साल 2020 का आखिरी महीना शुरू होने वाला है और ये साल आखिरकार खत्म होने की कगार पर पहुँच चुका है। साल 2020 यकीनन ही किसी भी इंसान के लिए आसान नहीं रहा है। साल की शुरुआत से ही हम कोरोना महामारी के चलते अपने घरों में बंद होने को मजबूर हो गए और अभी तक स्थिति चिंताजनक ही बनी हुई है। हालांकि अब जैसे-जैसे साल ख़त्म होने को है, वैसे-वैसे वैक्सीन आने की आस लोगों के दिलों में बढ़ रही है। वैक्सीन आने का सीधा मतलब है हमारा सामान्य जीवन पुनः पटरी पर आ जाना।
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तो आइये अब इसी पॉजिटिव विचार के साथ आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि, साल का ये आखिरी महीना हमारे लिए क्या कुछ नया और ख़ास लेकर आने वाला है। इस आर्टिकल में जानते हैं कि साल 2020 के इस आखिरी महीने में कौन से त्यौहार-व्रत/पूजन,गोचर, ग्रहण इत्यादि आने वाले हैं। साथ ही अपने इस दिसंबर विशेष आर्टिकल में हम आपको बताएँगे कि दिसंबर के महीने में जन्मे लोगों की विशेषताएँ, साथ ही इस महीने में आने वाले व्रत-त्यौहार और ग्रहण की संपूर्ण जानकारी के साथ जानिए दिसंबर के महीने से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण भविष्यवाणी जो आपका जीवन बदल सकती हैं।
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दिसंबर के महीने में जन्मे लोगों के बारे में कुछ ख़ास बातें
दिसंबर में जन्मे लोगों का व्यक्तित्व : अक्सर देखा गया है कि दिसंबर में पैदा होने वाले लोग थोड़े आलसी किस्म के होते हैं। इसके अलावा इस महीने जन्मे लोगों का व्यक्तित्व इतना शानदार होता है कि ये लोगों को अपना मुरीद बना लेते हैं। अपने शानदार आकर्षण की बदौलत इस महीने जन्मे लोग किसी भी पार्टी की जान बेहद ही आसानी से बन जाते हैं।
दिसंबर में जन्मे लोगों का रोमांस : रोमांस और प्यार के नज़रिए से बात करें तो, इस महीने जन्मे लोग दिल फेंक आशिकों की श्रेणी में आते हैं। इनके शानदार व्यक्तित्व के चलते लोग इनसे संबंध बनाने में इच्छुक रहते हैं और अक्सर देखा गया है कि, इस महीने में जन्म लेने वाले लोग अक्सर गुप्त संबंध बनाने वाले होते हैं।
दिसंबर में जन्मे लोगों का करियर : दिसंबर में जन्मे लोग कलाकार और दार्शनिक होते हैं। इन लोगों में बेहद ही शानदार आत्मविश्वास देखने को मिलता है। इस महीने जन्मे लोग पढ़ाई में अव्वल होते हैं और मौका मिलने पर ये साबित भी कर देते हैं कि ये हर और किसी भी क्षेत्र में जीत हासिल कर सकते हैं।
दिसंबर में जन्मे लोगों का आर्थिक पक्ष : अपनी मेहनत और काबिलियत के दम पर इस महीने जन्मे लोग अपने जीवन में काफी सारा धन भी अर्जित करते हैं। हालांकि क्योंकि स्वभाव से ये लोग दिल-फेंक और पार्टी प्रेमी होते हैं ऐसे में ये जमकर खर्च भी करने से नहीं झिझकते हैं। कई बार उनका यही लापरवाही भरा रवैया उन्हें परेशानी में डाल देता है।
दिसंबर में जन्मे लोगों का स्वास्थ्य : दिसंबर में जन्मे लोग अपने करियर की ही तरह अपने स्वास्थ्य को लेकर भी काफी सजग रहते हैं, लेकिन फिर भी कई बार ये किसी बड़ी बीमरी के चंगुल में फंस जाते हैं। हालांकि इसमें भी अच्छी बात ये है कि, अपने आत्मविश्वास के दम पर ये किसी भी विपरीत परिस्थिति से निकल भी जाते हैं।
दिसंबर में जन्मे लोगों का समाज में मान-सम्मान : रोमांच के शौक़ीन दिसंबर के महीने में जन्मे लोगों को जीवन के हर पड़ाव में रोमांच चाहिए होता है। ये एक जैसा जीवन जीने में यकीन नहीं रखते हैं। इनके दिमाग में कुछ नया करने का प्लान चलता रहता है। सलमान खान-रजनीकांत-जॉन अब्राहम-युवराज सिंह, ये कुछ नामचीन सितारे दिसंबर के महीने में ही जन्मे हैं।
दिसंबर में जन्मे लोगों का लकी नंबर : 1, 3, 8।
दिसंबर में जन्मे लोगों का लकी रंग: येलो, ब्राउन, रेड, पर्पल
दिसंबर में जन्मे लोगों का लकी डे: संडे, सैटरडे, वेडनेसडे
दिसंबर में जन्मे लोगों का लकी रत्न : पन्ना और मोती
दिसंबर में आने वाले व्रत/त्यौहार-गोचर-ग्रहण की संपूर्ण जानकारी
1 दिसंबर 2020- मंगलवार
विश्व एड्स दिवस : विश्व एड्स दिवस का उद्देश्य एचआईवी संक्रमण के प्रसार की वजह से एड्स महामारी के प्रति जागरूकता बढाना, और इस बीमारी से जिसकी मौत हो गई है उनका शोक मनना है।
3 दिसंबर 2020- बृहस्पतिवार
संकष्टी चतुर्थी : संकष्टी चतुर्थी का मतलब होता है संकट हर लेने वाली चतुर्थी। हिंदू पंचांग के मुताबिक, संकष्टी चतुर्थी कृष्ण पक्ष की पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी को मनाते हैं। भगवान गणेश बुद्धि और विवेक के देवता माने जाते हैं। ऐसे में भगवान गणेश की कृपा पाने के लिए संकष्टी के व्रत का सबसे ज्यादा महत्व बताया गया है।
7 दिसंबर 2020- सोमवार
कालाष्टमी : कालाष्टमी के दिन भगवान शिव के विग्रह रूप काल भैरव की पूजा का विधान बताया गया है। कालाष्टमी का व्रत प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन रखा जाता है। काल भैरव तंत्र-मंत्र के देवता माने गए हैं।
कालभैरव जयंती : हिन्दू शास्त्र में काल भैरव को महादेव के रुद्र अवतारों में से, सबसे प्रमुख अवतार माना गया है। यही कारण है कि आज दुनियाभर में कालाष्टमी शिव भक्तों के लिए बेहद पावन दिवस के रूप में मनाई जाती है।
11 दिसंबर 2020-शुक्रवार
उत्पन्ना एकादशी : पौराणिक मान्यताओं के अनुसार बताया जाता है कि इसी दिन एकादशी माता का जन्म हुआ था, इसलिए इसे उत्पन्ना एकादशी के नाम से जाना जाता है। माता एकादशी को भगवान विष्णु की ही शक्ति माना गया है।
12 दिसंबर 2020-शनिवार
प्रदोष व्रत : प्रदोष व्रत को एक अत्यंत शुभ और बेहद ही फलदायी व्रत बताया गया है। इस प्रदोष व्रत का सीधा संबंध भगवान शिव और माता पार्वती से होता है। शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को ये व्रत मनाया जाता है।
शनि त्रयोदशी : शनिवार को आने वाले प्रदोष व्रत को शनि प्रदोष या शनि त्रयोदशी के नाम से जाना जाता है। शनिवार को भगवान शिव का दिन माना गया है ऐसे में इस दिन का महत्व कई गुना बढ़ जाता है।
13 दिसंबर 2020-रविवार
मासिक शिवरात्रि : मासिक शिवरात्रि व्रत का बहुत महत्व बताया गया है। साल के हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है।
14 दिसंबर 2020- सोमवार
मार्गशीर्ष अमावस्या : हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष अमावस्या मार्गशीर्ष माह में आती है। कई जगह पर इसे अगहन अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन पितरों की शांति के लिए तर्पण, स्नान, दान इत्यादि किए जाने का भी विधान बताया गया है।
दर्श अमावस्या : दर्श अमावस्या का दिन बेहद ही शुभ माना जाता है। शुक्ल पक्ष के अंतिम दिन दर्श अमावस्या आती है। इस रात में चंद्रमा के दर्शन नहीं होते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन पितरों को प्रसन्न करना बेहद ही आसान होता है इसलिए इस अमावस्या का एक नाम श्राद्ध की अमावस्या भी होता है।
सोमवती अमावस्या : सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं। ये वर्ष में लगभग एक अथवा दो ही बार पड़ती है।
पूर्ण सूर्य ग्रहण : सूर्य ग्रहण और चन्द्र ग्रहण, दोनों ही घटनाओं को ज्योतिष की दुनिया में महत्वपूर्ण माना गया है। किसी भी ग्रहण का प्रभाव हमारे जीवन में अवश्य ही पड़ता है। शाम को 19 बजकर 03 मिनट से 15 दिसंबर को 12 बजे
15 दिसंबर 2020- मंगलवार
चंद्र दर्शन : हिन्दू धर्म में चंद्र दर्शन काफी महत्व रखता है। ऐसा इसलिए माना गया है क्योंकि चद्रंमा को देवता समान माना गया है। चंद्र दर्शन का मतलब होता है चन्द्रमा का दर्शन करना। ऐसे में चन्द्र दर्शन का यह ख़ास दिन भारत में बहुत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है।
धनु संक्रांति : जब सूर्य किसी राशि में प्रवेश करता है तो उसे संक्रांति कहते हैं। ऐसे में जब सूर्य धनु राशि में प्रवेश कर रहा है तो इसे धनु संक्रांति कहा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार पौष माह की संक्रांति को धनु संक्रांति कहा जाता है।
18 दिसंबर 2020- शुक्रवार
विनायक चतुर्थी : गणेश चतुर्थी पूरे विश्व में हिंदुओं द्वारा भगवान गणेश के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। विनायक चतुर्थी को कई जगहों पर वरद चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है।
19 दिसंबर 2020- शनिवार
विवाह पंचमी : मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष को भगवान राम और माता सीता का विवाह हुआ था। इसके बाद से ही इस दिन को श्री राम विवाह उत्सव के रूप में मनाए जाने की परंपरा की शुरुआत हुई। कई जगहों पर इसे विवाह पंचमी भी कहते हैं।
नाग पंचमी *तेलगु*
20 दिसंबर 2020- रविवार
चंपा षष्ठी : चंपा षष्ठी का पर्व कर्नाटक और महाराष्ट्र में प्रमुख तौर पर मनाया जाता है। इस व्रत के बारे में ऐसी मान्यता है कि जो कोई भी इंसान इस व्रत को करता है उसके जीवन में हमेशा खुशियां बनी रहती है।
21 दिसंबर 2020- सोमवार
साल का सबसे छोटा दिन : 21/22 दिसम्बर साल का सबसे छोटा दिन होता है, क्योकि इस दिन सूर्य की किरण पृथ्वी पर कम समय के लिए रहती हैं।
22 दिसंबर 2020- मंगलवार
मासिक दुर्गा अष्टमी : मासिक दुर्गाष्टमी का हिंदू धर्म में काफी महत्व है। लोग इस दिन व्रत रखते हैं और मां दुर्गा की पूजा-उपासना करते हैं।
25 दिसंबर 2020-शुक्रवार
मोक्षदा एकादशी : मोक्षदा एकादशी सभी एकादशियों में बेहद पुण्यदायी मानी जाती है। कहा जाता है कि अगर किसी इंसान से अनजाने में कोई गलती हुई हो और इंसान को उसका प्रायश्चित करना हो तो उसके लिए मोक्षदा एकादशी से बेहतर कोई दिन नहीं हो सकता है।
गीता जयंती : गीता जयंती का पावन दिवस, देशभर में श्रीमद्भगवद्गीता की प्रतीकात्मक जयंती के रूप में मनाया जाता हैं। मान्यता अनुसार इस विशेष दिन श्रीमद्भगवद्गीता के दर्शन मात्र करने से ही, किसी भी व्यक्ति के समस्त दुखों का नाश हो जाता है और वो व्यक्ति अपने जीवन में केवल और केवल सच्चाई के मार्ग पर चलते हुए, हर सफलता प्राप्त करता हैं।
वैकुण्ठ एकादशी : वैकुंठ एकादशी में भगवान विष्णु की जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस एकादशी के पुण्य से संतान सुख की प्राप्ति होती है।
मेरी क्रिसमस : क्रिसमस का त्योहार ईसाई धर्म का का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार माना गया है। हर वर्ष 25 दिसंबर को मेरी क्रिसमस या क्रिसमस का यह त्यौहार मनाया जाता है। यह त्यौहार इतना व्यापक है कि दुनिया भर में इसे अन्य धर्म के लोग भी बेहद ही धूमधाम और खुशियों के साथ मनाते हैं।
26 दिसंबर 2020- शनिवार
मत्स्य द्वादशी : हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की द्वादशी को मत्स्य द्वादशी मनाई जाएगी। इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु जी ने मत्स्य रूप धारण कर दैत्य हयग्रीव का वध कर वेद की रक्षा की थी।
मंडला पूजा : मंडला पूजा में अय्यप्पा भगवान की पूजा की जाती है। यह त्यौहार दक्षिण भारत का विशेष त्यौहार माना गया है। इस त्यौहार में पूरे 41 दिनों तक विधि विधान से पूजा होती है। दक्षिण भारत के अलावा पूरे देश और विदेश में जहाँ भी दक्षिण भारतीय मूल के निवासी रहते है, वहां इस पूजा का आयोजन किया जाता है।
27 दिसंबर 2020-रविवार
प्रदोष व्रत : प्रदोष व्रत का सीधा संबंध भगवान शिव और माता पार्वती से जोड़कर देखा जाता है। शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन प्रदोष व्रत मनाया जाता है।
हनुमान जयंती *कन्नड़*
28 दिसंबर 2020-सोमवार
रोहिणी व्रत : रोहिणी व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना के लिए रखती हैं। इस दिन का व्रत घर और जीवन में सुख शांति की कामना के लिए भी रखा जाता है।
29 दिसंबर 2020-मंगलवार
मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत : मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत की अपनी एक मान्यता है। इस दिन अमृत और अमरता का कारक चंद्रमा भी अपनी मजबूत स्थिति में होता है।
दत्तात्रेय जयंती : भगवान दत्तात्रेय के बारे में ऐसी मान्यता है कि इनकी पूजा करने से तुरंत फल की प्राप्ति होती है और इससे कष्टों का निवारण भी होता है। हर साल भगवान दत्तात्रेय की जयंती मनाई जाने का विधान है।
30 दिसंबर 2020-बुधवार
मार्गशीर्ष पूर्णिमा : सनातन धर्म के अनुसार, वर्ष 2020 में मार्गशीर्ष पूर्णिमा 30 दिसंबर, बुधवार के दिन मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं में पूर्णिमा को हमेशा ही एक विशेष व पवित्र तिथि के रूप में देखा जाता है, जो हर माह की शुक्ल पक्ष की आखिरी तिथि को आती है, जिसे हम पूर्णिमा तिथि कहते हैं।
अन्नपूर्णा जयंती : अन्नपूर्णा जयंती हिंदू कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा को मनाई जाती है। इस दिन को माता अन्नपूर्णा को समर्पित किया गया है। इसी दिन मां अन्नपूर्णा का जन्म हुआ था। अन्नपूर्णा जयंती भारतीय संस्कृति में शुमार प्रमुख जयंतियों में से एक मानी जाती है।
त्रिपुर भैरवी जयंती : त्रिपुर भैरवी जयंती मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। मां काली का ही स्वरूप है माता त्रिपुर भैरवी। इस दिन विधि पूर्वक पूजा करने से सभी कष्टों का नाश हो जाता है।
अरुद्र दर्शन
31 दिसंबर 2020-बृहस्पतिवार
पौष प्रारंभ *उत्तर*
दिसंबर में होने वाले गोचर
अब बात करें अगर गोचर की तो, इस महीने कई महत्वपूर्ण ग्रहों के गोचर होने वाले हैं। तो आइये जानते हैं कि इस महीने कौन-कौन से ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे जिनका आपके जीवन पर प्रभाव पड़ने वाले हैं। तो, इस महीने शुक्र, सूर्य, बुध और मंगल ग्रह का गोचर होने वाला है।
- 11 दिसम्बर, 2020- शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर: शुक्र ग्रह 11 दिसम्बर 2020, शुक्रवार की प्रातः 05:04 बजे अपनी स्वराशि तुला से निकल कर मंगल के आधिपत्य वाली वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। शुक्र के गोचर का खास प्रभाव सभी बारह राशियों पर देखने को मिलेगा।
- 15 दिसंबर, 2020- सूर्य का धनु राशि में गोचर: सूर्य का धनु राशि में गोचर 15 दिसम्बर, मंगलवार को रात्रि 9 बजकर 19 मिनट (21:19 बजे) पर होगा, जब सूर्य देव अपने परम मित्र बृहस्पति के स्वामित्व वाली धनु राशि में प्रवेश करेंगे।
- 17 दिसम्बर, 2020-बुध का धनु राशि में गोचर: बुध ग्रह बृहस्पतिवार, 17 दिसम्बर 2020 को प्रातः 11:26 बजे मंगल की राशि वृश्चिक से निकलकर बृहस्पति के स्वामित्व की धनु राशि में प्रवेश करेगा। इस राशि में बुध का गोचर शीघ्रता से अपने परिणाम देने वाला साबित होगा।
- 24 दिसम्बर, 2020-मंगल का मेष राशि में गोचर: मंगल ग्रह 24 दिसंबर, बृहस्पतिवार को दोपहर 11:42 बजे अपने मित्र बृहस्पति की मीन राशि से निकलकर अपनी ही राशि मेष में प्रवेश करेगा। विभिन्न राशियों पर मंगल के गोचर का अलग-अलग प्रभाव दिखाई देगा।
दिसंबर में होने वाला ग्रहण
वहीं इस महीने लगने वाले ग्रहण की बात करें तो, इस महीने पूर्ण सूर्य ग्रहण लगने वाला है।
- 14-15 दिसंबर को 19:03:55 से 00:23:03 तक पूर्ण सूर्य ग्रहण लगने वाला है। बात करें अगर इस ग्रहण की दृश्यता की तो, ये अफ्रीका का दक्षिणी भाग, अधिकांश दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और हिंद महासागर और अंटार्कटिका में नजर आएगा।
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इस महीने से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण भविष्यवाणियाँ :
- इस महीना मेष राशि के जातकों को उनके कार्यक्षेत्र में अचानक से कुछ बदलाव का सामना करना पड़ सकता है। ग्रह नक्षत्रों के योग के हिसाब से बात करें तो इस महीने मेष राशि के जातकों का कहीं तबादला होने की प्रबल संभावना है, जिससे आप थोड़े बहुत भोचक्के हो सकते हैं, वहीं वृषभ राशि के जातकों के लिए करियर के लिहाज से यह समय बेहद ही शानदार रहने वाला है। जो लोग विदेशी कंपनियों में काम करते हैं या विदेश में काम करने की आशा रखते हैं उन्हें इस दौरान शुभ परिणाम हासिल हो सकता है।
- मिथुन राशि के जातकों के बारे में बात करें तो, उनके भी कार्य क्षेत्र में इस महीने कुछ बाधाएं आने की आशंका है। आपको कार्यक्षेत्र में अपने सहकर्मियों के चलते ही इन बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि यहां राहत की बात यह है कि, आपको अपने किसी पुराने दोस्त की वजह से कोई नई नौकरी हासिल हो सकती है। वहीं कर्क राशि के जातकों के जीवन में भी करियर के लिहाज से कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि जो जातक अपनी पुरानी नौकरी छोड़कर नई नौकरी की तलाश में जुटे हैं या नई जॉब शुरू करना चाहते हैं उनके लिए यह समय शुभ साबित होगा।
- सिंह राशि के जातकों को इस महीने करियर में सफलता हासिल होगी। इस दौरान ऑफिस में अपने सीनियर्स के साथ आपके रिश्ते अच्छे बनेंगे और आपको उनके मार्गदर्शन की वजह से कार्य क्षेत्र में सफलता की नई ऊंचाइयां हासिल होंगी। वहीं कन्या राशि के जातकों को पहले ही सलाह दी जाती है कि, इस महीना आपको अपने कार्यक्षेत्र में कोई भी कदम उठाने से पहले बेहद ही सोच समझकर चलने की जरूरत होगी, अन्यथा आपकी कोई छोटी सी भी गलती आपको बहुत भारी पड़ सकती है। यहां तक कि आपकी नौकरी भी जा सकती है।
- जहां तुला राशि के जातकों को इस महीने करियर में अच्छे अवसर प्राप्त होंगे और सफलता की नई ऊंचाइयां प्राप्त होंगी, वहीं वृश्चिक राशि के जातकों को इस महीना कार्य क्षेत्र के लिहाज से थोड़ा संभल कर रहने की सलाह दी जाती है। अगर आपके दिमाग में कोई प्लान चल रहा है तो उसे अपने सहकर्मियों से साझा न करें। अन्यथा वह उसका गलत फायदा उठा सकते हैं। यहाँ अच्छी बात यह है कि, इस महीने आपकी सैलरी में इजाफा हासिल हो सकता है और यह इजाफा आपकी सोच से ज्यादा होगा।
- धनु राशि के जातकों के लिए कार्य क्षेत्र के लिहाज से यह समय अच्छा जाने वाला है। हालांकि अगर आप अपनी पुरानी नौकरी को बदलने की फिराक में है तो आपको कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में मुमकिन हो तो इस समय जॉब बदलने के बारे में विचार छोड़ दें। वहीं मकर राशि के जातकों को भी कार्य क्षेत्र में कुछ उठापटक का सामना करना पड़ सकता है। आपका पारिवारिक तनाव आपके कार्य में आपके प्रोडक्टिविटी को कम करने वाला साबित हो सकता है। हालांकि इस राशि के जो जातक किसी प्राइवेट संस्था में काम कर रहे हैं उन्हें इस दौरान शुभ फल प्राप्त हो सकता है।
- कुंभ राशि के जातकों के लिए करियर के लिहाज से यह समय बेहद ही आनंदित रहने वाला है। इस दौरान आपको अपने काम में मजा आएगा जिस से आपकी प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी। आपके बातचीत करने का ढंग आपको आपके काम में सहायक साबित होगा। इसके बाद बात करें राशि चक्र की आखिरी राशि मीन जातकों के कार्य पक्ष के लिहाज से तो आपको सलाह दी जाती है कि, इस महीने आप को एकाग्र होकर काम करना पड़ेगा तभी आपको वांछित परिणाम हासिल हो सकते हैं। इसके अलावा इस महीने मीन राशि के कुछ जातकों की छवि आपके बॉस की नजरों में सुधर सकती है। जिससे आपको भविष्य में लाभ मिलने की प्रबल संभावना बनती नजर आ रही है।
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