गंगा दशहरा विशेष : जीवन की आर्थिक समस्याओं से छुटकारा दिलाएंगे ये उपाय

सनातन धर्म में गंगा को माता का दर्जा प्राप्त है। किसी भी अन्य नदी से गंगा का महत्व कहीं ज्यादा है। गंगा पतित पावनी है। उसमें स्नान कर लेने मात्र से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। यही वजह है कि गंगा सनातन धर्म में महज एक नदी नहीं है बल्कि करोड़ों लोगों की भावना है। 

ऐसे में गंगा दशहरा का पर्व सनातन धर्म में काफी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि मान्यता है कि इसी दिन माता गंगा स्वर्ग से धरती पर आई थीं। लेकिन इस बार का गंगा दशहरा का पर्व और भी खास है क्योंकि इसी दिन बृहस्पति शनि देवता के स्वामित्व वाली राशि कुंभ में वक्री होने जा रहे हैं। वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति को एक बेहद ही शुभ ग्रह माना गया है। 

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ऐसे में आज हम आपको इस लेख में यह बताने वाले हैं कि वे कौन से उपाय हैं जिन्हें अपनाकर आप गंगा दशहरा के दिन अपने आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं लेकिन उससे पहले आपको गंगा दशहरा से जुड़ी कुछ खास जानकारी दे देते हैं।

गंगा दशहरा 2021 

प्रत्येक वर्ष हिन्दू पंचांग के अनुसार गंगा दशहरा का पर्व ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। ऐसे में साल 2021 में गंगा दशमी तिथि 19 जून को शनिवार की शाम के 06 बजकर 47 मिनट पर प्रारंभ होगी और 20 जून को रविवार की शाम के 04 बजकर 23 मिनट पर इसका समापन होगा। ऐसे में गंगा दशहरा का पर्व साल 2021 में 20 जून को मनाया जाएगा।

आइये अब आपको वे उपाय बता देते हैं जिन्हें गंगा दशहरा के दिन अपनाकर आप अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर कर सकते हैं।

गंगा दशहरा के पावन दिन आर्थिक स्थिति बेहतर करने के उपाय

  • गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। चूंकि कोरोना महामारी के इस दौर में ऐसा कर पाना आम लोगों के लिए संभव नहीं है तो आप इस दिन नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। इसके साथ ही इस पावन दिन पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें। इस पावन दिन पर भगवान शिव का गंगाजल से अभिषेक करना भी आपके लिए बेहद शुभ साबित होगा। इन सभी उपायों से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
  • वे जातक जो लाख कोशिशों के बावजूद नौकरी पाने में असफल हो रहे हैं या फिर कारोबार में उतनी तरक्की नहीं हो रही है जिसकी वो उम्मीद कर रहे थे तो इन जातकों को गंगा दशहरा के दिन जल दान करना चाहिए। जल दान करने के लिए एक कलश में उसके कंठ तक पानी भरें और फिर उसमें थोड़ा सा शक्कर मिला कर उसे साफ वस्त्र से ढक दें। इसके बाद उस वस्त्र के ऊपर कुछ दक्षिणा रख कर किसी गरीब या फिर किसी ब्राह्मण को दान में दे दें। इससे आपको अपने जीवन में चल रही परेशानियों से छुटकारा मिल जाएगा।
  • यदि जीवन में आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं और काफी कोशिशों के बावजूद धन संचय करने में असफलता हाथ लग रही है या फिर फिजूलखर्ची से परेशान हैं तो आपको गंगा दशहरा के दिन अनार का पेड़ लगाना चाहिए। हालांकि वास्तु शास्त्र में अनार का पेड़ घर या आँगन में लगाना अशुभ माना गया है इसलिए आप जब भी अनार का पेड़ लगाएँ तो उसे घर से दूर लगाएँ।
  • कारोबार चलाने में यदि समस्याओं का सामना करना पद रहा है। ऐसे जातक जो अपना नया कार्य नहीं शुरू कर पा रहे हैं या फिर व्यवसाय से उम्मीद के मुताबिक नतीजे नहीं मिल रहे हैं। उन्हें गंगा दशहरा के दिन एक सादे कागज पर गंगा स्त्रोत लिखकर इस कागज को किसी पीपल के पेड़ के नीचे गाड़ देना चाहिए। सकारात्मक नतीजे मिलने लगेंगे।

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