली इसलिए है क्योंकि इस योग को स्वयं सूर्य देवता का वरदान प्राप्त है। इस शुभ योग पर किए गए शुभ कार्यों में कभी कोई अड़चन उत्पन्न नहीं होती है। रवि योग के दिन शुभ मुहूर्त में सूर्य देवता को अर्घ्य देने से जातकों को बहुत लाभ होता है।
हरियाली तीज पूजा विधि
हरियाली तीज का पर्व सुहागिन महिलाओं के लिए ख़ास महत्व रखता है। हरियाली तीज के दिन महिलाएं दुल्हन की तरह सजती संवरती हैं। विवाहित महिलाएं इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा -अर्चना कर पति की लंबी आयु की कामना करती है। हरियाली तीज के दिन पूजा और व्रत का विशेष महत्व है, तो आइए जानते है, कैसे करें भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती को प्रसन्न, कैसे करें उनकी आराधना।
- प्रातः सुबह उठकर स्नान कर हरे रंग के वस्त्रों को धारण करें।
- घर की साफ सफाई कर मंडप को तोरण से सजाएं।
- मंदिर के सामने चौकी पर मिट्टी में गंगा जल मिलाकर शिवलिंग रखें।
- भगवान शिव, भगवान गणेश और माता पार्वती की प्रतिमा बनाएं।
- सभी देवताओं को याद कर पूजन करें।
- हरियाली तीज का व्रत करने वाली महिलाएं रात भर जागरण करें।
- भगवान शिव और माता पार्वती का भजन करें।
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हरियाली तीज: इन मन्त्रों का करें जाप
माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए इन मंत्रों का जाप करें
- ॐ उमायै नम:
- ॐ पार्वत्यै नम:
- ॐ जगद्धात्र्यै नम:
- ॐ जगत्प्रतिष्ठयै नम:
- ॐशांतिरूपिण्यै नम:
- ॐ शिवायै नम:
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए इन मंत्रों का जाप करें
- ॐ हराय नम:
- ॐ महेश्वराय नम:
- ॐ शम्भवे नम:
- ॐ शूलपाणये नम:
- ॐ पिनाकवृषे नम:
- ॐ शिवाय नम:
- ॐ पशुपतये नम:
- ॐ महादेवाय नम:
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हरियाली तीज: राशि अनुसार उपाय दिलाएँगे भोलेनाथ का आशीर्वाद
मेष राशि: भगवान शिव को रेशमी वस्त्र और पंचामृत अर्पित करें।
वृषभ राशि: माँ पार्वती को श्रृंगार भेंट करते हुए पति की दीर्घायु की कामना करें।
मिथुन राशि: माँ पार्वती को हल्दी और भोलेनाथ को सफ़ेद चन्दन अर्पित करें।
कर्क राशि: शिवजी का ध्यान करते हुए ॐ नमः शिवाय का 108 बार जाप करें।
सिंह राशि: शिव पार्वती को पीले फूल की माला अर्पित करें और रुद्राष्टकम का पाठ करें।
कन्या राशि: शिव जी को बेल पत्र अर्पित करें. मेहंदी जरूर लगाएं।
तुला राशि: श्रृंगार की वस्तुओं का दान करें।
वृश्चिक राशि: माँ पार्वती की पूजा करें और उन्हें नारियल चढ़ाएं।
धनु राशि: शिव पार्वती को एक साथ सुगन्धित पुष्प अर्पित करें।
मकर राशि: शिव जी के मंदिर में घी का दीपक जलाएं।
कुंभ राशि: किसी मजदूर को कुछ हरी दाल या सब्जियों सहित एक पूरा भोजन उपलब्ध कराएं।
मीन राशि: भगवान नारायण की पूजा करें और उन्हें पीले फूल चढ़ाएं।
हरियाली तीज पर इन बातों को छोड़ने का लें संकल्प
हरियाली तीज का व्रत महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र की कामना के लिए रखती हैं। साथ ही इस दिन से जुड़ी एक अनोखी प्रथा के चलते हरियाली तीज के दिन महिलाएं तीन बातों को छोड़ने का संकल्प लेती हैं। जानिए क्या हैं वो तीन बातें :
- पहली बात, पति से किसी भी बात पर छल-कपट नहीं करना है।
- दूसरी बात, अपने पति से झूठ नहीं बोलना है और ना ही उनके साथ कोई दुर्व्यवहार करना है।
- तीसरी बात, किसी भी बात पर दूसरों की बुराई करने से बचना है।
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