पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केन्द्र की मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। राज्य में हो रही राजनीतिक हिंसा पर ममता बनर्जी ने कहा कि केन्द्र सरकार और बीजेपी कार्यकर्ता राज्य में दंगा कराने और बंगाल सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं। ममता ने यह भी कहा कि बीजेपी उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है क्योंकि वह देश में इकलौती हैं जो उनका विरोध कर रही हैं। ममता ने कहा कि किसी भी राज्य में हिंसा या दंगा होने की स्थिति में केंद्र की भी राज्य सरकारों के बराबर जिम्मेदारी होती है। हालाँकि संघीय ढांचे के मुताबिक क़ानून व्यवस्था राज्य सरकार का विषय है, इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार होती है।
राज्यपाल ने की गृहमंत्री शाह से मुलाकात, ममता ने बताया साज़िश
उधर, बंगाल की स्थिति को लेकर राज्य के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाक़ात में बंगाल के राज्यपाल ने केन्द्र सरकार को बंगाल में जारी सियासी तनाव को लेकर 48 पेज की रिपोर्ट सौंपी है। प्रधानमंत्री और केन्द्रीय गृहमंत्री से मुलाकात को लेकर त्रिपाठी ने मीडिया को बताया कि उन्होंने शिष्टाचार के तहत पीएम मोदी और अमित शाह से भेंट की। उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की संभावनाओं को भी ख़ारिज़ किया। उधर, ममता दीदी राज्यपाल की इस मुलाकात से बेचैन हो गई हैं। इसलिए ममता ने इस मुलाकात को अपनी सरकार के ख़िलाफ़ गहरी साज़िश बतायी है।
काला दिवस के रूप में आज बीजेपी का राज्यभर में प्रदर्शन
बता दें कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के बाद बढ़ी हिंसा और तनाव को लेकर बीजेपी और टीएमसी के बीच सियासी तनाव जारी है। बसीरहाट में अपने कार्यकर्ताओं की हत्या और पार्टी कार्यालय तक उनके शव न ले जाने देने के खिलाफ बीजेपी पूरे राज्य में काला दिवस मना रही है। भाजपा के द्वारा राज्य के जगह-जगह पर प्रदर्शन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री आवास के बाहर भी विरोध-प्रदर्शन जारी है।