हिंदू धर्म में यूं तो पवित्र नदियों में किसी भी समय किये गये स्नान को शुभ माना जाता है, लेकिन कुछ ऐसे मौके भी आते हैं जब इन पवित्र नदियों में स्नान का महत्व बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। आज कार्तिक पूर्णिमा है और इस दिन पर गंगा स्नान करना अति शुभ फलदायक माना जाता है। आज 12 नवंबर को भरणी नक्षत्र और सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ बने शुभ संयोंगो में कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान किया जा रहा है। आज के दिन पवित्र नदी में स्नान ही नहीं बल्कि, दान-पुण्य का भी विशेष महत्व है।
गंगा स्नान एवं पूजन के लिये मुहूर्त
इस वर्ष 12 नवंबर मंगलवार को पूर्णिमा तिथि 19:07 बजे तक रहेगी। वहीं शुभ मुहूर्त कहे जाने वाला अभिजीत मुहूर्त 11:43:31 से 12:26:44 तक रहेगा। वहीं गुलिक काल का समय 12:05:08 से 13:26:10 तक रहेगा। इस दिन श्रद्धालु पूरे दिन गंगा स्नान और भगवान विष्णु की पूजा कर सकते हैं। इस दिन गंगा स्नान करके आपके पाप धुल जाते हैं ऐसा माना जाता है।
क्या है गंगा स्नान का महत्व
वैसे तो हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोग हर दिन ही गंगा में स्नान करने को शुभ मानते हैं, लेकिन कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का अलग महत्व है। ऐसा माना जाता है कि जो भी जातक इस दिन गंगा स्नान करता है उसे भगवान विष्णु की अपार कृपा प्राप्त होती है। यदि कोई जातक गंगा स्नान के बाद इस दिन गंगा नदी में दीप दान करे तो उसे दस यज्ञों का फल मिलता है। इसके साथ ही मान्यता यह भी है कि इस दिन गंगा स्नान से शरीर के रोग भी दूर हो जाते हैं। यदि गंगा स्नान भरणी नक्षत्र में किया जाए तो व्यक्ति को ऐश्वर्य और सुख प्राप्त होते हैं। भारतीय शास्त्रों के अनुसार इसी दिन भगवान विष्णु ने अपना पहला अवतार यानि मत्स्य अवतार लिया था। इसके साथ ही शिवजी ने इसी दिन देवताओं पर अत्याचार करने वाले त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था। इसी दिन देव दीपावली भी मनाई जाती है।
कार्तिक पूर्णिमा को हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इस दिन गंगा स्नान के साथ-साथ व्रत रखने का भी बड़ा महत्व है। जो भी जातक इस दिन सच्चे दिल से व्रत रखता है उसके सारे पापों का नाश हो जाता है और मनचाहे फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन रखे जाने वाले व्रत से इंसान को आध्यात्मिक ज्ञान भी प्राप्त होता है और विवेक में वृद्धि होती है। इसीलिये आध्यात्मिक मार्ग पर चलने वाले लोग भी इस दिन को बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं और इस दिन अपनी साधना को मजबूत करने के लिये योग ध्यान इत्यादि करते हैं। कुल मिलाकर कहा जाए तो कार्तिक पूर्णिमा का दिन हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिये उन महत्वपूर्ण दिनों में से एक है जब सांसारिक और आध्यात्मिक दोनों मार्गों पर चलने वाले लोगों को लाभ प्राप्त हो सकता है।