दीपावली से पहले सात विशेष मुहूर्त , करें इन मुहूर्तों में ये ख़ास काम

दिवाली का त्यौहार हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है। इस दिन की पूजा से माँ लक्ष्मी की विशेष कृपा पाई जा सकती है। दिवाली से पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है और इस दिन खरीददारी का बेहद महत्व होता है, ये तो रही वो बातें जो हम सभी बचपन से सुनते और मानते आये हैं लेकिन इस वर्ष की दिवाली अन्य सभी वर्षों से ख़ास और अलग होने वाली है, कैसे? आइये हम आपको बताते हैं। दरअसल इस साल दिवाली पर 17 साल बाद ऐसा शुभ संयोग बन रहा है जो अपने आप में बेहद ख़ास है। इसके बारे में आइये विस्तार से जानते हैं।

भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार  इस  बार दीपावली के महापर्व शुरू होने से पहले ही ऐसे खास सात मुहूर्त प्रारम्भ हो रहे हैं जिनमे किया गया कार्य सदा फलदायी साबित होता है। जिसका शुभारम्भ 7 नवम्बर 2020 से शुरू हो कर 14 नवम्बर 2020 तक रहेगा। इस बार 17 साल बाद दीपावली पर सर्वार्थसिद्धि योग भी बन रहा है। जिस कारण इस बार दीपावली पर्व विशेष माना जा रहा है। इसके पहले यह योग 2003 में पड़ा था। भारतीय ज्योतिष में सदैव मुहूर्त को स्थान दिया गया है और प्रमाणित रूप से भी प्राप्त होता है कि, शुभ मुहूर्त में किया कार्य  या ख़रीदा गया सामान सदैव लाभान्वित होता है।  

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वर्णं कीर्तिं मतिं लक्ष्मीं स्वास्थ्यमायुश्च विदन्ति।

ब्राह्मे मुहूर्ते संजाग्रच्छि वा पंकज यथा॥

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इस प्रकार कहा गया है कि, शुभ मुहूर्त में किया गया कार्य सदैव सफल व उत्तम फल देता  है। आइये अब जानते हैं कब कैसे पड़े रहे हैं दीवाली से सात दिन पूर्व ये शुभ मुहूर्त। 

पहला मुहूर्त : 7 नवम्बर – शनिवार व पुष्य नक्षत्र जिसे शनि पुष्य योग कहा जाता है। 

दूसरा मुहूर्त : 8 नवंबर- इस दिन अहोई अष्टमी और अश्लेषा नक्षत्र का संयोग व  कुमार योग बन रहा है। 

तीसरा मुहूर्त : 9 नवंबर- सोमवार और मघा नक्षत्र का संयोग है।

चौथा मुहूर्त : 10 नवंबर –  मंगलवार व पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के संयोग हैं।

पांचवा मुहूर्त : 11 नवंबर: बुधवार के दिन उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से वर्धमान योग व चंद्रमा- मंगल की युति से महालक्ष्मी योग भी है।

छठा मुहूर्त : 13 नवंबर – धनतेरस का त्योहार है। इस दिन प्रदोष और हस्त नक्षत्र का योग है 

सातवां मुहूर्त : 14 नवंबर- सर्वार्थ सिद्धि योग है।

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क्यों है ये सात दिन विशेष? 

उदये च प्रवासे च ग्रहाणां करणं रवि ।

प्रवासां छादयन् कुर्यात् मुञ्चमानस्तथोदयम्।।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 7 नवम्बर को एक ऐसा योग ( शनि पुष्य ) पड़ रहा है और बुध और शुक्र के एक-दूसरे की राशि में आने से बन रहा धन में लाभ जैसे योग बनते हैं। इस दिन की गई खरीदारी में कम खर्च और ज्यादा फायदा भी होता है खास कर खरीददारी जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामान व जमीन जायदाद के लिए अति उत्तम रहेगा। जैसे – प्रॉपर्टी, ज्वैलरी, गाड़ियों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान , फर्नीचर  और लकड़ी से बनी सजावटी चीजों आदि

8 नवंबर को ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अश्लेषा नक्षत्र व अष्टमी तिथि का संयोग व कुमार योग है। धर्म ग्रंथों के अनुसार कहा गया है कि, इस शुभ मुहूर्त में किचन से जुड़ी खाने की चीजों, औषधियों की खरीदारी करना व नया कार्य का प्रारम्भ करना फलदायी माना गया है।

9 नवंबर  सोमवार और मघा नक्षत्र का संयोग है ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा गया है कि,  सोम व मघा के संयोग से विशेष कर आयुर्वेदिक दवाइयां, मिष्ठान, नव रत्न, सुगंधित चीजें, एक्वेरियम और सुहागन महिलाओं से जुड़े सामानों की खरीददारी करना अच्छा व फलदायी  माना गया है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 10 नवम्बर को मंगलवार व एंद्र योग और पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के संयोग बन रहा है। कहा जाता है कि, इस दिन कोई भी जातक यदि  जमीन या मकान खरीदने में धन का निवेश  करता है तो उनके लिए लाभकारी साबित होता है और साथ ही इस दिन इलेक्ट्रॉनिक सामानों की खरीदारी करना शुभ माना गया है।

11 नवंबर इस दिन चंद्र-मंगल का दृष्टि संबंध होने से महालक्ष्मी योग बन रहा है साथ ही बुधवार व उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के संयोग से वर्धमान योग और वैधृति योग भी बन रहा है । कहा गया है कि, इस मुहूर्त की गई खरीदारी का लाभ पूर्ण रूप से प्राप्त होता है। इस योग में औजार बनाना या बेचना , मशीनरी और वाहन की खरीददारी करना विशेष माना गया  है।

13 नवंबर धार्मिक ग्रंथों व ज्योतिष शास्त्र के अनुसार खास दिन है। इस दिन धनतेरस का महापर्व मनाया जायेगा। इस दिन खरीददारी करना शुभ  माना जाता है। धनतेरस के दिन सभी तरह के शुभ कार्य करने और नई चीजों की खरीदारी के लिए सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त है। इसे अबूझ मुहूर्त भी कहा जाता है। इस दिन प्रदोष और हस्त नक्षत्र का संयोग भी है ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा जाता है कि, इस दिन वाहन, भूमि, भवन, आभूषण व वस्त्र आदि की खरीदारी करना अत्ति उत्तम व फलदायी कहा गया है।

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14 नवंबर को शनिवार के दिन दीपावली का महापर्व मनाया जायेगा और  इस बार 17 साल के बाद दिवाली के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। दीपावली महापर्व पर सूर्योदय के साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग शुरू हो जाएगा। जो कि रात  8:00  बजे तक रहेगा। लक्ष्मी पूजा के साथ इस दिन हर तरह की खरीदारी के लिए विशेष मुहूर्त बन रहा है।

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